करनाल में पश्चिमी यमुना नहर पर तीन ट्रकों की आपस में भिड़ंत हो गई। हादसे में एक ट्रक का डीजल टैंक भी फूट गया, जिससे डीजल सड़क पर बिखर गया। हादसा ओवरटेक करने के दौरान हुआ। ग़नीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ। आरोपी ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। बुधवार की देर रात एक ट्रक करनाल से राजस्थान जा रहा था। राजस्थान नंबर ट्रक के ड्राइवर हरजीत सिंह ने बताया कि वे सिरसा के रहने वाले है। वह पश्चिमी यमुना नहर पर पहुंच चुका था। तभी पीछे से एक ट्रक आया और वह ओवरटेक करने लगा। ओवरटेक करने के लिए नहीं थी जगह हरजीत ने कहा कि ओवरटेक करने की जगह नहीं थी, लेकिन उसने जबरन ट्रक निकाला और वह ट्रक मेरी खिड़की से टकरा गया और ट्रक का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इतना ही नहीं ट्रक ने आगे चल रहे पंजाब नंबर ट्रक को भी टक्कर मारी। जिसके डीजल टैंक को नुकसान हुआ और एक बड़ा छेद टैंक में बन गया और उसका सारा डीजल सड़क पर बिखर गया। ग़नीमत रही कि कोई आगजनी नहीं हुई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ट्रक ड्राइवर हरजीत सिंह ने बताया कि हादसे में किसी काे कोई चोट नहीं आई है, लेकिन गाड़ियों को नुकसान हुआ है। आरोपी ट्रक चालक मौके से फरार हो गया है। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को साइड में करवाया, ताकि किसी तरह का कोई नुकसान न हो। सिटी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। करनाल में पश्चिमी यमुना नहर पर तीन ट्रकों की आपस में भिड़ंत हो गई। हादसे में एक ट्रक का डीजल टैंक भी फूट गया, जिससे डीजल सड़क पर बिखर गया। हादसा ओवरटेक करने के दौरान हुआ। ग़नीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ। आरोपी ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। बुधवार की देर रात एक ट्रक करनाल से राजस्थान जा रहा था। राजस्थान नंबर ट्रक के ड्राइवर हरजीत सिंह ने बताया कि वे सिरसा के रहने वाले है। वह पश्चिमी यमुना नहर पर पहुंच चुका था। तभी पीछे से एक ट्रक आया और वह ओवरटेक करने लगा। ओवरटेक करने के लिए नहीं थी जगह हरजीत ने कहा कि ओवरटेक करने की जगह नहीं थी, लेकिन उसने जबरन ट्रक निकाला और वह ट्रक मेरी खिड़की से टकरा गया और ट्रक का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इतना ही नहीं ट्रक ने आगे चल रहे पंजाब नंबर ट्रक को भी टक्कर मारी। जिसके डीजल टैंक को नुकसान हुआ और एक बड़ा छेद टैंक में बन गया और उसका सारा डीजल सड़क पर बिखर गया। ग़नीमत रही कि कोई आगजनी नहीं हुई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ट्रक ड्राइवर हरजीत सिंह ने बताया कि हादसे में किसी काे कोई चोट नहीं आई है, लेकिन गाड़ियों को नुकसान हुआ है। आरोपी ट्रक चालक मौके से फरार हो गया है। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को साइड में करवाया, ताकि किसी तरह का कोई नुकसान न हो। सिटी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में BJP की 23 टिकट फाइनल:CM सैनी की सीट बदलेगी, 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटेंगे, दो राज्यमंत्री भी खतरे में
हरियाणा में BJP की 23 टिकट फाइनल:CM सैनी की सीट बदलेगी, 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटेंगे, दो राज्यमंत्री भी खतरे में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने 90 में से 23 सीटों पर टिकट फाइनल कर दिए हैं। CM नायब सिंह सैनी इस बार करनाल की जगह कुरूक्षेत्र जिले की लाडवा सीट से लड़ेंगे। हिसार सिटी सीट पर BJP चौंकाने जा रही है। यहां कुरूक्षेत्र के लोकसभा सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल चुनाव मैदान में उतरेंगी। यहां डॉ. कमल गुप्ता का टिकट कटेगा। अंबाला कैंट से अनिल विज ही उम्मीदवार होंगे। नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल 4 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट भी पक्के हो गए हैं जबकि 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटने जा रहे हैं। इसी तरह 7 राज्यमंत्रियों में से 5 को पार्टी दोबारा टिकट देगी और 2 राज्यमंत्रियों के टिकट खतरे में हैं। वहीं भाजपा की तरफ से अभी टिकटों को लेकर औपचारिक ऐलान होना बाकी है। इन 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटेंगे
नायब सैनी के 4 कैबिनेट मंत्रियों कंवरपाल गुर्जर, मूलचंद शर्मा, जेपी दलाल और डॉ. बनवारी लाल को टिकट मिलना फाइनल है। प्रदेश चुनाव समिति की मीटिंग में इनके नाम पर मुहर लग गई है। सैनी के जिन 2 कैबिनेट मंत्रियों के टिकट कटेंगे उनमें बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता शामिल है। 2019 के चुनाव में रणजीत सिंह चौटाला सिरसा जिले की रानियां सीट से निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में जीते थे और लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। इसी तरह कमल गुप्ता 2019 में हिसार सिटी से विधायक बने थे। 7 राज्यमंत्रियों में से 2 के टिकट खतरे में
सैनी कैबिनेट में 7 राज्यमंत्री हैं। इनमें से 5 राज्यमंत्रियों महिपाल ढांडा, अभय सिंह यादव, सुभाष सुधा, बिशंभर बाल्मीकी और संजय सिंह के नाम टिकट के लिए क्लियर हो गए हैं। इनके नाम पर प्रदेश चुनाव समिति मुहर लगा चुकी है। जिन दो राज्यमंत्री के टिकट पर संकट मंडरा रहा है उनमें बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा और अंबाला सिटी के विधायक असीम गोयल शामिल हैं। चौटाला की सीट हलोपा को दी
भाजपा सिरसा जिले की रानियां सीट NDA में शामिल गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) को दे सकती है। गोपाल कांडा यहां से अपने भाई गोबिंद कांडा के बेटे धवल कांडा को कैंडिडेट घोषित कर चुके हैं। रणजीत सिंह चौटाला 2019 में रानियां सीट से ही जीते थे। भाजपा ने उन्हें लोकसभा चुनाव में हिसार से उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह हार गए। अब रणजीत चौटाला दोबारा रानियां सीट पर दावा जता रहे हैं मगर भाजपा उन्हें यहां से टिकट देगी, इसकी संभावना बहुत कम है। पहली लिस्ट एक-दो दिन में
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर BJP अपनी पहली लिस्ट 27 या 28 अगस्त तक जारी कर सकती है। जम्मू-कश्मीर के टिकट तय होने के बाद पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग 27 अगस्त को बुलाई गई है। इसकी अध्यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। BJP में हरियाणा इकाई की स्टेट लेवल पर अब तक स्टेट इलेक्शन कमेटी (SEC) की 2 मीटिंग हो चुकी है। इसके अलावा बड़े नेताओं की एक मीटिंग अलग से भी हो चुकी है। स्टेट इकाई पहली लिस्ट के लिए नाम फाइनल करके दिल्ली भेज चुकी है। 3 लिस्ट में आ सकते हैं भाजपा के 90 नाम
भाजपा हरियाणा की सभी 90 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा एक साथ नहीं करेगी। पार्टी इसके लिए दो से तीन लिस्ट निकालेगी। पहली लिस्ट में उन सीटों पर कैंडिडेट उतारे जाएंगे जहां कोई विवाद नहीं है। दूसरी लिस्ट में वह सीटें रखी जाएंगी जहां किसी के नाम पर विवाद हो सकता है या जहां 2 से ज्यादा दावेदार हैं। जो सीटें बचेंगी, उनके नाम तीसरी लिस्ट में आने के चांस हैं। 5 सितंबर से नामांकन प्रक्रिया
हरियाणा में 1 अक्टूबर को वोटिंग होनी हैं। 5 सितंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी और 12 सितंबर को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि हैं। यानी अगले 10 दिनों के अंदर दोनों ही प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के ज्यादातर उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी। 13 सितंबर को नामांकन की जांच होगी और 16 सितंबर नाम वापस लेने की अंतिम तिथि है।
पानीपत में तीसरी मंजिल से गिरकर बच्ची की मौत:मां बर्तन धोने गई, बेटी भी पीछे-पीछे ऊपर पहुंची; मन्नतों के बाद हुआ था जन्म
पानीपत में तीसरी मंजिल से गिरकर बच्ची की मौत:मां बर्तन धोने गई, बेटी भी पीछे-पीछे ऊपर पहुंची; मन्नतों के बाद हुआ था जन्म पानीपत में 4 साल की बच्ची खेलते समय छत से नीचे गिर गई। नीचे गिरने से बच्ची बेहोश हो गई। बच्ची को तुरंत पास के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और सभी जरूरी कार्रवाई करने के बाद शव को सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां पंचनामा भरकर शव को मोर्चरी में रखवाया गया। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। कुलदेवी से मन्नत कर मांगी थी बेटी जानकारी देते हुए बच्ची के पिता पुनीत ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के गांव काठीधारा के रहने वाले हैं। करीब 5 साल पहले उनकी शादी हुई थी। शादी के बाद वह अपनी कुलदेवी के पास गए थे। जहां उन्होंने अपनी पहली संतान बेटी होने की प्रार्थना की थी। प्रार्थना से शादी के करीब 1 साल बाद ही उनकी पहली बेटी हुई थी। जिसके बाद उन्होंने पार्टी भी की थी। पुनीत ने बताया कि वह काफी समय से पानीपत में रह रहे हैं। यहां वह डाडोला रोड पर किराए के क्वार्टर में रह रहे हैं। उनकी बेटी 4 साल की पुदिमा थी। खेलते-खेलते नीचे गली में गिरी शनिवार को बेटी की मां बर्तन धोने के लिए क्वार्टर की तीसरी मंजिल की छत पर गई थी। वह अक्सर छत पर ही बर्तन साफ करती थी। बेटी भी मां के पीछे-पीछे चली गई। छत पर अन्य बच्चे भी खेल रहे थे। खेलते-खेलते बच्ची छत से नीचे गली में गिर गई। जिससे उसकी मौत हो गई।
करनाल में SI की कार पलटी, सिर में चोट लगी:इलाज के दौरान मौत, 2 बच्चों का पिता था, ड्यूटी से लौट रहा था घर
करनाल में SI की कार पलटी, सिर में चोट लगी:इलाज के दौरान मौत, 2 बच्चों का पिता था, ड्यूटी से लौट रहा था घर हरियाणा के करनाल में ड्यूटी से घर लौटते समय सीआईए सब इंस्पेक्टर की कार पलट गई। हादसे में सब इंस्पेक्टर के सिर में गंभीर चोटें आईं। उन्हें इलाज के लिए चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक की पहचान कौल गांव निवासी सूबे सिंह के रूप में हुई है, जो सीआईए में सब इंस्पेक्टर थे। मृतक सब इंस्पेक्टर का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव कौल में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। मृतक सब इंस्पेक्टर 2 बच्चों का पिता था। वह पिछले 22 साल से पुलिस में कार्यरत था। ड्यूटी से जा रहे थे घर मृतक के परिजनों ने बताया कि कौल गांव निवासी सूबे सिंह सीआईए में सब इंस्पेक्टर थे और सोमवार सुबह ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहे थे। वह चेक पोस्ट पर ड्यूटी पर थे। सीतामई गांव के पास उनकी गाड़ी अचानक असंतुलित होकर सड़क के बीचोंबीच पलट गई। सिर पर लगी थी गहरी चोट उन्होंने बताया कि सूबे सिंह के सिर पर गहरी चोट थी। उसे पहले करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज लाया गया। जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया। लेकिन परिजन उसे चंडीगढ़ फोर्टिस अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने आज सुबह उसे मृत घोषित कर दिया। सूबे सिंह के दो बेटे हैं, जिनमें से एक कनाडा में है और दूसरा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहा है। सूबे सिंह करीब 22 साल तक पुलिस सेवा में रहे। उनकी मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया।