जींद के सफीदों में कार बेकाबू होकर दुकान में घुस गई। जिससे कार सवार दोनों युवकों की मौत हो गई। जो दोस्तों के साथ शादी समारोह में शामिल होने आए थे। टक्कर इतनी भीषण थी कि दुकान का अगला हिस्सा गिर गया। हादसा रात करीब 11 बजे असंध रोड़ टी पाइंट हुआ। मृतकों की पहचान पानीपत के गांव जोरासी निवासी आदित्य उर्फ लीलू (22) और समालखा निवासी राहुल (23) के रूप में हुई है। दोनों सफीदों में शादी में शामिल होने गए थे। राहुल और आदित्य एक गाड़ी में थे और दोस्त दूसरी गाड़ी में थे। रात को 11 बजे के करीब जब शादी समारोह से वापस लौट रहे थे, तो उनकी कार असंध रोड़ टी पाइंट पर पहुंची। इसी दौरान कार बेकाबू हो गई और वह सीधे वहां पर बनी दुकान में जा घुसी। दोस्तों ने पहुंचाया अस्पताल घटना को देखकर राहगीर वहां पर रुके और आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। इतने में पीछे से उनके दोस्तों की कार आ गई। दोनों घायलों को गाड़ी से बाहर निकालकर सफीदों के एक निजी अस्पताल ले गए और वहां से उन्हें पानीपत के निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। आदित्या का था जन्मदिन जांच अधिकारी एएसआई जयबीर ने बताया कि हादसे में राहुल और आदित्य की मौत हो गई है। आदित्या का जन्मदिन भी था और उसने अपने लिए सफीदों से केक खरीदा था।आदित्या के पिता वर्तमान में गांव जोरासी के सरपंच भी हैं। समालखा निवासी राहुल का मिनिस्ट्री आफ हेल्थ डिपार्टमेंट में फील्ड ऑफिसर के रूप में नियुक्ति होनी थी। लेकिन अभी तक जाइनिंग लैटर नहीं मिला था। जींद के सफीदों में कार बेकाबू होकर दुकान में घुस गई। जिससे कार सवार दोनों युवकों की मौत हो गई। जो दोस्तों के साथ शादी समारोह में शामिल होने आए थे। टक्कर इतनी भीषण थी कि दुकान का अगला हिस्सा गिर गया। हादसा रात करीब 11 बजे असंध रोड़ टी पाइंट हुआ। मृतकों की पहचान पानीपत के गांव जोरासी निवासी आदित्य उर्फ लीलू (22) और समालखा निवासी राहुल (23) के रूप में हुई है। दोनों सफीदों में शादी में शामिल होने गए थे। राहुल और आदित्य एक गाड़ी में थे और दोस्त दूसरी गाड़ी में थे। रात को 11 बजे के करीब जब शादी समारोह से वापस लौट रहे थे, तो उनकी कार असंध रोड़ टी पाइंट पर पहुंची। इसी दौरान कार बेकाबू हो गई और वह सीधे वहां पर बनी दुकान में जा घुसी। दोस्तों ने पहुंचाया अस्पताल घटना को देखकर राहगीर वहां पर रुके और आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। इतने में पीछे से उनके दोस्तों की कार आ गई। दोनों घायलों को गाड़ी से बाहर निकालकर सफीदों के एक निजी अस्पताल ले गए और वहां से उन्हें पानीपत के निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। आदित्या का था जन्मदिन जांच अधिकारी एएसआई जयबीर ने बताया कि हादसे में राहुल और आदित्य की मौत हो गई है। आदित्या का जन्मदिन भी था और उसने अपने लिए सफीदों से केक खरीदा था।आदित्या के पिता वर्तमान में गांव जोरासी के सरपंच भी हैं। समालखा निवासी राहुल का मिनिस्ट्री आफ हेल्थ डिपार्टमेंट में फील्ड ऑफिसर के रूप में नियुक्ति होनी थी। लेकिन अभी तक जाइनिंग लैटर नहीं मिला था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कलायत में त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी BJP की पूर्व मंत्री:साइलेंट वोटरों से आस; कांग्रेस उम्मीदवार पर सांसद पिता का बयान और निर्दलीय भारी
कलायत में त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी BJP की पूर्व मंत्री:साइलेंट वोटरों से आस; कांग्रेस उम्मीदवार पर सांसद पिता का बयान और निर्दलीय भारी हरियाणा की कलायत विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है, क्योंकि यहां से पूर्व राज्यमंत्री कमलेश ढांडा एक बार फिर से भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। उनके सामने हिसार लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी के बेटे विकास सहारण चुनाव लड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) से अनुराग ढांडा, इनेलो-बसपा से रामपाल मजारा, जजपा-असपा के प्रीतम मेहरा और कांग्रेस की बागी अनीता ढुल, पूर्व विधायक सतविंद्र राणा, विनोद निर्मल समेत 14 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। कलायत में कुल वोटरों की संख्या 2.15 लाख है। यहां टूटी सड़कें, जलभराव और रोजगार प्रमुख मुद्दे हैं। सबसे ज्यादा 87 हजार वोट जाट समाज के हैं। प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार कमलेश ढांडा, विकास सहारण, अनुराग ढांडा और रामपाल माजरा जाट समाज से ही हैं। लोगों का कहना है कि यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के विकास सहारण, भाजपा की कमलेश ढांडा और निर्दलीय अनीता ढुल में है। फील्ड में भाजपा के खिलाफ लोगों में नाराजगी है। आरोप है कि विधायक और मंत्री होने के बाद भी कमलेश ढांडा ने यहां कुछ नहीं कराया। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो भाजपा के खिलाफ कैमरे पर नहीं बोल पाए। ऐसे में कमलेश को ढांडा गोत्र, ओबीसी समाज और साइलेंट वोटरों का सहारा है। लोगों के मुताबिक AAP और इनेलो उम्मीदवार भी वोट लेकर जाएंगे, लेकिन फाइट में नहीं है। विकास सहारण को पिता जयप्रकाश का महिला नेता पर बयान और बुजुर्ग व्यापारी को लात मारना भारी पड़ सकता है। दूसरा भीतरघात का भी खतरा है। कांग्रेस के वोट बागी अनीता ढुल की तरफ भी शिफ्ट होंगे। अनीत को ढुल खाप और सहानुभूति का फायदा मिल सकता है। 6 पॉइंट में समझें कलायत विधानसभा के समीकरण कमलेश ढांडा 10 साल के कार्यकाल के नाम पर वोट मांग रहीं कमलेश ढांडा पूर्व मंत्री स्व. नरसिंह ढांडा की पत्नी हैं। 2009 में नर सिंह ढांडा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और पांचवें नंबर पर रहे। 13 दिसंबर 2009 को लंबी बीमारी के बाद नर सिंह ढांडा का निधन हो गया। इसके बाद उनकी पत्नी कमलेश ढांडा राजनीति में एक्टिव हो गईं। 2019 में कमलेश ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद खट्टर सरकार में उन्हें महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री बनाया गया। इस चुनाव में भाजपा ने दोबारा कमलेश को टिकट दिया। उनके चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ढांडा आ चुके हैं। ढांडा जनता के बीच भाजपा के 10 साल के कार्यकाल और बिना पर्ची बिना खर्ची के नौकरी का हवाला देते हुए वोटों की अपील कर रही हैं। विकास सहारण सांसद पिता के नाम पर एक्टिव विकास सहारण पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उनके पिता जयप्रकाश 2014 में इस सीट से निर्दलीय विधायक बने थे। 2019 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर पर रहे। इस चुनाव से पहले तक विकास अपने पिता के ही चुनाव प्रचार में दिखते थे। खुद के हिसार से सांसद बनने के बाद उन्होंने बेटी की राजनीति में एंट्री कराई। विकास सहारण के प्रचार के लिए अब तक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा आ चुके हैं। विकास जनता के बीच किसान आंदोलन और महंगाई को लेकर भाजपा को घेर रहे हैं। दूसरा वह पिता के विधायक रहते कराए गए काम भी गिना रहे हैं। अनीता ढुल महिलाओं के अपमान पर जयप्रकाश को घेर रहीं अनीता ढुल लंबे समय से कांग्रेस के साथ जुड़ी हुई थी। कांग्रेस में वह महिला प्रदेश महासचिव के पद पर थीं। वह कलायत से टिकट की मांग कर रही थी, लेकिन कांग्रेस ने यहां सांसद जयप्रकाश के बेटे विकास सहारण को टिकट दे दिया। इसके बाद जयप्रकाश के एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह मंच से एक महिला नेता के बारे में कहते हैं कि पाउडर और लिप्स्टिक लगाकर वोट मिलते हो तो मैं भी लगा लूं। इस बयान को अनीता ढुल से जोड़कर देखा गया। जयप्रकाश के इस बयान के बाद ढुल खाप ने पंचायत की और जयप्रकाश का बहिष्कार करने की बात कही गई। साथ ही ढुल खाप ने अनीता ढुल को निर्दलीय चुनाव लड़ने को कहा। अब अनीता ढुल जनता के बीच जाकर क्षेत्र में लगातार एक्टिव होने की बात कह रही हैं। वह कह रही हैं कि कलायत से मंत्री होते हुए भी यहां की सड़कें टूटी पड़ीं हैं। साथ ही वह जयप्रकाश के बयान पर कह रही हैं कि महिलाओं का अपमान किया गया है। महिलाएं इसका जवाब जरूरी देंगी। रामपाल माजरा भाजपा-कांग्रेस के खिलाफ वोट मांग रहे इनेलो के उम्मीदवार रामपाल माजरा चौटाला परिवार के खास रहे हैं। वह पहली बार साल 1996 में पाई हलके से समता पार्टी के टिकट पर विधायक बने थे। साल 2000 में वह इनेलो के टिकट पर विधायक बने। इसके बाद 2005 में चुनाव हार गए। साल 2009 में उन्होंने कलायत से इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़ा और तीसरी बार विधायक चुने गए। चौटाला परिवार में मतभेद के चलते वह 2019 में भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में उन्होंने 28 जनवरी 2021 को भाजपा से इस्तीफा दे दिया। ओमप्रकाश चौटाला के कहने पर 2024 में वह दोबारा इनेलो में शामिल हो गए। इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के बाद रामपाल माजरा को इनेलो प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। अब वह जनता के बीच जाकर कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ वोट मांग रहे हैं। वह कह रहे हैं कि 20 साल से कांग्रेस और भाजपा सरकार ने प्रदेश को लूटने का काम किया है। अनुराग ढांडा बदलाव के नाम पर वोट मांग रहे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अनुराग ढांडा राज्य के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट हैं। वह कई मीडिया संस्थानों में पत्रकार के तौर पर काम कर चुके हैं। साल 2022 में उन्होंने आम आदमी पार्टी के जरिए राजनीति में एंट्री की। वह अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में AAP को कलायत से मिली लीड के बाद उन्होंने यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की। दूसरा ढांडा गोत्र का भी यहां अच्छा प्रभाव है। उनके प्रचार के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत कई बड़े नेता आ चुके हैं। अब अनुराग जनता के बीच जाकर कह रहे हैं कि भाजपा और कांग्रेस ने प्रदेश को लूटने का काम किया है। वह बदलाव और AAP की पांच गारंटियों के नाम पर वोट मांग रहे हैं। क्या कहते हैं कलायत के वोटर… अनिल बोले- कमलेश ने भ्रष्टाचार फैलाया अनिल कुमार का कहना है कि कमलेश ढांडा यहां से विधायक थीं। उन्होंने यहां विकास का कोई काम नहीं कराया। उन्होंने सिर्फ भ्रष्टाचार फैलाने का काम किया। हमारे बुजुर्गों ने कमलेश ढांडा को गरीब समझकर वोट दिए, लेकिन अभी तक उसकी गरीबी दूर हुई है या नहीं, वह देखने वाली बात है। उसने भ्रष्टाचार फैलाया है। जगतराम बोले- जयप्रकाश को माफी नहीं मिलेगी खेड़ी शेरू के रहने वाले जगतराम का कहना है कि कलायत में अनीता की जीत नजर आ रही है। ढुल खाप के 5 गांव हैं और 22 हजार वोट हैं। जयप्रकाश के बयान से लोगों में नाराजगी है। यह पूरे चुनाव में चलेगी। जयप्रकाश को काई माफी नहीं मिलेगी। सतनारायण शर्मा ने कहा- AAP की तरफ रूझान सतनारायण शर्मा ने बताया कि कलायत में सभी कैंडिडेट रात को जीतकर सोते हैं। बीजेपी ने 10 साल में कोई खास काम नहीं किया। पोर्टल पर अटका कर रखा है। इन पोर्टलों का ऐसा हाल है कि उड़ जा चिड़िया, मर जा चिड़िया, कभी सर्वर काम नहीं करते, कभी कर्मचारी छुट्टी पर हो जाते हैं। हर रोज नई नई स्कीम शुरू कर देते हैं। इस बार आम आदमी पार्टी का रूझान है। लोगों को पंजाब और दिल्ली में हुए काम पसंद आ रहे हैं। सुभाष बोले- कमलेश चुनाव जीतने के बाद धन्यवाद करने तक नहीं आईं सुभाष ढांडा ने बताया कि कमलेश ढांडा का अपने ही गांव खेड़ी संदल में काई रूझान नहीं है। 2019 में चुनाव जीतने के बाद वह लोगों को धन्यवाद तक करनी नहीं आईं। गांव के लोग उनके पक्ष में नहीं हैं। गांव के विकास में भी मंत्री का कोई योगदान नहीं रहा। बीजेपी की खिलाफत का कारण कैंडिडेट है। अभी किसी का माहौल साफ नहीं है। आगे जैसे-जैसे चुनाव बढ़ेगा, माहौल पता चलेगा। आम आदमी के पक्ष में भी लोग नजर आ रहे हैं। कमलेश ने कहा- पंचायत भवन अधूरा पड़ा महिला कमलेश ने बताया कि यहां पर पंचायत भवन अधूरा पड़ा है। कोई भी काम नहीं करवाया। कमलेश ढांडा से मिलने जाते थे तो कोई आश्वासन भी नहीं मिलता था। काम के लिए कई बार सरपंच को भी कहा, लेकिन उसने भी कोई जवाब नहीं दिया। सरपंच भी कुछ नहीं कराता। एक्सपर्ट बोलीं- मुकाबला रोचक होगा कलायत विधानसभा की राजनीति में अच्छी समझ रखने वाली राजनीति विशेषज्ञ डॉ वीना छाबड़ा का मानना है कि इस बार इस सीट पर रोचक मुकाबला रहेगा। फिलहाल की स्थिति देखें तो कांग्रेस के विकास सहारण, निर्दलीय प्रत्याशी अनिता ढुल और भाजपा सरकार में मंत्री रहीं कमलेश ढांडा के बीच ही मुकाबला है। हरियाणा चुनाव से जुड़ी ये ग्राउंड रिपोर्ट्स भी पढ़ें… यहां बंसीलाल की विरासत की लड़ाई:श्रुति चौधरी की चचेरे भाई ने मुश्किलें बढ़ाईं; जाट वोट बंटे तो BJP फंसेगी, बागी से भी नुकसान पूर्व BJP मंत्री हैट्रिक चांस में कड़े मुकाबले में फंसे:AAP की गुर्जर वोट बैंक में सेंध; कांग्रेस वेव से अकरम को फायदा अनिल विज कड़े मुकाबले में फंसे:खुद को CM चेहरा बता फायदा लेने की कोशिश; कांग्रेस पर गुटबाजी भारी, वोट शिफ्ट हुए तो चित्रा भारी पड़ेंगी राव इंद्रजीत की बेटी आरती तिकोने मुकाबले में फंसी:कांग्रेस बांटेगी अहीर वोटर; राजपूत-दलित वोटर्स एकतरफा तो ठाकुर बिगाड़ेंगे सियासी गणित नायब सैनी को CM चेहरे का फायदा:BJP के बागी गर्ग वोटकटवा; बड़शामी ने जाट न बांटे तो कांग्रेस के मेवा से कड़ी टक्कर विनेश फोगाट को कांग्रेस की वेव का सबसे बड़ा सहारा:जाट वोट बंटे तो मुश्किल में फंसेगी रेसलर; OBC-ब्राह्मण एकतरफा होने पर ही BJP को फायदा
करनाल में युवक ने किया सुसाइड:शादी समारोह में गया, दो दिन पहले वापस लौटा, 3 बच्चों का पिता था मृतक
करनाल में युवक ने किया सुसाइड:शादी समारोह में गया, दो दिन पहले वापस लौटा, 3 बच्चों का पिता था मृतक हरियाणा में करनाल में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने सुसाइड क्यों किया, इसका फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ढाबे पर काम करता था मृतक मृतक की पहचान 25 वर्षीय बलीराम के रूप में हुई है। मृतक मूलरूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के गांव अगाहरायपुर का रहने वाला था और करनाल के मोती नगर में किराये पर रहता था। वह नेशनल हाईवे स्थित एक ढाबे पर काम करता था। परिजनों के मुताबिक, बलिराम अपनी पत्नी व बच्चों के साथ 27 नवंबर को अपनी बुआ के घर शादी में गया था। 30 नवंबर को ही घर लौट आया था। जब दोपहर को पत्नी व बच्चे घर लौटे तो पत्नी ने पति को पंखे से लटका हुआ पाया। जिसे देख पत्नी की चीखें निकल गई। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। घटना की सूचना के बाद पुलिस माैके पर पहुंच गई। तीन बच्चो से उठा पिता का साया परिजनों ने बताया कि, मृतक बलिराम के तीन छोटे छोटे बच्चे है। जिनके सिर से पिता का साया उठ गया है। पत्नी व बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। पत्नी और बच्चों का एकमात्र सहारा इस दुनिया में नहीं रहा। घटना के बाद मौके पर एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंच गई। एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। परिजनों का कहना है कि बलिराम ने ऐसा कदम क्यों उठाया इसके बारे में कुछ भी नहीं पता चल पाया है। परिजनों काे आशंका है कि बलिराम ऐसा कदम कभी नहीं उठा सकता , उसके साथ किसी ने अनहोनी की है। किसी ने उसकी हत्या की है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस जांच में जुटी सिटी थाना के प्रभारी प्रवीन ने बताया कि मोतीनगर में सुसाइड का मामला आया है। परिजन बिहार से नहीं लौटे थे। इसलिए उनके आने के बाद आज पोस्टमार्टम करवाया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
शंभू बॉर्डर खोलने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:हरियाणा सरकार ने पक्ष रखने के लिए मांगा समय; 24 तक सुनवाई टली
शंभू बॉर्डर खोलने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई:हरियाणा सरकार ने पक्ष रखने के लिए मांगा समय; 24 तक सुनवाई टली हरियाणा सरकार ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के शंभू बॉर्डर से बैरिकेड्स हटाने के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। सरकार की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत में सरकार ने अपना पक्ष रखने के लिए समय मांगा है। इसके बाद अदालत ने 24 तारीख तक सुनवाई स्थगित कर दी है। 10 जुलाई को हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को एक सप्ताह के भीतर बॉर्डर से बैरिकेड्स हटाने को कहा था, ताकि लोगों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो। हाईकोर्ट ने यह आदेश एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया था। उन्होंने हाईकोर्ट के आदेश को हरियाणा सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कहा कि हरियाणा सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए था, क्योंकि शंभू बॉर्डर बंद होने से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। बॉर्डर बंद करने पर सुप्रीम कोर्ट लगा चुकी फटकार
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उजाल भुइयां की खंडपीठ इस मामले की सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट इससे पहले भी बॉर्डर बंद करने पर हरियाणा सरकार को फटकार लगा चुका है। वासु रंजन ने कहा कि बहस के दौरान वह राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध करने वालों के खिलाफ सख्त दिशा-निर्देशों की भी मांग करेंगे। कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट हरियाणा सरकार द्वारा चुनौती दिए गए हाईकोर्ट के आदेश पर अपनी मुहर लगाएगा और शंभू बॉर्डर को खोलने का आदेश देगा। फरवरी से चल रहा संघर्ष
फसलों के MSP को लेकर पंजाब के किसान फरवरी-2024 से संघर्ष पर हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। किसानों ने बॉर्डर पर पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इसके चलते अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। किसान आंदोलन का अब तक का घटनाक्रम