बांग्लादेश हिंसा मामले में देवकीनंदन ठाकुर ने UN के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के नाम एक लेटर लिखा है। उन्होंने लिखा कि अगस्त महीने से अब तक जारी हमलों, आगजनी और महिलाओं बच्चों पर बर्बरता संयुक्त राष्ट्र द्वारा हस्तक्षेप करने की काफी जरूरत है। जब स्त्रियां ना सुरक्षित हो, बच्चे ना सुरक्षित हो, किसी का पूजा स्थल ना सुरक्षित हो, संयुक्त राष्ट्र किस प्रतीक्षा में अभी तक मौन बैठा है। जो लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं, उन्हें अरेस्ट भी कर लिया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र इस पर कार्रवाई करें। बॉलीवुड ने नाश की सनातन संस्कृति
इससे पहले कथा सुनाने के दौरान भागवत वक्ता देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि भारतीय संस्कृति का नाश करने में बॉलीवुड की भूमिका सबसे बड़ी है। हालांकि उन्होंने गोधरा कांड पर बनी फिल्म साबरमती एक्सप्रेस सभी को देखने को कहा। कथा में देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि संत की पहचान उसके भेष से नहीं बल्कि कर्म से ही होती है। भगवा या धवल वस्त्र धारण कर लेने से कोई संत नहीं बनता, सच्चा संत मान-अपमान दोनों सहन कर लेता है, दूसरे के दुःख पर करुणा करने वाला हो, जीव को कष्ट में देख दयालु भाव रखने वाला होता है। यूपी कालेज के विवाद के बीच कूदे देवकीनंदन ठाकुर,बोले- 115 साल पूराने कालेज को दिया नोटिस देवकीनंदन ठाकुर ने व्यास पीठ से कहा कि हर मंदिर हर संस्थान अपने मन में ठान ले हमें सनातन बोर्ड चाहिए उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड सिर्फ देवकीनंदन को नहीं चाहिए सनातन बोर्ड सनातनियों को चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी बनारस में ही 115 साल पुराने कॉलेज को नोटिस भेज दिया गया उसमें यह कहा गया कि यह कॉलेज वफ्फ बोर्ड का है। उन्होंने कहा कि यह मामला चल रहा है और आप काशी के लोग हो आपने सुना कि नहीं सुना। उन्होंने कहा कि इसलिए सनातन बोर्ड चाहिए नहीं तो कुछ दिन बाद यह लोग विश्वनाथ मंदिर को भी नोटिस दे देंगे। उन्होंने कहा कि मैं पूरे देश में घूम रहा हूं और मुझे यह थोड़ी खुशी है। कि जो सनातन की चिंता करते हैं वह इसका समर्थन कर रहे हो की सनातनी बोर्ड बनाया जाए। देवकीनंदन ने काशी के जाम पर जताई चिंता देवकीनंदन ने काशी के जाम पर भी बोला उन्होंने कहा कि काशी में जाम इतना है कि उसके चक्कर में मैं भी लेट आया और सुनने वाले श्रोता भी लेट में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं हर जगह समय पर पहुंचाना चाहता हूं लेकिन काशी की यह जाम है जो पीछा ही नहीं छोड़ना चाहती। भागवत प्रेमभाव से सुनने की कथा है कथावक्ता ने कहा कि सनातनियों को अपूज्य की पूजा नहीं करनी चाहिए, दुःखद यह कि आज गुरुवार को पीर बाबा की मजार पर चादर चढ़ाने वाले हिंदू की संख्या मुस्लिमों से ज्यादा हैं। सच्चे सनातनी पीर पर चादर नहीं, महावीर पर सिंदूर चढ़ाते हैं। भागवत महिमा का बखान करते हुए देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि भागवत प्रेमभाव से सुनने की कथा है, स्वयं भूतभावन काशी विश्वनाथ कैलाश छोड़कर भगवत कथा सुनने आते है। जिसके जीवन में कथा नहीं है, वहां विश्वास की कमी है। काशीवासियों की पहुंच प्रधानमंत्री तक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि काशी वाले बहुत खास है क्योंकि इनकी पहुंच सीधे प्रधानमंत्री तक है। यही कारण है कि सनातन बोर्ड की मांग यहां से बार-बार हो रही है। बांग्लादेश हिंसा मामले में देवकीनंदन ठाकुर ने UN के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के नाम एक लेटर लिखा है। उन्होंने लिखा कि अगस्त महीने से अब तक जारी हमलों, आगजनी और महिलाओं बच्चों पर बर्बरता संयुक्त राष्ट्र द्वारा हस्तक्षेप करने की काफी जरूरत है। जब स्त्रियां ना सुरक्षित हो, बच्चे ना सुरक्षित हो, किसी का पूजा स्थल ना सुरक्षित हो, संयुक्त राष्ट्र किस प्रतीक्षा में अभी तक मौन बैठा है। जो लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं, उन्हें अरेस्ट भी कर लिया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र इस पर कार्रवाई करें। बॉलीवुड ने नाश की सनातन संस्कृति
इससे पहले कथा सुनाने के दौरान भागवत वक्ता देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि भारतीय संस्कृति का नाश करने में बॉलीवुड की भूमिका सबसे बड़ी है। हालांकि उन्होंने गोधरा कांड पर बनी फिल्म साबरमती एक्सप्रेस सभी को देखने को कहा। कथा में देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि संत की पहचान उसके भेष से नहीं बल्कि कर्म से ही होती है। भगवा या धवल वस्त्र धारण कर लेने से कोई संत नहीं बनता, सच्चा संत मान-अपमान दोनों सहन कर लेता है, दूसरे के दुःख पर करुणा करने वाला हो, जीव को कष्ट में देख दयालु भाव रखने वाला होता है। यूपी कालेज के विवाद के बीच कूदे देवकीनंदन ठाकुर,बोले- 115 साल पूराने कालेज को दिया नोटिस देवकीनंदन ठाकुर ने व्यास पीठ से कहा कि हर मंदिर हर संस्थान अपने मन में ठान ले हमें सनातन बोर्ड चाहिए उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड सिर्फ देवकीनंदन को नहीं चाहिए सनातन बोर्ड सनातनियों को चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी बनारस में ही 115 साल पुराने कॉलेज को नोटिस भेज दिया गया उसमें यह कहा गया कि यह कॉलेज वफ्फ बोर्ड का है। उन्होंने कहा कि यह मामला चल रहा है और आप काशी के लोग हो आपने सुना कि नहीं सुना। उन्होंने कहा कि इसलिए सनातन बोर्ड चाहिए नहीं तो कुछ दिन बाद यह लोग विश्वनाथ मंदिर को भी नोटिस दे देंगे। उन्होंने कहा कि मैं पूरे देश में घूम रहा हूं और मुझे यह थोड़ी खुशी है। कि जो सनातन की चिंता करते हैं वह इसका समर्थन कर रहे हो की सनातनी बोर्ड बनाया जाए। देवकीनंदन ने काशी के जाम पर जताई चिंता देवकीनंदन ने काशी के जाम पर भी बोला उन्होंने कहा कि काशी में जाम इतना है कि उसके चक्कर में मैं भी लेट आया और सुनने वाले श्रोता भी लेट में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं हर जगह समय पर पहुंचाना चाहता हूं लेकिन काशी की यह जाम है जो पीछा ही नहीं छोड़ना चाहती। भागवत प्रेमभाव से सुनने की कथा है कथावक्ता ने कहा कि सनातनियों को अपूज्य की पूजा नहीं करनी चाहिए, दुःखद यह कि आज गुरुवार को पीर बाबा की मजार पर चादर चढ़ाने वाले हिंदू की संख्या मुस्लिमों से ज्यादा हैं। सच्चे सनातनी पीर पर चादर नहीं, महावीर पर सिंदूर चढ़ाते हैं। भागवत महिमा का बखान करते हुए देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि भागवत प्रेमभाव से सुनने की कथा है, स्वयं भूतभावन काशी विश्वनाथ कैलाश छोड़कर भगवत कथा सुनने आते है। जिसके जीवन में कथा नहीं है, वहां विश्वास की कमी है। काशीवासियों की पहुंच प्रधानमंत्री तक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि काशी वाले बहुत खास है क्योंकि इनकी पहुंच सीधे प्रधानमंत्री तक है। यही कारण है कि सनातन बोर्ड की मांग यहां से बार-बार हो रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर