जालौन में स्कूल का खाना खाने के बाद कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 5 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। एक छात्रा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि एक की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। छात्राओं ने शुक्रवार रात दाल-चावल, लौकी की सब्जी, रोटी और खीर खाई। उसके बाद से ही 5 छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी। सभी के पेट में दर्द होने लगा। स्कूल स्टाफ ने दर्द की दवा दी, तभी छात्राओं को उल्टी होने लगी। हालत गंभीर होने पर सभी को इलाज के लिए पिंडारी CHC में भर्ती कराया गया। यहां दो छात्राओं की हालत ज्यादा नाजुक होने के बाद उन्हें उरई रेफर किया गया। जिसमें से एक छात्रा ने दम तोड़ दिया। दूसरी का इलाज चल रहा है। अन्य 3 छात्राओं को CHC से छुट्टी दे दी गई। मामला पिंडारी के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय का है। यहां 100 छात्राओं का रजिस्ट्रेशन है। 71 छात्राएं यहां रहकर पढ़ती हैं। 71 छात्राओं ने खाना खाया था। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की जांच की जा रही है। मरने वाली छात्रा का नाम छाया है। वो क्लास 6 में पढ़ती थी। गांव भरसूड़ा की रहने वाली थी। उसने 1 साल पहले ही यहां एडमिशन लिया था। दिन का खाना ही रात में खिलाया
छात्रा गौरी ने बताया, खाना खाने के बाद सिर में तेज दर्द होने लगा। आंख से पानी आ रहा था। हम लोगों ने सुबह चना खाया था। दिन में रोटी, लौकी की सब्जी, दाल और चावल खाया था। रात में भी यही खाना खाया था। साथ में खीर भी खाई थी। रात से ही हम लोगों की तबीयत खराब हो रही थी। डीएम एसपी के साथ मौके पर पहुंचे
मामले की जानकारी मिलते ही जालौन के डीएम राजेश कुमार पांडेय और एसपी डॉक्टर दुर्गेश कुमार आवासीय विद्यालय पहुंचे। डीएम ने रसोइयों से बात की। साथ ही टीचरों से बीमार बच्चियों का हाल जाना। टीचरों से पूछा कि बच्चियां पहले से तो बीमार नहीं थी? बातचीत के दौरान ये सामने आया की विद्यालय के अंदर मेन्यू के हिसाब से खाना नहीं बनता है। बच्चों को दूध मिलना चाहिए लेकिन दूध नहीं मिलता है। जालौन के जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने बताया, इस मामले में खाना खाने से किसी की तबीयत खराब नहीं हुई, जिस छात्रा की मौत हुई है, उसे फीवर आया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। ————————- ये भी पढ़ें… मैनपुरी DM बोले- मां-बेटी को जेल भेजो:समाधान दिवस में तेज बोलने पर दी सजा, कहा- दोनों शांति भंग कर रहीं मैनपुरी में समाधान दिवस पर महिला और उसकी बेटी को डीएम ने जेल भेजने का फरमान सुनाया। उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि दोनों तेज आवाज में डीएम से अपनी समस्याएं बता रही थीं। इससे डीएम अंजनी कुमार सिंह गुस्सा गए। उन्होंने कहा- दोनों शांति भंग कर रही हैं। दोनों को जेल में डाल दो। इसके बाद वहां तैनात पुलिस वालों ने मां-बेटी को पकड़ लिया। शांति भंग में चालान करके दोनों को थाने में करीब 3 घंटे तक बैठाए रखा…(पढ़ें पूरी खबर) जालौन में स्कूल का खाना खाने के बाद कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 5 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। एक छात्रा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि एक की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। छात्राओं ने शुक्रवार रात दाल-चावल, लौकी की सब्जी, रोटी और खीर खाई। उसके बाद से ही 5 छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी। सभी के पेट में दर्द होने लगा। स्कूल स्टाफ ने दर्द की दवा दी, तभी छात्राओं को उल्टी होने लगी। हालत गंभीर होने पर सभी को इलाज के लिए पिंडारी CHC में भर्ती कराया गया। यहां दो छात्राओं की हालत ज्यादा नाजुक होने के बाद उन्हें उरई रेफर किया गया। जिसमें से एक छात्रा ने दम तोड़ दिया। दूसरी का इलाज चल रहा है। अन्य 3 छात्राओं को CHC से छुट्टी दे दी गई। मामला पिंडारी के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय का है। यहां 100 छात्राओं का रजिस्ट्रेशन है। 71 छात्राएं यहां रहकर पढ़ती हैं। 71 छात्राओं ने खाना खाया था। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की जांच की जा रही है। मरने वाली छात्रा का नाम छाया है। वो क्लास 6 में पढ़ती थी। गांव भरसूड़ा की रहने वाली थी। उसने 1 साल पहले ही यहां एडमिशन लिया था। दिन का खाना ही रात में खिलाया
छात्रा गौरी ने बताया, खाना खाने के बाद सिर में तेज दर्द होने लगा। आंख से पानी आ रहा था। हम लोगों ने सुबह चना खाया था। दिन में रोटी, लौकी की सब्जी, दाल और चावल खाया था। रात में भी यही खाना खाया था। साथ में खीर भी खाई थी। रात से ही हम लोगों की तबीयत खराब हो रही थी। डीएम एसपी के साथ मौके पर पहुंचे
मामले की जानकारी मिलते ही जालौन के डीएम राजेश कुमार पांडेय और एसपी डॉक्टर दुर्गेश कुमार आवासीय विद्यालय पहुंचे। डीएम ने रसोइयों से बात की। साथ ही टीचरों से बीमार बच्चियों का हाल जाना। टीचरों से पूछा कि बच्चियां पहले से तो बीमार नहीं थी? बातचीत के दौरान ये सामने आया की विद्यालय के अंदर मेन्यू के हिसाब से खाना नहीं बनता है। बच्चों को दूध मिलना चाहिए लेकिन दूध नहीं मिलता है। जालौन के जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने बताया, इस मामले में खाना खाने से किसी की तबीयत खराब नहीं हुई, जिस छात्रा की मौत हुई है, उसे फीवर आया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। ————————- ये भी पढ़ें… मैनपुरी DM बोले- मां-बेटी को जेल भेजो:समाधान दिवस में तेज बोलने पर दी सजा, कहा- दोनों शांति भंग कर रहीं मैनपुरी में समाधान दिवस पर महिला और उसकी बेटी को डीएम ने जेल भेजने का फरमान सुनाया। उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि दोनों तेज आवाज में डीएम से अपनी समस्याएं बता रही थीं। इससे डीएम अंजनी कुमार सिंह गुस्सा गए। उन्होंने कहा- दोनों शांति भंग कर रही हैं। दोनों को जेल में डाल दो। इसके बाद वहां तैनात पुलिस वालों ने मां-बेटी को पकड़ लिया। शांति भंग में चालान करके दोनों को थाने में करीब 3 घंटे तक बैठाए रखा…(पढ़ें पूरी खबर) उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर