हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) की पहली महिला ड्राइवर सीमा ठाकुर 6 महीने से ड्यूटी पर नहीं आ रही है। अब HRTC प्रबंधन की तरफ से इस पर जवाब आया है। HRTC कार्यकारी निदेशक डॉ. मुरारी लाल ने बताया कि सीमा ठाकुर ने 5 मई, 2016 को शिमला लोकल यूनिट में बतौर ड्राइवर अपनी सेवाएं शुरू की थी। इस बीच वोल्वो बस चलाने के लिए ट्रेनिंग को लेकर 17 से 21 अक्टूबर 2022 तक बेंगलुरु भेजा गया था। बाद में जब ट्रेनिंग से वह लौटी तो उन्हें उनकी इच्छा अनुरूप वोल्वो बस में ड्राइवर के रूप में तैनात किया गया। प्रबंधन ने बताया कि सीमा ठाकुर के वोल्वो बस संचालन के दौरान उनकी ओर से 2 गंभीर दुर्घटनाएं और 2 अन्य गंभीर लापरवाही के मामले सामने आए।जो स्पष्ट रूप से उनकी लापरवाही को दिखाते हैं। प्रबंधन ने लिखा है कि सामान्य हालात में इस प्रकार की लापरवाही के मामलों में निगम द्वारा ड्राइवर को निलंबित किया जाता है। विभाग ने महिला कर्मचारी होने के मद्देनजर नरम रुख अपनाते हुए उन्हें निलंबित नहीं किया। इसी वजह से 8 जुलाई को उन्हें शिमला के लोकल डिपो में ट्रांसफर कर दिया गया और स्थानीय बस सेवाओं में ड्राइवर के तौर पर ड्यूटी दी गई। ट्रांसफर के बाद से सीमा ठाकुर ने ड्यूटी नहीं जॉइन की। इस दौरान विभाग ने उन्हें एक महीने की छुट्टी भी दी । जो 1 अक्टूबर को खत्म हो चुकी है। बावजूद उन्होंने न ड्यूटी जॉइन की और न ही विभाग की तरफ से भेजे गए नोटिस का जवाब दिया। फिलहाल, अब तक विभाग ने नरम रुख अपनाते हुए उनके खिलाफ सेवा नियमों के अंतर्गत गैरमौजूद रहने पर कोई कार्रवाई नहीं की है। कौन है हिला ड्राइवर सीमा ठाकुर
HRTC की पहली महिला ड्राइवर है। सीमा ठाकुर मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के सोलन के अर्की की रहने वाली हैं। उनके पिता भी HRTC में बस ड्राइवर रहे हैं। उन्होंने शिमला से ग्रेजुएशन ( BSC नर्सिंग) की पढ़ाई की थी और बाद में HRTC विभाग जॉइन किया था। वह प्रदेश की पहली महिला बस ड्राइवर हैं। वह पहले सीमा में सरकारी टैक्सी चलाते थी, लेकिन बाद में सरकार ने उन्हें उनकी इच्छा अनुसार वोल्वो बसें चलाने की अनुमति दी थी। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) की पहली महिला ड्राइवर सीमा ठाकुर 6 महीने से ड्यूटी पर नहीं आ रही है। अब HRTC प्रबंधन की तरफ से इस पर जवाब आया है। HRTC कार्यकारी निदेशक डॉ. मुरारी लाल ने बताया कि सीमा ठाकुर ने 5 मई, 2016 को शिमला लोकल यूनिट में बतौर ड्राइवर अपनी सेवाएं शुरू की थी। इस बीच वोल्वो बस चलाने के लिए ट्रेनिंग को लेकर 17 से 21 अक्टूबर 2022 तक बेंगलुरु भेजा गया था। बाद में जब ट्रेनिंग से वह लौटी तो उन्हें उनकी इच्छा अनुरूप वोल्वो बस में ड्राइवर के रूप में तैनात किया गया। प्रबंधन ने बताया कि सीमा ठाकुर के वोल्वो बस संचालन के दौरान उनकी ओर से 2 गंभीर दुर्घटनाएं और 2 अन्य गंभीर लापरवाही के मामले सामने आए।जो स्पष्ट रूप से उनकी लापरवाही को दिखाते हैं। प्रबंधन ने लिखा है कि सामान्य हालात में इस प्रकार की लापरवाही के मामलों में निगम द्वारा ड्राइवर को निलंबित किया जाता है। विभाग ने महिला कर्मचारी होने के मद्देनजर नरम रुख अपनाते हुए उन्हें निलंबित नहीं किया। इसी वजह से 8 जुलाई को उन्हें शिमला के लोकल डिपो में ट्रांसफर कर दिया गया और स्थानीय बस सेवाओं में ड्राइवर के तौर पर ड्यूटी दी गई। ट्रांसफर के बाद से सीमा ठाकुर ने ड्यूटी नहीं जॉइन की। इस दौरान विभाग ने उन्हें एक महीने की छुट्टी भी दी । जो 1 अक्टूबर को खत्म हो चुकी है। बावजूद उन्होंने न ड्यूटी जॉइन की और न ही विभाग की तरफ से भेजे गए नोटिस का जवाब दिया। फिलहाल, अब तक विभाग ने नरम रुख अपनाते हुए उनके खिलाफ सेवा नियमों के अंतर्गत गैरमौजूद रहने पर कोई कार्रवाई नहीं की है। कौन है हिला ड्राइवर सीमा ठाकुर
HRTC की पहली महिला ड्राइवर है। सीमा ठाकुर मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के सोलन के अर्की की रहने वाली हैं। उनके पिता भी HRTC में बस ड्राइवर रहे हैं। उन्होंने शिमला से ग्रेजुएशन ( BSC नर्सिंग) की पढ़ाई की थी और बाद में HRTC विभाग जॉइन किया था। वह प्रदेश की पहली महिला बस ड्राइवर हैं। वह पहले सीमा में सरकारी टैक्सी चलाते थी, लेकिन बाद में सरकार ने उन्हें उनकी इच्छा अनुसार वोल्वो बसें चलाने की अनुमति दी थी। हिमाचल | दैनिक भास्कर