हरियाणा में भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर वोटों की गिनती आज (4 जून) सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी। इस सीट पर कुल 17 कैंडिडेट मैदान में हैं। 25 मई को 65.5% वोटरों ने अपना वोट डाला है, जो कि 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 5% कम रहा है। यहां भाजपा के चौधरी धर्मबीर सिंह और कांग्रेस के राव दान सिंह के बीच कांटे का मुकाबला है। जेजेपी के राव बहादुर भी यहां मैदान में हैं। महेंद्रगढ़ भिवानी लोकसभा सीट पर मतगणना के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। सुबह 8 बजे से वोटों की काउंटिंग शुरू हो जाएगी। करीब एक घंटे बाद ही चुनाव के रुझान आने शुरू हो जाएंगे। दोपहर बाद 2 बजे तक कैंडिडेट की हार-जीत की स्थिति भी स्पष्ट हो जाएगी। पहला रुझान सुबह 9 से 10 बजे के बीच आने की उम्मीद है। हरियाणा में भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर वोटों की गिनती आज (4 जून) सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी। इस सीट पर कुल 17 कैंडिडेट मैदान में हैं। 25 मई को 65.5% वोटरों ने अपना वोट डाला है, जो कि 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 5% कम रहा है। यहां भाजपा के चौधरी धर्मबीर सिंह और कांग्रेस के राव दान सिंह के बीच कांटे का मुकाबला है। जेजेपी के राव बहादुर भी यहां मैदान में हैं। महेंद्रगढ़ भिवानी लोकसभा सीट पर मतगणना के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। सुबह 8 बजे से वोटों की काउंटिंग शुरू हो जाएगी। करीब एक घंटे बाद ही चुनाव के रुझान आने शुरू हो जाएंगे। दोपहर बाद 2 बजे तक कैंडिडेट की हार-जीत की स्थिति भी स्पष्ट हो जाएगी। पहला रुझान सुबह 9 से 10 बजे के बीच आने की उम्मीद है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में पराली जलाई तो मंडी में फसल बिक्री बंद:2 सीजन रोक, FIR भी दर्ज होगी; कांग्रेस बोली- MSP खत्म करने का फरमान
हरियाणा में पराली जलाई तो मंडी में फसल बिक्री बंद:2 सीजन रोक, FIR भी दर्ज होगी; कांग्रेस बोली- MSP खत्म करने का फरमान हरियाणा में पराली जलाने वाले किसानों पर अब सीधी FIR होगी। यही नहीं, ऐसे किसान अगले 2 सीजन मंडियों में फसल भी नहीं बेच पाएंगे। इसके लिए उनके ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ के रिकॉर्ड में रेड एंट्री की जाएगी। कृषि और किसान कल्याण विभाग के निदेशक ने इस बारे में सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों और कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टरों को आदेश जारी किए हैं। सरकार ने इसका मकसद पराली जलाने की घटनाओं को रोकना बताया है। यह आदेश CM नायब सैनी की अगुआई वाली नई सरकार के शपथग्रहण के दिन यानी 17 अक्टूबर को जारी किए गए हैं। वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इसका विरोध करते हुए कहा कि हरियाणा में भाजपा सरकार बनने के पहले दिन ही किसान की MSP खत्म करने का फरमान जारी किया गया है। FIR भी अलग दर्ज होगी। BJP को वोट न देने की सजा दी जा रही है। सरकार इस तुगलकी आदेश को वापस ले, वरना आंदोलन होगा। आदेश में लिखी 2 अहम बातें 1. पराली जला चुके या जलाने वालों पर हो केस
पराली जलाने और जला चुके किसानों के खिलाफ FIR दर्ज की जानी चाहिए। उनके खिलाफ संबंधित कानून के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए। यह कार्रवाई 15 सितंबर 2024 से लागू होगी। 2. रेड एंट्री हो ताकि ई-खरीद पर फसल न बेच पाएं
पराली जलाने वाले किसानों के मेरी फसल-मेरा ब्यौरा (MFMB) रिकॉर्ड में रेड एंट्री करनी चाहिए। इस बारे में डिप्टी डायरेक्टर के लॉगइन में पहले ही प्रोविजन दिए जा चुके हैं। ऐसा करने से किसान अगले 2 सीजन के लिए ई-खरीद पोर्टल से मंडी में अपनी फसल नहीं बेच पाएंगे। यह अनिवार्य है। आदेश की कॉपी… कैथल जिले में 97 मामले आए सामने
इस पूरे मामले पर कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. बाबु लाल ने जानकारी देते हुए कहा- कैथल जिले में इसके लिए ब्लॉक और गांव लेवल पर टीमें गठित कर दी गई हैं। ये टीमें गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक कर रही हैं, इसके अलावा हमारी मोबाइल वैन भी चल रही हैं जो जागरूकता अभियान चला रही हैं। अभी तक कैथल जिले में 97 मामले सामने आए हैं। 59 पर हमने फाइन लगा दिया है और 32 की रिपोर्ट हेडक्वार्टर को भेज दी गई है। साथ ही उन्होंने बताया कि किसानों को लगातार जागरूक कर रहे हैं फिर भी किसान कहीं ना कहीं जला देते है तो उनपर कार्रवाई कर रहे हैं। कांग्रेस सांसद सुरजेवाला ने सरकार से 7 सवाल पूछे
रणदीप सुरजेवाला ने इस बारे में CM नायब सैनी से इस बारे में 7 सवाल पूछे हैं। सुरजेवाला ने पूछा कि क्या MSP की गारंटी को खत्म करने का यह सीधा षड्यंत्र नहीं? 2 साल तक MSP पर खरीद ना करने का क्या औचित्य है?। पराली ना जलाने का क्या विकल्प है?। कितने किसानों को हैपी सीडर मशीन दी गई हैं?। 50% सब्सिडी देने के बाद भी किसान को हैपी सीडर मशीन का 80 हजार रुपए देना पड़ता है, किसान ये पैसा कैसे देगा?। क्या BJP सरकार नहीं जानती कि हैपी सीडर मशीन के लिए 65 हॉर्स पॉवर से बड़े ट्रैक्टर की जरूरत है, तो किसान इतना बड़ा ट्रैक्टर कहां से लाए?। क्या BJP सरकार नहीं जानती कि अगर पराली में पार्शियल (आंशिक) नमी भी है तो हैपी सीडर मशीन 15-20 मीटर के बाद रुक जाती है, तो किसान क्या करे?। क्या BJP सरकार नहीं जानती कि हरियाणा-पंजाब का किसान बार-बार कहता आया है कि हैपी सीडर मशीन से खेती की उत्पादकता पर असर पड़ता है? क्या सरकार ने इस पर कोई जांच या शोध करवाया? क्या ये सही है कि पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने यह शुरू में स्वीकार किया था?
फरीदाबाद में फांसी पर लटका मिला विवाहिता का शव:परिजनों ने लगाए हत्या के आरोप, बोले- 50 लाख कैश-फॉर्च्यूनर कार की थी मांग
फरीदाबाद में फांसी पर लटका मिला विवाहिता का शव:परिजनों ने लगाए हत्या के आरोप, बोले- 50 लाख कैश-फॉर्च्यूनर कार की थी मांग हरियाणा के फरीदाबाद जिले में एक विवाहिता एक का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त महिला घर में अकेली थी। घर से सभी लोग रिश्तेदारी में गए हुए थे। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे मृतका के परिजनों ने ससुरालियों पर दहेज को लेकर हत्या करने के आरोप लगाए है। पुलिस ने मृतका के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल में भेज दिया है। परिजनों की शिकायत पर सेक्टर 58 थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। भाई ने लगाए हत्या करने के आरोप मृतका के भाई गगन रक्षवाल ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन की शादी 8 मार्च 2024 को फरीदाबाद के सेक्टर 56-A के रहने वाले सूरज से की थी। लेकिन तभी से उनकी बहन की दहेज कम लाने को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा था। ससुराल वाले उससे 51 लाख रुपए एक फॉर्च्यूनर कार की दहेज में मांग कर रहे थे। जबकि उन्होंने अपनी हैसियत के हिसाब से बहन की शादी में सब कुछ दिया था। लेकिन आरोपियों की भूख शांत नहीं हुई और वह दहेज की खातिर उनकी बहन को बार-बार प्रताड़ित करते रहे। शरीर पर मिले चोट के निशान बीते कल शाम को उनकी बहन भारती के जेठ जितेंद्र का फोन आया। जिसने बताया कि आपकी बहन ने फांसी लगा ली है। जब वह मौके पर पहुंचे तो शव को सिविल अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया हुआ था। उसके शरीर पर चोट के निशान थे, और बाल बिखरे हुए थे। उन्हें शक है कि कहीं ना कहीं उनकी बहन की हत्या की गई है। वह चाहते हैं कि उनकी बहन की हत्यारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। जेठ बोला- घर में अकेली थी भारती वहीं इस मामले में मृतका के जेठ जितेंद्र ने बताया कि उनका भाई सूरज उनकी पत्नी, उनकी माता सहित सभी घर से बाहर गए थे। उनके रिश्तेदारी में किसी की मौत हुई थी। सभी वहां पर गए हुए थे। घर पर केवल छोटे भाई की पत्नी थी। उन्होंने बताया कि भारती ने न जाने कब ऊपर वाले कमरे में फांसी लगा ली। जब सूरज शाम को घर पहुंचा तब दरवाजा अंदर से बंद था। फोन मिलाने पर भारती ने फोन नहीं उठाया, तब झांक कर देखा गया तो भारती पंखे से लटकी हुई थी। इसके बाद दरवाजे को तोड़कर शव को पंखे से उतरा गया अस्पताल लाया गया, लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। परिजन बोले- पति का दूसरी महिला से था चक्कर जितेंद्र ने बताया कि इसकी सूचना उन्होंने खुद पुलिस को दी है। वह चाहते हैं कि इस मामले में न्याय होना चाहिए। उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। वहीं मृतका के भाई ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सूरज का किसी और महिला से चक्कर चल रहा है। इसके लिए भी उसकी बहन को सूरज परेशान कर रहा था। वहीं सूरज की यह दूसरी शादी थी, इसके बारे में उन्होंने उन्हें शादी के समय कुछ नहीं बताया था।
देश की सबसे अमीर महिला की कैसे अटकी कांग्रेस जॉइनिंग:नवीन जिंदल ने सेटिंग की; BJP ने उन्हीं से फोन करवा सावित्री को रुकवाया
देश की सबसे अमीर महिला की कैसे अटकी कांग्रेस जॉइनिंग:नवीन जिंदल ने सेटिंग की; BJP ने उन्हीं से फोन करवा सावित्री को रुकवाया देश की सबसे अमीर महिला और हरियाणा के कुरुक्षेत्र से BJP सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल विधानसभा चुनाव में हिसार सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। वह BJP से टिकट मांग रही थीं, लेकिन पार्टी ने अपने पुराने नेता और RSS से जुड़े रहे डॉ. कमल गुप्ता को ही टिकट दे दिया। भाजपा ने कमल गुप्ता को हिसार सीट से लगातार तीसरी बार टिकट थमाया है। इसके बाद सावित्री जिंदल के कांग्रेस में जाने और उन्हें हिसार से पार्टी टिकट मिलने की चर्चा शुरू हो गई। कांग्रेस हाईकमान से सावित्री को टिकट दिलाने की पूरी सेंटिंग उनके बेटे और भाजपा सांसद नवीन जिंदल ने की। हरियाणा में नॉमिनेशन की प्रक्रिया खत्म होने