वाराणसी में रविवार तड़के मुंबई से लौटे सर्राफ कारोबारी को कार सवार हमलावरों ने गोली मार दी, उसे स्टेशन लेने आए बेटे को भी गोली मारकर घायल कर दिया। हमलावरों ने व्यापारी से ज्वैलरी भरा बैग लूट लिया और फरार हो गए। लहूलुहान पड़े दोनों को BHU ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज जारी है। सूचना के बाद पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और DCP काशी समेत पुलिस अफसर अस्पताल पहुंचे। वहीं, शहर के 12 थानों में नाकाबंदी कर 20 चौराहों समेत कई जगहों पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस की एक टीम त्रिनेत्र सेंटर में पूरे शहर के CCTV फुटेज खंगाल रही है। घटना में लाखों के जेवरात लूटने की बात सामने आ रही है। भेलूपुर के गुरुधाम कॉलोनी निवासी दीपक सोनी (46) शहर के एक बड़े सर्राफा कारोबारी के शोरूम पर थोक का काम करते हैं। 20-25 साल से बड़े शहरों से आने वाली ज्वेलरी और गोल्ड का काम देखते हैं। तीन दिन पहले कारोबारी के डिजाइन ज्वेलरी का ऑर्डर पूरा होने पर उसे लेने के लिए मुंबई गए थे। रविवार तड़के लगभग 4 बजे ट्रेन से वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंचे। कार से आए थे हमलावर
झोले में ज्वेलरी होने के चलते सुरक्षा कारणों से दीपक सोनी ने अपने बेटे आर्यन सोनी को फोन करके स्टेशन बुला लिया। स्कूटी पर दोनों घर लौट रहे थे। कमच्छा के पास कार सवार 5 हमलावरों ने उनका पीछा करते हुए स्कूटी के आगे आकर कार लगा दी और हथियार निकालकर बैग छीनने लगे। जब सर्राफ ने ज्वेलरी से भरा बैग देने में आनाकानी की तो उसके बेटे आर्यन के पैर में गोली मार दी। दीपक बेटे को गोली लगते ही हताश होकर बैठ गए और लुटेरों ने बैग छीन लिया। इसके बाद दीपक को भी पीठ में गोली मार दी। गोलियां लगते ही पिता-पुत्र लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े। वारदात को अंजाम देकर हमलावर मौके से फरार हो गए। एक टीम त्रिनेत्र सेंटर और 3 टीमें शहर के नाकाबंदी में
सूचना पर पुलिस पहुंची और दोनों को आनन फानन BHU ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। यहां प्राथमिक इलाज के बाद दोनों की हालत स्थिर है। सूचना के बाद सीपी मोहित अग्रवाल पहले ट्रामा सेंटर पहुंचे। दीपक सोनी का हाल जाना। उनसे पूरी घटना की जानकारी ली। इसके बाद डीसीपी काशी और एसीपी भेलूपुर समेत पुलिस अफसरों के साथ घटनास्थल पहुंचे। आसपास के लोगों से भी घटना के बारे में पूछताछ की। इसके बाद कमच्छा चौराहे के सभी रूट के CCTV कैमरों की गिनती और मार्किंग करवाई। लुटेरों की तलाश करने के लिए त्रिनेत्र सेंटर में एक टीम भेजी और तीन टीमों को शहर में लगाया। वहीं 10 थानों में नाकाबंदी करते हुए सघन चेकिंग के निर्देश दिए। हमलावरों को पता था मुंबई से लौट रहा है सर्राफ
गुरुबाग निवासी दीपक सोनी लंबे समय से मुंबई से नई डिजाइन के जेवरात लाने का काम करते थे। उनके मोहल्ले में सभी को पता है कि दीपक महीने में दो-तीन बार मुंबई जाते हैं। माना जा रहा है कि हमलावरों को भी इसकी जानकारी थी। उन्होंने स्टेशन से ही पीछा करना शुरू कर दिया। वारदात से लग रहा है कि लुटेरे दीपक का पूरा मूवमेंट जानते थे। स्टेशन से लेकर कमच्छा तक कई बार स्कूटी रुकवाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। जब लगा कि चंद मिनट में दीपक का मोहल्ला आ जाएगा तो गालियां देकर स्कूटी रोकने को कहा, फिर स्कूटी धीमी होते ही ओवरटेक करते ही पिस्टल निकाल ली। पहले धमकाते रहे, बैग नहीं देने पर चलाई गोली
घायल ने पुलिस को बताया कि कार सवार 5 बदमाशों का टारगेट ज्वेलरी से भरा बैग था। इसलिए उन लोगों ने पहले गोली नहीं चलाई, केवल बैग छीनते रहे। जब बैग देने से इनकार किया और खींचतान शुरू हो गई, तब गोली मारी। हमलावर भेलूपुर की ओर भाग निकले। भोर होने के कारण बाहर कुछ लोग ही टहलते नजर आए, जो गोलियां चलने पर मौके से भाग गए। गोली लगने की सूचना पर परिजन, रिश्तेदार और करीबी लोग BHU ट्रामा सेंटर पहुंच गए। जहां पिता-पुत्र का हाल जाना। दीपक की पत्नी कभी पति तो कभी पुत्र को देखकर रोती बिलखती रही। ————— ये खबर भी पढ़िए- शादी के 10 महीने बाद महिला की संदिग्ध मौत: झांसी में पिता बोले- शरीर पर चोट ही चोट, 5 लाख नहीं दिए तो बेटी की हत्या कर दी झांसी में शादी के 10 माह बाद ही एक महिला की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। मृतका के पिता का आरोप है कि बेटी मोहनी यादव के शरीर पर चोट ही चोट है। दहेज में 5 लाख रुपए की मांग पूरी नहीं होने पर बेटी की हत्या की गई है। बेटी का ससुर पुलिस में सिपाही है। ससुराल वाले बेटी को ताने देते थे कि पैसे मिलेंगे तो रानी बनाकर रखेंगे। नहीं मिले तो नौकरानी बनकर रहना होगा।” फिलहाल पुलिस ने मोहनी के शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पूरा मामला नवाबाद थाना क्षेत्र के कुम्हार का कुआं गांव का है। पढ़ें पूरी खबर… वाराणसी में रविवार तड़के मुंबई से लौटे सर्राफ कारोबारी को कार सवार हमलावरों ने गोली मार दी, उसे स्टेशन लेने आए बेटे को भी गोली मारकर घायल कर दिया। हमलावरों ने व्यापारी से ज्वैलरी भरा बैग लूट लिया और फरार हो गए। लहूलुहान पड़े दोनों को BHU ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज जारी है। सूचना के बाद पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और DCP काशी समेत पुलिस अफसर अस्पताल पहुंचे। वहीं, शहर के 12 थानों में नाकाबंदी कर 20 चौराहों समेत कई जगहों पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस की एक टीम त्रिनेत्र सेंटर में पूरे शहर के CCTV फुटेज खंगाल रही है। घटना में लाखों के जेवरात लूटने की बात सामने आ रही है। भेलूपुर के गुरुधाम कॉलोनी निवासी दीपक सोनी (46) शहर के एक बड़े सर्राफा कारोबारी के शोरूम पर थोक का काम करते हैं। 20-25 साल से बड़े शहरों से आने वाली ज्वेलरी और गोल्ड का काम देखते हैं। तीन दिन पहले कारोबारी के डिजाइन ज्वेलरी का ऑर्डर पूरा होने पर उसे लेने के लिए मुंबई गए थे। रविवार तड़के लगभग 4 बजे ट्रेन से वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंचे। कार से आए थे हमलावर
झोले में ज्वेलरी होने के चलते सुरक्षा कारणों से दीपक सोनी ने अपने बेटे आर्यन सोनी को फोन करके स्टेशन बुला लिया। स्कूटी पर दोनों घर लौट रहे थे। कमच्छा के पास कार सवार 5 हमलावरों ने उनका पीछा करते हुए स्कूटी के आगे आकर कार लगा दी और हथियार निकालकर बैग छीनने लगे। जब सर्राफ ने ज्वेलरी से भरा बैग देने में आनाकानी की तो उसके बेटे आर्यन के पैर में गोली मार दी। दीपक बेटे को गोली लगते ही हताश होकर बैठ गए और लुटेरों ने बैग छीन लिया। इसके बाद दीपक को भी पीठ में गोली मार दी। गोलियां लगते ही पिता-पुत्र लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े। वारदात को अंजाम देकर हमलावर मौके से फरार हो गए। एक टीम त्रिनेत्र सेंटर और 3 टीमें शहर के नाकाबंदी में
सूचना पर पुलिस पहुंची और दोनों को आनन फानन BHU ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। यहां प्राथमिक इलाज के बाद दोनों की हालत स्थिर है। सूचना के बाद सीपी मोहित अग्रवाल पहले ट्रामा सेंटर पहुंचे। दीपक सोनी का हाल जाना। उनसे पूरी घटना की जानकारी ली। इसके बाद डीसीपी काशी और एसीपी भेलूपुर समेत पुलिस अफसरों के साथ घटनास्थल पहुंचे। आसपास के लोगों से भी घटना के बारे में पूछताछ की। इसके बाद कमच्छा चौराहे के सभी रूट के CCTV कैमरों की गिनती और मार्किंग करवाई। लुटेरों की तलाश करने के लिए त्रिनेत्र सेंटर में एक टीम भेजी और तीन टीमों को शहर में लगाया। वहीं 10 थानों में नाकाबंदी करते हुए सघन चेकिंग के निर्देश दिए। हमलावरों को पता था मुंबई से लौट रहा है सर्राफ
गुरुबाग निवासी दीपक सोनी लंबे समय से मुंबई से नई डिजाइन के जेवरात लाने का काम करते थे। उनके मोहल्ले में सभी को पता है कि दीपक महीने में दो-तीन बार मुंबई जाते हैं। माना जा रहा है कि हमलावरों को भी इसकी जानकारी थी। उन्होंने स्टेशन से ही पीछा करना शुरू कर दिया। वारदात से लग रहा है कि लुटेरे दीपक का पूरा मूवमेंट जानते थे। स्टेशन से लेकर कमच्छा तक कई बार स्कूटी रुकवाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। जब लगा कि चंद मिनट में दीपक का मोहल्ला आ जाएगा तो गालियां देकर स्कूटी रोकने को कहा, फिर स्कूटी धीमी होते ही ओवरटेक करते ही पिस्टल निकाल ली। पहले धमकाते रहे, बैग नहीं देने पर चलाई गोली
घायल ने पुलिस को बताया कि कार सवार 5 बदमाशों का टारगेट ज्वेलरी से भरा बैग था। इसलिए उन लोगों ने पहले गोली नहीं चलाई, केवल बैग छीनते रहे। जब बैग देने से इनकार किया और खींचतान शुरू हो गई, तब गोली मारी। हमलावर भेलूपुर की ओर भाग निकले। भोर होने के कारण बाहर कुछ लोग ही टहलते नजर आए, जो गोलियां चलने पर मौके से भाग गए। गोली लगने की सूचना पर परिजन, रिश्तेदार और करीबी लोग BHU ट्रामा सेंटर पहुंच गए। जहां पिता-पुत्र का हाल जाना। दीपक की पत्नी कभी पति तो कभी पुत्र को देखकर रोती बिलखती रही। ————— ये खबर भी पढ़िए- शादी के 10 महीने बाद महिला की संदिग्ध मौत: झांसी में पिता बोले- शरीर पर चोट ही चोट, 5 लाख नहीं दिए तो बेटी की हत्या कर दी झांसी में शादी के 10 माह बाद ही एक महिला की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। मृतका के पिता का आरोप है कि बेटी मोहनी यादव के शरीर पर चोट ही चोट है। दहेज में 5 लाख रुपए की मांग पूरी नहीं होने पर बेटी की हत्या की गई है। बेटी का ससुर पुलिस में सिपाही है। ससुराल वाले बेटी को ताने देते थे कि पैसे मिलेंगे तो रानी बनाकर रखेंगे। नहीं मिले तो नौकरानी बनकर रहना होगा।” फिलहाल पुलिस ने मोहनी के शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पूरा मामला नवाबाद थाना क्षेत्र के कुम्हार का कुआं गांव का है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर