हाथरस बिटिया कांड…हम कैसे हिंदू सर, कुंवारी को जला दिया:राहुल गांधी ने जारी किया VIDEO; लिखा- सुनिए और महसूस करिए

हाथरस बिटिया कांड…हम कैसे हिंदू सर, कुंवारी को जला दिया:राहुल गांधी ने जारी किया VIDEO; लिखा- सुनिए और महसूस करिए

ये सब नहीं होता तो बेटी की शादी कर देती। मेरी बेटी बहुत सीधी थी। इन लोगों ने अफवाह उड़ाई… वो लड़कों से बात करती थी। वो शॉपिंग के लिए ले जाता था। जिसे किसी से कोई मतलब नहीं रहता था। उसे इतना पता नहीं था कि फोन पर इंग्लिश में नंबर आ गया तो पूछने आती थी, भाभी जी ये देखिए किसका नंबर है। उस इंसान के लिए कैसे आरोप लगा सकते हैं। हम लोगों को बहुत टॉर्चर किया गया। हम लोगों को दिखा दिया गया है कि घर दिया गया है,नौकरी दी गई है। ऐसा कुछ नहीं हुआ है। हम लोग चार साल से जेल जैसी जिंदगी जी रहे हैं। हम लोगों को बंद कर दिया गया है। सामान लेने के लिए लेटर लिखना पड़ता है। आरोपी छूटकर आ गए हैं। बेटी का दर्द उठाने की हमें सजा मिली है। यह दर्द हाथरस की बिटिया कांड के पीड़ित परिवार का है। जिसका 12 मिनट का वीडियो कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया X पर मंगलवार को जारी किया है। वीडियो के साथ राहुल गांधी ने लिखा कि “हाथरस रेप पीड़िता के परिवार के हताशा से भरे एक-एक शब्द को ध्यान से सुनिए और महसूस कीजिए। ये आज भी दहशत में हैं। इनकी स्थिति इस बात की पुष्टि करती है कि दलितों को न्याय मिलना बेहद मुश्किल हो गया है। हम इस परिवार के साथ हैं – इनके घर का रिलोकेशन करेंगे और हर ज़रूरी सहायता देंगे।” अब जानिए हाथरस बिटिया कांड
कोतवाली चंदपा क्षेत्र के एक गांव में 14 सितंबर 2020 अनुसूचित जाति की एक युवती गांव के निकट ही खेत में घायल अवस्था में पड़ी मिली थी। उसके भाई ने गांव के युवक संदीप के खिलाफ जानलेवा हमला व एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। युवती को गंभीर अवस्था में अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए भेजा गया था। 22 सितंबर को युवती के बयान के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म की धारा बढ़ाई गई थी और तीन अन्य रामू, रवि और लवकुश के नाम बतौर आरोपी शामिल किए गए थे। 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में युवती ने दम तोड़ दिया था। इस मामले में सीबीआई ने जांच की थी। अदालत ने इस मामले में संदीप को उम्रकैद की सजा सुनाई थी, अन्य तीन आरोपियों को बरी कर दिया था। वीडियो में ये बातें कही गईं
वीडियो में दिखाया गया है कि 14 सितंबर 2020 को चार लोगों ने 19 साल की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। दो हफ्ते बाद 28 सितंबर को दिल्ली में इलाज के बाद पीड़िता ने दम तोड़ दिया। उसी रात 2:30 बजे युवती के परिवार की बगैर सहमति के यूपी पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। 4 साल बाद भी पीड़िता के परिवार को न्याय नहीं मिला है। लड़की की मां ने कहा कि अगर मेरी बेटी के साथ ये सब न हुआ होता तो मैं बेटी का विवाह कर देती। हम लोगों को बहुत सताया गया है। उन्होंने दुनिया को दिखाया कि हमारे परिवार को उन्होंने नौकरी दी है, घर दिया है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ ही नहीं है। अगर उन्होंने कुछ दिया होता तो पिछले चार साल से हम जेल जैसा जीवन नहीं बिता रहे होते। परिजन बोले-दलित के लिए न्याय की कोई उम्मीद नहीं
मृतका के परिजन ने कहा- एक आरोपी जेल में है। 3 छूट कर बाहर आ गए हैं। मामले में बहन का बयान हटा दिया गया है। कोर्ट का ऑर्डर है कि परिवार को घर और नौकरी दिया जाए। लेकिन वो भी नहीं मिला है। गांव में एससी जाति के 4 घर हैं। दो घर के लोग डर की वजह से यहां से चले गए हैं। सीबीआई ने चार्जशीट में 4 को दोषी माना है। दलित के लिए न्याय की कोई उम्मीद नहीं है। देश-दुनिया ने देखा है, बॉडी रात में क्यों जलाई गई। हम छोटी जाति से हैं तो इसमें तो मेरा क्या कसूर है। जब सबूत मिटा दिया गया तो हम कैसे साबित कर पाएंगे। प्रशासन ने जो लापरवाही की, उन पर भी कार्रवाई नहीं की गई। ये कैसी नारी सुरक्षा है। संविधान के हिसाब से कुछ नहीं चल रहा है। सरकार अपनी मर्जी से चलाई जा रही है। जिस दिन जजमेंट हुआ, उस दिन तीन बार में जजमेंट हुआ। जज का भी चेहरा उतरा हुआ था। ऐसा लग रहा था कि पीछे कोई बैठा हुआ है, दबाव बना रहा था। उनके सारे संगठन वहां बैठे हुए थे। गाड़ी में मिठाई और फूल मालाएं थी। हम कैसे हिंदू हैं सर, कुंवारी कन्या को जला दिया। अस्थियां अभी तक रखी हुई हैं। जब तक न्याय नहीं मिलेगा, विसर्जन नहीं करेंगे। हम इंसानियत के लिए लड़ रहे हैं। सजा मिलेगी तो डर पैदा होगा। हमें ऐसा एहसास होता है कि हम भारत में रहते ही नहीं हैं। हम ऐसी जाति के हैं इसलिए। जैसे हम कहीं बाहर से आए हुए हैं। राहुल गांधी ने लोकसभा में उठाया था मुद्दा 12 दिसंबर को राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर मामले को फिर से गर्मा दिया था। उसी दिन X पर टिप्पणी कर सरकार को घेरा था और 14 दिसंबर को लोकसभा में इस मामले को उठाया था। लोकसभा में दिए भाषण को उन्होंने टिप्पणी के साथ एक्स पर भी पोस्ट किया था। उन्होंने कहा कि यूपी में संविधान नहीं मनु स्मृति लागू हो रही है। परिवार ने मुझसे कहा कि यूपी सरकार ने हमसे वादा किया था कि हम आपको रहने को किसी और जगह जमीन देंगे। चार साल हो गए हैं, यह वादा पूरा नहीं किया। यदि यूपी सरकार परिवार को नई जगह नहीं बसाएगी तो इंडिया गठबंधन यह कार्य करेगा। रेप करने वाले बाहर घूम रहे
संसद में राहुल गांधी ने कहा था कि हाथरस में 4 साल पहले एक बिटिया के साथ दुष्कर्म होता है। तीन-चार लोग दष्कर्म करते हैं। मैं दो-तीन दिन पहले उस बिटिया के परिवार से मिला। जिन्होंने सामूहिक दुष्कर्म किया, वह बाहर घूम रहे हैं। बिटिया का परिवार अपने घर में बंद है। जो अपराधी हैं, वह उनको रोज धमकाते हैं। परिवार ने मुझे फोटो दिखाई। परिवार ने मुझे बताया कि बिटिया का अंतिम संस्कार भी हमें नहीं करने दिया गया। मुख्यमंत्री ने इसके बारे में मीडिया में खुलकर झूठ बोला था। राहुल गांधी ने प्रश्न करते हुए कहा कि यह संविधान में कहां लिखा है कि जो दुष्कर्म करते हैं वो बाहर रहें और जिस परिवार को पीड़ा हुई है, उसे बंद कर दिया जाए। यह बात तो मनु स्मृति में लिखी है, संविधान में नहीं लिखी। …………………………………….. ये खबर भी पढ़ें… हाथरस रेप पीड़िता का भाई बोला-सरकार मकान-जमीन छीनना चाहती:राहुल परिवार से मिले, 45 मिनट बात की, बोले- सरकार क्रिमिनल जैसा व्यवहार कर रही कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को हाथरस रेप पीड़िता के परिवार से मिले। उन्होंने 45 मिनट तक परिवार से बातचीत की। राहुल ने अचानक दौरे का प्लान बनाया। सुबह 7 बजे दिल्ली से हाथरस के लिए निकले। इसी साल, 2 जुलाई को लड़की के पिता ने राहुल को चिट्‌ठी लिखी थी। इसमें कहा था- 4 साल से कैद में हूं। न कोई रोजगार है। न ही रोजगार के लिए कोई बाहर जा पा रहा। सरकार ने वादे भी पूरे नहीं किए। (पूरी खबर पढ़ें) ये सब नहीं होता तो बेटी की शादी कर देती। मेरी बेटी बहुत सीधी थी। इन लोगों ने अफवाह उड़ाई… वो लड़कों से बात करती थी। वो शॉपिंग के लिए ले जाता था। जिसे किसी से कोई मतलब नहीं रहता था। उसे इतना पता नहीं था कि फोन पर इंग्लिश में नंबर आ गया तो पूछने आती थी, भाभी जी ये देखिए किसका नंबर है। उस इंसान के लिए कैसे आरोप लगा सकते हैं। हम लोगों को बहुत टॉर्चर किया गया। हम लोगों को दिखा दिया गया है कि घर दिया गया है,नौकरी दी गई है। ऐसा कुछ नहीं हुआ है। हम लोग चार साल से जेल जैसी जिंदगी जी रहे हैं। हम लोगों को बंद कर दिया गया है। सामान लेने के लिए लेटर लिखना पड़ता है। आरोपी छूटकर आ गए हैं। बेटी का दर्द उठाने की हमें सजा मिली है। यह दर्द हाथरस की बिटिया कांड के पीड़ित परिवार का है। जिसका 12 मिनट का वीडियो कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया X पर मंगलवार को जारी किया है। वीडियो के साथ राहुल गांधी ने लिखा कि “हाथरस रेप पीड़िता के परिवार के हताशा से भरे एक-एक शब्द को ध्यान से सुनिए और महसूस कीजिए। ये आज भी दहशत में हैं। इनकी स्थिति इस बात की पुष्टि करती है कि दलितों को न्याय मिलना बेहद मुश्किल हो गया है। हम इस परिवार के साथ हैं – इनके घर का रिलोकेशन करेंगे और हर ज़रूरी सहायता देंगे।” अब जानिए हाथरस बिटिया कांड
कोतवाली चंदपा क्षेत्र के एक गांव में 14 सितंबर 2020 अनुसूचित जाति की एक युवती गांव के निकट ही खेत में घायल अवस्था में पड़ी मिली थी। उसके भाई ने गांव के युवक संदीप के खिलाफ जानलेवा हमला व एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। युवती को गंभीर अवस्था में अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए भेजा गया था। 22 सितंबर को युवती के बयान के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म की धारा बढ़ाई गई थी और तीन अन्य रामू, रवि और लवकुश के नाम बतौर आरोपी शामिल किए गए थे। 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में युवती ने दम तोड़ दिया था। इस मामले में सीबीआई ने जांच की थी। अदालत ने इस मामले में संदीप को उम्रकैद की सजा सुनाई थी, अन्य तीन आरोपियों को बरी कर दिया था। वीडियो में ये बातें कही गईं
वीडियो में दिखाया गया है कि 14 सितंबर 2020 को चार लोगों ने 19 साल की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। दो हफ्ते बाद 28 सितंबर को दिल्ली में इलाज के बाद पीड़िता ने दम तोड़ दिया। उसी रात 2:30 बजे युवती के परिवार की बगैर सहमति के यूपी पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। 4 साल बाद भी पीड़िता के परिवार को न्याय नहीं मिला है। लड़की की मां ने कहा कि अगर मेरी बेटी के साथ ये सब न हुआ होता तो मैं बेटी का विवाह कर देती। हम लोगों को बहुत सताया गया है। उन्होंने दुनिया को दिखाया कि हमारे परिवार को उन्होंने नौकरी दी है, घर दिया है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ ही नहीं है। अगर उन्होंने कुछ दिया होता तो पिछले चार साल से हम जेल जैसा जीवन नहीं बिता रहे होते। परिजन बोले-दलित के लिए न्याय की कोई उम्मीद नहीं
मृतका के परिजन ने कहा- एक आरोपी जेल में है। 3 छूट कर बाहर आ गए हैं। मामले में बहन का बयान हटा दिया गया है। कोर्ट का ऑर्डर है कि परिवार को घर और नौकरी दिया जाए। लेकिन वो भी नहीं मिला है। गांव में एससी जाति के 4 घर हैं। दो घर के लोग डर की वजह से यहां से चले गए हैं। सीबीआई ने चार्जशीट में 4 को दोषी माना है। दलित के लिए न्याय की कोई उम्मीद नहीं है। देश-दुनिया ने देखा है, बॉडी रात में क्यों जलाई गई। हम छोटी जाति से हैं तो इसमें तो मेरा क्या कसूर है। जब सबूत मिटा दिया गया तो हम कैसे साबित कर पाएंगे। प्रशासन ने जो लापरवाही की, उन पर भी कार्रवाई नहीं की गई। ये कैसी नारी सुरक्षा है। संविधान के हिसाब से कुछ नहीं चल रहा है। सरकार अपनी मर्जी से चलाई जा रही है। जिस दिन जजमेंट हुआ, उस दिन तीन बार में जजमेंट हुआ। जज का भी चेहरा उतरा हुआ था। ऐसा लग रहा था कि पीछे कोई बैठा हुआ है, दबाव बना रहा था। उनके सारे संगठन वहां बैठे हुए थे। गाड़ी में मिठाई और फूल मालाएं थी। हम कैसे हिंदू हैं सर, कुंवारी कन्या को जला दिया। अस्थियां अभी तक रखी हुई हैं। जब तक न्याय नहीं मिलेगा, विसर्जन नहीं करेंगे। हम इंसानियत के लिए लड़ रहे हैं। सजा मिलेगी तो डर पैदा होगा। हमें ऐसा एहसास होता है कि हम भारत में रहते ही नहीं हैं। हम ऐसी जाति के हैं इसलिए। जैसे हम कहीं बाहर से आए हुए हैं। राहुल गांधी ने लोकसभा में उठाया था मुद्दा 12 दिसंबर को राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर मामले को फिर से गर्मा दिया था। उसी दिन X पर टिप्पणी कर सरकार को घेरा था और 14 दिसंबर को लोकसभा में इस मामले को उठाया था। लोकसभा में दिए भाषण को उन्होंने टिप्पणी के साथ एक्स पर भी पोस्ट किया था। उन्होंने कहा कि यूपी में संविधान नहीं मनु स्मृति लागू हो रही है। परिवार ने मुझसे कहा कि यूपी सरकार ने हमसे वादा किया था कि हम आपको रहने को किसी और जगह जमीन देंगे। चार साल हो गए हैं, यह वादा पूरा नहीं किया। यदि यूपी सरकार परिवार को नई जगह नहीं बसाएगी तो इंडिया गठबंधन यह कार्य करेगा। रेप करने वाले बाहर घूम रहे
संसद में राहुल गांधी ने कहा था कि हाथरस में 4 साल पहले एक बिटिया के साथ दुष्कर्म होता है। तीन-चार लोग दष्कर्म करते हैं। मैं दो-तीन दिन पहले उस बिटिया के परिवार से मिला। जिन्होंने सामूहिक दुष्कर्म किया, वह बाहर घूम रहे हैं। बिटिया का परिवार अपने घर में बंद है। जो अपराधी हैं, वह उनको रोज धमकाते हैं। परिवार ने मुझे फोटो दिखाई। परिवार ने मुझे बताया कि बिटिया का अंतिम संस्कार भी हमें नहीं करने दिया गया। मुख्यमंत्री ने इसके बारे में मीडिया में खुलकर झूठ बोला था। राहुल गांधी ने प्रश्न करते हुए कहा कि यह संविधान में कहां लिखा है कि जो दुष्कर्म करते हैं वो बाहर रहें और जिस परिवार को पीड़ा हुई है, उसे बंद कर दिया जाए। यह बात तो मनु स्मृति में लिखी है, संविधान में नहीं लिखी। …………………………………….. ये खबर भी पढ़ें… हाथरस रेप पीड़िता का भाई बोला-सरकार मकान-जमीन छीनना चाहती:राहुल परिवार से मिले, 45 मिनट बात की, बोले- सरकार क्रिमिनल जैसा व्यवहार कर रही कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को हाथरस रेप पीड़िता के परिवार से मिले। उन्होंने 45 मिनट तक परिवार से बातचीत की। राहुल ने अचानक दौरे का प्लान बनाया। सुबह 7 बजे दिल्ली से हाथरस के लिए निकले। इसी साल, 2 जुलाई को लड़की के पिता ने राहुल को चिट्‌ठी लिखी थी। इसमें कहा था- 4 साल से कैद में हूं। न कोई रोजगार है। न ही रोजगार के लिए कोई बाहर जा पा रहा। सरकार ने वादे भी पूरे नहीं किए। (पूरी खबर पढ़ें)   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर