दो भाइयों ने मां-बहन को जिंदा जलाकर मार डाला:पिता ने मरने से पहले दो बीघा जमीन बहन के नाम की, भाइयों ने जिंदा जला दिया

दो भाइयों ने मां-बहन को जिंदा जलाकर मार डाला:पिता ने मरने से पहले दो बीघा जमीन बहन के नाम की, भाइयों ने जिंदा जला दिया

बस्ती में दो बीघा जमीन के लिए दो भाइयों ने मिलकर अपनी मां और बहन को जिंदा जलाकर मार डाला। जिसमें से एक बेटा मृतका का सगा और दूसरा सौतेला बेटा है। दोनों की लाश कमरे में जली हालत मिली। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के अंदर से दोनों जले हुए शव को बरामद किया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया । घटना की जानकारी के बाद एसपी गोपाल चौधरी और फॉरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। अब जानिए क्या है पूरा मामला… गोदावरी व उसकी बेटी सौम्या सेठा गांव में अकेले रहती थीं। गोदावरी गांव में ही आशा कर्मी के पद पर तैनात थीं। उनकी बेटी सौम्या घर पर की रहकर एएनएम की ट्रेनिंग कर रही थी। आशाकर्मी के पति अवधेश की कैंसर के मृत्यु हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक, अवधेश की पहली पत्नी कौशिल्या थी। उनसे एक बेटा करुणाकर व एक बेटी थी। दोनों की शादी हो चुकी है। वह अलग-अलग स्थानों पर रहते हैं, जबकि गोदावरी की बड़ी बेटी सरिता व बेटे कमलेश की भी शादी हो चुकी है, वे भी दूसरी जगह पर रहतें हैं। गोदावरी के पति अवधेश ने अपने जीवनकाल में ही सेठा गांव की जमीन को गोदावरी व सौम्या के नाम कर दी थी। इसी बात को लेकर उसके जेठ कौशल , सगा बेटा कमलेश व सौतेला बेटा करुणाकर रंजिश रखते थे। 5 दिसंबर को होनी थी सुनवाई, एक दिन पहले मिला जली लाश
पिता के मरने के बाद जब दोनों बेटों को इस की जानकारी हुई तो उन्होंने इसका विरोध किया और जमीन अपने नाम करने के लिए दबाव बनाने लगे। इसके बाद जमीनी विवाद का मुकदमा दर्ज हुआ और उस में सुनवाई चल रही थी। 5 दिसंबर को मुकदमे में मां और बेटी को गवाही होनी थी। उससे एक दिन पहले उनका जला हुआ शव घर के कमरे से बरामद हुआ। घर के कमरे से निकल रहा था धुंआ बड़ी बेटी सरिता ने बताया- दोनों भाइयों ने हत्या की है। जब सुबह में उसने अपनी बहन को फोन किया, तो काफी बार बेल जाने के बाद भी फोन नहीं उठा तो पड़ोस की एक लड़की से बात कराने के लिए फोन किया। जब वह घर गई तो उसने रोते हुए बताया कि घर के कमरे से धुंआ निकल रहा है। जिसके बाद मैने गोरखपुर में अपने मामा को फोन किया। उन्होंने थाने पर इसकी सूचना दी। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो बहन और मां की जली हुई लाश कमरे में मिली। मेरे दोनों भाइयों ने घटना को अंजाम दिया है। पिता जी की वसीयत को लेकर मुकदमा चल रहा था, जिसमें गवाही चल रही थी। जिसका विरोध मेरे भाई कमलेश, करुणाकर और चाचा कौशल कर रहे थे। इन लोगों ने मिलकर मां और बहन की हत्या का कर दी है। हत्याकांड का मास्टर माइंड सगा बेटा कमलेश
बड़ी बेटी सरिता के पति ने बताया- जब उनके ससुर को कैंसर हुआ और डॉक्टरों ने जवाब दे दिया तो उन्होंने अपनी छोटी बेटी जिसकी शादी नहीं की थी। उसके नाम दो बीघा जमीन वरासत कर दिया और अपनी दूसरी पत्नी के नाम भी जीवन यापन के लिए कुछ जमीन विरासत कर दिया। इस हत्याकांड का मास्टर माइंड कमलेश है। जमीनी विवाद में इस घटना को अंजाम दिया गया। एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी ने बताया- एक मकान में दो महिलाओं की लाश जली हुई मिली है। जिनका मृत्यु घटना स्थल पर हुई है। फोरेंसिक टीम को जांच में लगाई गई। लाश को पोस्टमॉर्टम लिए भेजा जा रहा। मुकदमा दर्ज कर आगे कार्रवाई की जा रही है। प्रथम दृष्टया संपत्ति के लोभ में मां-बेटी की हत्या किए जाने की बात सामने आ रही है। जिसमें परिवार के लोग ही शामिल बताए जा रहे हैं। पुलिस सभी बिंदुओं पर छानबीन में जुटी हुई है। घटना के बाद से मृतका के जेठ व उनका परिवार और सगे तथा सौतेला बेटा भी फरार बताया जा रहा है। फिलहाल दोहरे हत्याकांड ने कप्तानगंज पुलिस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ———————————————————- ये भी पढ़ें…. मेरठ के जैद को सऊदी में सुनाई सजा-ए-मौत:भाई बोला- पुलिस की गाड़ी चलाता था; सऊदी में इस गांव के 700 नौजवान सऊदी अरब में मक्का की क्रिमिनल कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में मेरठ निवासी 36 साल के जैद को सजा-ए-मौत दी है। जैद को पिछले साल ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था। जेद्दाह स्थित दूतावास ने जैद के परिजनों से कहा है- वो चाहें तो एक क्षमा याचिका (मर्सी पिटीशन) भेज सकते हैं। जैद 6 साल पहले कमाने के लिए सऊदी अरब गया था, जहां वो बतौर ड्राइवर नौकरी कर रहा था। जैद की तरह उसके गांव से करीब 700 युवा सऊदी अरब में नौकरी कर रहे हैं। गांव की आबादी करीब दस हजार है। यहां लगभग हर घर से एक सदस्य सऊदी में है। पढ़ें पूरी खबर… बस्ती में दो बीघा जमीन के लिए दो भाइयों ने मिलकर अपनी मां और बहन को जिंदा जलाकर मार डाला। जिसमें से एक बेटा मृतका का सगा और दूसरा सौतेला बेटा है। दोनों की लाश कमरे में जली हालत मिली। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के अंदर से दोनों जले हुए शव को बरामद किया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया । घटना की जानकारी के बाद एसपी गोपाल चौधरी और फॉरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। अब जानिए क्या है पूरा मामला… गोदावरी व उसकी बेटी सौम्या सेठा गांव में अकेले रहती थीं। गोदावरी गांव में ही आशा कर्मी के पद पर तैनात थीं। उनकी बेटी सौम्या घर पर की रहकर एएनएम की ट्रेनिंग कर रही थी। आशाकर्मी के पति अवधेश की कैंसर के मृत्यु हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक, अवधेश की पहली पत्नी कौशिल्या थी। उनसे एक बेटा करुणाकर व एक बेटी थी। दोनों की शादी हो चुकी है। वह अलग-अलग स्थानों पर रहते हैं, जबकि गोदावरी की बड़ी बेटी सरिता व बेटे कमलेश की भी शादी हो चुकी है, वे भी दूसरी जगह पर रहतें हैं। गोदावरी के पति अवधेश ने अपने जीवनकाल में ही सेठा गांव की जमीन को गोदावरी व सौम्या के नाम कर दी थी। इसी बात को लेकर उसके जेठ कौशल , सगा बेटा कमलेश व सौतेला बेटा करुणाकर रंजिश रखते थे। 5 दिसंबर को होनी थी सुनवाई, एक दिन पहले मिला जली लाश
पिता के मरने के बाद जब दोनों बेटों को इस की जानकारी हुई तो उन्होंने इसका विरोध किया और जमीन अपने नाम करने के लिए दबाव बनाने लगे। इसके बाद जमीनी विवाद का मुकदमा दर्ज हुआ और उस में सुनवाई चल रही थी। 5 दिसंबर को मुकदमे में मां और बेटी को गवाही होनी थी। उससे एक दिन पहले उनका जला हुआ शव घर के कमरे से बरामद हुआ। घर के कमरे से निकल रहा था धुंआ बड़ी बेटी सरिता ने बताया- दोनों भाइयों ने हत्या की है। जब सुबह में उसने अपनी बहन को फोन किया, तो काफी बार बेल जाने के बाद भी फोन नहीं उठा तो पड़ोस की एक लड़की से बात कराने के लिए फोन किया। जब वह घर गई तो उसने रोते हुए बताया कि घर के कमरे से धुंआ निकल रहा है। जिसके बाद मैने गोरखपुर में अपने मामा को फोन किया। उन्होंने थाने पर इसकी सूचना दी। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो बहन और मां की जली हुई लाश कमरे में मिली। मेरे दोनों भाइयों ने घटना को अंजाम दिया है। पिता जी की वसीयत को लेकर मुकदमा चल रहा था, जिसमें गवाही चल रही थी। जिसका विरोध मेरे भाई कमलेश, करुणाकर और चाचा कौशल कर रहे थे। इन लोगों ने मिलकर मां और बहन की हत्या का कर दी है। हत्याकांड का मास्टर माइंड सगा बेटा कमलेश
बड़ी बेटी सरिता के पति ने बताया- जब उनके ससुर को कैंसर हुआ और डॉक्टरों ने जवाब दे दिया तो उन्होंने अपनी छोटी बेटी जिसकी शादी नहीं की थी। उसके नाम दो बीघा जमीन वरासत कर दिया और अपनी दूसरी पत्नी के नाम भी जीवन यापन के लिए कुछ जमीन विरासत कर दिया। इस हत्याकांड का मास्टर माइंड कमलेश है। जमीनी विवाद में इस घटना को अंजाम दिया गया। एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी ने बताया- एक मकान में दो महिलाओं की लाश जली हुई मिली है। जिनका मृत्यु घटना स्थल पर हुई है। फोरेंसिक टीम को जांच में लगाई गई। लाश को पोस्टमॉर्टम लिए भेजा जा रहा। मुकदमा दर्ज कर आगे कार्रवाई की जा रही है। प्रथम दृष्टया संपत्ति के लोभ में मां-बेटी की हत्या किए जाने की बात सामने आ रही है। जिसमें परिवार के लोग ही शामिल बताए जा रहे हैं। पुलिस सभी बिंदुओं पर छानबीन में जुटी हुई है। घटना के बाद से मृतका के जेठ व उनका परिवार और सगे तथा सौतेला बेटा भी फरार बताया जा रहा है। फिलहाल दोहरे हत्याकांड ने कप्तानगंज पुलिस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ———————————————————- ये भी पढ़ें…. मेरठ के जैद को सऊदी में सुनाई सजा-ए-मौत:भाई बोला- पुलिस की गाड़ी चलाता था; सऊदी में इस गांव के 700 नौजवान सऊदी अरब में मक्का की क्रिमिनल कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में मेरठ निवासी 36 साल के जैद को सजा-ए-मौत दी है। जैद को पिछले साल ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था। जेद्दाह स्थित दूतावास ने जैद के परिजनों से कहा है- वो चाहें तो एक क्षमा याचिका (मर्सी पिटीशन) भेज सकते हैं। जैद 6 साल पहले कमाने के लिए सऊदी अरब गया था, जहां वो बतौर ड्राइवर नौकरी कर रहा था। जैद की तरह उसके गांव से करीब 700 युवा सऊदी अरब में नौकरी कर रहे हैं। गांव की आबादी करीब दस हजार है। यहां लगभग हर घर से एक सदस्य सऊदी में है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर