लखनऊ यूनिवर्सिटी के पास 2 दिसंबर को रामाधीन मैरिज लॉन में शादी होनी थी। रामकृष्ण मठ से बारात उठी और IT चौराहे पर पहुंची, तभी विवाद हो गया। विवाद लखनऊ यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों और बारातियों के बीच हुआ। बारातियों ने यूनिवर्सिटी के प्रांजल मिश्रा को बुरी तरह से पीट दिया। इसकी जानकारी हॉस्टल के छात्रों को मिली तो वह बड़ी संख्या में पहुंच गए। इसके बाद जमकर मारपीट हुई। शादी स्थल पूरी तरह से हिंसा स्थल में बदल गया। फायरिंग और बमबाजी भी हुई। इस घटना को आज 5 दिन हो गए, लेकिन तनाव बरकरार है। दुल्हन और दूल्हा पक्ष कार्रवाई के लिए अधिकारियों के पास पहुंच रहा। लखनऊ यूनिवर्सिटी में छात्र पंचायत करके विरोध जता रहे हैं। वहीं गेस्ट हाउस प्रशासन का कहना है कि इस झगड़े के चलते हमारे 8 शादी के कार्यक्रम कैंसिल हो गए। मौजूदा स्थिति को समझने हम घटना स्थल पर पहुंचे। विवाद शुरू होने की वजह से लेकर अब तक क्या-क्या हुआ, उसे सिलसिलेवार तरीके से जानिए… गेस्ट हाउस प्रशासन अब ज्यादा सावधानी बरत रहा
हम डालीगंज स्थित रामाधीन इंटर कॉलेज पहुंचे। इसी के पीछे करीब 4 बीघे में रामाधीन गेस्ट हाउस भी है। कॉलेज और गेस्ट हाउस का संचालन अवध कुर्मी क्षत्रिय पाठशाला सोसाइटी के जरिए होता है। इस वक्त इसके प्रमुख शुभम सिंह हैं। हम उनसे मिले और उस दिन की घटना को लेकर बात की। वह कहते हैं, रात साढ़े 11 बजे मेरे पास फोन गया कि सड़क पर मारपीट हो रही है, मैं 15 मिनट बाद ही वहां पहुंच गया। बारातियों और लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच मारपीट हुई। उसी में एक छात्र फंस गया और उसे बुरी तरह से पीटा गया। शुभम कहते हैं, जब एक छात्र के फंसे होने की खबर मिली तो बड़ी संख्या में छात्र यहां पहुंच आए। गेस्ट हाउस के बाहर लहसुन बम फोड़ा। पुलिस जब भारी संख्या में पहुंची तब जाकर छात्र पीछे हटे और वापस गए। 2021 में भी सोनकर परिवार की एक शादी यहां हुई थी, उस वक्त भी बारातियों और छात्रों के बीच मारपीट हुई थी। हालांकि उस मामले में एफआईआर नहीं हुई थी। झगड़े के बाद सारा कार्यक्रम हुआ। सुबह विदाई हुई थी। 2 दिसंबर की इस घटना के बाद गेस्ट हाउस में 4 और 5 दिसंबर को शादी हुई। इस शादी प्रोग्राम को लेकर विशेष सतर्कता बरती गई। बाहर पुलिस तैनात रही। गेस्ट हाउस के अंदर बाउंसर और गार्ड लगाए गए। शुभम कहते हैं, इस एक घटना से गेस्ट हाउस की छवि खराब हो गई। 8 दिसंबर को प्रोग्राम था वह कैंसिल हो गया। इसके अलावा जनवरी-फरवरी के भी प्रोग्राम लोग कैंसिल कर दे रहे हैं। एलडीए गेस्ट हाउस तोड़ने का आदेश दे चुका है
रामधीन गेस्ट हाउस को लेकर लंबे वक्त से विवाद रहा है। एलडीए दावा करता है कि यह जमीन नजूल यानी सरकारी है। रामाधीन ट्रस्ट को यहां केवल पढ़ाई संबंधी गतिविधि की इजाजत है, कारोबारी गतिविधि की नहीं। 2022 में कमिश्नर कोर्ट ने गेस्ट हाउस और मार्केट को गिराने का आदेश दिया था। क्योंकि ट्रस्ट जमीन पर अपने दावे को लेकर पुख्ता कागज नहीं दिखा सका था। उस वक्त ट्रस्ट की तरफ से लोग कोर्ट गए और कार्रवाई रुक गई। 2024 में एलडीए ने फिर से कार्रवाई करने का फैसला किया। जुलाई में बड़ी संख्या में फोर्स और बुलडोजर बिल्डिंग और गेस्ट हाउस को ध्वस्त करने पहुंचे थे। लेकिन प्रशासनिक दबाव और फिर कोर्ट के स्टे के बाद इस कार्रवाई को रोक दिया गया। जैसे पहले यहां शादी होती थी, उसी तरह से वैवाहिक कार्यक्रम होने लगे। लखनऊ यूनिवर्सिटी के बगल में है, इसलिए अक्सर लड़के यहां के कार्यक्रम में शामिल हो जाते हैं। छात्रों ने कहा- लखनऊ यूनिवर्सिटी की छवि खराब की गई
इस घटना में दूसरा पक्ष लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्र हैं। हम लखनऊ यूनिवर्सिटी पहुंचे और फिर यहां के हॉस्टलों में गए। पता चला कि जिस प्रांजल मिश्रा को गंभीर चोटें आई हैं। वह सुभाष हॉस्टल का है। हम यहां पहुंचे। पता चला कि प्रांजल घटना के बाद घर चले गए। हमने यहां के छात्रों से उस दिन की घटना को लेकर बात की। बीए थर्ड ईयर के अर्पित करते हैं, जब कोई आरोप लगाया जाता है तो उसकी पुष्टि होनी चाहिए, लेकिन यहां लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों को आतंकवादी बता दिया गया। बम-कट्टा और न जाने क्या चलाने वाला बता दिया गया। कुछ लोग कह रहे हैं कि बारात में खाना खाने गए थे, जबकि सारा विवाद बाहर सड़क पर हुआ। हॉस्टल के छात्र आनंद मिश्रा उस दिन की घटना को लेकर कहते हैं, हॉस्टल के कुछ छात्र आईटी चौराहे पर खड़े थे। किसी बाराती का धक्का लग गया। उसने छात्रों को गाली दे दी। छात्रों ने भी गाली दे दी। बारातियों ने छात्रों को पीट दिया। इसके बाद जब इधर से छात्र पहुंचे तो गेस्ट हाउस का गेट बंद हो चुका था। दूल्हे ने कहा- पूरे जीवन में ऐसी घटना नहीं देखी
हमने इस घटना को लेकर दूल्हे ऋषभ सोनकर से बात की। वह कहते हैं, मैंने अपने पूरे जीवन में ऐसी घटना नहीं देखी। बहुत खतरनाक स्थिति थी। गेस्ट हाउस में जहां महिलाओं के कमरे थे उधर से लोग भाग रहे थे। जिससे मेरी शादी होनी थी, उनके लिए जो गहने लेकर गए थे, वह झोला भी गायब हो गया है। रात में 2 बजे हम पुलिस सुरक्षा के बीच घर पहुंचे। अगले दिन हमारे यहां कार्यक्रम होना था, नकली गहने पहनाकर प्रोग्राम करवाया गया। परिवार का आरोप है कि यूनिवर्सिटी के छात्र शादी में जबरदस्ती घुस आए। रोकने पर हमला कर दिया। महिलाओं के जेवर छीन ले गए। बारातियों के साथ मारपीट की गई। मेहमान बिना खाना खाए ही निकल गए। ऋषभ के पिता मनोज और दुल्हन के चाचा रिंकू सोनकर पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर से मिले। उनसे मांग की है कि लखनऊ यूनिवर्सिटी के जिन छात्रों ने शादी में हंगामा किया उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। पुलिस इस मामले में अभी सबूत इकट्ठा करने में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज निकलवाए। गेस्ट हाउस से सारे फुटेज लिए। जिन्होंने अपने फोन से वीडियो बनाया था उनसे वह वीडियो लिया गया। दूसरी तरफ छात्र पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा रहे हैं। शुक्रवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में टैगोर लाइब्रेरी के पास छात्र पंचायत की। लखनऊ यूनिवर्सिटी ने 5 सदस्यीय टीम बनाई
हम लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन से मिले। इस मामले को लेकर वीसी आलोक राय समेत सभी जिम्मेदार गंभीर हैं। प्रॉक्टर की तरफ से 5 सदस्यीय टीम गठित की गई है। यह टीम यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों का औचक निरीक्षण करेगी। अगर कोई छात्र रात 10 बजे के बाद भी कहीं बाहर मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अब छात्रों को रात में भी हॉस्टल के अंदर अपनी एंट्री रजिस्टर में दर्ज करनी होगी। पुलिस ने भी हॉस्टल के आसपास चौकसी बढ़ा दी है। ———————— ये भी पढ़ें: यूपी कॉलेज में मस्जिद किसकी जमीन पर?:मुस्लिम पक्ष ने कहा- नवाब टोंक यहीं नमाज पढ़ते थे; प्रिंसिपल बोले- ये लीज प्रॉपर्टी 6 साल पहले जारी नोटिस को लेकर यूपी कॉलेज में चल रहे बवाल के बीच उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल बोर्ड ने कहा है कि कॉलेज प्रशासन को जारी नोटिस को 3 साल पहले 18 जनवरी, 2021 को खारिज किया जा चुका है। यह लेटर अब वायरल हो रहा है, इससे लोगों को गुमराह किया जा रहा है। पढ़ें पूरी खबर… लखनऊ यूनिवर्सिटी के पास 2 दिसंबर को रामाधीन मैरिज लॉन में शादी होनी थी। रामकृष्ण मठ से बारात उठी और IT चौराहे पर पहुंची, तभी विवाद हो गया। विवाद लखनऊ यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों और बारातियों के बीच हुआ। बारातियों ने यूनिवर्सिटी के प्रांजल मिश्रा को बुरी तरह से पीट दिया। इसकी जानकारी हॉस्टल के छात्रों को मिली तो वह बड़ी संख्या में पहुंच गए। इसके बाद जमकर मारपीट हुई। शादी स्थल पूरी तरह से हिंसा स्थल में बदल गया। फायरिंग और बमबाजी भी हुई। इस घटना को आज 5 दिन हो गए, लेकिन तनाव बरकरार है। दुल्हन और दूल्हा पक्ष कार्रवाई के लिए अधिकारियों के पास पहुंच रहा। लखनऊ यूनिवर्सिटी में छात्र पंचायत करके विरोध जता रहे हैं। वहीं गेस्ट हाउस प्रशासन का कहना है कि इस झगड़े के चलते हमारे 8 शादी के कार्यक्रम कैंसिल हो गए। मौजूदा स्थिति को समझने हम घटना स्थल पर पहुंचे। विवाद शुरू होने की वजह से लेकर अब तक क्या-क्या हुआ, उसे सिलसिलेवार तरीके से जानिए… गेस्ट हाउस प्रशासन अब ज्यादा सावधानी बरत रहा
हम डालीगंज स्थित रामाधीन इंटर कॉलेज पहुंचे। इसी के पीछे करीब 4 बीघे में रामाधीन गेस्ट हाउस भी है। कॉलेज और गेस्ट हाउस का संचालन अवध कुर्मी क्षत्रिय पाठशाला सोसाइटी के जरिए होता है। इस वक्त इसके प्रमुख शुभम सिंह हैं। हम उनसे मिले और उस दिन की घटना को लेकर बात की। वह कहते हैं, रात साढ़े 11 बजे मेरे पास फोन गया कि सड़क पर मारपीट हो रही है, मैं 15 मिनट बाद ही वहां पहुंच गया। बारातियों और लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच मारपीट हुई। उसी में एक छात्र फंस गया और उसे बुरी तरह से पीटा गया। शुभम कहते हैं, जब एक छात्र के फंसे होने की खबर मिली तो बड़ी संख्या में छात्र यहां पहुंच आए। गेस्ट हाउस के बाहर लहसुन बम फोड़ा। पुलिस जब भारी संख्या में पहुंची तब जाकर छात्र पीछे हटे और वापस गए। 2021 में भी सोनकर परिवार की एक शादी यहां हुई थी, उस वक्त भी बारातियों और छात्रों के बीच मारपीट हुई थी। हालांकि उस मामले में एफआईआर नहीं हुई थी। झगड़े के बाद सारा कार्यक्रम हुआ। सुबह विदाई हुई थी। 2 दिसंबर की इस घटना के बाद गेस्ट हाउस में 4 और 5 दिसंबर को शादी हुई। इस शादी प्रोग्राम को लेकर विशेष सतर्कता बरती गई। बाहर पुलिस तैनात रही। गेस्ट हाउस के अंदर बाउंसर और गार्ड लगाए गए। शुभम कहते हैं, इस एक घटना से गेस्ट हाउस की छवि खराब हो गई। 8 दिसंबर को प्रोग्राम था वह कैंसिल हो गया। इसके अलावा जनवरी-फरवरी के भी प्रोग्राम लोग कैंसिल कर दे रहे हैं। एलडीए गेस्ट हाउस तोड़ने का आदेश दे चुका है
रामधीन गेस्ट हाउस को लेकर लंबे वक्त से विवाद रहा है। एलडीए दावा करता है कि यह जमीन नजूल यानी सरकारी है। रामाधीन ट्रस्ट को यहां केवल पढ़ाई संबंधी गतिविधि की इजाजत है, कारोबारी गतिविधि की नहीं। 2022 में कमिश्नर कोर्ट ने गेस्ट हाउस और मार्केट को गिराने का आदेश दिया था। क्योंकि ट्रस्ट जमीन पर अपने दावे को लेकर पुख्ता कागज नहीं दिखा सका था। उस वक्त ट्रस्ट की तरफ से लोग कोर्ट गए और कार्रवाई रुक गई। 2024 में एलडीए ने फिर से कार्रवाई करने का फैसला किया। जुलाई में बड़ी संख्या में फोर्स और बुलडोजर बिल्डिंग और गेस्ट हाउस को ध्वस्त करने पहुंचे थे। लेकिन प्रशासनिक दबाव और फिर कोर्ट के स्टे के बाद इस कार्रवाई को रोक दिया गया। जैसे पहले यहां शादी होती थी, उसी तरह से वैवाहिक कार्यक्रम होने लगे। लखनऊ यूनिवर्सिटी के बगल में है, इसलिए अक्सर लड़के यहां के कार्यक्रम में शामिल हो जाते हैं। छात्रों ने कहा- लखनऊ यूनिवर्सिटी की छवि खराब की गई
इस घटना में दूसरा पक्ष लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्र हैं। हम लखनऊ यूनिवर्सिटी पहुंचे और फिर यहां के हॉस्टलों में गए। पता चला कि जिस प्रांजल मिश्रा को गंभीर चोटें आई हैं। वह सुभाष हॉस्टल का है। हम यहां पहुंचे। पता चला कि प्रांजल घटना के बाद घर चले गए। हमने यहां के छात्रों से उस दिन की घटना को लेकर बात की। बीए थर्ड ईयर के अर्पित करते हैं, जब कोई आरोप लगाया जाता है तो उसकी पुष्टि होनी चाहिए, लेकिन यहां लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों को आतंकवादी बता दिया गया। बम-कट्टा और न जाने क्या चलाने वाला बता दिया गया। कुछ लोग कह रहे हैं कि बारात में खाना खाने गए थे, जबकि सारा विवाद बाहर सड़क पर हुआ। हॉस्टल के छात्र आनंद मिश्रा उस दिन की घटना को लेकर कहते हैं, हॉस्टल के कुछ छात्र आईटी चौराहे पर खड़े थे। किसी बाराती का धक्का लग गया। उसने छात्रों को गाली दे दी। छात्रों ने भी गाली दे दी। बारातियों ने छात्रों को पीट दिया। इसके बाद जब इधर से छात्र पहुंचे तो गेस्ट हाउस का गेट बंद हो चुका था। दूल्हे ने कहा- पूरे जीवन में ऐसी घटना नहीं देखी
हमने इस घटना को लेकर दूल्हे ऋषभ सोनकर से बात की। वह कहते हैं, मैंने अपने पूरे जीवन में ऐसी घटना नहीं देखी। बहुत खतरनाक स्थिति थी। गेस्ट हाउस में जहां महिलाओं के कमरे थे उधर से लोग भाग रहे थे। जिससे मेरी शादी होनी थी, उनके लिए जो गहने लेकर गए थे, वह झोला भी गायब हो गया है। रात में 2 बजे हम पुलिस सुरक्षा के बीच घर पहुंचे। अगले दिन हमारे यहां कार्यक्रम होना था, नकली गहने पहनाकर प्रोग्राम करवाया गया। परिवार का आरोप है कि यूनिवर्सिटी के छात्र शादी में जबरदस्ती घुस आए। रोकने पर हमला कर दिया। महिलाओं के जेवर छीन ले गए। बारातियों के साथ मारपीट की गई। मेहमान बिना खाना खाए ही निकल गए। ऋषभ के पिता मनोज और दुल्हन के चाचा रिंकू सोनकर पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर से मिले। उनसे मांग की है कि लखनऊ यूनिवर्सिटी के जिन छात्रों ने शादी में हंगामा किया उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। पुलिस इस मामले में अभी सबूत इकट्ठा करने में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज निकलवाए। गेस्ट हाउस से सारे फुटेज लिए। जिन्होंने अपने फोन से वीडियो बनाया था उनसे वह वीडियो लिया गया। दूसरी तरफ छात्र पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा रहे हैं। शुक्रवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में टैगोर लाइब्रेरी के पास छात्र पंचायत की। लखनऊ यूनिवर्सिटी ने 5 सदस्यीय टीम बनाई
हम लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन से मिले। इस मामले को लेकर वीसी आलोक राय समेत सभी जिम्मेदार गंभीर हैं। प्रॉक्टर की तरफ से 5 सदस्यीय टीम गठित की गई है। यह टीम यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों का औचक निरीक्षण करेगी। अगर कोई छात्र रात 10 बजे के बाद भी कहीं बाहर मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अब छात्रों को रात में भी हॉस्टल के अंदर अपनी एंट्री रजिस्टर में दर्ज करनी होगी। पुलिस ने भी हॉस्टल के आसपास चौकसी बढ़ा दी है। ———————— ये भी पढ़ें: यूपी कॉलेज में मस्जिद किसकी जमीन पर?:मुस्लिम पक्ष ने कहा- नवाब टोंक यहीं नमाज पढ़ते थे; प्रिंसिपल बोले- ये लीज प्रॉपर्टी 6 साल पहले जारी नोटिस को लेकर यूपी कॉलेज में चल रहे बवाल के बीच उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल बोर्ड ने कहा है कि कॉलेज प्रशासन को जारी नोटिस को 3 साल पहले 18 जनवरी, 2021 को खारिज किया जा चुका है। यह लेटर अब वायरल हो रहा है, इससे लोगों को गुमराह किया जा रहा है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर