पंजाब में होने वाले नगर निगम चुनावों का मामला अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया है। इस मामले में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने याचिका दायर की है। याचिका में अकाली दल ने पटियाला समेत कई जगहों पर नामांकन के दौरान उत्पीड़न का मुद्दा उठाया है। उन्होंने इस संबंध में कई तथ्य पेश किए हैं। इसके बाद कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 18 दिसंबर तक निर्धारित की है। जबकि इस बार नगर निगम के चुनाव 21 दिसंबर तक निर्धारित किए गए हैं। फाइल छीनकर फरार हुए थे आरोपी 12 दिसंबर को नगर निगम चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी। लेकिन इस दौरान पटियाला में काफी हंगामा हुआ। उस समय लोग लाइनों में खड़े थे। तभी कुछ लोगों ने कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवारों से फाइल छीन ली और भाग गए। जिसके कारण कई लोग अपना नामांकन भी दाखिल नहीं कर पाए। मौके पर भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी पहुंचे। उन्होंने इस मामले में चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग भी की। हालांकि उस समय आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा था कि भाजपा और कांग्रेस को हार का डर सता रहा है। इसलिए वे इस तरह का ड्रामा कर रहे हैं। ईवीएम से होंगे मतदान, संशोधन के लिए भेजी गई सूचियां आयोग ने तय किया है कि इस बार चुनाव ईवीएम से होंगे, इसलिए मशीनें तैयार कर ली गई हैं। आयोग ने नवीनतम मशीनें खरीदी हैं। अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, फगवाड़ा और पटियाला में नगर निगम चुनाव हो रहे हैं। इन 5 शहरों में 37 लाख 32 हजार मतदाता हैं। इनमें 19.50 लाख पुरुष और 17 लाख महिला मतदाता हैं। मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक रहेगा। पहले मतदान सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक होता था, लेकिन इस बार इसे 1 घंटा अधिक रखा गया है। चुनाव के बाद नगर निगम में 381 सदस्य चुने जाएंगे। वहीं नगर परिषदों में 598 सदस्य चुने जाएंगे। कानून व्यवस्था के लिए भी पूरी तैयारी की जा रही है। एक मतदान केंद्र पर 3 व्यक्ति होंगे। अगर 2 मतदान केंद्र हैं, तो वहां 2 अधिकारी तैनात किए जाएंगे। पंजाब में होने वाले नगर निगम चुनावों का मामला अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया है। इस मामले में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने याचिका दायर की है। याचिका में अकाली दल ने पटियाला समेत कई जगहों पर नामांकन के दौरान उत्पीड़न का मुद्दा उठाया है। उन्होंने इस संबंध में कई तथ्य पेश किए हैं। इसके बाद कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 18 दिसंबर तक निर्धारित की है। जबकि इस बार नगर निगम के चुनाव 21 दिसंबर तक निर्धारित किए गए हैं। फाइल छीनकर फरार हुए थे आरोपी 12 दिसंबर को नगर निगम चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी। लेकिन इस दौरान पटियाला में काफी हंगामा हुआ। उस समय लोग लाइनों में खड़े थे। तभी कुछ लोगों ने कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवारों से फाइल छीन ली और भाग गए। जिसके कारण कई लोग अपना नामांकन भी दाखिल नहीं कर पाए। मौके पर भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी पहुंचे। उन्होंने इस मामले में चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग भी की। हालांकि उस समय आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा था कि भाजपा और कांग्रेस को हार का डर सता रहा है। इसलिए वे इस तरह का ड्रामा कर रहे हैं। ईवीएम से होंगे मतदान, संशोधन के लिए भेजी गई सूचियां आयोग ने तय किया है कि इस बार चुनाव ईवीएम से होंगे, इसलिए मशीनें तैयार कर ली गई हैं। आयोग ने नवीनतम मशीनें खरीदी हैं। अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, फगवाड़ा और पटियाला में नगर निगम चुनाव हो रहे हैं। इन 5 शहरों में 37 लाख 32 हजार मतदाता हैं। इनमें 19.50 लाख पुरुष और 17 लाख महिला मतदाता हैं। मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक रहेगा। पहले मतदान सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक होता था, लेकिन इस बार इसे 1 घंटा अधिक रखा गया है। चुनाव के बाद नगर निगम में 381 सदस्य चुने जाएंगे। वहीं नगर परिषदों में 598 सदस्य चुने जाएंगे। कानून व्यवस्था के लिए भी पूरी तैयारी की जा रही है। एक मतदान केंद्र पर 3 व्यक्ति होंगे। अगर 2 मतदान केंद्र हैं, तो वहां 2 अधिकारी तैनात किए जाएंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
जालंधर में थाने में चोरी के आरोपी से मारपीट:एएसआई के खिलाफ FIR, कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई
जालंधर में थाने में चोरी के आरोपी से मारपीट:एएसआई के खिलाफ FIR, कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई जालंधर में थाने के अंदर चोरी के आरोपी से बुरी तरह मारपीट करने के मामला सामने आया है। जांच अधिकारी पर कोर्ट ने एक्शन लिया है। कोर्ट ने केस के जांच अधिकारी थाना डिवीजन नंबर-3 में तैनात एएसआई सतपाल सिंह के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उन्हीं के थाने में सतपाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 330 और 166-ए के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। ये केस पुलिस ने शनिवार को देर शाम दर्ज किया। सूत्रों के अनुसार मामले में पुलिस के उच्च अधिकारी जांच कर रहे हैं, जिसके बाद पुलिस केस की जांच आगे बढ़ाएगी। केस के जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार हैं। पुलिस कस्टडी में हुई थी पारस के साथ मारपीट कोर्ट के आदेशों पर दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया है कि 29 अप्रैल को थाना डिवीजन नंबर-3 की पुलिस ने आईपीसी की धारा 380 और 457 के तहत केस नंबर 48 दर्ज किया था। केस में पुलिस ने आरोपी पाए गए पारस उर्फ भीची को गिरफ्तार किया था। उक्त केस में एएसआई सतपाल जांच अधिकारी थे। एएसआई सतपाल ने उक्त आरोपी को 14 मई को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसके साथ पुलिस कस्टडी में जमकर मारपीट की गई। पारस के साथ हुई मारपीट के बाद उसका परिवार कोर्ट गया तो कोर्ट में पारस के बयान दर्ज हुए। सभी तथ्यों को देखते हुए पुलिस ने एएसआई सतपाल पर केस दर्ज करने के आदेश दिए थे। फिलहाल केस में एएसआई सतपाल की गिरफ्तारी बाकी है। भैरों बाजार में दुकान का ताला तोड़ चोरी करने का था आरोप मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने पारस को भैरों बाजार में स्थित दुकान के अंदर से करीब दस लाख रुपए का सामान चोरी करने के आरोप लगाए थे। जिसमें पीड़ित अरुण कुमार ने कहा था कि वह रोजाना की तरीह 27 अप्रैल को रात दुकान बंद कर चले गए थे। 29 अप्रैल को जब वह अपनी दुकान पर पहुंचे तो देखा कि दुकान का सारा सामान बिखरा हुआ था और दुकान के अंदर पड़ी करीब 10 लाख रुपए एक हफ्ते की सेल गायब थी। जिसके बाद पीड़ितों ने मामले की शिकायत की तो जांच के बाद थाना-3 की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था।इ
पंजाब AAP विधायक को स्कूल में नहीं मिला सम्मान:शिक्षकों ने रिसीव नहीं किया, कमरे से बाहर तक नहीं निकले; स्पीकर ने नोटिस भेजा
पंजाब AAP विधायक को स्कूल में नहीं मिला सम्मान:शिक्षकों ने रिसीव नहीं किया, कमरे से बाहर तक नहीं निकले; स्पीकर ने नोटिस भेजा पंजाब के फरीदकोट जिले के जैतो से आम आदमी पार्टी विधायक अमोलक सिंह काे एक सरकारी स्कूल में सम्मान न मिलने का मामला सामने आया है। स्कूल में मौजूद शिक्षकों ने न तो उन्हें रिसीव किया और न ही उनके स्कूल पहुंचने पर वे अपने कमरों से बाहर आए। इसके बाद यह मामला विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां के पास पहुंचा। स्पीकर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए 3 टीचरों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। स्पीकर ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर इस संबंधी आदेश जारी किए हैं। यह था मामला
जानकारी के मुताबिक, विधायक अमोलक सिंह 17 सितंबर को गोदारा स्थित सरकारी प्राइमरी स्कूल की चेकिंग के लिए गए थे। इस दौरान स्कूल हेड टीचर हरविंदर सिंह गैर हाजिर थे। जबकि, परमजीत कौर, गीता रानी और कुलविदंर कौर स्टाफ ड्यूटी पर हाजिर थी। विधायक का आरोप था कि स्कूल चेकिंग के दौरान टीचर बाहर नहीं आए। उन्हें रिसीव तक नहीं किया गया। फिर विधायक की तरफ से स्पीकर को पत्र लिखकर सूचित किया गया। इसके बाद स्पीकर ने उक्त टीचरों को अपने विधानसभा स्थित दफ्तर में बुलाया गया। पहले सीनियर अधिकारियों की आती थी शिकायतें
यह इस तरह का पहला मामला है। इससे पहले सीनियर अधिकारियों द्वारा विधायकों को मान-सम्मान न देने के मामले सामने आते थे। कई बार सीनियर अधिकारियों को विधानसभा में तलब तक किया गया है।
पंजाब में रजिस्ट्री बंद की चेतावनी:रेवेन्यू ऑफिसर्स कल मंत्री से मिलेंगे; रिश्वतखोरी के आरोप में बंद एसोसिएशन प्रधान को रिहा करने की मांग
पंजाब में रजिस्ट्री बंद की चेतावनी:रेवेन्यू ऑफिसर्स कल मंत्री से मिलेंगे; रिश्वतखोरी के आरोप में बंद एसोसिएशन प्रधान को रिहा करने की मांग पंजाब में कल यानि सोमवार को राजस्व अधिकारी एसोसिएशन के पदाधिकारी पंजाब विजिलेंस के खिलाफ मंत्री से मिलेंगे। अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो वे बुधवार 18 दिसंबर को पूरे प्रदेश में किसी भी तरह की रजिस्ट्री नहीं होने देंगे। यह विरोध पंजाब अध्यक्ष सुखचरण सिंह चन्नी के समर्थन में वापस लिया जाएगा, जिन्हें कुछ दिन पहले बरनाला में रिश्वत लेते पंजाब विजिलेंस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। चंडीगढ़ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की गई। गौरतलब है कि प्रदेश भर के राजस्व अधिकारियों ने 28 और 29 नवंबर को सामूहिक अवकाश लेकर भी विरोध प्रदर्शन किया था। लेकिन इस बार राजस्व अधिकारियों ने मन बना लिया है कि अगर दो दिन में अध्यक्ष सुखचरण चन्नी के खिलाफ मामला वापस नहीं लिया गया तो पूरे पंजाब में अनिश्चितकाल के लिए रजिस्ट्री बंद कर दी जाएगी। पढ़ें क्या है पूरा मामला.. बता दें कि बरनाला विजिलेंस ने एसोसिएशन के प्रधान चन्नी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ने का दावा किया था। बुधवार को चन्नी की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए रेवेन्यू ऑफिसर यूनियन ने गुरुवार को राज्य भर में तैनात यूनियन के सदस्यों तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सब रजिस्ट्रार और डीआरओ को विरोध स्वरूप सामूहिक अवकाश लेकर बरनाला विजिलेंस ऑफिस के बाहर पहुंचने को कहा था।