बठिंडा के लेलेवाला में काम रोकने पहुंचे किसान:गांव पुलिस छावनी में तब्दील, गुरुद्वारा साहिब के बाहर दिया धरना

बठिंडा के लेलेवाला में काम रोकने पहुंचे किसान:गांव पुलिस छावनी में तब्दील, गुरुद्वारा साहिब के बाहर दिया धरना

पंजाब के बठिंडा जिले के गांव लेलेवाला मुआवजा नहीं देने पर गैस पाइप लाइन का काम बंद करवाने जा रहे बड़ी तादाद में किसानों ने भारतीय किसान यूनियन उगराहां के नेतृत्व में सुबह गांव के गुरुद्वारा साहिब के सामने धरना लगा दिया। किसानों के आगे बढ़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने पूरी तैयारी कर रखी थी। बठिंडा अलावा दूसरे जिलों से 1000 के करीब पुलिस जवान पहुंचे थे। जब किसानों को पता चला कि पाइप लाइन का काम बंद है, तो किसानों ने कूच करने का फैसला टाल दिया। 13 दिसंबर तक काम रहेगा बंद वहीं शाम के समय प्रशासन के साथ हुई किसान यूनियन की बैठक में सहमति बनी। इसमें फैसला लिया गया कि 13 दिसंबर तक कंपनी गैस पाइप लाइन पर काम बंद रखेगी और उस दिन फिर से बैठक होगी। बैठक में पूर्व में हुए समझौते को लागू करने, पुलिस और प्रशासन द्वारा किसानों के वाहनों और सामान की तोड़फोड़ के मुआवजे और पुलिस केस वापस लेने पर चर्चा हुई। इसके अलावा जिन किसानों को पहले कम मुआवजा दिया गया है, उनके मामलों को कंपनी कोर्ट में भेज सकती है। बैठक में ये रहे मौजूद किसान नेताओं ने कहा कि यह मुद्दा 13 दिसंबर को कानूनी विशेषज्ञों की राय के बाद देखा जाएगा। इस सहमति की घोषणा बठिंडा के एडीसी ने मंच से की। बैठक में बठिंडा के डिप्टी कमिश्नर, एसएसपी, गैस पाइपलाइन के उच्च अधिकारी, कानूनी विशेषज्ञ और किसान संगठनों के नेता शामिल थे। अंत में प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहा और सीनियर उपाध्यक्ष झंडा सिंह जेठूके ने किसानों से अपील की, कि अगर गैस पाइपलाइन कंपनी या प्रशासन वायदे के खिलाफ कोई कदम उठाता है, तो किसान अगले संघर्ष के लिए तैयार रहें। वहीं चल रहे मोर्चे को 13 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। बैठक में पूर्व में हुए समझौते को पूरी तरह लागू करने, पुलिस और प्रशासन द्वारा किसानों के वाहनों और सामान की तोड़फोड़ के मुआवजे और पुलिस केस वापस लेने पर चर्चा होगी। पंजाब के बठिंडा जिले के गांव लेलेवाला मुआवजा नहीं देने पर गैस पाइप लाइन का काम बंद करवाने जा रहे बड़ी तादाद में किसानों ने भारतीय किसान यूनियन उगराहां के नेतृत्व में सुबह गांव के गुरुद्वारा साहिब के सामने धरना लगा दिया। किसानों के आगे बढ़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने पूरी तैयारी कर रखी थी। बठिंडा अलावा दूसरे जिलों से 1000 के करीब पुलिस जवान पहुंचे थे। जब किसानों को पता चला कि पाइप लाइन का काम बंद है, तो किसानों ने कूच करने का फैसला टाल दिया। 13 दिसंबर तक काम रहेगा बंद वहीं शाम के समय प्रशासन के साथ हुई किसान यूनियन की बैठक में सहमति बनी। इसमें फैसला लिया गया कि 13 दिसंबर तक कंपनी गैस पाइप लाइन पर काम बंद रखेगी और उस दिन फिर से बैठक होगी। बैठक में पूर्व में हुए समझौते को लागू करने, पुलिस और प्रशासन द्वारा किसानों के वाहनों और सामान की तोड़फोड़ के मुआवजे और पुलिस केस वापस लेने पर चर्चा हुई। इसके अलावा जिन किसानों को पहले कम मुआवजा दिया गया है, उनके मामलों को कंपनी कोर्ट में भेज सकती है। बैठक में ये रहे मौजूद किसान नेताओं ने कहा कि यह मुद्दा 13 दिसंबर को कानूनी विशेषज्ञों की राय के बाद देखा जाएगा। इस सहमति की घोषणा बठिंडा के एडीसी ने मंच से की। बैठक में बठिंडा के डिप्टी कमिश्नर, एसएसपी, गैस पाइपलाइन के उच्च अधिकारी, कानूनी विशेषज्ञ और किसान संगठनों के नेता शामिल थे। अंत में प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहा और सीनियर उपाध्यक्ष झंडा सिंह जेठूके ने किसानों से अपील की, कि अगर गैस पाइपलाइन कंपनी या प्रशासन वायदे के खिलाफ कोई कदम उठाता है, तो किसान अगले संघर्ष के लिए तैयार रहें। वहीं चल रहे मोर्चे को 13 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। बैठक में पूर्व में हुए समझौते को पूरी तरह लागू करने, पुलिस और प्रशासन द्वारा किसानों के वाहनों और सामान की तोड़फोड़ के मुआवजे और पुलिस केस वापस लेने पर चर्चा होगी।   पंजाब | दैनिक भास्कर