करनाल का एक युवक पानीपत में हनीट्रैप में फंस गया। युवक की 2 महीने पहले इंस्टाग्राम पर एक महिला से दोस्ती हुई थी। लड़की ने उससे मुलाकात की और कहीं बाहर घूमने चलने को कहा। इसके बाद वे गुरुग्राम चले गए। जहां दोनों ने सहमति से संबंध बनाए। वापस आते समय लड़की ने अपने गैंग को बुला लिया। उन्होंने उसे रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 10 लाख रुपए मांगे। मामला 8 लाख में तय हुआ। जिसके बाद 5 लाख रुपए मौके पर ही ले लिए गए। जबकि 3 लाख रुपए अगले दिन देने पर सहमति बनी। जब लड़के को अहसास हुआ कि उसे हनीट्रैप में फंसाया जा रहा है तो उसने मामले की शिकायत पुलिस को दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 308(2), 308(7) और 61(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। गुरुग्राम जाते समय फोन आया, मैं भी साथ चलूंगी पीड़ित शुभम कुमार (बदला हुआ नाम) ने जानकारी देते हुए बताया कि वह घरौंडा, जिला करनाल का रहने वाला है। इंस्टाग्राम पर उसकी दोस्ती सरिता (बदला हुआ नाम) नाम की लड़की से हुई थी। उनकी दोस्ती महज 2 महीने पुरानी थी। इसी बीच वे पानीपत के सेक्टर 18 स्थित एक रेस्टोरेंट में मिले। जहां उन्होंने चाय पी। इसके बाद सरिता ने कहा कि उसे कहीं बाहर ले चलो। वह बार-बार ऑफर देती रही। 21 दिसंबर को सरिता ने फोन करके कहा कि चलो बाहर घूमने चलते हैं। 21 दिसंबर को युवक अपने दोस्त दीपक निवासी गांव नवादा, पानीपत के साथ कार से गुरुग्राम जा रहा था। रास्ते में उसे सरिता का फोन आया कि वह भी गुरुग्राम घूमना चाहती है। जिसके बाद उसने सरिता को सेक्टर 11-12 जीटी रोड कट पर बुलाया। वहां मिलने के बाद वे कार में सवार होकर गुरुग्राम चले गए। गुरुग्राम पहुंचने में उन्हें समय लग गया, जिस कारण क्लब बंद थे। दीपक ने अपने दोस्त सुमित को बुलाया और मेदांता के पास अपने किराए के कमरे पर चला गया। जहां वे रात भर रुके, उन्होंने सहमति से शारीरिक संबंध बनाए। सुबह वे वहां से पानीपत के लिए निकल गए। लड़कों को फोन कर पानीपत टोल प्लाजा बुलाया वापस आते समय सीएनजी भरवाते ही गिरोह को पानीपत टोल प्लाजा पर बुला लिया गया। इसी दौरान सरिता ने अपनी सहेली सुमन (बदला हुआ नाम) व अन्य लड़कों को फोन कर पानीपत टोल प्लाजा पर आने की जानकारी दी। सुबह करीब 11 बजे जब वे पानीपत टोल प्लाजा पर पहुंचे तो दो लड़कों ने उनकी कार के आगे अपनी कार अड़ा दी। सरिता ने सुमन को भी कार में बैठा लिया। दोनों लड़कों ने उसकी कार की चाबी छीन ली। इसके बाद वे उसे मॉडल टाउन थाने ले गए। जहां सुमन ने अजय उर्फ राजेश को फोन किया। इसके बाद उन लड़कों ने उसके खिलाफ रेप का केस दर्ज कराने की धमकी दी। साथ ही 10 लाख रुपए की मांग की। कैश लेते ही थाने से सहेली संग भागी सरिता शुभम ने डर की वजह अपने दो दोस्तों बिल्लु व बिंदू निवासी गांव कुताना करनाल को बुलाया। फिर सरिता के दलाल अजय ने उसके दोस्तों से 10 लाख रुपए की डिमांड की। उनके बीच 8 लाख रुपए में समझौता हुआ। बिल्लू ने अजय के नंबर पर 1 लाख रुपए डाल दिए। साथ ही सुमन और सरिता को 4 लाख रुपए कैश दे दिए। रुपए लेते ही सरिता-सुमन थाना से भाग गई। जिसके बाद उसे खुद के साथ हनीट्रैप होने का पता लगा। आरोपियों ने उससे 5 लाख रुपए ले लिए थे। बाकी 3 लाख रुपए 22 दिसंबर को देने का इकरारनामा हुआ था। करनाल का एक युवक पानीपत में हनीट्रैप में फंस गया। युवक की 2 महीने पहले इंस्टाग्राम पर एक महिला से दोस्ती हुई थी। लड़की ने उससे मुलाकात की और कहीं बाहर घूमने चलने को कहा। इसके बाद वे गुरुग्राम चले गए। जहां दोनों ने सहमति से संबंध बनाए। वापस आते समय लड़की ने अपने गैंग को बुला लिया। उन्होंने उसे रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 10 लाख रुपए मांगे। मामला 8 लाख में तय हुआ। जिसके बाद 5 लाख रुपए मौके पर ही ले लिए गए। जबकि 3 लाख रुपए अगले दिन देने पर सहमति बनी। जब लड़के को अहसास हुआ कि उसे हनीट्रैप में फंसाया जा रहा है तो उसने मामले की शिकायत पुलिस को दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 308(2), 308(7) और 61(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। गुरुग्राम जाते समय फोन आया, मैं भी साथ चलूंगी पीड़ित शुभम कुमार (बदला हुआ नाम) ने जानकारी देते हुए बताया कि वह घरौंडा, जिला करनाल का रहने वाला है। इंस्टाग्राम पर उसकी दोस्ती सरिता (बदला हुआ नाम) नाम की लड़की से हुई थी। उनकी दोस्ती महज 2 महीने पुरानी थी। इसी बीच वे पानीपत के सेक्टर 18 स्थित एक रेस्टोरेंट में मिले। जहां उन्होंने चाय पी। इसके बाद सरिता ने कहा कि उसे कहीं बाहर ले चलो। वह बार-बार ऑफर देती रही। 21 दिसंबर को सरिता ने फोन करके कहा कि चलो बाहर घूमने चलते हैं। 21 दिसंबर को युवक अपने दोस्त दीपक निवासी गांव नवादा, पानीपत के साथ कार से गुरुग्राम जा रहा था। रास्ते में उसे सरिता का फोन आया कि वह भी गुरुग्राम घूमना चाहती है। जिसके बाद उसने सरिता को सेक्टर 11-12 जीटी रोड कट पर बुलाया। वहां मिलने के बाद वे कार में सवार होकर गुरुग्राम चले गए। गुरुग्राम पहुंचने में उन्हें समय लग गया, जिस कारण क्लब बंद थे। दीपक ने अपने दोस्त सुमित को बुलाया और मेदांता के पास अपने किराए के कमरे पर चला गया। जहां वे रात भर रुके, उन्होंने सहमति से शारीरिक संबंध बनाए। सुबह वे वहां से पानीपत के लिए निकल गए। लड़कों को फोन कर पानीपत टोल प्लाजा बुलाया वापस आते समय सीएनजी भरवाते ही गिरोह को पानीपत टोल प्लाजा पर बुला लिया गया। इसी दौरान सरिता ने अपनी सहेली सुमन (बदला हुआ नाम) व अन्य लड़कों को फोन कर पानीपत टोल प्लाजा पर आने की जानकारी दी। सुबह करीब 11 बजे जब वे पानीपत टोल प्लाजा पर पहुंचे तो दो लड़कों ने उनकी कार के आगे अपनी कार अड़ा दी। सरिता ने सुमन को भी कार में बैठा लिया। दोनों लड़कों ने उसकी कार की चाबी छीन ली। इसके बाद वे उसे मॉडल टाउन थाने ले गए। जहां सुमन ने अजय उर्फ राजेश को फोन किया। इसके बाद उन लड़कों ने उसके खिलाफ रेप का केस दर्ज कराने की धमकी दी। साथ ही 10 लाख रुपए की मांग की। कैश लेते ही थाने से सहेली संग भागी सरिता शुभम ने डर की वजह अपने दो दोस्तों बिल्लु व बिंदू निवासी गांव कुताना करनाल को बुलाया। फिर सरिता के दलाल अजय ने उसके दोस्तों से 10 लाख रुपए की डिमांड की। उनके बीच 8 लाख रुपए में समझौता हुआ। बिल्लू ने अजय के नंबर पर 1 लाख रुपए डाल दिए। साथ ही सुमन और सरिता को 4 लाख रुपए कैश दे दिए। रुपए लेते ही सरिता-सुमन थाना से भाग गई। जिसके बाद उसे खुद के साथ हनीट्रैप होने का पता लगा। आरोपियों ने उससे 5 लाख रुपए ले लिए थे। बाकी 3 लाख रुपए 22 दिसंबर को देने का इकरारनामा हुआ था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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उन्होंने कहा कि जो दमन-दबाव की राजनीति व सत्ता सुख भोगने की राजनीति थी, यह उसे खत्म करने की लड़ाई थी। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव के बाद के सारे चुनाव उन्होंने टोहाना के आदेश पर लड़े। आगामी चुनाव भी जनता के आदेश पर ही लड़ेंगे। उसकी तैयारियां लोग करने में जुटे हैं। टोहाना में कुमारी सैलजा की जीत का श्रेय लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह श्रेय नहीं ले रहे, बल्कि जितने वोट उन्होंने आंकड़ों में बताए, उतने ही आए हैं। दिल्ली में कुछ नेताओं से भी मीटिंग हुई, जिसमें जितने फिगर वह देकर आए, उतने ही वोट आए। उन्होंने कहा कि वह श्रेय लेने की राजनीति नहीं करते, बल्कि जो भी हासिल किया है, वह हलके को समर्पित करते हैं। चुनाव से ठीक पहले किया समर्थन का ऐलान
विधायक देवेंद्र बबली ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया था। उन्होंने टोहाना में समर्थकों की मीटिंग में कहा था कि उन्होंने अपना फैसला कोर कमेटी पर छोड़ा था। सदस्यों ने कुमारी सैलजा का नाम लिया। इस पर उन्होंने समर्थकों से चर्चा की तो उन्होंने सैलजा को समर्थन देने को लेकर हां कर दी। बबली ने समर्थकों से वोट डलवा कर राय मांगी थी। बबली ने बताया था कि 3 हजार से ज्यादा लोगों ने उन्हें वोट दिया। इनमें 74 प्रतिशत लोगों ने फैसला उन पर छोड़ दिया है कि जो निर्णय वह लेंगे, वे उसमें उनके साथ रहेंगे। उनके समर्थकों में 9 प्रतिशत लोगों ने भाजपा जॉइन करने की सलाह दी। 17% लोग चाहते हैं कि वह कांग्रेस में जाएं, जबकि 0.5% लोगों का मानना है कि वे जहां हैं, वहीं रहें। पूर्व CM खट्टर के करीबी रह चुके बबली
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बवानी खेड़ा में ‘प्राण वायु देवता’ के तहत मिलेगी पेंशन:पुराने पेड़ की करनी होगी सेवा, 94 लोग योजना का उठा रहे लाभ
बवानी खेड़ा में ‘प्राण वायु देवता’ के तहत मिलेगी पेंशन:पुराने पेड़ की करनी होगी सेवा, 94 लोग योजना का उठा रहे लाभ भिवानी जिले के बवानी खेड़ा में सरकार की प्राण वायु देवता योजना के तहत 70 वर्ष या इससे अधिक आयु के पेड़ की सेवा करने वाले मालिक को बुढ़ापा पेंशन दी जाएगी। ये पेंशन वर्ष में एक बार दी जाएगी। बीते वर्ष तक बवानी खेड़ा में 94 पेंशन वितरित की जा रही है। फोरेस्ट विभाग से राजेश कुमार ने बताया कि सरकार इस और विशेष ध्यान दे रही है, ताकि सुविधा मुहैया कराई जा सके। हरियाणा में 70 साल पुराने पेड़ को पेंशन दी जानी है। जिसके लिए वन विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है और डेटा एकत्रित करने में लगा हुआ है। हालांकि डेटा विभाग को सौंपा भी गया है और विभाग ने और डिमांड की है। रिपोर्ट हुई तैयार, फिर से मांग वन विभाग की ओर से बवानी खेड़ा में 70 साल से अधिक पुराने वृक्षों को तलाश की गई थी और रिपोर्ट तक तैयार की गई थी। उसके बाद पुराने वृक्षों के पालन हार को बुढ़ापा पेंशन जितनी राशि वितरित की जा रही है। पेंशन के रूप में मिलने वाली राशि का हकदार वह होता, जिसकी जमीन पर वृक्ष छाया दे रहा है। इस पेंशन से पुराने वृक्षों की देखरेख की जानी थी, जो वृक्ष पंचायत के क्षेत्र में हैं, उसका पैसा पंचायती फंड में जाता। यदि किसी की निजी जमीन पर वृक्ष हैं, तो उसका पैसा मालिक को मिलना है। बताया जाता है कि 70 वर्ष से पुराना वृक्ष किसी के घर में खेत, बाड़े, स्कूल में, अस्पताल में है, तो संबंधित के खाते में राशि वितरित की जाएगी। ये पेंशन वर्ष में एक बार मिलेगी। यदि भमि नगर पालिका जमीन है, तो नपा के खाते में रूपए आएंगे। पर्यावरण बचाने को पहल पर्यावरण को बचाए रखने के लिए शुरू की गई थी इस योजना के तहत पुराने वृक्षों का सर्वे किया था, सर्वे के लिए टीमें बनाई गई हैं। जिसमें छल्लों के आधार पर उम्र का आकलन होता है। जिस क्षेत्र में पुराने वृक्ष हैं, उन जगहों के सरपंच, ग्रामीण खासकर बुजुर्गों से जानकारी जुटाकर वृक्षों की आयु का अनुमान लगाया था। वहीं वृक्षों की उम्र गणितीय व अनुमान के आधार पर निकाली गई थी। इसके अलावा ड्रिल का इस्तेमाल कर तने के छल्लों के आधार पर भी उम्र का आकलन किया था। क्या कहते हैं विभाग के अधिकारी फोरेस्ट गार्ड राजेश कुमार ने बताया कि किसी की जानकारी में 70 वर्ष या उससे अधिक आयु का वृक्ष की जानकारी होने पर उनसे संपर्क किया जा सकता है। टीम स्वयं पहुंचकर निरीक्षण करेगी और रिपोर्ट विभाग के पास भेजकर पेंशन दिलवाने का कार्य करेगी।