हरियाणा में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों का सर्वे होगा:शत-प्रतिशत बच्चों को शिक्षित करने का लक्ष्य, 1 से 17 जनवरी तक तैयार होगी रिपोर्ट

हरियाणा में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों का सर्वे होगा:शत-प्रतिशत बच्चों को शिक्षित करने का लक्ष्य, 1 से 17 जनवरी तक तैयार होगी रिपोर्ट

हरियाणा में ड्रॉपआउट और आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षा से जोड़ने पर फोकस किया जाएगा। ताकि बच्चे पढ़ाई कर सकें। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी एडीसी, जिला शिक्षा अधिकारी (DEO), जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (DEEO) और समग्र शिक्षा के जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) को पत्र जारी किया है। जिसमें ड्रॉपआउट और आउट ऑफ स्कूल बच्चों की पहचान के लिए सर्वे कराने के आदेश जारी किए गए हैं। ताकि सभी बच्चों को शिक्षा का अधिकार (RTE) अधिनियम 2009 के तहत स्कूलों में 100 फीसदी दाखिला मिले और वे पढ़ाई कर सकें। बच्चों को शिक्षित करने के लिए 4 लेयर सर्वे कराने का फैसला लिया गया है। जिसके तहत स्कूल स्तर, क्लस्टर स्तर, ब्लॉक स्तर और जिला स्तर पर सर्वे कराया जाएगा। चारों लेवल का सर्वे 1 जनवरी से 17 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। ताकि पढ़ाई न करने वाले बच्चों को स्कूल तक लाया जा सके और वे पढ़ाई भी कर सकें। शत-प्रतिशत बच्चों को पढ़ाने का लक्ष्य नहीं हुआ हासिल
इसको लेकर निर्देश दिए कि नई शिक्षा नीति 2020 का प्राथमिक लक्ष्य सुनिश्चित करना है कि सभी बच्चे स्कूलों में दाखिला लें और नियमित स्कूल आएं। लेकिन आरटीई 2009 में उल्लेखित शत-प्रतिशत दाखिले का लक्ष्य हासिल नहीं हुआ है। कई बच्चे अभी स्कूल से बाहर हैं, उनकी पहचान की जानी है। एससी-एसटी, सड़क पर रहने वाले बच्चों, अनाथ, प्रवासी बच्चों विमुक्त जनजाति के बच्चों को शिक्षा से जोड़ना होगा। इसको ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए स्कूल से बाहर या ड्रॉपआउट बच्चों की पहचान के लिए सर्वेक्षण आयोजित किया जाएगा। स्कूल लेवल सर्वे
स्कूल लेवल सर्वे 1 जनवरी से 8 जनवरी तक (6 दिन) चलेगा। इसमें शिक्षा वॉलंटियर (ओओएससी के तहत नियुक्त) अपने क्षेत्र में गहन सर्वेक्षण करेंगे। सर्वेक्षण के बाद स्कूल न जाने वाले बच्चों की सूची स्कूल मुखिया को उपलब्ध करवाएंगे। स्कूल प्रमुख इस सूची को क्लस्टर प्रमुख को उपलब्ध करवाएंगे। क्लस्टर लेवल क्लस्टर लेवल पर सर्वे 9 जनवरी से 12 जनवरी (2 दिन) तक किया जाएगा। इसमें क्लस्टर प्रमुख अपने क्लस्टर के अंतर्गत आने वाले स्कूलों की सूची तैयार करेंगे। सभी की सूची तैयार करने के बाद अभिलेख और सूचियां बीआरसी या बीईओ को उपलब्ध कराएंगे। ब्लॉक लेवल ब्लॉक लेवल पर सर्वे 13 जनवरी से 15 जनवरी (2 दिन) तक चलेगा। इसमें ब्लॉक प्रमुख अपने ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले क्लस्टर स्कूलों की सूची तैयार करेंगे। इसके बाद वे अपनी रिपोर्ट तैयार कर अभिलेख और सूची डीपीसी को भेजेंगे। जिला लेवल जिला लेवल पर सर्वे 16 जनवरी से 17 जनवरी (2 दिन) तक किया जाएगा। जिसमें डीपीसी सभी ब्लॉकों की सूची तैयार करेंगे। इसके बाद यह सूची मुख्यालय को भेजी जाएगी। वहीं, सत्यापन आदि के लिए इसका अभिलेख भी कार्यालय में रखना होगा। हरियाणा में ड्रॉपआउट और आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षा से जोड़ने पर फोकस किया जाएगा। ताकि बच्चे पढ़ाई कर सकें। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी एडीसी, जिला शिक्षा अधिकारी (DEO), जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (DEEO) और समग्र शिक्षा के जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) को पत्र जारी किया है। जिसमें ड्रॉपआउट और आउट ऑफ स्कूल बच्चों की पहचान के लिए सर्वे कराने के आदेश जारी किए गए हैं। ताकि सभी बच्चों को शिक्षा का अधिकार (RTE) अधिनियम 2009 के तहत स्कूलों में 100 फीसदी दाखिला मिले और वे पढ़ाई कर सकें। बच्चों को शिक्षित करने के लिए 4 लेयर सर्वे कराने का फैसला लिया गया है। जिसके तहत स्कूल स्तर, क्लस्टर स्तर, ब्लॉक स्तर और जिला स्तर पर सर्वे कराया जाएगा। चारों लेवल का सर्वे 1 जनवरी से 17 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। ताकि पढ़ाई न करने वाले बच्चों को स्कूल तक लाया जा सके और वे पढ़ाई भी कर सकें। शत-प्रतिशत बच्चों को पढ़ाने का लक्ष्य नहीं हुआ हासिल
इसको लेकर निर्देश दिए कि नई शिक्षा नीति 2020 का प्राथमिक लक्ष्य सुनिश्चित करना है कि सभी बच्चे स्कूलों में दाखिला लें और नियमित स्कूल आएं। लेकिन आरटीई 2009 में उल्लेखित शत-प्रतिशत दाखिले का लक्ष्य हासिल नहीं हुआ है। कई बच्चे अभी स्कूल से बाहर हैं, उनकी पहचान की जानी है। एससी-एसटी, सड़क पर रहने वाले बच्चों, अनाथ, प्रवासी बच्चों विमुक्त जनजाति के बच्चों को शिक्षा से जोड़ना होगा। इसको ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए स्कूल से बाहर या ड्रॉपआउट बच्चों की पहचान के लिए सर्वेक्षण आयोजित किया जाएगा। स्कूल लेवल सर्वे
स्कूल लेवल सर्वे 1 जनवरी से 8 जनवरी तक (6 दिन) चलेगा। इसमें शिक्षा वॉलंटियर (ओओएससी के तहत नियुक्त) अपने क्षेत्र में गहन सर्वेक्षण करेंगे। सर्वेक्षण के बाद स्कूल न जाने वाले बच्चों की सूची स्कूल मुखिया को उपलब्ध करवाएंगे। स्कूल प्रमुख इस सूची को क्लस्टर प्रमुख को उपलब्ध करवाएंगे। क्लस्टर लेवल क्लस्टर लेवल पर सर्वे 9 जनवरी से 12 जनवरी (2 दिन) तक किया जाएगा। इसमें क्लस्टर प्रमुख अपने क्लस्टर के अंतर्गत आने वाले स्कूलों की सूची तैयार करेंगे। सभी की सूची तैयार करने के बाद अभिलेख और सूचियां बीआरसी या बीईओ को उपलब्ध कराएंगे। ब्लॉक लेवल ब्लॉक लेवल पर सर्वे 13 जनवरी से 15 जनवरी (2 दिन) तक चलेगा। इसमें ब्लॉक प्रमुख अपने ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले क्लस्टर स्कूलों की सूची तैयार करेंगे। इसके बाद वे अपनी रिपोर्ट तैयार कर अभिलेख और सूची डीपीसी को भेजेंगे। जिला लेवल जिला लेवल पर सर्वे 16 जनवरी से 17 जनवरी (2 दिन) तक किया जाएगा। जिसमें डीपीसी सभी ब्लॉकों की सूची तैयार करेंगे। इसके बाद यह सूची मुख्यालय को भेजी जाएगी। वहीं, सत्यापन आदि के लिए इसका अभिलेख भी कार्यालय में रखना होगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर