हरियाणा के सोनीपत में पुलिस ने शराब की 150 पेटियां बरामद की हैं। पुलिस को देख कर टाटा ऐस (छोटा हाथी) को छोड़ कर ड्राइवर खेतों में भाग गया। पकड़ी गई शराब की कीमत 3 लाख 75 हजार रुपए है। पेटियों में देसी शराब के 7500 पव्वे बरामद हुए हैं। पुलिस ने थाना खरखौदा में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि शराब का प्रयोग चुनाव में होना था। पुलिस के हैड कॉन्स्टेबल सुदीप ने थाना में दी तहरीर में बताया कि वह जटोला माइनर पर मौजूद था। इसी बीच सूचना मिली कि छोटा हाथी में अवैध शराब भरकर ड्राइवर गांव सैदपुर से जटौला कि तरफ आ रहा है। इसके बाद पुलिस ने गांव जटौला से सैदपुर की तरफ राणा सर्विस स्टेशन के पास नाकाबंदी कर दी। कुछ देर बाद एक सफेद रंग का छोटा हाथी आता दिखाई दिया। पुलिस ने उसे रुकवाने को इशारा किया तो ड्राइवर यह कहते हुए उसे भगा ले गया कि इसमें ठेके की शराब है। पुलिस नाके से कुछ आगे ड्राइवर ने गाड़ी को रोड के साइड में खड़ा किया और इसके बाद गाड़ी से उतर कर खेतों में भाग गया। पुलिस कर्मियों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह हाथ नहीं आया। आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर महाबीर को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया। इसके बाद गाड़ी में पीछे लगे ताले को तोड़ कर तलाशी ली गई तो उसमें देसी शराब की 150 पेटियां बरामद हुई। प्रत्येक पेटी मे शराब के 50- 50 पव्वे मिले। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। हरियाणा के सोनीपत में पुलिस ने शराब की 150 पेटियां बरामद की हैं। पुलिस को देख कर टाटा ऐस (छोटा हाथी) को छोड़ कर ड्राइवर खेतों में भाग गया। पकड़ी गई शराब की कीमत 3 लाख 75 हजार रुपए है। पेटियों में देसी शराब के 7500 पव्वे बरामद हुए हैं। पुलिस ने थाना खरखौदा में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि शराब का प्रयोग चुनाव में होना था। पुलिस के हैड कॉन्स्टेबल सुदीप ने थाना में दी तहरीर में बताया कि वह जटोला माइनर पर मौजूद था। इसी बीच सूचना मिली कि छोटा हाथी में अवैध शराब भरकर ड्राइवर गांव सैदपुर से जटौला कि तरफ आ रहा है। इसके बाद पुलिस ने गांव जटौला से सैदपुर की तरफ राणा सर्विस स्टेशन के पास नाकाबंदी कर दी। कुछ देर बाद एक सफेद रंग का छोटा हाथी आता दिखाई दिया। पुलिस ने उसे रुकवाने को इशारा किया तो ड्राइवर यह कहते हुए उसे भगा ले गया कि इसमें ठेके की शराब है। पुलिस नाके से कुछ आगे ड्राइवर ने गाड़ी को रोड के साइड में खड़ा किया और इसके बाद गाड़ी से उतर कर खेतों में भाग गया। पुलिस कर्मियों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह हाथ नहीं आया। आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर महाबीर को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया। इसके बाद गाड़ी में पीछे लगे ताले को तोड़ कर तलाशी ली गई तो उसमें देसी शराब की 150 पेटियां बरामद हुई। प्रत्येक पेटी मे शराब के 50- 50 पव्वे मिले। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में व्यापारियों का हांसी बंद आज:JJP नेता की हत्या से भड़के, परिवार ने शव नहीं लिया; अंतिम संस्कार से भी इनकार
हरियाणा में व्यापारियों का हांसी बंद आज:JJP नेता की हत्या से भड़के, परिवार ने शव नहीं लिया; अंतिम संस्कार से भी इनकार हरियाणा में हिसार के हांसी में 3 दिन पहले हुई सैनी हीरो एजेंसी मालिक JJP नेता रविंद्र सैनी की हत्या को लेकर आज हांसी बंद है। व्यापारियों ने इसका ऐलान किया था। इस दौरान मेडिकल सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। कल (गुरूवार) को हांसी में व्यापारियों ने जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने दिल्ली-सिरसा नेशनल हाईवे जाम का दिया। इसके बाद हांसी के एसपी मकसूद अहमद वहां आए। उन्होंने कहा कि इस हत्या का मास्टरमाइंड जेल में बैठा विकास है, जिसे पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर ला चुकी है। पुलिस की कारगुजारी देख सैनी के परिवार ने रविंद्र सैनी के अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया है। उन्होंने व्यापारियों के साथ मिलकर हांसी प्रशासन के आगे 3 मांगें रखी हैं। जिनमें हत्या करने वालों का एनकाउंटर, परिवार को एक सरकारी नौकरी और 1 करोड़ मुआवजे की मांग शामिल है। वहीं परिवार ने अभी तक रविंद्र सैनी का शव नहीं लिया है। उनका शव हांसी के नागरिक अस्पताल के मॉर्च्युरी हाउस में रखवाया गया है। बता दें कि रविंद्र सैनी का हांसी में सैनी हीरो एजेंसी का शोरूम है। बुधवार की शाम वह शोरूम के बाहर खड़े थे। जहां 3 बदमाश पैदल आए और उन्हें गोलियां मार दी। इसके बाद वे चौथे साथी के साथ बिना नंबर की बाइक पर बैठकर भाग निकले। इसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ चुका है।
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हत्याकांड में अंजाम देने वाले 3 शूटर सहित 4 बदमाशों की पुलिस को अब भी तलाश है। यह सभी आरोपी अलग-अलग जगह छिपे हैं और लोकेशन बदल रहे हैं। वहीं, हांसी पुलिस और STF की अलग-अलग टीमें बदमाशों के पीछे लगी हुई हैं। जल्द ही हांसी पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर सकती है। पकड़ गए चारों आरोपियों को पुलिस आज कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी और पूछताछ करेगी, जिससे मामले की और गहराई तक पहुंचा जा सके। पुलिस को शक है कि इन चारों आरोपियों ने हत्याकांड से लेकर भागने तक में बदमाशों की मदद की थी। यह था मामला
10 जुलाई 2024 को करीब 6 बजे रविंद्र सैनी की तीन शूटरों द्वारा गोलियां बरसा कर हत्या कर दी थी। रविंद्र सैनी फोन सुनने के लिए हीरो एजेंसी से बाहर आए थे। इसी दौरान उसकी हत्या कर दी गई थी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपितों के भागते हुए की सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी। तीन शूटरों के अलावा एक अन्य युवक हत्यारों को मोटरसाइकिल पर बैठाकर फरार हुआ था।
व्यापारियों द्वारा सैनी की हत्या के विरोध में हांसी बंद का आह्वान किया गया था। मुख्यमंत्री ने 12 जुलाई को 2 दिन के अंदर हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया था। शुक्रवार को ADGP हिसार, हांसी SP व STF इंचार्ज द्वारा मुख्य साजिशकर्ता से पूछताछ की गई थी। मुख्यमंत्री ने दिया था दो दिन का समय
रविंद्र सैनी के हत्यारों को पकड़ने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 2 दिन का समय दिया था, अब ऐसे में 4 आरोपियों की गुजरात से गिरफ्तारी के बाद राहत की सांस ली है। वारदात में मुख्य साजिशकर्ता विकास उर्फ विक्की से ADGP, SP और STF इंचार्ज ने कई घंटों तक पूछताछ की थी। जिसके बाद पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे थे। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हांसी पुलिस पर राजनीतिज्ञों के साथ-साथ शहर के लोगों का भी दबाव था। हांसी रहा था बंद
रविंद्र सैनी की हत्या के विरोध में शुक्रवार को हांसी बंद का आह्वान किया गया था। आह्वान के चलते हांसी के व्यापारियों ने बाजार की सभी दुकानें बंद रख अपना समर्थन दिया था। सुबह 8 बजे बड़सी गेट पर सभी संगठनों के लोग एकत्रित हुए थे। करीब दो घंटों के धरने के बाद रविंद्र सैनी को दो मिनट का मौन रख श्रद्धाजंलि दी गई।
जिसके बाद व्यापारियों द्वारा पूरे शहर में पैदल मार्च निकाला गया। पैदल मार्च बड़सी गेट से शुरू होकर जींद चौक, चौपटा बाजार, छाबड़ा चौक, उमरा गेट, पुरानी सब्जी मंडी, जाट धर्मशाला से होते हुए कारोबारी बड़सी गेट पहुंचे थे। CM के आश्वासन पर हुआ अंतिम संस्कार
सैनी मोर्ट्स के मालिक रविंद्र सैनी की हत्या के विरोध में शुक्रवार 12 जुलाई को हांसी बंद रहा था। 12 जुलाई को ही सुबह से चंडीगढ़ में प्रतिनिधि मंडल की मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ बैठक हुई। मामले में मुख्यमंत्री द्वारा परिवार की 3 मांगों पर सहमति पर शव लेने पर सहमति बनी। 48 घंटे बाद शव का अंतिम संस्कार 12 जुलाई को शाम को कर दिया गया।
रविंद्र सैनी की अंतिम शव यात्रा में शहर के सभी संगठनों के लोगों सहित हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए थे। रविंद्र के बेटे नवदीप ने अपने पिता रविंद्र सैनी की चिता को मुखाग्नि दी थी। सभी व्यापारी संगठन के लोग व परिवार के लोग रविंद्र के परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी, मुआवजा व आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पूरी नहीं होने तक शव का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े हुए थे।