हरियाणा के 1400 नर्सिंग ऑफिसर को सरकार ने राहत दी है। पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (UHS) ने नर्सिंग ऑफिसरों के लिए ट्रांसफर पॉलिसी शुरू कर दी है, ये पॉलिसी टीचर्स के लिए हरियाणा सरकार की ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी जैसी है। इस पॉलिसी के तहत अब एनुअल ट्रांसफर अभियान चलाया जाएगा, जिसमें नर्सिंग स्टाफ अगले वर्ष के लिए अपने पसंदीदा विभागों में पोस्टिंग ले सकेंगे। इसमे वरीयता पर योग्यता के आधार पर ट्रांसफर किया जाएगा। इस पॉलिसी के तहत विभागों को बड़ी और छोटी इकाइयों में बांटा जाएगा। इसके अलावा आयु, विशेष श्रेणियों (विधवा, तलाकशुदा, अविवाहित) और दिव्यांगता की स्थिति में अधिकतम 80 नंबर दिए जाएंगे। पहले क्या थी स्थिति इससे पहले, नर्सिंग अधिकारियों को विभागीय मांगों के आधार पर स्थानांतरित किया जाता था, जिससे दिक्कत होती थीं। यूएचएस के कुलपति डॉ एचके अग्रवाल का कहना है, अब एक वार्षिक स्थानांतरण अभियान चलाएंगे, जिसमें नर्सिंग कर्मचारी अगले वर्ष के लिए अपने पसंदीदा विभागों में पोस्टिंग ले सकेंगे। इन वरीयताओं पर योग्यता के आधार पर विचार किया जाएगा। इस पॉलिसी से पीजीआईएमएस में लगभग 1,400 नर्सिंग अधिकारियों को राहत मिलेगी। जनवरी 2025 से लागू होगी पॉलिसी अधिकारियों ने बताया कि यह नीति अगले महीने से लागू की जाएगी, जिससे स्थानांतरण में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी और नर्सों को विभिन्न विभागों का अनुभव मिलेगा। नीति के अनुसार, सामान्य स्थानांतरण सालाना होंगे, हालांकि पदोन्नति, भर्ती या रोगी देखभाल आवश्यकताओं के मामले में कभी भी पोस्टिंग की जा सकती है। नर्सिंग अधिकारी एक जोन में तीन साल पूरे करने के बाद स्थानांतरण के लिए पात्र होंगे। यदि कोई नर्सिंग स्टाफ़ सदस्य योग्यता के कारण पसंदीदा विभाग हासिल नहीं कर पाता है, तो उन्हें बिना चुने गए स्टेशन पर तैनात किया जाएगा। किसी भी रिक्त पद पर स्थानांतरित होने से बचने के लिए अधिकतम वरीयताओं को सूचीबद्ध करना उचित है। संघ कई सालों से कर रहा था मांग जो नर्सिंग स्टाफ अपनी प्राथमिकताएं प्रस्तुत नहीं करेंगे, उन्हें स्वचालित रूप से “कहीं भी” श्रेणी के अंतर्गत उपलब्ध रिक्त पदों पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। यह नीति नर्सिंग अधिकारियों के संघ की लंबे समय से चली आ रही मांग को संबोधित करती है। इस पहल से प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जाएगा और मरीजों की देखभाल में सुधार के साथ-साथ कर्मचारियों की चिंताओं को दूर किया जाएगा। हरियाणा के 1400 नर्सिंग ऑफिसर को सरकार ने राहत दी है। पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (UHS) ने नर्सिंग ऑफिसरों के लिए ट्रांसफर पॉलिसी शुरू कर दी है, ये पॉलिसी टीचर्स के लिए हरियाणा सरकार की ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी जैसी है। इस पॉलिसी के तहत अब एनुअल ट्रांसफर अभियान चलाया जाएगा, जिसमें नर्सिंग स्टाफ अगले वर्ष के लिए अपने पसंदीदा विभागों में पोस्टिंग ले सकेंगे। इसमे वरीयता पर योग्यता के आधार पर ट्रांसफर किया जाएगा। इस पॉलिसी के तहत विभागों को बड़ी और छोटी इकाइयों में बांटा जाएगा। इसके अलावा आयु, विशेष श्रेणियों (विधवा, तलाकशुदा, अविवाहित) और दिव्यांगता की स्थिति में अधिकतम 80 नंबर दिए जाएंगे। पहले क्या थी स्थिति इससे पहले, नर्सिंग अधिकारियों को विभागीय मांगों के आधार पर स्थानांतरित किया जाता था, जिससे दिक्कत होती थीं। यूएचएस के कुलपति डॉ एचके अग्रवाल का कहना है, अब एक वार्षिक स्थानांतरण अभियान चलाएंगे, जिसमें नर्सिंग कर्मचारी अगले वर्ष के लिए अपने पसंदीदा विभागों में पोस्टिंग ले सकेंगे। इन वरीयताओं पर योग्यता के आधार पर विचार किया जाएगा। इस पॉलिसी से पीजीआईएमएस में लगभग 1,400 नर्सिंग अधिकारियों को राहत मिलेगी। जनवरी 2025 से लागू होगी पॉलिसी अधिकारियों ने बताया कि यह नीति अगले महीने से लागू की जाएगी, जिससे स्थानांतरण में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी और नर्सों को विभिन्न विभागों का अनुभव मिलेगा। नीति के अनुसार, सामान्य स्थानांतरण सालाना होंगे, हालांकि पदोन्नति, भर्ती या रोगी देखभाल आवश्यकताओं के मामले में कभी भी पोस्टिंग की जा सकती है। नर्सिंग अधिकारी एक जोन में तीन साल पूरे करने के बाद स्थानांतरण के लिए पात्र होंगे। यदि कोई नर्सिंग स्टाफ़ सदस्य योग्यता के कारण पसंदीदा विभाग हासिल नहीं कर पाता है, तो उन्हें बिना चुने गए स्टेशन पर तैनात किया जाएगा। किसी भी रिक्त पद पर स्थानांतरित होने से बचने के लिए अधिकतम वरीयताओं को सूचीबद्ध करना उचित है। संघ कई सालों से कर रहा था मांग जो नर्सिंग स्टाफ अपनी प्राथमिकताएं प्रस्तुत नहीं करेंगे, उन्हें स्वचालित रूप से “कहीं भी” श्रेणी के अंतर्गत उपलब्ध रिक्त पदों पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। यह नीति नर्सिंग अधिकारियों के संघ की लंबे समय से चली आ रही मांग को संबोधित करती है। इस पहल से प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जाएगा और मरीजों की देखभाल में सुधार के साथ-साथ कर्मचारियों की चिंताओं को दूर किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
गुरुग्राम में निर्दलीय नवीन को अनुराधा का समर्थन:भाजपा को लग सकता है ब्राह्मण वोटों में झटका; शहर की दुर्दशा पर जताया रोष
गुरुग्राम में निर्दलीय नवीन को अनुराधा का समर्थन:भाजपा को लग सकता है ब्राह्मण वोटों में झटका; शहर की दुर्दशा पर जताया रोष हरियाणा में गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र में सियासी पारा लगातार चढ़ते जा रहा है। बीजेपी से बागी होकर चुनाव लड़ रहे नवीन गोयल को मंगलवार को बीजेपी की पूर्व कद्दावर व आप महिला नेत्री अनुराधा शर्मा का भी साथ मिला। अनुराधा शर्मा ने गुरुग्राम की दुर्दशा के लिए बीजेपी सरकार पर तीखे प्रहार किए। इस नए घटनाक्रम से ब्राह्मण चेहरे अनुराधा शर्मा के चलते अब ब्राह्मण समाज धीरे-धीरे बीजेपी प्रत्याशी से दूर होता दिख रहा है। अनुराधा शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ शब्दों में कहा कि उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपयी, सुषमा स्वराज से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सालों काम किया। लंबे समय से देख रहीं हूं कि गुरुग्राम के विकास एवं यहां के लोगों के लिए नवीन गोयल बीजेपी में रहकर संघर्ष कर रहे थे। लेकिन जब टिकट की बारी आई तो उनको साइड लाइन कर दिया गया। उन्होंने कहा कि वह दलगत व जातिगत राजनीति से ऊपर उठकर नवीन गोयल का साथ दे रहीं हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नवीन गोयल ने पूरे परिवार व शहरवासियों की तरफ से पुष्प व पौधा दिया व पटका पहनाकर अनुराधा शर्मा का स्वागत किया। नवीन गोयल ने वादा किया कि वह सालों से जो काम शहर के विकास व लोगों की समस्याओं के लिए कर रहे थे, वह अनवरत आगे भी जारी रहेगा। उनका अभियान कभी नहीं रूकेगा। जिस प्रकार शहर के लोग, सामाजिक संगठन, 36 बिरादरी के लोगों का कारवां उनके साथ जुड़ता जा रहा है उससे साफ है कि जनता इतिहास रचने को तैयार है। अनुराधा शर्मा ने कहा कि गुरु द्रोणाचार्य की नगरी में एकलव्य का अंगूठा काटा गया और उसी दिन तय हो गया था कि सर्वश्रेष्ठ धनुर्धारी अर्जुन नहीं एकलव्य थे, वैसे ही सभी प्रत्याशियों से बेस्ट नवीन गोयल हैं। बीजेपी में कई पदों पर अनुराधा शर्मा ने किया काम अनुराधा शर्मा ने बताया कि 2014 में बीजेपी ने उमेश अग्रवाल को टिकट दिया और वह पूरे प्रदेश में सर्वाधिक मतों से चुनाव भी जीते, बावजूद उनका अपमान किया गया। वह आज भी उमेश अग्रवाल के साथ हैं लेकिन नवीन गोयल जिस प्रकार से शहर के लिए काम कर रहे उसके चलते वह उनका पूरा साथ देंगी। अटल बिहारी वाजपेयी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते समय वह महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष, जनरल बॉडी की अध्यक्ष, निर्भया कांड के बाद पॉक्सो एक्ट को लागू कराने वाली कमेटी की चेयरपर्सन सहित जिला, प्रदेश व बीजेपी की राष्ट्रीय टीम में पिछले 30 साल से सक्रिय अनुराधा पार्टी की उपेक्षा के चलते आप पार्टी में शामिल हो गईं थीं। आप पार्टी छोड़े बिना ही वह शहर व यहां के लोगों के हित को देखने के साथ ही विपक्षी पार्टी के प्रत्याशियों की तुलना में नवीन गोयल को बेहतर मानते हुए उनका साथ देने का दंभ भर रहीं हैं।
हरियाणा CM के कार्यक्रम में बिजली गुल:राष्ट्रगान गाते समय लाउडस्पीकर बंद हुए; सैनी का सिरसा में कैंसर हॉस्पिटल बनाने का ऐलान
हरियाणा CM के कार्यक्रम में बिजली गुल:राष्ट्रगान गाते समय लाउडस्पीकर बंद हुए; सैनी का सिरसा में कैंसर हॉस्पिटल बनाने का ऐलान हरियाणा के सिरसा जिले में आज गुरूवार (21 नवंबर) को CM नायब सिंह सैनी मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। यहां कार्यक्रम में राष्ट्रगान के दौरान अचानक बिजली गई। इससे राष्ट्रगान में मामूली सा व्यवधान पड़ा। हालांकि, बिजली जाने के बाद मौके पर मौजूद CM और अन्य लोगों ने बिना लाउडस्पीकर के ही राष्ट्रगान गाया। यह राष्ट्रगान CM का संबोधन खत्म होने के बाद गाया जा रहा था। इस कार्यक्रम में CM सैनी ने मेडिकल कॉलेज के भूमि पूजन के साथ 5 एकड़ में कैंसर हॉस्पिटल बनाने की भी घोषणा की। बता दें कि सिरसा के मिनी बाइपास पर 22 एकड़ जमीन पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण होने जा रहा है। मेडिकल कॉलेज 2 वर्ष में बनकर तैयार हो जाएगा। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री आरती राव, हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा, पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल, सिरसा से कांग्रेस के विधायक गोकुल सेतिया, पूर्व सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल, वरिष्ठ BJP नेता गोबिंद कांडा भी मौजूद थे। कैंसर ट्रीटमेंट सेंटर बनाने की घोषणा
संत सरसाईं नाथ राजकीय मेडिकल कॉलेज, सिरसा की भूमि पूजन के मौके पर CM सैनी ने सबसे पहले गुरू गोरखनाथ जी के शिष्य संत सरसाईं नाथ को नमन किया। इसके बाद कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित किया। संबोधन में CM सैनी ने कहा कि 21 एकड़ में बन रहे इस मेडिकल कॉलेज में 1010 करोड़ की लागत आएगी। CM ने बताया कि इस कॉलेज में MBBS की 100 मेडिकल सीटें होगी। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज परिसर में 5.5 एकड़ भूमि में आधुनिक कैंसर ट्रिटमैंट सेंटर स्थापित किया जाएगा। किसानों से किया प्राकृतिक खेती का आग्रह
CM ने बताया कि प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या अब 15 हो गई है। हमारी सरकार ने प्रदेश में निरोगी हरियाणा योजना की शुरुआत की है। हर गरीब व्यक्ति को निशुल्क सेहत सेवा मिल रही है। बुजुर्गों के इलाज की चिंता प्रधानमंत्री मोदी को है, इसलिए बुजुर्गों के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है। CM सैनी ने इस मौके पर किसानों ने विशेष आग्रह किया कि पेस्टिसाइड्स सेहत के लिए हानिकारक है। सभी किसान पेस्टिसाइड का उपयोग कम कर प्राकृतिक खेती का रास्ता अपनाएं। आयुष्मान कार्ड से मिलेगा 10 लाख का स्वास्थ्य लाभ
CM सैनी ने कहा कि BJP सरकार ने हेल्दी इंडिया-फिट इंडिया का संकल्प लिया है। हरियाणा में आयुष्मान कार्ड धारकों को अब 10 लाख रुपए तक का सेहत लाभ मिलेगा। PM मोदी ने देश में 70 प्लस आयु वालों के लिए हर साल 5 लाख रुपए का सेहत लाभ देने की घोषणा की है। कांग्रेस MLA बोले- एयरपोर्ट पर CM का स्वागत करना था, मेरा नाम हटा दिया
कार्यक्रम में शामिल रहे सिरसा से कांग्रेस MLA गोकुल सेतिया ने अपने संबोधन में CM सैनी की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘मैं CM साहब का स्वागत करने एयरपोर्ट पर जाना चाहता था। इसके लिए मैंने DC को लेटर भी भेजा था। लेकिन, अंत समय में किसी ने शरारत कर लेटर से मेरा नाम हटा दिया।’ सेतिया बोले, ‘लिस्ट में नाम न होने के कारण मुझे एयरफोर्स स्टेशन के अंदर नहीं जाने दिया। इसका पता जब CM साहब को लगा तो उन्होंने 3 मिनट तक खड़े होकर मेरा वहां इंतजार किया। इसके बाद वह स्टेशन के बाहर आए और स्पेशली गाड़ी रोककर मुझसे मिले, मेरा मान-सम्मान किया। मैं परमात्मा की कसम खाता हूं कि मैंने ऐसी शख्सियत पहले कभी नहीं देखी।’ निर्धारित समय से देरी से पहुंचे CM सैनी
मुख्यमंत्री सुबह 10 बजे सिरसा के मिनी बाइपास स्थित मेडिकल ग्राउंड में पहुंचने वाला थे, लेकिन वह डेढ़ घंटा देरी से पहुंचे। CM के दौरे को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे। कार्यक्रम स्थल से लेकर वायु सेना केंद्र तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात की हुई थी। जब तक मुख्यमंत्री सिरसा में रहे, सिरसा के आसमान पर ड्रोन उड़ने पर पाबंदी लगाई हुई थी। मुख्यमंत्री वायु मार्ग से सिरसा एयरफोर्स स्टेशन पर पहुंचे। इसके बाद सड़क मार्ग से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद सीएम सैनी कार्यक्रम स्थल से वायु सेना केंद्र की ओर रवाना हो गए।
कुलदीप बिश्नोई का बेटा अमेरिका में खेलेगा क्रिकेट:LA नाइट राइडर्स से जुड़े चैतन्य, टूर्नामेंट 5 जुलाई से शुरू होगा
कुलदीप बिश्नोई का बेटा अमेरिका में खेलेगा क्रिकेट:LA नाइट राइडर्स से जुड़े चैतन्य, टूर्नामेंट 5 जुलाई से शुरू होगा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के छोटे पौते चैतन्य बिश्नोई अमेरिकी की घरेलू क्रिकेट टीम का हिस्सा बन गए हैं। वह अमेरिका की मेजर लीग क्रिकट (MLC)में खेलेंगे। MLC का ड्राफ्ट पूरा हो गया है। इस क्रिकेट लीग में कई भारतीय खिलाड़ी भी खेलेंगे जिसमें चैतन्य बिश्नोई भी शामिल हैं। चैतन्य बिश्नोई का चयन LA नाइट राइडर्स में हुआ है। इस टूर्नामेंट की शुरुआत 5 जुलाई से हो रही है। इसमें LA नाइट राइडर्स की टीम क्वालीफाइंग से पहले 6 मैच खेलेगी। आपको बता दें कि चैतन्य पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई के छोटे बेटे हैं और भव्य बिश्नोई के छोटे भाई हैं। चैतन्य ने 2013-14 के सत्र के दौरान इंग्लैंड में डरहम विश्वविद्यालय के लिए अपना प्रथम श्रेणी डेब्यू किया था। चैतन्य बिश्नोई एक बल्लेबाजी हैं जो जरूरत पड़ने पर बॉलिंग भी करते हैं। कुलदीप बिश्नोई बनना चाहते थे क्रिकेटर
राजनीति के पीएचडी माने जाने वाले चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई क्रिकेटर बनना चाहते थे मगर उनको पिता की विरासत आगे बढ़ाने के लिए राजनीति में आना पड़ा। हालांकि अब वह राजनीति के खिलाड़ी बन गए हैं। कुलदीप बिश्नोई ने अपनी ईच्छा पूरी नहीं कर पाने के बाद छोटे बेटे चैतन्य को क्रिकेट के साथ जोड़ा। चैतन्य बिश्नोई राजनीति से दूर क्रिकेट पर फोकस किए हुए हैं जबकि उनके बड़े भाई भव्य बिश्नोई अपने दादा की राजनीति विरासत को पिता के साथ मिलकर आगे बढ़ा रहे हैं। 5 जुलाई से अमेरिका में शुरु होगी MLC अमेरिका में 5 जुलाई से मेजर लीग क्रिकेट यानि एमएलसी की शुरुआत होगी। USA के टेक्सास और उत्तरी कैरोलिना में 5 से 28 जुलाई तक होने वाले मेजर लीग क्रिकेट 2024 में छह टीमें हिस्सा लेंगी। मेजर लीग क्रिकेट या एमएलसी एक ट्वेंटी-20 (T20) क्रिकेट टूर्नामेंट है और इंडियन प्रीमियर लीग के समान एक अमेरिकी टूर्नामेंट है। एमएलसी का पहला संस्करण पिछले साल आयोजित किया गया था। एमआई न्यूयॉर्क की टीम मौजूदा चैंपियन है। टीम एमएलसी 2023 फाइनल में सिएटल ओर्कास को हराकर पहले मेजर लीग क्रिकेट की विजेता बनी थी। इस दिन होंगे चैतन्य बिश्नोई के मैच