<p style=”text-align: justify;”><strong>RJD Ritlal Yadav:</strong> आरजेडी विधायक रीतलाल के भाई पिंकू यादव उर्फ टिंकू यादव ने सरेंडर कर दिया है. गुरुवार (19 दिसंबर) तड़के ही पुलिस ने रीतलाल यादव के भाई के ठिकानों पर छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान हथियार, नोट गिनने की मशीन और 11.30 लाख रुपये कैश समेत कई चीज बरामद की गई थी. इसके बाद अब पिंकू यादव ने सरेंडर कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><em><strong>(यह खबर अपडेट की जा रही है)</strong></em></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>RJD Ritlal Yadav:</strong> आरजेडी विधायक रीतलाल के भाई पिंकू यादव उर्फ टिंकू यादव ने सरेंडर कर दिया है. गुरुवार (19 दिसंबर) तड़के ही पुलिस ने रीतलाल यादव के भाई के ठिकानों पर छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान हथियार, नोट गिनने की मशीन और 11.30 लाख रुपये कैश समेत कई चीज बरामद की गई थी. इसके बाद अब पिंकू यादव ने सरेंडर कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><em><strong>(यह खबर अपडेट की जा रही है)</strong></em></p> बिहार Kumbh 2025: महाकुंभ में तैयार हो रही है रॉयल टेंट सिटी, अलग अलग रंगों में दिखेंगे कैंपस
Related Posts
शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में पहला बड़ा बदलाव, सीहोर जिला पंचायत CEO का हुआ ट्रांसफर
शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में पहला बड़ा बदलाव, सीहोर जिला पंचायत CEO का हुआ ट्रांसफर <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद शिवराज सिंह चौहान की जगह डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया. मुख्यमंत्री बनते ही डॉ. मोहन यादव एक्शन में आए. उन्होंने प्रदेश में प्रशासनिक सर्जरी की शुरुआत की. सात महीनों के कार्यकाल में करीब डेढ़ सौ-दो सौ अफसरों के तबादले किए गए. कई कलेक्टर-एसपी को हटाया गया. इस दौरान पूर्व सीएम और वर्तमान केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के जिले में बदलाव नहीं देखा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब 8 महीने में पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में भी बदलाव किया गया है. सीहोर जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी का ट्रांसफर जल संसाधन विभाग में किया गया है. आशीष तिवारी जल संसाधन विभाग में उप बनाये गये हैं. बता दें कि 8 महीने पहले प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का रुख सख्त है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लापरवाही या घटना होने पर तुरंत अफसरों को हटाया जाने लगा. उन्होंने सख्ती दिखाते हुए अब तक 30-40 अफसरों को हटाया. डेढ़-दो सौ अधिकारियों का तबादला कर दिया. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में न ही कार्रवाई की और न ही किसी बड़े अफसर का तबदला किया. अब 8 महीने बाद सीहोर जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी का तबादला किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/08/23/1d22fc6fd4745537253668589e3c6dfd1724413773434211_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसे क्या दी गयी जिम्मेदारी?</strong><br />पर्यटन विकास निगम एमडी इलैया राजा टी को अपर सचिव मुख्यमंत्री बनाया गया है, जबकि उपभोक्ता आयोग रजिस्ट्रार मनीष सिंह को हाउसिंग बोर्ड आयुक्त, एमपीपीएससी उप सचिव राखी सहाय को वित्त निगम एमडी, सीहोर जिला पंचायत. सीईओ आशीष तिवारी को जल संसाधन विभाग का उपसचिव, जबलपुर जिला पंचायत. सीईओ जयति सिंह को उज्जैन जिला पंचायत. सीईओ, इंदौर नान क्षेत्रीय प्रबंधक कीर्ति खुरासिया को एमपीपीएससी उप सचिव, सीधी जिला पंचायत. सीईओ राहुल नामदेव घोटे को नर्मदा घाटी विकास उप सचिव, विदिशा सीईओ योगेश तुकाराम भरसट को आयुष्मान भारत सीईओ, रीवा जिला पंचायत. सीईओ सौरभ संजय सोनवणे को रीवा नगर निगम आयुक्त और नीमच जिला पंचायत. सीईओ गुरु प्रसाद को स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क एमडी बनाया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नाराजगी के बाद हुई कार्रवाई</strong><br />1. 