कुल्लू में एक बुजुर्ग महिला की बस से कुचल कर मौत हो गई। ये हादसा निरमण्ड थाना के अंतर्गत रैमू नामक गांव में हुआ। जहां पैदल जा रही बुजुर्ग महिला को बस ने अपने चपेट में ले लिया। घटना की सूचना मिलते ही निरमण्ड पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर शव को अपने कब्जे में ले लिया है। साथ ही पुलिस ने बस के ड्राइवर को भी हिरासत में ले लिया है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी आनी चंद्रशेखर कायथ ने बताया कि हादसा शुक्रवार दोपहर करीब अढ़ाई बजे के आसपास का है। उस वक्त एक निजी बसन बागीपुल से रामपुर जा रही थी और रैमू में सवारियों को बिठा रही थी। तभी एक 80 वर्षीय महिला अपनी बेटी को बस में बैठाने आयी थी। बेटी तो बस में बैठ गयी लेकिन महिला सड़क पार करते हुए उसी बस के पिछले टायर के नीचे आ गयी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। मृतक महिला की पहचान मनी देवी पत्नी सिधु राम निवासी मातला डाकघर निशानी तहसील निरमण्ड के रूप में हुई है। डीएसपी चंद्रशेखर कायथ ने बताया कि पुलिस ने ड्राइवर राम कुमार निवासी निरमण्ड के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 281, 106 (1) के तहत मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। साथ ही जबकि महिला के शव को कब्जे में लेकर सिविल हॉस्पिटल निरमण्ड में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। कुल्लू में एक बुजुर्ग महिला की बस से कुचल कर मौत हो गई। ये हादसा निरमण्ड थाना के अंतर्गत रैमू नामक गांव में हुआ। जहां पैदल जा रही बुजुर्ग महिला को बस ने अपने चपेट में ले लिया। घटना की सूचना मिलते ही निरमण्ड पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर शव को अपने कब्जे में ले लिया है। साथ ही पुलिस ने बस के ड्राइवर को भी हिरासत में ले लिया है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी आनी चंद्रशेखर कायथ ने बताया कि हादसा शुक्रवार दोपहर करीब अढ़ाई बजे के आसपास का है। उस वक्त एक निजी बसन बागीपुल से रामपुर जा रही थी और रैमू में सवारियों को बिठा रही थी। तभी एक 80 वर्षीय महिला अपनी बेटी को बस में बैठाने आयी थी। बेटी तो बस में बैठ गयी लेकिन महिला सड़क पार करते हुए उसी बस के पिछले टायर के नीचे आ गयी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। मृतक महिला की पहचान मनी देवी पत्नी सिधु राम निवासी मातला डाकघर निशानी तहसील निरमण्ड के रूप में हुई है। डीएसपी चंद्रशेखर कायथ ने बताया कि पुलिस ने ड्राइवर राम कुमार निवासी निरमण्ड के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 281, 106 (1) के तहत मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। साथ ही जबकि महिला के शव को कब्जे में लेकर सिविल हॉस्पिटल निरमण्ड में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचने का मामला:शिमला पुलिस ने हरियाणा के पूर्व CM के प्रचार सलाहकार, उत्तराखंड भाजपा नेता को किया तलब
हिमाचल सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचने का मामला:शिमला पुलिस ने हरियाणा के पूर्व CM के प्रचार सलाहकार, उत्तराखंड भाजपा नेता को किया तलब हिमाचल प्रदेश सरकार को गिराने के षड़यंत्र से जुड़े केस में शिमला पुलिस ने आज हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रचार सलाहकार रहे तरुण भंडारी और उत्तराखंड के एक बड़े भाजपा नेता को तलब किया है। मगर दोपहर एक बजे तक दोनों पुलिस के सामने हाजिर नहीं हुए। पुलिस ने हिमाचल के दो पूर्व विधायकों हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा और गगरेट से पूर्व MLA चैतन्य शर्मा को भी बुलाया हैं। दोपहर एक बजे तक दोनों पूर्व विधायक भी नहीं पहुंचे। चैतन्य शर्मा को इस मामले में पहली बार थाने बुलाया गया है, जबकि इसी केस में उनके रिटायर IAS पिता के राकेश शर्मा खिलाफ पहले से मामला दर्ज है। वह कई बार बालूगंज थाना में पेश हो चुके हैं। इन्होंने दर्ज करा रखी FIR दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR की गई है। इस केस में पुलिस जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि राज्यसभा सांसद चुनाव के बाद कांग्रेस के छह बागी समेत तीन निर्दलीय विधायकों के चंडीगढ़ में होटल में ठहरने, खाने-पीने के बिलों का भुगतान एक फॉर्मा कंपनी ने किया है। इन बिलों के भुगतान में मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी की भूमिका बताई जा रही है। उत्तराखंड में एक भाजपा नेता ने किया बिल का भुगतान इसी तरह चंडीगढ़ के बाद राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट करने वाले विधायक कुछ दिन उत्तराखंड में भी रुके। यहां पर होटल में ठहरने, खाने-पीने के बिलों के भुगतान में एक भाजपा नेता की भूमिका पुलिस जांच में सामने आ रही है। संबंधित भाजपा नेता के नाम के खुलासे को लेकर पुलिस बच रही है और कोई भी अधिकारी इस पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। CM बार-बार बोले- सरकार गिराने को रचा षड़यंत्र मुख्यमंत्री सुक्खू 27 फरवरी से लेकर बार बार कह रहे हैं कि हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा गया है। धनबल का इस्तेमाल हुआ। पिछले कल भी मुख्यमंत्री सुक्खू ने सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात को दोहराया। फाइव- सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। अब चैतन्य को भी इस केस में पूछताछ के लिए तलब किया गया है। चैतन्य के रिटायर IAS पिता पर ये आरोप पुलिस को दी शिकायत आरोप लगाया गया कि गगरेट के विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा उत्तराखंड में चीफ सेक्रेटरी के पद पर रहे हैं। उन्होंने सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचा है। इसी मामले में आशीष और राकेश शर्मा केस को खत्म करने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं। बता दें कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद क्रॉस वोट देने वाले विधायक करीब एक महीने तक प्रदेश से बाहर चंडीगढ़, उत्तराखंड और गुड़गांव में रहे। एक जगह से दूसरे स्थान पर ये विधायक हेलिकॉप्टर से लाए व ले जाए गए।
हिमाचल में जंगली मुर्गा मामले में FIR:CM को किया था ऑफर; प्रधान बोली- ये क्षेत्र में नहीं पाया जाता, पंचायत को बदनाम किया
हिमाचल में जंगली मुर्गा मामले में FIR:CM को किया था ऑफर; प्रधान बोली- ये क्षेत्र में नहीं पाया जाता, पंचायत को बदनाम किया हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सुक्खू ने हाल ही में शिमला के दुर्गम क्षेत्र कुपवी का दौरा किया था। इस दौरान उनके रात्रि भोजन का एक कथित मेन्यू सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। जिसमें दावा किया गया था कि सीएम के रात्रि भोज में जंगली मुर्गा परोसा गया है। जिसको मारना वर्जित है। अब इस मामले में पुलिस थाना कुपवी में एक मामला दर्ज हो गया है। जिसमें आरोप लगाया है कि सोशल मीडिया, मीडिया और कई लोगों ने व्यक्तिगत हैंडल पर फर्जी मेन्यू प्रकाशित और प्रसारित किया गया है। जिसके कारण इस क्षेत्र के पारंपरिक भोजन और संस्कृति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया है। इसके कारण पूरे चहेता परगना समुदाय में गहरा रोष है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को दी शिकायत में मांग की है कि दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जिस जंगली जानवर के बारे में चर्चा हो रही है वह इस क्षेत्र में पाया ही नहीं जाता
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, कुलग पंचायत की प्रधान सुमन चौहान और नीटू परमार ने पुलिस को लिखित में शिकायत दी है। जिसमें कई मीडिया संस्थान और सोशल मीडिया हैंडल शामिल है। शिकायतकर्ता ने शिकायत में बताया है कि 13 दिसंबर को उनके गांव टिक्कर में एक विशेष मेहमान आए थे, जिनके स्वागत के लिए गांव की महिलाओं ने पारंपरिक भोजन तैयार किया गया था। लेकिन सोशल मीडिया में एक फर्जी मेन्यू प्रकाशित और प्रसारित किया गया। इससे क्षेत्र के संस्कृति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को दी शिकायत में दावा किया है कि जिस जंगली जानवर के बारे में चर्चा हो रही है वह इस क्षेत्र में पाया ही नहीं जाता है। ऐसे में जिन लोगों ने, मीडिया और सोशल मीडिया ने यह दुष्प्रचार किया है उनके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए।
भाखड़ा बांध से छोड़ा गया पानी:हरियाणा-पंजाब सहित राजस्थान को फायदा; प्रशासन ने सतलुज नदी किनारे न जाने की हिदायत दी
भाखड़ा बांध से छोड़ा गया पानी:हरियाणा-पंजाब सहित राजस्थान को फायदा; प्रशासन ने सतलुज नदी किनारे न जाने की हिदायत दी पंजाब-हरियाणा के लिए बिजली और पानी के लिहाज से महत्वपूर्ण भाखड़ा बांध से आज सुबह टरबाइन के माध्यम से पानी रिलीज कर दिया गया है। इसे लेकर 2 दिन पहले ही भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड ने एडवाइजरी जारी की थी। इस दौरान SDM नंगल द्वारा लोगों को दरिया किनारे न जाने की सलाह दी है। साथ ही विभागों को बरसात के मौसम के मद्दे नजर आगामी प्रबंध करने के लिए मीटिंग बुलाई गई है। आज सुबह 6 बजे दर्ज किए गए आंकड़ों के हिसाब से भाखड़ा बांध के पीछे बनी गोविंद सागर झील का इनफ्लो 23140 क्यूसेक और आउटफ्लो 22905 क्यूसेक है। यहां से नंगल डैम से 4500 क्यूसेक पानी सतलुज नदी में छोड़ा जाएगा। डेली छोड़ा जा रहा 640 क्यूसेक पानी
प्रशासन ने सुबह 8 बजे 1000 क्यूसेक पानी, फिर हर 1 घंटे बाद 1000 क्यूसेक पानी नंगल डैम से छोड़े जाने का मैप तैयार किया है। सतलुज नदी में पहले से ही 640 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। आज लगभग 4500 क्यूसेक पानी नंगल डैम से छोड़े जाने का प्लान है। इस पानी से पंजाब के अलावा हरियाणा और राजस्थान के बड़े एरिया को फायदा मिलेगा। बाढ़ से बचने के लिए योजना बनाई
प्रशासन की ओर से सतलुज नदी किनारे बसे लोगों से अपील की गई है कि वह दरिया के करीब न जाएं, क्योंकि पानी का लेवल किसी भी समय बढ़ सकता है। बता दें कि इस बार भाखड़ा बांध में पानी का स्तर पिछले साल के मुकाबले कुछ ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, बाढ़ जैसी स्थिति से बचने के लिए बांध प्रशासन द्वारा समय-समय पर पहले ही पानी रिलीज करने की योजना बनाई है।