ऊना में एक रिटायर्ड फौजी को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया। जालसाजों ने व्यक्ति को मनी लॉन्ड्रिंग की धमकी देकर 61 लाख 29 हजार रुपए ठग लिए। जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ऊना जिला के थाना हरोली के तहत नगनोली के राकेश कुमार पहले भारतीय सेना में नायब सूबेदार के पद पर तैनात थे, रिटायर होने के बाद उन्होंने बतौर हेडमास्टर एक स्कूल में अपनी सेवाएं दी। अब वह रिटायर हो चुके हैं। बीते 22 नवंबर को उनके फोन पर एक मैसेज आया, जिसने खुद को मुंबई पुलिस स्टेशन से इंस्पेक्टर हेमराज कोली बताया। फिर उसने वीडियो कॉल की। झूठे केस की दी धमकी
आरोपी ने रिटायर फौजी को उसका आधार कार्ड नंबर बताया और कहा कि तिलक नगर पुलिस स्टेशन मुंबई में उसके खिलाफ 17 लोगों ने शिकायत की है। इसके बाद एक दूसरी कॉल आई, जिसने खुद को सब इंस्पेक्टर संदीप राव बताया। शिकायतकर्ता ने बताया कि संदीप राव ने कहा कि नरेश गोयल नाम का एक आदमी जेट एरवेयस के मनी लॉड्रिंग केस में पकड़ा गया है। आरोपी ने बताया कि उसके घर से एक एटीएम कार्ड मिला है, जो आपके नाम से जारी हुए सिम कार्ड से जुड़ा हुआ है। राकेश का कहना है कि एटीएम कार्ड से बैंक खाता जुड़ा है, वह भी मेरे नाम पर है और उस खाता से 2 करोड़ रुपए की ट्रांजेक्शन हुई है। वीडियो कॉल पर आरोपी ने बताया कि मेरे पास जितना भी पैसा है, उसकी जांच होनी है कि क्या उक्त पैसा मनी लॉन्ड्रिंग का तो नहीं आया है। पीड़ित ने कई बार में भेजे पैसे
इसके बाद उसने रिटायर फौजी को सारा पैसा उसके द्वारा दिए खातों में जमा करने के लिए कहा तथा पैसा की जाँच होने के बाद सारा पैसा वापस करने के लिए कहा था। राकेश कुमार का कहना है कि शातिरों की बातों में आकर अलग-अलग अकाउंट में करीब 61 लाख 29 हजार रुपए डाल दिए। जिसके बाद धोखाधड़ी का आभास हुआ। बुधवार शाम करीब 6 बजे मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी हरोली मोहन रावत ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ऊना में एक रिटायर्ड फौजी को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया। जालसाजों ने व्यक्ति को मनी लॉन्ड्रिंग की धमकी देकर 61 लाख 29 हजार रुपए ठग लिए। जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ऊना जिला के थाना हरोली के तहत नगनोली के राकेश कुमार पहले भारतीय सेना में नायब सूबेदार के पद पर तैनात थे, रिटायर होने के बाद उन्होंने बतौर हेडमास्टर एक स्कूल में अपनी सेवाएं दी। अब वह रिटायर हो चुके हैं। बीते 22 नवंबर को उनके फोन पर एक मैसेज आया, जिसने खुद को मुंबई पुलिस स्टेशन से इंस्पेक्टर हेमराज कोली बताया। फिर उसने वीडियो कॉल की। झूठे केस की दी धमकी
आरोपी ने रिटायर फौजी को उसका आधार कार्ड नंबर बताया और कहा कि तिलक नगर पुलिस स्टेशन मुंबई में उसके खिलाफ 17 लोगों ने शिकायत की है। इसके बाद एक दूसरी कॉल आई, जिसने खुद को सब इंस्पेक्टर संदीप राव बताया। शिकायतकर्ता ने बताया कि संदीप राव ने कहा कि नरेश गोयल नाम का एक आदमी जेट एरवेयस के मनी लॉड्रिंग केस में पकड़ा गया है। आरोपी ने बताया कि उसके घर से एक एटीएम कार्ड मिला है, जो आपके नाम से जारी हुए सिम कार्ड से जुड़ा हुआ है। राकेश का कहना है कि एटीएम कार्ड से बैंक खाता जुड़ा है, वह भी मेरे नाम पर है और उस खाता से 2 करोड़ रुपए की ट्रांजेक्शन हुई है। वीडियो कॉल पर आरोपी ने बताया कि मेरे पास जितना भी पैसा है, उसकी जांच होनी है कि क्या उक्त पैसा मनी लॉन्ड्रिंग का तो नहीं आया है। पीड़ित ने कई बार में भेजे पैसे
इसके बाद उसने रिटायर फौजी को सारा पैसा उसके द्वारा दिए खातों में जमा करने के लिए कहा तथा पैसा की जाँच होने के बाद सारा पैसा वापस करने के लिए कहा था। राकेश कुमार का कहना है कि शातिरों की बातों में आकर अलग-अलग अकाउंट में करीब 61 लाख 29 हजार रुपए डाल दिए। जिसके बाद धोखाधड़ी का आभास हुआ। बुधवार शाम करीब 6 बजे मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी हरोली मोहन रावत ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर