हमीरपुर जिले के सुजानपुर से पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्होंने 9 दिसंबर को जिला मुख्यालय हमीरपुर पर धरना देने का आह्वान किया। सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए सोमवार 9 दिसंबर को प्रातः 10:30 बजे जिला मुख्यालय हमीरपुर पर धरना दिया जा रहा है। जिसमें सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से सैकड़ों कार्यकर्ता भाग लेंगे। राजेंद्र राणा ने कहा कि सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने सबसे अधिक सदस्यता लेकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जिसके लिए सभी कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं। सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में नए बूथ अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। यह कार्य भी इस विधानसभा क्षेत्र में पहली बार हुआ है। यह बात भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने अपने निवास स्थान पटलांदर में आयोजित नवनियुक्त बूथ अध्यक्षों एवं ग्राम केंद्र अध्यक्षों की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार 2 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने का जश्न मनाने जा रही है, लेकिन जश्न किस बात का मनाया जा रहा है, इसका कोई पता नहीं है। क्योंकि प्रदेश सरकार का 2 वर्ष का कार्यकाल पूरी तरह से निराशाजनक रहा है। इस सरकार ने हर वर्ग के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय कही गई सभी बातें झूठी साबित हुई हैं। इसलिए सरकार को जश्न मनाने का कोई अधिकार नहीं है। राजेंद्र राणा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार के इस 2 साल के कार्यकाल को निराशाजनक मानती है। क्योंकि इस सरकार ने हर वर्ग के साथ विश्वासघात किया है। इस अवसर पर राजेंद्र राणा ने प्रदेश सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि यह सरकार मित्रों की सरकार बन गई है। इस सरकार में भ्रष्टाचार और बेरोजगारी चरम पर है। युवाओं के साथ विश्वासघात किया गया है। महिलाओं को 1500 रुपए के नाम पर ठगा गया है। हमीरपुर जिले के सुजानपुर से पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्होंने 9 दिसंबर को जिला मुख्यालय हमीरपुर पर धरना देने का आह्वान किया। सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए सोमवार 9 दिसंबर को प्रातः 10:30 बजे जिला मुख्यालय हमीरपुर पर धरना दिया जा रहा है। जिसमें सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से सैकड़ों कार्यकर्ता भाग लेंगे। राजेंद्र राणा ने कहा कि सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने सबसे अधिक सदस्यता लेकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जिसके लिए सभी कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं। सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में नए बूथ अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। यह कार्य भी इस विधानसभा क्षेत्र में पहली बार हुआ है। यह बात भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने अपने निवास स्थान पटलांदर में आयोजित नवनियुक्त बूथ अध्यक्षों एवं ग्राम केंद्र अध्यक्षों की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार 2 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने का जश्न मनाने जा रही है, लेकिन जश्न किस बात का मनाया जा रहा है, इसका कोई पता नहीं है। क्योंकि प्रदेश सरकार का 2 वर्ष का कार्यकाल पूरी तरह से निराशाजनक रहा है। इस सरकार ने हर वर्ग के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय कही गई सभी बातें झूठी साबित हुई हैं। इसलिए सरकार को जश्न मनाने का कोई अधिकार नहीं है। राजेंद्र राणा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार के इस 2 साल के कार्यकाल को निराशाजनक मानती है। क्योंकि इस सरकार ने हर वर्ग के साथ विश्वासघात किया है। इस अवसर पर राजेंद्र राणा ने प्रदेश सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि यह सरकार मित्रों की सरकार बन गई है। इस सरकार में भ्रष्टाचार और बेरोजगारी चरम पर है। युवाओं के साथ विश्वासघात किया गया है। महिलाओं