हरियाणा के पानीपत जिले के सनौली थाना क्षेत्र में दो ट्रैक्टर चालकों की सड़क पर रेस लगाना एक परिवार को महंगा पड़ गया। एक ट्रैक्टर ने सामने से बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पर सवार पति-पत्नी और मां गंभीर रूप से घायल हो गए। जबकि हादसे में 3 माह की बच्ची की मौत हो गई। हादसे की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी ट्रैक्टर चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। साथ ही पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। आरोपी ट्रैक्टर छोड़कर हुआ फरार सनौली थाना पुलिस को दी शिकायत में अरमान ने बताया कि वह गांव पत्थरगढ़, जिला पानीपत का रहने वाला है। 18 दिसंबर को वह अपनी बाइक पर पत्नी फरीन, मां नसीमा और अपनी 3 माह की बेटी इनाया के साथ गांव गढ़ी बेसिक जा रहा था। जहां से वह अपनी बेटी को दवाई दिलवाने जा रहा था। रास्ते में जब वे गांव जलालपुर टू के पास पहुंचे, तो सामने से एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक ने सीधी टक्कर बाइक को मार दी। टक्कर लगते ही वे बाइक सहित नीचे गिर गए। हादसे के बाद ट्रैक्टर मौके पर छोड़कर आरोपी फरार हो गया। राहगीरों ने हादसे में घायल सभी को वहां से सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने 3 माह की बेटी को मृत घोषित कर दिया। जबकि अन्यों को इलाज के लिए दाखिल कर लिया। जिन्हें बाद में परिजन एक निजी अस्पताल ले गए। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। पहला ही बच्चा था: नाना बच्ची ने नाना नौशाद ने बताया कि उसकी बेटी नसीमा को यह पहला ही बच्चा था। जो इस हादसे का शिकार हो गई। ट्रैक्टर चालक बीच सड़क पर ही अंधाधुंध रेस लगा रहे थे। हादसे के बाद आरोपी चालक के समझौता करने के लिए फोन आ रहे है। हरियाणा के पानीपत जिले के सनौली थाना क्षेत्र में दो ट्रैक्टर चालकों की सड़क पर रेस लगाना एक परिवार को महंगा पड़ गया। एक ट्रैक्टर ने सामने से बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पर सवार पति-पत्नी और मां गंभीर रूप से घायल हो गए। जबकि हादसे में 3 माह की बच्ची की मौत हो गई। हादसे की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी ट्रैक्टर चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। साथ ही पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। आरोपी ट्रैक्टर छोड़कर हुआ फरार सनौली थाना पुलिस को दी शिकायत में अरमान ने बताया कि वह गांव पत्थरगढ़, जिला पानीपत का रहने वाला है। 18 दिसंबर को वह अपनी बाइक पर पत्नी फरीन, मां नसीमा और अपनी 3 माह की बेटी इनाया के साथ गांव गढ़ी बेसिक जा रहा था। जहां से वह अपनी बेटी को दवाई दिलवाने जा रहा था। रास्ते में जब वे गांव जलालपुर टू के पास पहुंचे, तो सामने से एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक ने सीधी टक्कर बाइक को मार दी। टक्कर लगते ही वे बाइक सहित नीचे गिर गए। हादसे के बाद ट्रैक्टर मौके पर छोड़कर आरोपी फरार हो गया। राहगीरों ने हादसे में घायल सभी को वहां से सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने 3 माह की बेटी को मृत घोषित कर दिया। जबकि अन्यों को इलाज के लिए दाखिल कर लिया। जिन्हें बाद में परिजन एक निजी अस्पताल ले गए। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। पहला ही बच्चा था: नाना बच्ची ने नाना नौशाद ने बताया कि उसकी बेटी नसीमा को यह पहला ही बच्चा था। जो इस हादसे का शिकार हो गई। ट्रैक्टर चालक बीच सड़क पर ही अंधाधुंध रेस लगा रहे थे। हादसे के बाद आरोपी चालक के समझौता करने के लिए फोन आ रहे है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में टिकट से पहले BJP कैंडिडेट का विरोध:बरवाला सीट से टिकट पर अटकलें, जिला पार्षद महंत दर्शनगिरी ने छोड़ी पार्टी हरियाणा भाजपा आज टिकटों का ऐलान कर सकती है। मगर टिकट जारी करने से पहले ही भाजपा के कैंडिडेट का विरोध शुरू हो चुका है। हिसार की बरवाला विधानसभा में भाजपा के टिकट के लिए हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का नाम सबसे आगे हैं। टिकट भी तय माना जा रहा है। स्थानीय भाजपाई इसका विरोध कर रहे हैं। रणबीर गंगवा को टिकट देने के विरोध में भाजपा के जिला पार्षद महंत दर्शनगिरी ने पार्टी के सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। दर्शनगिरी ने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को भेज दिया है। बता दें कि भाजपा पार्षद सहित बरवाला के तमाम नेता रणबीर गंगवा को टिकट देने का विरोध कर रहे हैं और चाहते हैं कि बरवाला से स्थानीय चेहरा ही मैदान में उतरे। करीब एक सप्ताह पहले एक पत्र स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं की ओर भाजपा पदाधिकारियों को लिखा गया था। अब इसी बीच एक ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गई। बताया जा रहा है कि यह ऑडियो हरियाणा के डिप्टी स्पीकर और भाजपा कार्यकर्ता का है। इस ऑडियो में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की आवाज से मेल खाता व्यक्ति बोल रहा है और भाजपा पार्षद महंत दर्शनगिरी के बारे में अनापशनाप बोल रहा है। हालांकि महंत दर्शनगिरी का कहना है कि ऑडियो में आवाज रणबीर गंगवा की है। हालांकि डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि यह वायरल ऑडियो उनका नहीं है और ना ही उनकी आवाज है। गंगवा ने यह भी कहा कि पार्टी जहां से आदेश देगी वहीं से चुनाव लड़ूंगा। आखिरकार डिप्टी स्पीकर को इसलिए बदलनी पड़ रही सीट कुलदीप बिश्नोई के कारण डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा को अपनी परंपरागत सीट बदलनी पड़ रही है। हालांकि वह नलवा से ही तैयारी कर चुके हैं और यहीं लड़ना भी चाहते हैं। मगर कुलदीप बिश्नोई यहां से अपने दोस्त रणधीर पनिहार को चुनाव लड़वाना चाहते हैं। नलवा से इससे पहले कुलदीप बिश्नोई की माता जसमा देवी और भाई चंद्रमोहन चुनाव लड़ चुके हैं। ऐसे में रणबीर गंगवा को बरवाला से बेहतर विकल्प नजर नहीं आ रहा है। लोकसभा चुनाव में बरवाला में भाजपा को लीड मिली थी। वहीं नलवा में भाजपा कुछ वोटों से पिछड़ गई थी। इस कारण भाजपा के स्थानीय बड़े नेताओं की नजर बरवाला विधानसभा पर टिकी है। बरवाला में राह आसान नहीं 3 उदाहरण से समझिए.. 1. बाहरी प्रत्याशी का विरोध : बरवाला में इन दिनों रणबीर गंगवा के चुनाव लड़ने की चर्चाओं के बीच प्रत्याशी होने के कारण विरोध शुरू हो चुका है। करीब एक सप्ताह पहले भाजपा नेताओं ने प्रदेश भाजपा इकाई को पत्र लिखकर कहा था कि अगर बरवाला से बाहरी व्यक्ति को टिकट दिया तो वह उसका साथ नहीं देंगे और उसका विरोध करेंगे। 2. वीडियो वायरल पर घमासान : दरअसल, एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। भाजपा जिला पार्षद दर्शनगिरी का आरोप है कि डिप्टी स्पीकर उनको धमका रहे हैं। इस ऑडियो के आधार पर दर्शनगिरी ने डिप्टी स्पीकर के खिलाफ थाने में शिकायत दी है। 3. पार्टी पद से इस्तीफा : दर्शनगिरी ने इस सबके बीच पार्टी और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है आने वाले दिनों में कई पदाधिकारी और इस्तीफा दे सकते हैं। बरवाला में रणबीर गंगवा की दावेदारी का विरोध किया जा रहा है। कौन है रणबीर गंगवा भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश का बड़ा ओबीसी चेहरा हैं। रणबीर सिंह गंगवा प्रजापति समाज से आते हैं। वे 2010 से 2014 तक भारतीय राष्ट्रीय लोकदल पार्टी से राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। वे 2014 में हरियाणा विधानसभा के सदस्य चुने गए थे, उन्होंने तत्कालीन विधायक संपत सिंह और जसमा देवी को हराया था। इसके अलावा वे 2019 में हिसार के नलवा (विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र) से भी जीते थे । वे 2019 के चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे।
पानीपत कांग्रेस में बगावत शुरू:शहरी सीट पर पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी, ग्रामीण पर विजय जैन लड़ेंगे निर्दलीय; बीजेपी से गए थे दोनों
पानीपत कांग्रेस में बगावत शुरू:शहरी सीट पर पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी, ग्रामीण पर विजय जैन लड़ेंगे निर्दलीय; बीजेपी से गए थे दोनों हरियाणा विधानसभा चुनाव के नामांकन के आखिरी दिन से ठीक एक रात पहले कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है। इसमें पानीपत की शहरी और ग्रामीण सीटों पर भी घोषणा की गई है। शहरी सीट से वरिंदर बुल्ले शाह और ग्रामीण सीट से सचिन कुंडू को मैदान में उतारा है। जिसके बाद कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है। यहां शहरी सीट पर दावा ठोक रही पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। साथ ही शहरी सीट पर निर्दलीय लड़ने का भी ऐलान कर दिया है। इसके अलावा विजय जैन ने भी निर्दलीय तौर पर ही लड़ने का फैसला लिया है। इससे सीधे तौर पर कांग्रेस को ही नुकसान होगा। दोनों नेता बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में गए थे। दोनों को भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ही पार्टी में शामिल करवाया था। 2013 में निगम पार्षद और 2014 में रोहिता बनीं विधायक
शहर की राजनीति में सुरेंद्र रेवड़ी सक्रिय रहते हैं, लेकिन उन्होंने खुद की बजाय अपनी पत्नी रोहित को चुनाव लड़ने के लिए तैयार किया। रोहिता रेवड़ी ने 2013 में वार्ड 9 से नगर निगम पार्षद का चुनाव लड़ा। वे 10400 वोटो से जीतकर सदन में पहुंची। उस वक्त निकाय में यह सबसे बड़ी जीत थी। 2014 में भाजपा ने रोहिता रेवड़ी को शहरी विधानसभा से टिकट दिया। कांग्रेस से वरिंद्र सिंह बुल्ले शाह चुनाव मैदान में थे। रोहिता रेवड़ी ने शहरी विधानसभा से 92767 वोट हासिल किए, जबकि बुल्ले शाह को 39 036 वोट मिले। रोहिता रेवड़ी ने 53721 वोटो से वरिंदर शाह को हरा दिया था। उसे समय करीब 68 प्रतिशत वोट रोहित को मिले थे। वोट प्रतिशत में रोहिता रेवड़ी की जीत प्रदेश में बड़ी बताई गई थी। हैदराबादी बिरादरी के हैं 20 हजार से ज्यादा वोट
पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी के पति सुरेंद्र रेवड़ी यार्न व्यापारी हैं और लंबे समय तक यार्न डीलर एसोसिएशन की कमान संभाली है। वे समाजसेवा में भी आगे रहते हैं। रेवाड़ी हैदराबादी बिरादरी से संबंध रखती हैं। पानीपत शहर में हैदराबादी बिरादरी के 15 से 16000 वोट बताए जा रहे हैं। पूरी बिरादरी राजनीतिक मामलों में एकजुट रहती है।
सोनीपत में बिजली बिल के 2.36 करोड़ रुपए का फ्रॉड:ओमेक्स हाइट RWA के 3 पदाधिकारियों पर FIR; कंपनी ने नहीं दिया डेटा
सोनीपत में बिजली बिल के 2.36 करोड़ रुपए का फ्रॉड:ओमेक्स हाइट RWA के 3 पदाधिकारियों पर FIR; कंपनी ने नहीं दिया डेटा हरियाणा के सोनीपत में सेक्टर 8 स्थित ओमेक्स हाइट में बिजली बिल के लिए दी गई 2 करोड़ 36 लाख रुपए की राशि के गबन का मामला सामने आया है। पुलिस ने सोसाइटी के RWA के सचिव, उप प्रधान व कोषाध्यक्ष के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। थाना बहालगढ़ पुलिस मामले में जांच कर रही है। ओमेक्स हाइट के निवासियों ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आवासीय सोसाइटी मे 702 फ्लैट हैं। वर्तमान मे लगभग 600 परिवार यहां रहते हैं। सोसाइटी में अगस्त 2020 में 3 साल के लिए RWA (रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी) के चुनाव हुए थे। उसमें विशाल यादव को प्रधान, श्रवण कटारिया को सचिव, पुष्पेंद्र वत्स को उप प्रधान, शिल्पा वोहरा को खंजाची, पंकज मेहता को संयुक्त सचिव चुने गए थे। साथ ही 6 एग्जीक्यूटिव मेंबर चुने गए थे। लोगों ने बताया कि बाद में प्रधान, संयुक्त सचिव एवं 4 सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सोसाइटी मे पहले से ही Xenius कंपनी का ऐप हायर कर रखा है। इसके माध्यम से ही बिजली की प्रतिदिन की खपत की गणना की जाती है। इस साफ्टवेयर का सारा रिकार्ड कंपनी के सर्वर में होता है। सोसाइटी वासी इसमें ही राशि जमा कराते हैं। RWA के दो खाते हैं। एक खाता एक्सिस बैंक सेक्टर-14 सोनीपत में हैं। दूसरा खाता BOI मुरथल शाखा में है। लोगों की ओर से बिजली बिलों की अग्रिम राशि जमा कराई गई। लेकिन RWA के पदाधिकारियों ने बिजली बिल का कोई भुगतान नहीं किया। बिजली बिल की राशि में कुल 2 करोड़ 36 लाख रुपए का गबन किया गया है। पुलिस उपायुक्त पूर्वी सोनीपत कार्यालय द्वारा मामले की जांच की गई। अब पुलिस ने इसके आधार पर ओमेक्स हाइट्स RWA के पदाधिकारियों के खिलाफ IPC की धारा 406 में केस दर्ज किया है।