से एक दिन पहले, यानि 11 सितंबर की रात बेटे के कहने पर सावित्री जिंदल हिसार से नई दिल्ली रवाना भी हो गईं। इसी दौरान पूरे घटनाक्रम में BJP हाईकमान की एंट्री हुई और अंतत: सावित्री जिंदल को रास्ते से वापस लौटना पड़ा। इसके चंद घंटे बाद कांग्रेस ने हिसार से रामनिवास राड़ा की उम्मीदवारी अनाउंस कर दी। पढ़िए इस पूरे घटनाक्रम की इनसाइड स्टोरी… कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 11 सितंबर की शाम नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में हरियाणा विधानसभा की पेंडिंग 49 सीटों पर टिकटों को लेकर मीटिंग चल रही थी। इस बैठक में पार्टी की केंद्रीय लीडरशिप के साथ-साथ हरियाणा के प्रमुख नेता भी मौजूद थे। उसी दौरान बैठक में मौजूद एक सीनियर लीडर के पास नवीन जिंदल की कॉल आई। उन्होंने मां सावित्री को हिसार सीट से पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ाने का आग्रह किया। कांग्रेस के उस सीनियर लीडर ने सामने से जवाब दिया कि किसी भी नेता को कांग्रेस पार्टी जॉइन करने के बाद ही टिकट दी जा सकती है। इस पर उस सीनियर लीडर को बताया गया कि सावित्री जिंदल कांग्रेस में ही हैं और उन्होंने कभी पार्टी की प्राइमरी मेंबरशिप नहीं छोड़ी। इसके बाद कांग्रेस कैंडिडेट्स की लिस्ट होल्ड कर ली गई और उस सीनियर लीडर ने बैठक में ही हिसार सीट से सावित्री जिंदल का नाम बढ़ाया। सावित्री जिंदल का नाम सुनकर बैठक में मौजूद पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा भी चौंक गईं। चूंकि सावित्री जिंदल का नाम सीधे पार्टी हाईकमान की तरफ से आ रहा था, इसलिए हरियाणा कांग्रेस के किसी नेता ने कोई प्रतिरोध नहीं किया। 11 की रात को दिल्ली के लिए निकलीं सावित्री
कांग्रेस हाईकमान से बात होने के बाद 11 सितंबर की रात तकरीबन 8 बजे सावित्री जिंदल को उनके बेटे ने फोन कर दिल्ली पहुंचने के लिए कहा। सावित्री जिंदल हिसार से दिल्ली के लिए रवाना हो गईं। इस बीच हिसार स्थित जिंदल हाउस में मौजूद सभी लोगों से कहा गया कि यह खबर बाहर नहीं निकलनी चाहिए कि माताजी दिल्ली जा रही हैं। जब तक सबकुछ सिरे न चढ़ जाए, तब तक किसी को भनक नहीं लगनी चाहिए। चंडीगढ़ में चल रही थी सैनी कैबिनेट की मीटिंग
दूसरी ओर भाजपा में 11 सितंबर की शाम को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपनी कैबिनेट की बैठक बुला रखी थी। इस बैठक का एजेंडा था- गवर्नर को प्रदेश विधानसभा भंग करने की सिफारश करना। सैनी कैबिनेट की इस मीटिंग में उनके मंत्री और हिसार सीट से BJP उम्मीदवार डॉ. कमल गुप्ता मौजूद थे। तब तक BJP कमल गुप्ता का नाम हिसार सीट से बतौर कैंडिडेट अनाउंस कर चुकी थी। अपनी उम्मीदवारी घोषित होने के बाद कमल गुप्ता को यह अहसास भी हो चुका था कि सावित्री जिंदल कांग्रेस में जा सकती हैं। वह ये भी समझ चुके थे कि अगर सावित्री जिंदल ने कांग्रेस जॉइन करके उनके सामने चुनाव लड़ा तो वह कड़े मुकाबले में फंस सकते हैं। गुप्ता ने सरकार में शामिल बड़े चेहरे को दी जानकारी चंडीगढ़ में बैठे कमल गुप्ता को जैसे ही सावित्री जिंदल के हिसार से दिल्ली रवाना होने की खबर मिली, उन्होंने तुरंत ये सूचना सरकार में शामिल एक सीनियर नेता को दी जिसने दिल्ली में पार्टी हाईकमान को अलर्ट किया। इसके बाद BJP हाईकमान की तरफ से नवीन जिंदल को फोन करके कहा गया कि अगर आपकी माताजी निर्दलीय चुनाव लड़ती हैं तो BJP को कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अगर वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव में उतरीं तो दिक्कत हो जाएगी। इसके बाद नवीन जिंदल की ओर से सावित्री जिंदल को दोबारा फोन किया गया और वह रास्ते से ही वापस हिसार लौट आईं। हिसार में वैश्य बिरादरी के तीसरे चेहरे के खिलाफ था जिंदल हाउस
इस पूरे डवलपमेंट के बाद नवीन जिंदल कैंप ने कांग्रेस के उसी सीनियर नेता से दोबारा संपर्क साधा। आग्रह किया गया कि हिसार सीट से वैश्य बिरादरी का उम्मीदवार न उतारा जाए। जिंदल हाउस के करीबी सूत्रों के मुताबिक, BJP से टिकट नहीं मिलने के बाद जिंदल हाउस की ओर से हिसार हलके में एक सर्वे करवाया गया। उसी सर्वे में यह जानकारी भी प्रमुख तौर पर सामने आई कि कांग्रेस इस बार व्यापारी नेता बजरंग दास गर्ग को टिकट दे सकती है। जिंदल हाउस नहीं चाहता था कि कांग्रेस का टिकट वैश्य समाज के किसी प्रत्याशी को मिले। अगर ऐसा हो जाता तो हिसार सीट पर इसी बिरादरी के तीन चेहरे आमने-सामने हो जाते। इससे न सिर्फ वोटों का बंटवारा होता बल्कि आगे की राजनीति भी प्रभावित हो सकती थी। इसलिए जिंदल हाउस ने कांग्रेस हाईकमान से वैश्य बिरादरी के किसी चेहरे को टिकट न देने का आग्रह किया। उधर कांग्रेस में हिसार सीट से 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके रामनिवास राड़ा टिकट मांग रहे थे। राड़ा ओबीसी बिरादरी से आते हैं और उन्हें इस बात का अहसास था कि कांग्रेस उनकी जगह वैश्य बिरादरी का उम्मीदवार उतार सकती है इसलिए वह निर्दलीय चुनाव लड़ने का पूरा मन बना चुके थे। उनके समर्थकों की ओर से बनवाए गए पोस्टरों से कांग्रेस नेताओं की फोटो भी गायब हो चुकी थी। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के बाद जब कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट आई तो उसमें हिसार सीट से रामनिवास राड़ा का नाम था। रामनिवास राड़ा की ओर से बनवाए गए पोस्टर वैश्य बिरादरी को टिकट न दिलवाने के 3 बड़े कारण… वैश्य वोट बैंक में सेंध का खतरा : अगर कमल गुप्ता के सामने कांग्रेस वैश्य समाज के किसी दूसरे व्यक्ति को टिकट दे देती तो इससे जिंदल हाउस के वोटबैंक में सेंध लग सकती थी। भाजपा से नाराज वर्ग का वोट भी वैश्य बिरादरी के कैंडिडेट को चला जाता। नाराज वोटर्स का साथ मिलेगा : जिंदल हाउस का मानना है कि अगर कांग्रेस ने वैश्य बिरादरी के किसी उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया तो इस समाज के जो वोटर कमल गुप्ता से नाराज है, वह कांग्रेस की तरफ जाने की जगह उनके पाले में आ सकते हैं। चुनावी सीजन में तीसरा चेहरा उभरने से नुकसान : हिसार में पिछले छह-सात महीने में व्यापारियों से रंगदारी मांगने और धमकाने की कई घटनाएं हो चुकी थीं। शहर के व्यापारियों ने इसे लेकर सैनी सरकार के खिलाफ धरने-प्रदर्शन भी किए थे। इन धरनों में व्यापारी नेता बजरंग दास गर्ग ने सक्रिय रोल अदा किया। हिसार में वैश्य बिरादरी का अच्छा-खासा वोटबैंक है और इस समाज की नुमाइंदगी जिंदल हाउस और कमल गुप्ता करते रहे हैं। कमल गुप्ता को जिंदल हाउस बड़ा खतरा नहीं मानता क्योंकि उनके खिलाफ अच्छी-खासी नाराजगी है। ऐसे में वह नहीं चाहता कि चुनावी सीजन में उनके सामने बिरादरी का कोई तीसरा चेहरा उठे।