को 1500 रुपए के नाम पर ठगा गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के ऊना में धारा 163 लागू:प्रदर्शन पर रोक; 5 लोग इकट्ठे नहीं चल पाएंगे, हथियार के साथ चलने की भी इजाजत नहीं हिमाचल प्रदेश के ऊना उप मंडल में आज भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लागू कर दी है। DC जतिन लाल द्वारा जारी आदेशों के अनुसार, सोमवार सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक ऊना में किसी भी प्रकार के प्रदर्शन पर रोक रहेगी। इस दौरान 5 या इससे अधिक लोगों के एक साथ चलने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। साथ ही कोई भी व्यक्ति हथियार, लाठी इत्यादि लेकर नहीं चल सकेगा। सूचना के अनुसार, जिला प्रशासन को आज ऊना में प्रदर्शन की सूचना है, जिससे शहर की शांति बिगड़ सकती है। इसे देखते हुए प्रदर्शन पर रोक लगाई है। ऊना में बीते दो-तीन दिन से दो समुदाय के लोगों में तनाव बना हुआ है। इस वजह से ऊना में विवाद दरअसल, एक समुदाय के लोगों ने स्थानीय युवक ने सोशल मीडिया पर रील शेयर करने के आरोप लगाए, जिसमे वाल्मीकि समुदाय को लेकर कुछ टिप्पणी की गई थी। इसके बाद दोनों समुदाय में समझौता हो गया। मगर वाल्मीकि समुदाय के कुछ लोगों पर आरोप है कि समझौता होने के बावजूद उन्होंने युवक की पिटाई की। इसी मामले में कल युवक के समर्थन में कुछ लोगों ने ऊना में प्रदर्शन किया। आज जिला प्रशासन को वाल्मीकि समुदाय के प्रदर्शन की सूचना थी। इससे दोनों समुदाय में झड़प हो सकती है। इसे देखते हुए शहर में शांति बनाए रखने को धारा 163 लगाई गई। कानून व्यवस्था बनाए रखने को लगाई धारा 163: DC DC जतिन लाल ने कहा कि इस उप मंडल में कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए धारा 163 लागू की गई है। पुलिस को इसे लेकर हिदायत दी गई है। इस दौरान किसी को भी धरना प्रदर्शन और रैली की अनुमति नहीं दी जाएगी। सार्वजनिक स्थानों पर लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा कि आदेश की कोई भी अवेहलना कानून के तहत दंडनीय होगी।
शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं
शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं शिमला के उपनगर संजोली स्थित विवादित निर्माणाधीन मस्जिद का विवाद उलझ गया है। रविवार को हुए प्रदर्शन पर आज शिमला शहरी से कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने प्रदर्शनकारियों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि बाहर के मामले में शिमला शहर की शांति भंग ना करें। शहर के बाहर दो गुटों में हुए झगड़े को धर्म से ना जोड़ा जाए। दरअसल रविवार को संजोली में बनी विवादित मस्जिद के बाहर हिंदूवादी संगठनों ने समुदाय विशेष पर शिमला का का माहौल खराब करने के आरोप लगाए थे। प्रदर्शकारियों ने कहा कि समुदाय विशेष के लोग बाहर से आकर शिमला की शांति भंग कर रहे है। बीते दिनों शिमला के मल्याणा में युवक पर इन्ही लोगो ने तेजदार हथियारों से जानलेवा हमला किया। जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों में समुदाय विशेष के खिलाफ रोष बढ़ गया और रविवार को शिमला के संजोली स्थित मस्जिद केबाहर फुट गया। इस दौरान प्रदर्शकारियों ने संजौली में बनी मस्जिद अवैध होने के आरोप लगाए थे और उसको ध्वस्त करने की मांग की। विधायक बोले मामले में दिया गया धर्म का एंगल सोमवार को मामले में नया मोड़ आ गया है, शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह विवाद दो गुटों के आपसी झगड़े के कारण पैदा हुआ है। यह झगड़ा मल्याणा क्षेत्र में हुआ है। इस मुद्दे को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मल्याणा में हुए झगड़े को वहां के पार्षद सहित सिमिट्री व भट्टकुफर के पार्षद ने मिलकर संजोली में पहुंचा दिया। पुलिस को इस झगड़े में FIR दर्ज करने के पहले निर्देश दे दिए थे। इस मामले को हिन्दू व मुस्लिम समुदाय का रूप दिया गया वह बिल्कुल गलत है।शिमला एक शांतिप्रिय जगह है और इसकी शांति भंग न करें। अवैध निर्माण पर प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं विधायक ने कहा कि जो अवैध मस्जिद की बात कर रहे हैं तो यह मस्जिद 1950 से पहले की है। यहां जो अवैध निर्माण हुआ है उसका मामला कोर्ट में चल रहा है और उसकी सुनवाई शनिवार को है। वक्फ बोर्ड इस केस केस को लड़ रहा है। यह मामला 2009 से यह मामला चल रहा है।इसके बाद कितनी सरकारें आयी।इस मामले में किसी धर्म समुदाय पर बोलना उचित नही। उन्होंने कहा कि निर्माण अवैध हुआ है तो कानून इसमें अपनी कार्रवाई करेगा कोई पार्षद नहीं। प्रदर्शन में शामिल ने बाहरी लोग ,शहर वासी नहीं उन्होंने कहा कि संजौली में जो कल जो विवाद हुआ उसमे अधिकतर लोग भट्टाकुफ़्फ़र व मल्याणा क्षेत्र के थे और कुछ कांग्रेस के पार्षद भी थे। उन्होंने कहा कि बाहरी मामले शिमला शहर की शांति क्यों भंग की जा रही है बाहर के विवाद पर शिमला विधानसभा क्षेत्र में क्यों हंगामा किया जा किया जा रहा है।पार्षदों के बोलने से किसी को वैध या अवैध नही बोला जा सकता।यह मामला कोर्ट में है और इस पर निर्णय भी वही देगा। नगर निगम ने माना है मस्जिद के कुछ मंजिल अवैध वहीं बीते कल मौके पर पहुंचे नगर निगम आयुक्त ने यह माना कि मस्जिद के ऊपरी कुछ मंजिल अवैध है ।लेकिन इसका मामला कोर्ट में चला हुआ है ।कोर्ट से फैसला आने के बाद बी नगर निगम मामले कार्रवाई की जा सकती है। क्या है मामला…? बता दें कि शिमला के संजौली के शिमला में एक मस्जिद के निर्माण को लेकर काफी समय सवाल उठ रहे थे। जिसको लेकर हिंदू वादी संगठनों के कार्यकर्ताओं में अंदर ही अंदर गुस्सा पनप रहा था। पंरन्तु बीते दिनों शिमला के मल्याणा में दो गुटों में झगड़ा हो गया है। जिसमे कुछ समुदाय विशेष के लोगो ने तेजधार हथियारों से एक युवक को लहूलुहान कर दिया जिसके बाद इस विवाद ने रफ्तार पकड़ी और इसका गुस्सा रविवार को शिमला के संजौली में बनी मस्जिद के बाहर फुट गया । प्रदर्शकारियों ने मल्याणा में हुई मारपीट करने वाले लोगो के खिलाफ कार्रवाही व मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की मांग की।
कांगड़ा सहकारी बैंक भर्ती में वक्त:हमीरपुर में बोले चेयरमैन कुलदीप पठानिया, एनपीए में सुधार होने पर भरे जाएंगे खाली पद
कांगड़ा सहकारी बैंक भर्ती में वक्त:हमीरपुर में बोले चेयरमैन कुलदीप पठानिया, एनपीए में सुधार होने पर भरे जाएंगे खाली पद शुक्रवार को हमीरपुर में कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के चेयरमैन कुलदीप पठानिया एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में खाली पदों को भरने के लिए अभी वक्त लगेगा। उन्होंने कहा कि नई भर्तियां की प्रक्रिया तब शुरू नहीं हो पाएगी, जब तक एनपीए की स्थिति में सुधार नहीं होता। चेयरमैन कुलदीप पठानिया ने बताया कि खाली पद तो काफी ज्यादा हैं और नई भर्तियां होनी हैं। लेकिन इनकी स्थिति का पता अभी बहुत जल्दी चलने वाला नहीं है। डिफाल्टरों के खिलाफ होगी कार्रवाई पत्रकारों को संबोधित करते हुए पठानिया ने कहा कि बैंक की ओर से एक अरब 98 करोड़ रुपए इकट्ठा किया गया है। जो डिफाल्टर बड़े स्तर के हैं, उनके खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है। कई मामले न्यायालय में चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने अध्यक्ष पद ज्वाइन किया था तो बैंक का एनपीए 34 फीसदी था। जबकि नेट प्रॉफिट 16 फीसदी। एक साल के भीतर यह बढ़कर 22 फीसदी और नेट प्रॉफिट 6.6 फीसदी पहुंच गया है। 31 मार्च को डाटा इकट्ठा किया जाना था, लेकिन चुनाव आ जाने के कारण इसे अब इकट्ठा किया जा रहा है। बढ़ाई गई ऋण राशि उन्होंने बताया कि पहले आरबीआई की ओर से पावर स्नैच कर ली गईं थी। जिस कारण 25 लाख रुपए से ऊपर लोन नहीं दिया जा सकता था। अब यह बहाल हो चुकी हैं। बैंक की ओर से ऋण की राशि को भी बढ़ा दिया गया है। बैंक की ओर से वन टाइम सेटलमेंट ऋण के बारे में आरबीआई से परमिशन होती है, उसके बाद ही गाइडलाइन के तहत इसका कार्य होता है। इसमें 2017 की कट आउट रखी गई थी। उसके बाद के लोन माफ किए जाने थे। इस दौरान ब्याज को माफ किया जा सकता है। लेकिन मूल ऋण की वसूली तो करनी ही पड़ती है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुमन भारती भी मौजूद थे। दोनों नेताओं ने सुजानपुर और बड़सर के विधानसभा उप चुनावों को लेकर कहा कि सुजानपुर में धनबल की हार हुई है। जबकि बड़सर में शायद प्रत्याशी के ऐलान में देरी और भीतरघात भी कारण बना हो, इसकी समीक्षा होगी।