हांसी ब्लॉक पंचायत समिति चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव:30 में से 26 सदस्यों ने सौंपा ज्ञापन, एडीसी ने दिया जल्द बैठक बुलाने का आश्वासन

हांसी ब्लॉक पंचायत समिति चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव:30 में से 26 सदस्यों ने सौंपा ज्ञापन, एडीसी ने दिया जल्द बैठक बुलाने का आश्वासन

हरियाणा के हिसार जिले की हांसी-1 ब्लॉक पंचायत समिति चेयरमैन के खिलाफ 30 में से 26 सदस्य एकजुट हो गए हैं। सभी सदस्य पंचायत समिति की चेयरमैन नीलम रानी को हटाने की मांग रहे हैं।
मंगलवार (10 दिसंबर) आज सभी 26 सदस्य एडीसी सी. जयश्रद्धा से मिले। एडीसी ने आश्वासन दिया कि इस मामले में जल्द से जल्द मीटिंग की तारीख तय कर दी जाएगी। बता दें कि करीब दो साल पहले हांसी-1 ब्लॉक पंचायत समिति चेयरमैन का चुनाव हुआ था। यह चुनाव भी बड़े नाटकीय ढंग से हुआ था। तारीख घोषित होते ही खंड प्रथम के सभी 30 पंचायत समिति सदस्य या उनके प्रतिनिधि हरिद्वार चले गए थे। इसके बाद चुनाव होने पर नीलम रानी को चेयरमैन चुना गया था। अब नीलम रानी को कांग्रेस का समर्थन हासिल है। भाजपा सरकार तीसरी बार आने पर सदस्य नीलम रानी को हटाना चाहते हैं। वहीं सदस्यों का कहना है कि नीलम रानी असक्रिय और शुरू से ही काम नहीं करवा पा रही हैं। विकास कार्यों में कोताही बरतने का आरोप
इस मौके पर ब्लॉक समिति सदस्य प्रतिनिधि सावन सिंह ने बताया कि आज चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए एकत्रित हुए हैं। हमारे क्षेत्र में लगातार कामों की उपेक्षा की जा रही है। निर्माण स्थलों पर घटिया सामग्री लगाकर भ्रष्टाचार किया जा रहा था। ना मेंबर्स की पूछ हो रही थी और ना ही वाइस चेयरमैन को पूछा जा रहा था। हम दो साल से परेशान थे। इसके बाद सभी मेंबरों और वाइस चेयरमैन ने मिलकर फैसला लिया कि इस चीज को बदला जाए। इसलिए आज एडीसी को ज्ञापन देने आए थे। जिला परिषद की चेयरमैन की कुर्सी भी खतरे में है हरियाणा में हिसार जिला परिषद के BJP चेयरमैन सोनू सिहाग डाटा को हटाने को लेकर पार्षद एकजुट हो चुके हैं। 30 में से 24 पार्षदों ने एडीसी से मुलाकात की थी मगर एडीसी ने कहा था कि वह सक्षम अधिकारी नहीं है इस पर डीसी ही सुनवाई करेंगे। वहीं डीसी ट्रेनिंग पर चले गए हैं। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव के लिए 25 दिसंबर तक का इंतजार पार्षद कर रहे हैं। दरअसल, जिला परिषद चेयरमैन को हटाने के लिए 30 में से 21 पार्षदों की जरूरत है। जबकि चेयरमैन को अपने बचाव के लिए 11 पार्षद चाहिए। चेयरमैन शुरू से दावा करते रहे हैं कि उनके पास 14 पार्षदों का समर्थन है। मगर, एकजुट पार्षदों की संख्या 23 है ऐसे में चेयरमैन का दावा झूठा पड़ता दिखाई दे रहा है। वहीं चेयरमैन के करीबी दावा कर रहे हैं कि उन्हें कुछ कांग्रेस पार्षदों के अलावा 6 से 7 पार्षदों का समर्थन है। हरियाणा के हिसार जिले की हांसी-1 ब्लॉक पंचायत समिति चेयरमैन के खिलाफ 30 में से 26 सदस्य एकजुट हो गए हैं। सभी सदस्य पंचायत समिति की चेयरमैन नीलम रानी को हटाने की मांग रहे हैं।
मंगलवार (10 दिसंबर) आज सभी 26 सदस्य एडीसी सी. जयश्रद्धा से मिले। एडीसी ने आश्वासन दिया कि इस मामले में जल्द से जल्द मीटिंग की तारीख तय कर दी जाएगी। बता दें कि करीब दो साल पहले हांसी-1 ब्लॉक पंचायत समिति चेयरमैन का चुनाव हुआ था। यह चुनाव भी बड़े नाटकीय ढंग से हुआ था। तारीख घोषित होते ही खंड प्रथम के सभी 30 पंचायत समिति सदस्य या उनके प्रतिनिधि हरिद्वार चले गए थे। इसके बाद चुनाव होने पर नीलम रानी को चेयरमैन चुना गया था। अब नीलम रानी को कांग्रेस का समर्थन हासिल है। भाजपा सरकार तीसरी बार आने पर सदस्य नीलम रानी को हटाना चाहते हैं। वहीं सदस्यों का कहना है कि नीलम रानी असक्रिय और शुरू से ही काम नहीं करवा पा रही हैं। विकास कार्यों में कोताही बरतने का आरोप
इस मौके पर ब्लॉक समिति सदस्य प्रतिनिधि सावन सिंह ने बताया कि आज चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए एकत्रित हुए हैं। हमारे क्षेत्र में लगातार कामों की उपेक्षा की जा रही है। निर्माण स्थलों पर घटिया सामग्री लगाकर भ्रष्टाचार किया जा रहा था। ना मेंबर्स की पूछ हो रही थी और ना ही वाइस चेयरमैन को पूछा जा रहा था। हम दो साल से परेशान थे। इसके बाद सभी मेंबरों और वाइस चेयरमैन ने मिलकर फैसला लिया कि इस चीज को बदला जाए। इसलिए आज एडीसी को ज्ञापन देने आए थे। जिला परिषद की चेयरमैन की कुर्सी भी खतरे में है हरियाणा में हिसार जिला परिषद के BJP चेयरमैन सोनू सिहाग डाटा को हटाने को लेकर पार्षद एकजुट हो चुके हैं। 30 में से 24 पार्षदों ने एडीसी से मुलाकात की थी मगर एडीसी ने कहा था कि वह सक्षम अधिकारी नहीं है इस पर डीसी ही सुनवाई करेंगे। वहीं डीसी ट्रेनिंग पर चले गए हैं। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव के लिए 25 दिसंबर तक का इंतजार पार्षद कर रहे हैं। दरअसल, जिला परिषद चेयरमैन को हटाने के लिए 30 में से 21 पार्षदों की जरूरत है। जबकि चेयरमैन को अपने बचाव के लिए 11 पार्षद चाहिए। चेयरमैन शुरू से दावा करते रहे हैं कि उनके पास 14 पार्षदों का समर्थन है। मगर, एकजुट पार्षदों की संख्या 23 है ऐसे में चेयरमैन का दावा झूठा पड़ता दिखाई दे रहा है। वहीं चेयरमैन के करीबी दावा कर रहे हैं कि उन्हें कुछ कांग्रेस पार्षदों के अलावा 6 से 7 पार्षदों का समर्थन है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर