हरियाणा में मंगलवार (24 दिसंबर) को विशेष अवकाश रहेगा। गुरु ब्रह्मानंद जयंती के चलते सरकार ने हरियाणा सरकार के अधीन सभी सरकारी कार्यालयों, बोर्डों, निगमों और शैक्षणिक संस्थानों में विशेष अवकाश के आदेश जारी किए हैं। मंगलवार को जगतगुरु स्वामी ब्रह्मानंद की 116वीं जयंती है। इसलिए सरकार ने विशेष अवकाश की घोषणा की है। हरियाणा सरकार के चीफ सेक्रेटरी विवेक जोशी ने आर्डर जारी किए हैं। जिसके तहत संबंधित विभागों, सरकारी कार्यालयों, बोर्डों, निगमों व शिक्षा संस्थानों में प्रतिबंधित अवकाश के लिए लिखा गया है। हालांकि स्कूलों की कोई छुट्टी नहीं होगी। स्कूल सामान्य दिनों की तरह ही क्लास लगेंगे। इसके अलावा सरकारी कार्यालयों में प्रतिबंधित अवकाश रहेगा। इसलिए कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों की छुट्टी रहेगी। हरियाणा में मंगलवार (24 दिसंबर) को विशेष अवकाश रहेगा। गुरु ब्रह्मानंद जयंती के चलते सरकार ने हरियाणा सरकार के अधीन सभी सरकारी कार्यालयों, बोर्डों, निगमों और शैक्षणिक संस्थानों में विशेष अवकाश के आदेश जारी किए हैं। मंगलवार को जगतगुरु स्वामी ब्रह्मानंद की 116वीं जयंती है। इसलिए सरकार ने विशेष अवकाश की घोषणा की है। हरियाणा सरकार के चीफ सेक्रेटरी विवेक जोशी ने आर्डर जारी किए हैं। जिसके तहत संबंधित विभागों, सरकारी कार्यालयों, बोर्डों, निगमों व शिक्षा संस्थानों में प्रतिबंधित अवकाश के लिए लिखा गया है। हालांकि स्कूलों की कोई छुट्टी नहीं होगी। स्कूल सामान्य दिनों की तरह ही क्लास लगेंगे। इसके अलावा सरकारी कार्यालयों में प्रतिबंधित अवकाश रहेगा। इसलिए कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों की छुट्टी रहेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कैप्टन अजय यादव के निशाने पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी:कहा- मेरे बेटे ने डिप्टी CM का सपना देखा तो उसमें क्या गलत; बाबरिया जो मर्जी कहते रहें
कैप्टन अजय यादव के निशाने पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी:कहा- मेरे बेटे ने डिप्टी CM का सपना देखा तो उसमें क्या गलत; बाबरिया जो मर्जी कहते रहें कांग्रेस ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव चरखी दादरी पहुंचे। जहां उन्होंने यादव धर्मशाला में आयोजित ओबीसी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान पूर्व मंत्री ने विधायक चिरंजीव राव के डिप्टी सीएम बनने के बयान पर उनका पक्ष लिया उन्होंने कहा कि चिरंजीव राव सिटिंग एमएलए हैं, तो उनकी टिकट भी पक्की है। चिरंजीव ने डिप्टी सीएम की जो बात कही है वह गलत नहीं है, सपने कोई भी देख सकता है। दीपक बाबरिया के बयान पर अजय यादव ने भड़कते हुए कहा कि वो चाहे कुछ कहें, हमने जो कहना था कह दिया है। बता दे कि चरखी दादरी में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनावों के बारे में मंथन किया। कहा कि चिरंजीव यादव के साथ-साथ जिसे भी कांग्रेस टिकट देगी, उसके पक्ष में प्रचार करते हुए वोट डालने में अहम योगदान दें। लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं का दिखा दर्द यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम व भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा की दोनों सीटें खो दी। अगर सभी पक्षों की सुनी जाती तो हरियाणा में 5 की जगह 8 सीटें कांग्रेस जरूरत जीत पाती। गुरुग्राम से मुझे टिकट मिलती तो जीत पक्की थी। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मेरिट के आधार पर टिकटों का सही वितरण किया, तो 70 से अधिक सीटों पर सीटों पर कांग्रेस जीतेगी। साथ ही कहा कि नितिश कुमार पलटी खाएंगे और एनडीए सरकार गिर जाएगी, ऐसे में इंडिया गठबंधन केंद्र में सरकार बनायेगा। अजय यादव ने आरक्षण को लेकर भारत बंद के ऐलान का भी समर्थन किया। किरण को कांग्रेस छोड़ने की सलाह नहीं देते अजय यादव ने किरण के राज्यसभा में जाने की चर्चाओं पर कहा कि यह उनका खुद का निर्णय है, जो विधायक पद से इस्तीफा दिया है। किरण अगर मेरे से पूछती तो मैं किरण को कांग्रेस छोड़ने की सलाह नहीं देता। कांग्रेस से इंद्रजीत, बीरेंद्र सिंह, धर्मबीर सहित अन्य बड़े नेता भाजपा में गये और आज उनको कोई पूछने वाला नहीं है। वहीं अजय यादव ने कहा कि विनेश फोगाट राजनीतिक षड़यंत्र का शिकार हुई है। सरकार नहीं चाहती थी कि विनेश फोगाट को गोल्ड मिले। विनेश के खाते में पैसे डालने बारे प्रदेश सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। राज्यसभा के लिए विनेश की उम्र आड़े आई है। विपक्ष में होने के नाते कांग्रेस को राज्यसभा उम्मीदवार उतारना चाहिए।
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने BJP छोड़ी:इस्तीफे में लिखा- पार्टी में अब गद्दारों को तवज्जो, कल पार्टी में आने वालों को टिकटें बांटी
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने BJP छोड़ी:इस्तीफे में लिखा- पार्टी में अब गद्दारों को तवज्जो, कल पार्टी में आने वालों को टिकटें बांटी हरियाणा के पूर्व मंत्री कर्ण देव कांबोज ने बीजेपी छोड़ते हुए पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इंद्री विधानसभा से 2014 में विधायक और हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले एवं वन विभाग के पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज ने इंद्री से टिकट न मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वर्तमान में वह भाजपा ओबीसी मोर्चा हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष थे, लेकिन उन्होंने अपने पद के साथ-साथ भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा में गद्दारों को तवज्जो मिलने का आरोप
कर्ण देव कांबोज ने अपने इस्तीफे में पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाली भाजपा नहीं रही। उन्होंने कहा कि अब पार्टी में नुकसान पहुंचाने वाले गद्दारों को तवज्जो दी जा रही है, जबकि वफादार कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। कांबोज ने कहा कि उन्होंने और उनके परिवार ने वर्षों तक भाजपा की सेवा की, लेकिन पार्टी ने उनके योगदान को नजरअंदाज किया। संगठन में किए गए काम को नजरअंदाज किया गया
कांबोज ने इस्तीफे में उल्लेख किया कि पिछले पांच सालों में उन्होंने ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में पूरे हरियाणा में काम किया और 150 सामाजिक टोलियों का गठन किया। इसके बावजूद पार्टी ने उनकी सेवाओं को नजरअंदाज किया और उन्हें टिकट नहीं दिया। कांबोज ने आरोप लगाया कि पार्टी ने वफादार कार्यकर्ताओं के बजाय उन लोगों को टिकट दिया है जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं। कृष्ण देव कांबोज के इस्तीफे की कॉपी… कांग्रेस और भाजपा में अब कोई फर्क नहीं
कांबोज ने भाजपा के फैसलों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी अब कांग्रेस की तरह हो गई है। उन्होंने कहा, “जब पार्टी में पुराने और वफादार कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर नए चेहरों को प्राथमिकता दी जा रही है, तो कांग्रेस और भाजपा में क्या फर्क रह गया है?” उनका यह बयान सीधे तौर पर भाजपा की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है और पार्टी के अंदर गहरे असंतोष को दर्शाता है। आगे का राजनीतिक सफर चुनाव लड़ने के संकेत
कर्ण देव कांबोज ने अपने इस्तीफे में यह भी कहा कि उनका आगामी फैसला उनके समर्थकों के निर्णय पर निर्भर करेगा। उन्होंने संकेत दिया कि वह अपने समर्थकों के निर्णय का सम्मान करते हुए अगला कदम उठाएंगे। कांबोज ने यह भी इशारा किया कि उनके समर्थक तय करेंगे कि वह आगामी चुनाव लड़ेंगे या नहीं। इससे यह स्पष्ट होता है कि वह चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं और बीजेपी के खिलाफ एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ सकते हैं या किसी अन्य पार्टी से हाथ मिला सकते हैं। राजनीतिक परिदृश्य में असर
कर्ण देव कांबोज का इस्तीफा खासकर इंद्री विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। कांबोज ने 2014 में इंद्री से जीत हासिल की थी और खाद्य विभाग के मंत्री बने थे। हालांकि, 2019 में पार्टी ने उन्हें इंद्री की बजाय रादौर से चुनाव लड़ने भेजा, जहां वह हार गए। अब 2024 के चुनाव में कांबोज का अलग मैदान में उतरना भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
हरियाणा चुनाव कैंडिडेट सर्वे रिजल्ट:राज्य में 72 सीटों पर इनेलो-बसपा मजबूत, जानिए इन सीटों पर जनता की पसंद का कैंडिडेट
हरियाणा चुनाव कैंडिडेट सर्वे रिजल्ट:राज्य में 72 सीटों पर इनेलो-बसपा मजबूत, जानिए इन सीटों पर जनता की पसंद का कैंडिडेट हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस के बीच के मुकाबले में कई सीटों पर इनेलो-बसपा गठबंधन भी मजबूत दावेदार माना जा रहा है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 72 ऐसी हैं जहां इनेलो-बसपा गठबंधन मजबूत स्थिति में दिख रहा है। 23 अगस्त से 27 अगस्त तक चले दैनिक भास्कर कैंडिडेट सर्वे में इन 72 सीटों पर जनता से पूछा गया कि इनेलो-बसपा के लिए सबसे मजबूत कैंडिडेट कौन हो सकता है। 1.30 लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। आज सर्वे के रिजल्ट में जानिए कि राज्य की 72 विधानसभा सीटों पर इनेलो-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर लोगों की पहली पसंद कौन है। अब सीटवार देखिए, कहां इनेलो-बसपा के लिए कौन सा कैंडिडेट जनता की नजर में सबसे मजबूत है… जानिए, कालका विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद देखिए पंचकूला विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता नारायणगढ़ विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय अंबाला कैंट विधानसभा सीट पर कौन है जनता की पसंद अंबाला शहर विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता मुलाना विधानसभा सीट पर जानिए जनता की राय साढौरा विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद जगाधरी विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता यमुनानगर विधानसभा सीट पर जानिए जनता की राय रादौर विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद लाडवा विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता शाहाबाद विधानसभा सीट कौन है जनता की पसंद थानेसर विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय पिहोवा विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता गुहला विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद कलायत विधानसभा सीट पर जानिए जनता की राय नीलोखेड़ी विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय इंद्री विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता करनाल विधानसभा सीट पर कौन है जनता की पसंद घरौंडा विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद असंध विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय पानीपत शहर विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद समालखा विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता गन्नौर विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय राई विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद खरखौदा विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता सोनीपत विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय बरौदा विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय जुलाना विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद सफीदों विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता जींद विधानसभा सीट पर कौन है जनता की पसंद उचाना कलां विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय नरवाना विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता टोहाना विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद फतेहाबाद विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय रतिया विधानसभा सीट पर कौन है जनता की पसंद कालांवाली विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय डबवाली विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता रानियां विधानसभा सीट पर कौन है जनता की पसंद सिरसा विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय ऐलनाबाद विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता उकलाना विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय नारनौंद विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद बरवाला विधानसभा सीट पर क्या है जनता की पसंद हिसार विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय नलवा विधानसभा सीट पर कौन है जनता की पसंद लोहारू विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता बाढ़ड़ा विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद दादरी विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय भिवानी विधानसभा सीट पर कौन है जनता की पसंद तोशाम विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता बवानीखेड़ा विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद कलानौर विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय बहादुरगढ़ विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता बादली विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद झज्जर विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय अटेली विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय नांगल चौधरी विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता बावल विधानसभा सीट पर क्या है जनता की पसंद कोसली विधानसभा सीट पर कौन है जनता की पसंद रेवाड़ी विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता सोहना विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय नूंह विधानसभा सीट पर कौन है जनता की पसंद फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय पुन्हाना विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद हथीन विधानसभा सीट पर क्या कहती है जनता होडल विधानसभा सीट पर क्या है जनता की पसंद पलवल विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय पृथला विधानसभा सीट पर कौन है पहली पसंद बड़खल विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय तिगांव विधानसभा सीट पर क्या है जनता की राय कल सर्वे के नतीजों में जानिए आम आदमी पार्टी और जेजेपी के लिए जनता ने किन उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा पसंद किया है।