हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीरवार को नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के साथ हिमाचल प्रदेश से जुड़े विभिन्न विकास कार्यों पर चर्चा की। महाजन ने विशेष रूप हिमाचल प्रदेश के दूर-दराज जिला चंबा के दुर्गम क्षेत्र चंबा, तीसा, पांगी, किश्तवाड़ और लेह को जोड़ने वाले नए नेशनल हाईवे बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने बताया कि वीरवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश के विकासात्मक कार्यों पर सार्थक चर्चा की है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। महाजन ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी के सामने हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र चंबा, तीसा, पांगी किश्तवाड़ और लेह को नेशनल हाईवे से जोड़ने की मांग की। पीएम मोदी ने उन्हें इसको जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि इससे हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के लोगों के लिए यातायात की सुविधा में सुधार होगा और राज्य के समग्र विकास को भी गति मिलेगी। हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीरवार को नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के साथ हिमाचल प्रदेश से जुड़े विभिन्न विकास कार्यों पर चर्चा की। महाजन ने विशेष रूप हिमाचल प्रदेश के दूर-दराज जिला चंबा के दुर्गम क्षेत्र चंबा, तीसा, पांगी, किश्तवाड़ और लेह को जोड़ने वाले नए नेशनल हाईवे बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने बताया कि वीरवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश के विकासात्मक कार्यों पर सार्थक चर्चा की है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। महाजन ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी के सामने हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र चंबा, तीसा, पांगी किश्तवाड़ और लेह को नेशनल हाईवे से जोड़ने की मांग की। पीएम मोदी ने उन्हें इसको जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि इससे हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के लोगों के लिए यातायात की सुविधा में सुधार होगा और राज्य के समग्र विकास को भी गति मिलेगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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मंडी में लगे भूकंप के झटके:लोग घरों से निकले बाहर, रिक्टर स्केल पर मापी गई 3.4 तीव्रता हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में हल्के भूकंप के झटके महसूस किये गए। गुरुवार दोपहर करीब 5:25 मिनट पर धरती हिली। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, जमीन के भीतर इसकी गहराई 10 किलोमीटर रही। अब तक इससे किसी भी प्रकार के जान व माल के नुकसान की सूचना नहीं है। जिन लोगों ने झटके महसूस किए, वह घरों से बाहर निकल आए। हालांकि झटकों की तीव्रता कम होने की वजह से ज्यादातर लोग इन्हें महसूस नहीं कर पाए। मंडी जिला के अधिकांश क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील हैं, जो कि जोन 5 में आते है। इसलिए यहां बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। जानिए क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी की सतह मुख्य रूप से 7 बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेटों से बनी है। ये प्लेटें लगातार तैरती रहती हैं और कभी-कभी आपस में टकराती हैं। टकराव के कारण कभी-कभी प्लेटों के कोने मुड़ जाते हैं और अत्यधिक दबाव के कारण ये प्लेटें टूटने लगती हैं। ऐसी स्थिति में नीचे से निकलने वाली ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोज लेती है और इस गड़बड़ी के बाद भूकंप आता है।
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हिमाचल के 5 जिलों में बाढ़ की चेतावनी:किन्नौर में फटा बादल, मंडी-कुल्लू नेशनल हाईवे पर 9 मील के पास यातायात रुका हिमाचल प्रदेश में धीरे-धीरे शुरू हुआ मानसून अब ऐसी रफ्तार पकड़ चुका है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूरे प्रदेश में बारिश कहर बरपा रही है। हिमाचल प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से अगले 6 दिनों के लिए जारी किए गए येलो अलर्ट के बीच बादल जमकर बरस रहे हैं। पूरे प्रदेश में नदी-नाले उफान पर हैं और कई जगहों पर सड़कें और बस स्टैंड पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के कई जिलों शिमला, सोलन, कांगड़ा, सिरमौर, मंडी आदि में पिछले कई घंटों से भारी बारिश जारी है। किन्नौर खाब में बादल फटा है। बादल फटने से भारी तबाही हुई है। वहीं, मंडी कुल्लू नेशनल हाईवे 9 मील के पास देर रात लैंडस्लाइड के कारण बंद हो गया है। किन्नौर में बादल फटा, मंडी-कुल्लू NH 9 मील के पास बंद हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के खाब में बादल फटा। बादल फटने से भारी तबाही मची है। नदी का पानी सड़क पर आ गया है और यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। भारी बारिश के कारण मंडी-कुल्लू हाईवे 9 मील के पास पंडोह के पास बंद हो गया है। शनिवार आधी रात करीब 11:30 बजे से इस हाईवे के दोनों तरफ यातायात बंद कर दिया गया है। वाहन 9 मील के पास चेल-चोक से होते हुए सुंदर नगर जा सकते हैं। पुलिस ने लोगों से रात में यात्रा करने से बचने की अपील की है। पहाड़ी से लगातार लैंडस्लाइड हो रहा है। हिमाचल के इन जिलों में बाढ़ का अलर्ट मौसम विज्ञान केंद्र ने आने वाले दिनों में राज्य के कम ऊंचाई वाले और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और शिमला जिलों में अचानक बाढ़ आने का भी अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश के अलर्ट के बीच प्रशासन ने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है और नदी-नालों से दूर रहने की हिदायत दी है। प्रदेश में 6 दिन तक येलो अलर्ट मौसम विज्ञान केंद्र ने हिमाचल प्रदेश में अगले छह दिन तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। जुलाई महीने में बारिश सामान्य से कम रही है, लेकिन अगस्त महीने में प्रदेश में अच्छी बारिश देखने को मिल रही है। कई जगहों पर सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। आईएमडी ने अगले कुछ घंटों तक मंडी, सिरमौर, कुल्लू, कांगड़ा और चंबा में भारी बारिश की संभावना जताई है। ऊना में सबसे ज्यादा तापमान, कुकमसेरी में सबसे कम 13.2 डिग्री मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार ऊना में सबसे ज्यादा 33.7 डिग्री तापमान बना हुआ है। प्रदेश के अन्य हिस्सों की बात करें तो शिमला में तापमान 21 डिग्री, भुंतर में 32.2, कल्पा में 25.6, धर्मशाला में 26.5, ऊना में 33.7, नाहन में 27.5, सोलन में 25, चंबा में 33, बिलासपुर में 32, मंडी में 28.4 और कसौली में 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटों में तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने वाला है। हिमाचल में 135 सड़कें बंद, 56 पेयजल योजनाएं ठप रविवार सुबह तक हिमाचल प्रदेश में 135 सड़कें, दो दर्जन बिजली ट्रांसफार्मर, 57 पेयजल योजनाएं ठप रहीं। सिरमौर जिले में एनएच समेत 42 सड़कें, कुल्लू में 37, मंडी में 29, शिमला में 17, कांगड़ा में 5, किन्नौर में 4 और लाहौल स्पीति में एक सड़क वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है।
मंडी में हिमालयन स्टार्टअप ट्रैक का हुआ कार्यक्रम:सीएम के सलाहकार ने की शिरकत, बेहतर कार्यों के लिए निवेशकों को किया गया पुरस्कृत
मंडी में हिमालयन स्टार्टअप ट्रैक का हुआ कार्यक्रम:सीएम के सलाहकार ने की शिरकत, बेहतर कार्यों के लिए निवेशकों को किया गया पुरस्कृत मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार गोकुल बुटेल ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मंडी में आयोजित हिमालयन स्टार्टअप ट्रैक-2024 में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। आईआईटी मंडी कैटालिस्ट की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न स्टार्टअप को बेहतर कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। बिल्ड फॉर हिमालयाज़ श्रेणी में शूलीनी शेफरन स्टार्टअप के गौरव सभ्रवाल को पहला तथा मंडी शहर की युवा कृतिका शर्मा के पाइनटेस्टिक स्टार्टअप को दूसरा स्थान तथा कैमेटिको ट्केनोलॉजी के विजय वैशम्पायन को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। मुख्य अतिथि ने प्रत्येक विषयगत क्षेत्र से तीन शीर्ष स्टार्टअप को कार्यक्रम के दौरान कुल 11 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया। कार्यक्रम में 200 से अधिक स्टार्टअप प्रतिनिधि, 50 मेंटर और 30 से अधिक निवेशक शामिल हुए। इस अवसर पर गोकुल बुटेल ने कहा कि आईआईटी मंडी नवोन्मेषी युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बेहतर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि हिमालयन स्टार्टअप ट्रैक के इस इन्क्यूबेशन सेंटर के यह प्रयास युवाओं के सपनों को हकीकत में बदलने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार के आयोजन में हिमालयी पारिस्थितिकी व यहां के पर्यावरण को बचाने से संबंधित बेहतरीन विषय रखे गए हैं। आईआईटी जैसे सर्वोच्च संस्थान के यह प्रयास निःसंदेह हिमाचल एवं यहां के युवाओं के लिए लाभकारी एवं दूरगामी सिद्ध होंगे। गोकुल बुटेल ने कहा कि आज के आयोजन में विभिन्न कंपनियों के निवेशक भी हिमाचल आए हैं। उन्होंने आह्वान किया कि ऐसे निवेशक हिमाचल में निवेश के लिए भी आगे आएं। उन्होंने कहा कि नवाचार के लिए हिमाचल से बेहतर और कोई जगह नहीं हो सकती और भविष्य में प्रदेश एक निवेश हब के रूप में विकसित होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेश सरकार अनेक प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के संदर्भ में इस तरह के आयोजन और भी महत्वपूर्ण हैं। अकसर देखा जाता है कि हिमाचली युवा प्रतिभाएं रोजगार की तलाश में देश के अन्य भागों व विदेशों की ओर रूख करती हैं। आईआईटी मंडी में कैटालिस्ट को प्रोत्साहन से युवाओं को प्रदेश में रहकर ही अपने नवीन विचारों से उद्यम स्थापित करने में मदद मिलेगी।