हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम एवं पंचकूला से कांग्रेस विधायक चंद्रमोहन ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की मुहिम बिल्कुल सही थी कि भाजपा संविधान को बदलना चाहती है। कांग्रेस ने भाजपा के मंसूबों को पूरा नहीं होने दिया। जिस तरह शंभू बॉर्डर पर किसानों को दिल्ली जाने से रोका जा रहा है, निहत्थे किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं, इससे भाजपा सरकार का संविधान विरोधी चेहरा साफ नजर आता है। पंचकूला में पत्रकारों से बातचीत में चंद्रमोहन ने केंद्र व भाजपा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सरकार बताए कि संविधान के किस अनुच्छेद के तहत किसानों को दिल्ली जाने से रोका जा सकता है। जिस तरह अंग्रेजों ने साइमन कमीशन का विरोध करने वाले लाला लाजपत राय के सिर पर लाठियां मार उनकी हत्या की थी, ठीक वैसा ही केंद्र व भाजपा सरकार निहत्थे किसानों के साथ कर रही है। पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने कहा कि यदि राहुल गांधी पूरे देश में पैदल यात्रा न करते तो 2024 के नतीजे कुछ और होते और भाजपा संविधान बदल कर देश में मनमर्जी करती। शंभू बॉर्डर पर बैठे किसानों पर आंसू गोले छोड़ कर देश की जनता को अंग्रेजी हुकूमत की याद दिलाई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हरियाणा के सीएलपी लीडर का फैसला हो जाएगा। हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम एवं पंचकूला से कांग्रेस विधायक चंद्रमोहन ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की मुहिम बिल्कुल सही थी कि भाजपा संविधान को बदलना चाहती है। कांग्रेस ने भाजपा के मंसूबों को पूरा नहीं होने दिया। जिस तरह शंभू बॉर्डर पर किसानों को दिल्ली जाने से रोका जा रहा है, निहत्थे किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं, इससे भाजपा सरकार का संविधान विरोधी चेहरा साफ नजर आता है। पंचकूला में पत्रकारों से बातचीत में चंद्रमोहन ने केंद्र व भाजपा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सरकार बताए कि संविधान के किस अनुच्छेद के तहत किसानों को दिल्ली जाने से रोका जा सकता है। जिस तरह अंग्रेजों ने साइमन कमीशन का विरोध करने वाले लाला लाजपत राय के सिर पर लाठियां मार उनकी हत्या की थी, ठीक वैसा ही केंद्र व भाजपा सरकार निहत्थे किसानों के साथ कर रही है। पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने कहा कि यदि राहुल गांधी पूरे देश में पैदल यात्रा न करते तो 2024 के नतीजे कुछ और होते और भाजपा संविधान बदल कर देश में मनमर्जी करती। शंभू बॉर्डर पर बैठे किसानों पर आंसू गोले छोड़ कर देश की जनता को अंग्रेजी हुकूमत की याद दिलाई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हरियाणा के सीएलपी लीडर का फैसला हो जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पूर्व CM चौटाला की पार्टी को लास्ट चांस:विधानसभा में अच्छा प्रदर्शन न करने पर रद्द होगी मान्यता; छिन जाएगा चश्मा
हरियाणा के पूर्व CM चौटाला की पार्टी को लास्ट चांस:विधानसभा में अच्छा प्रदर्शन न करने पर रद्द होगी मान्यता; छिन जाएगा चश्मा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) को भारत चुनाव आयोग (ECI) ने लास्ट चांस दिया है। 2024 में विधानसभा चुनाव में यदि पार्टी तय वोट प्रतिशत नहीं लेकर आती है तो पार्टी की मान्यता रद्द हो जाएगी। साथ ही पार्टी का चुनाव चिन्ह (चश्मा) वापस ले लिया जाएगा। पूर्व डिप्टी CM और जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता दुष्यंत चौटाला भी कह चुके हैं कि इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) का सिंबल छिन सकता है। ऐसे समझें इनेलो से सिंबल छिनने के खतरे का गणित…
चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार किसी भी पार्टी को लगातार 2 चुनाव (लोकसभा व विधानसभा) में निर्धारित वोट नहीं मिलते हैं तो स्टेट पार्टी का दर्जा छिन जाता है। लोकसभा चुनाव में 6% वोट और एक सीट या 8% वोट की जरूरत होती है। विधानसभा में 6% वोट और 2 सीटें होनी चाहिए। नियम के अनुसार, अगर लगातार 2 चुनाव (2 लोस व 2 विस) में ये सब नहीं होता है तो पार्टी का चुनाव चिह्न भी छिन सकता है। इनेलो का चुनाव में प्रदर्शन
विभाजन से पहले हरियाणा में इनेलो का मत प्रतिशत ठीक रहा है। इनेलो लगातार लोकसभा चुनाव में 15 से 28 प्रतिशत वोट हासिल करती रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में इनेलो के दो सांसद थे और उन्हें 24.4 प्रतिशत वोट मिले थे। 2019 में विभाजन के बाद इनेलो का सबसे खराब प्रदर्शन रहा और उसे मात्र 1.9 प्रतिशत वोट मिले। 2019 के लोकसभा चुनाव में जजपा का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा। उसे केवल 4.9 प्रतिशत ही वोट मिले थे। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में सिर्फ 1.47% की वोट शेयर मिला। 2016 में मिल चुकी राहत
2016 में चुनाव चिह्न (आरक्षण और आवंटन) आदेश में संशोधन से INLD को राहत जरूर मिली है। संशोधन के बाद अब किसी राजनीतिक दल को अगले लोकसभा या राज्य विधानसभा चुनावों में मान्यता खोने के बाद भी ‘स्टेट पार्टी’ या ‘नेशनल पार्टी’ का टैग बनाए रखने की अनुमति मिलती है। हालांकि, अगर पार्टी राज्य विधानसभा या लोकसभा के लिए होने वाले चुनावों में अपनी पात्रता हासिल करने में विफल रहती है, तो वह राज्य या राष्ट्रीय पार्टी का अपना दर्जा खो देगी। कानूनी विश्लेषकों का कहना है कि INLD फिलहाल इसी श्रेणी में आती है। इसकी पुष्टि विधानसभा के पूर्व अतिरिक्त सचिव राम नारायण यादव ने की है। पूर्व डिप्टी PM देवीलाल ने बनाई थी INLD
पूर्व डिप्टी PM ताऊ देवीलाल ने 1987 में इंडियन नेशनल लोकदल के नाम से क्षेत्रीय दल बनाया था, जिसके अध्यक्ष अब उनके बेटे व पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला हैं। वर्तमान में हरियाणा में इनेलो और जजपा ही दो क्षेत्रीय दल हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में 2 सीटों हिसार व सिरसा पर जीत दर्ज करने वाली INLD 2019 के आम चुनावों में अधिकतर सीटों पर जमानत नहीं बचा पाई थी। इसी तरह विधानसभा चुनाव में भी सिर्फ अभय सिंह चौटाला ही जीत दर्ज कर सके, जो इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के बेटे हैं।
पानीपत में फर्जी इंजन ऑयल कंपनी का खुलासा:कई सालों से तैयार बेच रहे थे; सर्वे के बाद दो सगे भाईयों का फर्जीवाड़ा खुला
पानीपत में फर्जी इंजन ऑयल कंपनी का खुलासा:कई सालों से तैयार बेच रहे थे; सर्वे के बाद दो सगे भाईयों का फर्जीवाड़ा खुला हरियाणा के पानीपत शहर में दो सगे भाई काफी लंबे समय से एक नामचीन इंजन ऑयल कंपनी के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे थे। कई सालों से नकली ऑयल बनाकर मार्किट में बेच रहे थे। जिस पर कंपनी के असल मार्का का प्रयोग किया जा रहा था। कंपनी की ओर से करवाए गए सर्वे में इसका खुलासा हुआ। जिसके बाद दोनों सगे भाइयों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर कॉपी राइट एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। देशराज कॉलोनी के एक गोदाम में बना रहे थे नकली तेल तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में सुभाष शर्मा ने बताया कि वह कालका जी एक्सटेंशन नई दिल्ली का रहने वाला है। वह C3I कन्सलटेन्ट इंडिया प्राइवेट कंपनी में बतौर ऑपरेशन मैनेजर के पद पर तैनात है। कैस्ट्रॉल कंपनी ने उनकी कंपनी को कैस्ट्रॉल कंपनी का नकली तेल पकड़ने के लिए अधिकृत किया हुआ है। पानीपत शहर की मार्केट में सर्वे करने पर पाया गया कि दो सगे भाई उमेश गर्ग व श्रीकांत निवासी देशराज कॉलोनी में एक गोदाम में बाइक में डालने वाली कैस्ट्रॉल इंजन ऑयल का उत्पादन बिना अनुमति के सस्ते दामों पर तैयार कर रहे हैं। नकली तेल को मार्किट में कैस्ट्रॉल कंपनी का असली उत्पादक बताकर बिन बिलों के धोखाधड़ी से बेच रहे हैं। जिससे कंपनी को काफी नुकसान हो रहा है। दोनों रात में माल को तैयार करते हैं। इस शिकायत के बाद थाना तहसील कैंप पुृलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर दोनों भाईयों को गिरफ्तार कर लिया है।
कैथल में चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग पर घमासान:बीडीपीओ कार्यालय के बाहर नारेबाजी, पुलिस ने खदेड़ा, अतिरिक्त फोर्स बुलाई
कैथल में चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग पर घमासान:बीडीपीओ कार्यालय के बाहर नारेबाजी, पुलिस ने खदेड़ा, अतिरिक्त फोर्स बुलाई सीवन ब्लॉक समिति चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज दोपहर बाद बीडीपीओ ऑफिस में वोटिंग करवाई जाएगी। इसको लेकर एडीसी कैथल द्वारा 28 अक्टूबर को सभी समिति के सभी 16 मेंबरों को नोटिस जारी किया गया था। वोटिंग के लिए मेंबरों की एंट्री का समय दोपहर 2 बजे का रखा गया है। मेंबरों द्वारा उनका आई कार्ड दिखाने के बाद ही अंदर जाने दिया जाएगा। इसके बाद ठीक 2:30 बजे वोटिंग प्रक्रिया शुरू करवाई जाएगी। वहीं लगभग 3:30 बजे तक रिजल्ट आ जाएगा, इसको लेकर प्रशासन ने भी अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है, वोटिंग प्रक्रिया की जिम्मेवारी कैथल एडीसी बाबूलाल करवा को दी गई है, जिसमें वह प्रशासक के तौर पर मौजूद रहेंगे। वहीं समिति के भाजपा से संबंधित 12 सदस्यों के साथ पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर डीपीओ कार्यालय पहुंचे। जिनके अंदर जाने पर विपक्ष द्वारा जमकर विरोध किया गया। तनावपूर्ण स्थिति देख पुलिस को उन्हें खदेड़ना पड़ा और अतिरिक्त फोर्स बुलाई, ताकि वोटिंग को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाया जा सके। दो तिहाई वोटिंग होनी चाहिए खिलाफ चेयरपर्सन को हटाने के लिए कुल सदस्यों में से दो तिहाई सदस्यों की वोटिंग खिलाफ होनी चाहिए। यानि ब्लॉक समिति के 16 सदस्यों में से यदि 11 सदस्य अविश्वास प्रस्ताव के लेकर चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग करेंगे, तभी अविश्वास प्रस्ताव मान्य होगा। वही चेयरपर्सन मनजीत कौर को अपनी कुर्सी बचाने के लिए समिति के 16 सदस्यों में से केवल 6 सदस्यों की वोटिंग अपने हक में करवानी होगी, तब जाकर उनकी कुर्सी बच सकती है। 16 में से 12 सदस्य भाजपा के पलड़े में चेयरपर्सन को हटाने के लिए लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को गुहला के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर लीड कर रहे हैं। सूत्रों से अनुसार कुल 16 सदस्य में से 12 सदस्य उनके साथ हैं, जो दोपहर बाद उनके साथ ही वोटिंग करने बीडीपीओ कार्यालय पहुंचेंगे। पिछले एक हफ्ते से पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर 12 सदस्यों को लेकर घूमने चले गए थे, जो आज वापस आकर चेयरपर्सन को कुर्सी से हटवाने के लिए उनके खिलाफ वोटिंग करवाएंगे। चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के साथ थे चेयरपर्सन प्रतिनिधि बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में चेयरपर्सन प्रतिनिधि बजिंद्र सिंह कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र हंस के साथ थे, इसीलिए भाजपा के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं। हालांकि चुनाव संपन्न होने के बाद चेयरपर्सन फिर से भाजपा की बैठकों में दिखाई दिए, परंतु भाजपा नेता अब उनको कुर्सी से हटाना चाहते हैं। पिछले चुनाव में जब चेयरपर्सन मनजीत कौर को बनाया गया था, तब भाजपा पूर्व प्रत्याशी रवि तरावली ने इनका समर्थन किया था।