हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर FIR की निंदा की। उन्होंने कहा कि राहुल पर दर्ज FIR राजनीतिक दुर्भावना से की गई। कांग्रेस पार्टी इससे घबराने वाली नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा, गांधी परिवार अर्से से इस देश की सेवा करता आ रहा है। राहुल गांधी के पिता और दादी ने दोनों इस देश के लिए बलिदान दिया। ऐसे परिवार के बेटे व पोते राहुल गांधी पर राजनीतिक भावना से FIR की गई। अग्निहोत्री बोले- राहुल के व्यवहार और शिष्टाचार पर कोई उंगली नहीं उठा सकता डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, विपक्ष के नेता का रास्ता रोकना और धक्का मुक्की करना हिंदुस्तान के लोकतांत्रिक मूल्य के खिलाफ है। इसके सारे वीडियो सामने आ गए है। राहुल गांधी के व्यवहार और शिष्टाचार पर कोई उंगली भी नहीं उठा सकता। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार मान्यता प्राप्त विपक्ष के काम में बाधा उत्पन्न करना चाह रही ही। उन्होंने कहा, राहुल गांधी जब संसद से निकाले गए। तब भी राहुल गांधी ने लड़ाई लड़ी। अब भी राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को यह रास नहीं आ रहा कि प्रधानमंत्री के बिल्कुल सामने राहुल गांधी क्यों बैठ रहे है। क्या है विवाद बता दें कि बीते गुरुवार संसद परिसर में सुबह धक्का मुक्की के दौरान ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हो गए। सारंगी ने आरोप लगाया कि राहुल ने एक सांसद को धक्का दिया, जो उनके ऊपर गिरा। सारंगी जब मीडिया के सामने आए, तब उनके सिर से खून निकल रहा था। सारंगी के अलावा फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत को भी चोट आई है। दोनों को RML हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। दोनों नेताओं के सिर में चोट लगी है। उन्हें ICU रखा गया है। प्रताप सारंगी को काफी ब्लीडिंग रही थी। उनका घाव भी गहरा था, इसलिए टांके लगाने पड़े। घटना के बाद BJP सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने राहुल के खिलाफ हत्या की कोशिश, धमकाने, धक्का देने के आरोप समेत BNS की 7 धाराओं में पुलिस को शिकायत दी। हालांकि, पुलिस ने धारा- 109 (हत्या की कोशिश) हटाकर सिर्फ 6 धाराओं में FIR में दर्ज की है। इन धाराओं में चोट पहुंचाने के इरादे से काम करना, धक्का देना-डराना धमकाना शामिल है। इस पर हिमाचल कांग्रेस भड़क उठी है। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर FIR की निंदा की। उन्होंने कहा कि राहुल पर दर्ज FIR राजनीतिक दुर्भावना से की गई। कांग्रेस पार्टी इससे घबराने वाली नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा, गांधी परिवार अर्से से इस देश की सेवा करता आ रहा है। राहुल गांधी के पिता और दादी ने दोनों इस देश के लिए बलिदान दिया। ऐसे परिवार के बेटे व पोते राहुल गांधी पर राजनीतिक भावना से FIR की गई। अग्निहोत्री बोले- राहुल के व्यवहार और शिष्टाचार पर कोई उंगली नहीं उठा सकता डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, विपक्ष के नेता का रास्ता रोकना और धक्का मुक्की करना हिंदुस्तान के लोकतांत्रिक मूल्य के खिलाफ है। इसके सारे वीडियो सामने आ गए है। राहुल गांधी के व्यवहार और शिष्टाचार पर कोई उंगली भी नहीं उठा सकता। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार मान्यता प्राप्त विपक्ष के काम में बाधा उत्पन्न करना चाह रही ही। उन्होंने कहा, राहुल गांधी जब संसद से निकाले गए। तब भी राहुल गांधी ने लड़ाई लड़ी। अब भी राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को यह रास नहीं आ रहा कि प्रधानमंत्री के बिल्कुल सामने राहुल गांधी क्यों बैठ रहे है। क्या है विवाद बता दें कि बीते गुरुवार संसद परिसर में सुबह धक्का मुक्की के दौरान ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हो गए। सारंगी ने आरोप लगाया कि राहुल ने एक सांसद को धक्का दिया, जो उनके ऊपर गिरा। सारंगी जब मीडिया के सामने आए, तब उनके सिर से खून निकल रहा था। सारंगी के अलावा फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत को भी चोट आई है। दोनों को RML हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। दोनों नेताओं के सिर में चोट लगी है। उन्हें ICU रखा गया है। प्रताप सारंगी को काफी ब्लीडिंग रही थी। उनका घाव भी गहरा था, इसलिए टांके लगाने पड़े। घटना के बाद BJP सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने राहुल के खिलाफ हत्या की कोशिश, धमकाने, धक्का देने के आरोप समेत BNS की 7 धाराओं में पुलिस को शिकायत दी। हालांकि, पुलिस ने धारा- 109 (हत्या की कोशिश) हटाकर सिर्फ 6 धाराओं में FIR में दर्ज की है। इन धाराओं में चोट पहुंचाने के इरादे से काम करना, धक्का देना-डराना धमकाना शामिल है। इस पर हिमाचल कांग्रेस भड़क उठी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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