पंजाब में शीतकालीन सत्र बुलाने की मांग:नेता प्रतिपक्ष बाजवा ने स्पीकर को लिखा पत्र, कहा- साल में 3 सेशन जरूरी

पंजाब में शीतकालीन सत्र बुलाने की मांग:नेता प्रतिपक्ष बाजवा ने स्पीकर को लिखा पत्र, कहा- साल में 3 सेशन जरूरी

पंजाब विधानसभा का शीतकालीन सत्र जल्द बुलाया जाना चाहिए। इस मांग को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि नियमानुसार सत्र साल में तीन बार बुलाया जाना चाहिए। लेकिन इस साल अब तक सिर्फ दो बार ही सत्र बुलाया गया है। सत्र न होने के कारण विधायक अपने हलकों की समस्याओं को उचित तरीके से नहीं उठा पा रहे हैं। बाजवा ने पत्र में तीन चीजों काे प्रमुखता से उठाया हैं – 1. बाजवा ने पत्र में कहा है कि पिछला सेशन 4 सितंबर 2024 को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था। नियम 14-ए के अनुसार, विधानसभा को एक वित्तीय वर्ष के भीतर तीन सत्र आयोजित करने चाहिए। बजट सत्र, ग्रीष्मकालीन/मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र। इस साल में फरवरी 2024 में बजट सेशन और सितंबर 2024 में ग्रीष्मकालीन सत्र हुआ। जबकि तीसरा सत्र नहीं हुआ। 2. बाजवा ने पत्र में कहा है जो सेशन पहले हुए हैं। उनमें पंजाब विधानसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 34 के तहत आवश्यक 15 दिनों के नोटिस का पालन नहीं किया गया है, जो सदस्यों को समय पर प्रश्न उठाने से रोकता है। 4 सितंबर 2024 सेशन न होने से उठाने में असमर्थ रहे हैं। 3. पत्र के आखिर में उन्होंने कहा है कि आप हाउस के संरक्षक हैं। ऐसे में मैं आपसे आग्रह करता हूं कि सत्र आयोजित करके विधानसभा सदस्यों के अधिकारों और विशेषाधिकारों की रक्षा करें। इसके अलावा कानूनी व्यवस्था, किसानों का आंदोलन, सेहत सुविधाओं और शिक्षा का गिरता स्तर और अन्य ज्वलंत मुद्दों काे उठाने की मांग करता हूं। 117 विधायक है पूरे पंजाब, सबसे बड़ी पार्टी AAP पंजाब विधानसभा में कुल 117 विधायक हैं। इनमें से आम आदमी पार्टी (AAP) के कुल 95 विधायक हैं। AAP विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है। इसके बाद कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल, भाजपा और बसपा का नंबर है। कुछ समय पहले चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। इनमें से बरनाला सीट को छोड़ कर सभी तीन सीटों डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल व गिद्दड़बाहा पर AAP ने कब्जा किया है। हालांकि पहले तीनों सीटें कांग्रेस की पास थी। इन चारों सीटों के विधायक सांसद बन गए थे। जिस वजह से चुनाव हुए थे। पंजाब विधानसभा का शीतकालीन सत्र जल्द बुलाया जाना चाहिए। इस मांग को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि नियमानुसार सत्र साल में तीन बार बुलाया जाना चाहिए। लेकिन इस साल अब तक सिर्फ दो बार ही सत्र बुलाया गया है। सत्र न होने के कारण विधायक अपने हलकों की समस्याओं को उचित तरीके से नहीं उठा पा रहे हैं। बाजवा ने पत्र में तीन चीजों काे प्रमुखता से उठाया हैं – 1. बाजवा ने पत्र में कहा है कि पिछला सेशन 4 सितंबर 2024 को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था। नियम 14-ए के अनुसार, विधानसभा को एक वित्तीय वर्ष के भीतर तीन सत्र आयोजित करने चाहिए। बजट सत्र, ग्रीष्मकालीन/मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र। इस साल में फरवरी 2024 में बजट सेशन और सितंबर 2024 में ग्रीष्मकालीन सत्र हुआ। जबकि तीसरा सत्र नहीं हुआ। 2. बाजवा ने पत्र में कहा है जो सेशन पहले हुए हैं। उनमें पंजाब विधानसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 34 के तहत आवश्यक 15 दिनों के नोटिस का पालन नहीं किया गया है, जो सदस्यों को समय पर प्रश्न उठाने से रोकता है। 4 सितंबर 2024 सेशन न होने से उठाने में असमर्थ रहे हैं। 3. पत्र के आखिर में उन्होंने कहा है कि आप हाउस के संरक्षक हैं। ऐसे में मैं आपसे आग्रह करता हूं कि सत्र आयोजित करके विधानसभा सदस्यों के अधिकारों और विशेषाधिकारों की रक्षा करें। इसके अलावा कानूनी व्यवस्था, किसानों का आंदोलन, सेहत सुविधाओं और शिक्षा का गिरता स्तर और अन्य ज्वलंत मुद्दों काे उठाने की मांग करता हूं। 117 विधायक है पूरे पंजाब, सबसे बड़ी पार्टी AAP पंजाब विधानसभा में कुल 117 विधायक हैं। इनमें से आम आदमी पार्टी (AAP) के कुल 95 विधायक हैं। AAP विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है। इसके बाद कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल, भाजपा और बसपा का नंबर है। कुछ समय पहले चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। इनमें से बरनाला सीट को छोड़ कर सभी तीन सीटों डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल व गिद्दड़बाहा पर AAP ने कब्जा किया है। हालांकि पहले तीनों सीटें कांग्रेस की पास थी। इन चारों सीटों के विधायक सांसद बन गए थे। जिस वजह से चुनाव हुए थे।   पंजाब | दैनिक भास्कर