27 दिसंबर की देर रात गुना बस हादसे में 13 लोग जिंदा जल गए थे. मामले में मुख्यमंत्रीम के निर्देश पर राज्य परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा, कलेक्टर तरुण राठी और पुलिस अधीक्षक विजय खत्री का तबादला कर दिया गया था. साथ ही गुना के मुख्य चिकित्सवा अधिकारी और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी पर भी निलंबन की गाज गिरी थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>2. जनवरी के पहले सप्ताह में जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को एक समीक्षा बैठक के अगले दिन हटा दिया गया था. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर के व्यवहार और अनुपलब्धता की शिकायत की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>3. फरवरी के दौरान हरदा की पटाखा फैक्ट्री ब्लॉस्ट मामले में कारखाना निरीक्षक एवं सहायक संचालक, औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा नवीन कुमार बरवा को निलंबित किया गया था. कलेक्टर ऋषि गर्ग<br />और पुलिस अधीक्षक को संजीव कुमार को भी हटाया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>4. जून में सिवनी में 50 से ज्यादा गौवंश के शव मिले थे. मामले में कलेक्टर क्षितिज सिंघल और एसपी राकेश कुमार सिंह को हटाया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>5. देवास जिले के सोनकच्छ में किसान से अमर्यादित आचरण करने पर तहसीलदार को हटाया गया था. एक्स पर बताया गया था कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर देवास जिले के वायरल हो रहे वीडियो को संज्ञान में लिया है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अधिकारी आम लोगों के साथ सभ्य और शालीन भाषा का इस्तेमाल करें. इस तरह की अभद्र भाषा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मेरे निर्देश के बाद कलेक्टर ने तहसीलदार को जिला मुख्यालय अटैच कर दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>6. मंदसौर कलेक्ट्रेट दफ्तर में किसान के जमीन पर लौट लगाने का वीडियो वायरल हुआ था. घटना के बाद मंदसौर कलेक्टर का तबादला किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>7. सागर में दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कलेक्टर-एसपी सहित एसडीएम को भी हटाया. प्रभारी सीएमओ धनंजय गुमास्ता और उपयंत्री वीर विक्रम को सस्पेंड किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”बाइक पर सवार होकर निकले राजगढ़ कलेक्टर, क्या मनरेगा में गड़बड़ी बनी वजह?” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mp-rajgarh-collector-girish-kumar-mishra-reached-among-farmers-on-motorcycle-looked-crops-and-well-ann-2767401″ target=”_self”>बाइक पर सवार होकर निकले राजगढ़ कलेक्टर, क्या मनरेगा में गड़बड़ी बनी वजह?</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>
Himachal: शिमला में अंडरग्राउंड होंगी ओवरहेड बिजली की तारें, 50 करोड़ रुपये से पूरा होगा काम
Himachal: शिमला में अंडरग्राउंड होंगी ओवरहेड बिजली की तारें, 50 करोड़ रुपये से पूरा होगा काम <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh News:</strong> विश्व भर में शिमला की पहचान इसकी खूबसूरती के लिए है. यहां खूबसूरत पहाड़ों का दीदार करने के लिए सैलानी दूर-दूर से पहुंचते हैं. शिमला शहर घूमने के लिए आने वाले सैलानियों के हाथ उस वक्त निराशा लगती है, जब वे बाजार में बिजली की बड़ी-बड़ी तारों का जंजाल देखते हैं. यह बिजली की तारों का जंजाल स्थानीय लोगों के लिए भी लंबे वक्त से खतरा बना हुआ है. यह न सिर्फ शिमला की खूबसूरती को खराब करता है, बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी बेहद खतरनाक है. बिजली की इन तारों से खतरा बारिश और बर्फबारी के दौरान कई गुना बढ़ जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शिमला के स्थानीय लोगों को इस परेशानी से निजात दिलाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने 50 करोड़ रुपये का बजट रखा हुआ है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसकी घोषणा साल 2024-25 के बजट के दौरान भी की थी. राज्य सरकार की ओर से इस बजट की पहली किस्त जारी कर दी गई है. नगर निगम शिमला के सहयोग से यह काम लोक निर्माण विभाग पूरा करेगा. तारों को अंडरग्राउंड करने के लिए डक्ट बनाए जाएंगे. शिमला के सीटीओ चौक से लेकर छोटा शिमला तक तारों को अंडरग्राउंड करने का काम किया जाना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिमला के लोगों की समस्या का समाधान प्राथमिकता- सुरेंद्र चौहान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से इसकी पहली किस्त जारी की जा चुकी है. इससे शिमला के लोगों की परेशानी का काफी हद तक समाधान हो जाएगा. कांग्रेस ने नगर निगम शिमला के चुनाव से पहले भी जनता से तारों को अंडरग्राउंड करने का वादा किया था. नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि उन्होंने बीते दिनों उन निजी कंपनियों के साथ भी बात की थी, जो घर पर इंटरनेट की सुविधा दे रहे हैं. ऐसी निजी कंपनियों की ब्रॉडबैंड की तारें भी बिजली के खंभों में लटक रही हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सुरेंद्र चौहान ने बताया कि इन तारों को भी खंभों से हटाने के लिए कहा गया है. सभी निजी कंपनी उन तारों को खंभों से हटा रही है, जो बेवजह लटकी हुई हैं. इससे शिमला की खूबसूरती भी खराब हो रही है. मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि निजी कंपनियों को कुछ वक्त दिया गया है. तय वक्त में इन तारों को हटाना जरूरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़े : <a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-by-election-2024-will-cm-sukhvinder-singh-sukhu-wife-kamlesh-thakur-contest-bypoll-from-dehra-seat-on-congress-ticket-ann-2717463″>Himachal By-Election 2024: क्या CM सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी लड़ेंगी उपचुनाव? कांग्रेस ने होल्ड की देहरा की टिकट</a></strong></p>
कटरा में रोपवे प्रोजेक्ट पर जारी विवाद, BJP विधायक ने कांग्रेस नेता पर की FIR दर्ज करने की मांग
कटरा में रोपवे प्रोजेक्ट पर जारी विवाद, BJP विधायक ने कांग्रेस नेता पर की FIR दर्ज करने की मांग <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir News:</strong> कटरा में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board) के रोपवे प्रोजेक्ट (Ropeway Project) पर बवाल जारी है. माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर तक बनाए जाने वाले रोपवे का मामला अब पुलिस तक पहुंच गया है. बीजेपी विधायक बलदेव राज शर्मा ने पुलिस को शिकायत दी है. उन्होंने मांग की है कि कांग्रेस के पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी लाल सिंह पर मामला दर्ज किया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बलदेव राज शर्मा ने चौधरी लाल सिंह पर रोपवे के खिलाफ आंदोलनकारियों को भड़काने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि 27 नवंबर को चौधरी लाल सिंह समर्थकों के साथ कटरा पहुंचे. उन्होंने रोपवे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को भड़काया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चौधरी लाल सिंह ने प्रदर्शनकारियों को यहां तक कहा कि जिसको आपने वोट दिया है, उनके घर का घेराव करो, शीशे तोड़ो और पत्थर मारो. उन्होंने कहा कि चौधरी लाल सिंह के भड़काऊ भाषण से आंदोलनकारियों को बल मिला.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस तक पहुंचा कटरा रोपवे प्रोजेक्ट का मामला</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कटरा विधायक ने कहा कि चौधरी लाल सिंह ने उनकी छवि भी धूमिल करने की कोशिश की. शिकायत में बलदेव राज शर्मा ने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार से चौधरी लाल सिंह बौखलाए हैं. अब ऐसे बयान देकर लोगों को उकसा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब कि नवंबर 27 को चौधरी लाल सिंह ने कटरा का दौरा किया था. उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी थे. हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों और कांग्रेस नेताओं से उन्होंने मुलाकात भी की थी. बता दें कि रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ दुकानदार, घोड़ा, पिट्ठी और पालकी वालों ने 72 घंटे की हड़ताल की थी. श्राइन बोर्ड के खिलाफ आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारी और पुलिस आमने सामने आ गये थे. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने रोपवे बनाने का फैसला लिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”‘तो भारत कैसे बचेगा?’ नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारूक अब्दुल्ला ने आखिर क्यों कही ये बात, जानें” href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/national-conference-president-farooq-abdullah-returned-umrah-pilgrimage-communal-tension-over-sambhal-violence-2834928″ target=”_self”>’तो भारत कैसे बचेगा?’ नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारूक अब्दुल्ला ने आखिर क्यों कही ये बात, जानें</a></strong></p>