जमानत से लेकर FIR से नाम हटवाना…सबके रेट तय:प्रयागराज पुलिस के 2 ऑडियो सामने आए; ACP की जांच के बाद दरोगा, ट्रेनी दरोगा सस्पेंड

जमानत से लेकर FIR से नाम हटवाना…सबके रेट तय:प्रयागराज पुलिस के 2 ऑडियो सामने आए; ACP की जांच के बाद दरोगा, ट्रेनी दरोगा सस्पेंड

प्रयागराज में पुलिस की रिश्वत मांगने के 2 ऑडियो वायरल हुए हैं। एक ऑडियो में मुकदमे से नाम हटाने के रेट तय हो रहे हैं। दूसरे ऑडियो में ट्रेनी दरोगा कोर्ट में जमानत के कागज भिजवाने के लिए 2 हजार रुपए मांग रहे हैं। ये दोनों पुलिस वाले प्रयागराज के कौंधियारा थाने के हैं। ऑडियो सामने आने के बाद SSP ने जांच के आदेश दिए। ACP की जांच में दोनों पुलिस वाले दोषी पाए गए हैं। ACP की रिपोर्ट पर DCP यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने उप निरीक्षक विजय गौड़, उप निरीक्षक गुलाब सिंह को सस्पेंड करके विभागीय जांच बैठा दी है। अब दोनों रिकॉर्डिंग को पढ़िए… रिकॉर्डिंग 1. दरोगा मुकदमे से नाम हटवाने की सेटिंग करते रहे ट्रेनी दरोगा : हेलो पीड़ित : हां सर (ट्रेनी दरोगा मृत्युंजय ने फोन उठाया और दरोगा गुलाब सिंह से बात कराई) दरोगा (गुलाब सिंह) : हां, मुकेश… पीड़ित : नमस्ते सर दरोगा : बताओं बच्चा पीड़ित : 36 लोग हैं उनमें, 20 लोग करवा रहे हैं, कितने तक की व्यवस्था करवा लें, जितना आप कह रहे हैं उतना संभव नहीं है साहब दरोगा : सुबह आ जाओ, ये सब बातें फोन पर संभव नहीं हैं दरोगा : कहां हो आप पीड़ित : छत पर अकेले बैठे हैं दरोगा : तुम एक किलोमीटर नहीं आ सकते, ये सब फालतू बात नहीं, जब मिलना हो तो आ जाओ या तो हम चले आएंगे ट्रेनी दरोगा : आप जिन साहब से बात कर रहे हो उनसे बात कर लेना, ये सब बातें फोन पर संभव नहीं हैं अब रिकॉर्डिंग 2. जमानत के कागज भिजवाने का रेट 2 हजार ट्रेनी दरोगा (विजय गौड़) : बेल वाली जो है, उसका करवाना है, मेरे पास उसका कमेंट है, लिखना है। पीड़ित : कहां वाली हाईकोर्ट वाली। दरोगा : हां। पीड़ित : जो समझिए लिख दीजिए। दरोगा : गुलाब सिंह से बात नहीं हुई क्या? पीड़ित : बात हुई थी, कह रहे थे कुछ करवा दीजिएगा। कितना करना है। दरोगा : हम आ रहे हैं, चौराहे पर मिल जाइए आप। पीड़ित : साहब अगर आप मिल जाएंगे तो ठीक वर्ना थाने पर भिजवा देंगे। दरोगा :आपको इधर ही करना होगा, हम थाने नहीं जाएंगे। पीड़ित : कुछ मालूम पड़ता है तो आपको वकील से भिजवा देते। दरोगा : आप 2 करवा दीजिए। पीड़ित : नहीं एक करवा देते हैं। दरोगा : नहीं इतना ही चल रहा है। X पर ऑडियो पोस्ट किया
सोशल मीडिया X पर दो ऑडियो पोस्ट किए गए। इसके जवाब में डीसीपी यमुनानगर (प्रयागराज) के द्वारा आया है। उक्त प्रकरण में एसीपी कौंधियारा को कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया है। एसीपी कौंधियारा विवेक यादव सोशल मीडिया पर वायरल हुई दोनों ऑडियो को जांच पड़ताल करने के बाद उन्होंने डीसीपी यमुनानगर को रिपोर्ट लगाकर भेज दिए कि दोनों ऑडियो कौंधियारा थाने में तैनात दरोगा के हैं। डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बताया कि ऑडियो के आधार पर दो दरोगा को निलंबित किया गया है।
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महाकुंभ से पहले ‘बंदरों की टेंशन’…घर पिंजड़ों में बदले:7 दिन में 90 लोगों पर हमला; पुलिस चौकी, रेलवे स्टेशनों पर लगे लंगूरों के कटआउट​​​ प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी, 2025 से शुरू हो रहा है। 45 करोड़ लोगों के लिए शहर तैयार है। मगर 10 दिन से प्रयागराज में अचानक बंदरों की संख्या बढ़ गई है। बंदरों के झुंड लोगों पर हमला भी कर रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर… प्रयागराज में पुलिस की रिश्वत मांगने के 2 ऑडियो वायरल हुए हैं। एक ऑडियो में मुकदमे से नाम हटाने के रेट तय हो रहे हैं। दूसरे ऑडियो में ट्रेनी दरोगा कोर्ट में जमानत के कागज भिजवाने के लिए 2 हजार रुपए मांग रहे हैं। ये दोनों पुलिस वाले प्रयागराज के कौंधियारा थाने के हैं। ऑडियो सामने आने के बाद SSP ने जांच के आदेश दिए। ACP की जांच में दोनों पुलिस वाले दोषी पाए गए हैं। ACP की रिपोर्ट पर DCP यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने उप निरीक्षक विजय गौड़, उप निरीक्षक गुलाब सिंह को सस्पेंड करके विभागीय जांच बैठा दी है। अब दोनों रिकॉर्डिंग को पढ़िए… रिकॉर्डिंग 1. दरोगा मुकदमे से नाम हटवाने की सेटिंग करते रहे ट्रेनी दरोगा : हेलो पीड़ित : हां सर (ट्रेनी दरोगा मृत्युंजय ने फोन उठाया और दरोगा गुलाब सिंह से बात कराई) दरोगा (गुलाब सिंह) : हां, मुकेश… पीड़ित : नमस्ते सर दरोगा : बताओं बच्चा पीड़ित : 36 लोग हैं उनमें, 20 लोग करवा रहे हैं, कितने तक की व्यवस्था करवा लें, जितना आप कह रहे हैं उतना संभव नहीं है साहब दरोगा : सुबह आ जाओ, ये सब बातें फोन पर संभव नहीं हैं दरोगा : कहां हो आप पीड़ित : छत पर अकेले बैठे हैं दरोगा : तुम एक किलोमीटर नहीं आ सकते, ये सब फालतू बात नहीं, जब मिलना हो तो आ जाओ या तो हम चले आएंगे ट्रेनी दरोगा : आप जिन साहब से बात कर रहे हो उनसे बात कर लेना, ये सब बातें फोन पर संभव नहीं हैं अब रिकॉर्डिंग 2. जमानत के कागज भिजवाने का रेट 2 हजार ट्रेनी दरोगा (विजय गौड़) : बेल वाली जो है, उसका करवाना है, मेरे पास उसका कमेंट है, लिखना है। पीड़ित : कहां वाली हाईकोर्ट वाली। दरोगा : हां। पीड़ित : जो समझिए लिख दीजिए। दरोगा : गुलाब सिंह से बात नहीं हुई क्या? पीड़ित : बात हुई थी, कह रहे थे कुछ करवा दीजिएगा। कितना करना है। दरोगा : हम आ रहे हैं, चौराहे पर मिल जाइए आप। पीड़ित : साहब अगर आप मिल जाएंगे तो ठीक वर्ना थाने पर भिजवा देंगे। दरोगा :आपको इधर ही करना होगा, हम थाने नहीं जाएंगे। पीड़ित : कुछ मालूम पड़ता है तो आपको वकील से भिजवा देते। दरोगा : आप 2 करवा दीजिए। पीड़ित : नहीं एक करवा देते हैं। दरोगा : नहीं इतना ही चल रहा है। X पर ऑडियो पोस्ट किया
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