हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मंगलवार को शिमला विंटर कार्निवाल का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि क्रिसमस और न्यू ईयर पर प्रदेश आने वाले पर्यटक अगर ज्यादा झूम जाएंगे, तो उन्हें हवालात की सैर नहीं कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को यह एहसास नहीं होना चाहिए कि वह इंजॉय करने आए थे और हवालात की सैर करके वापस जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि झूमने वाले पर्यटकों को आराम से उनके होटलों में ठहराया जाए। 5 जनवरी तक रातभर खुले रहेंगे होटल-ढाबे CM सुक्खू ने कहा कि सरकार ने फैसला लिया है कि 5 जनवरी तक पर्यटकों की सुविधा के लिए होटल, ढाबे, रेस्टोरेंट 24 घंटे खुले रखने का निर्णय लिया है। इसकी नोटिफिकेशन कर दी है। इससे प्रदेश के अलग-अलग पर्यटन स्थलों पर देरी से पहुंचने वाले पर्यटकों को भूखे पेट नहीं सोना पड़ेगा। वहीं, देर रात तक खाने-पीने की दुकानें खुली रखने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। CM की पर्यटकों से अपील मुख्यमंत्री ने पर्यटकों से अपील की है कि अपनी जान जोखिम में डालकर सफर न करें। गाड़ियों के दरवाजे खोलकर और बोनट पर सफर न करें। बीते साल सीएम के इसी बयान हुआ था बवाल जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीते साल भी क्रिसमस व न्यू ईयर से पहले इसी तरह का बयान दिया था। जिसको लेकर भाजपा ने मुख्यमंत्री पर प्रदेश में नशे को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे और उनके इस बयान पर सवाल खड़े किए थे। ऐसे में लाजिम है कि एक बार फिर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने बयान को दोहराया है। जिसके बाद उनके बयान पर फिर बवाल हो सकता है। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मंगलवार को शिमला विंटर कार्निवाल का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि क्रिसमस और न्यू ईयर पर प्रदेश आने वाले पर्यटक अगर ज्यादा झूम जाएंगे, तो उन्हें हवालात की सैर नहीं कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को यह एहसास नहीं होना चाहिए कि वह इंजॉय करने आए थे और हवालात की सैर करके वापस जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि झूमने वाले पर्यटकों को आराम से उनके होटलों में ठहराया जाए। 5 जनवरी तक रातभर खुले रहेंगे होटल-ढाबे CM सुक्खू ने कहा कि सरकार ने फैसला लिया है कि 5 जनवरी तक पर्यटकों की सुविधा के लिए होटल, ढाबे, रेस्टोरेंट 24 घंटे खुले रखने का निर्णय लिया है। इसकी नोटिफिकेशन कर दी है। इससे प्रदेश के अलग-अलग पर्यटन स्थलों पर देरी से पहुंचने वाले पर्यटकों को भूखे पेट नहीं सोना पड़ेगा। वहीं, देर रात तक खाने-पीने की दुकानें खुली रखने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। CM की पर्यटकों से अपील मुख्यमंत्री ने पर्यटकों से अपील की है कि अपनी जान जोखिम में डालकर सफर न करें। गाड़ियों के दरवाजे खोलकर और बोनट पर सफर न करें। बीते साल सीएम के इसी बयान हुआ था बवाल जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीते साल भी क्रिसमस व न्यू ईयर से पहले इसी तरह का बयान दिया था। जिसको लेकर भाजपा ने मुख्यमंत्री पर प्रदेश में नशे को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे और उनके इस बयान पर सवाल खड़े किए थे। ऐसे में लाजिम है कि एक बार फिर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने बयान को दोहराया है। जिसके बाद उनके बयान पर फिर बवाल हो सकता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में बहिष्कार मुहिम पर AIMIM नेता का पलटवार:सेब का बॉयकॉट करने की अपील, बाद में पोस्ट की डिलीट हिमाचल प्रदेश में देवभूमि संघर्ष समिति द्वारा शिमला के संजौली से शुरू किए गए समुदाय विशेष के आर्थिक बहिष्कार की अपील की पर AIMIM नेता शोएब जमाई ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से कटाक्ष किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया में हिमाचल प्रदेश में सेब की खरीदारी करने वाले सभी मुस्लिम बाहरी व्यापारियों से हिमाचल के सेब के बॉयकॉट की अपील की है। शोएब जमाई ने क्या लिखा ? AIMIM नेता ने अपने अकाउंट पर लिखा कि अब हद हो गयी है। चलिए शुरू करते है आर्थिक बहिष्कार। मैं हिमाचल की सेब मंडी में बड़ी तादाद में खरीदारी करने वाले सभी मुस्लिम (बाहरी ) व्यापारियों से अपील करता हूं (जो कि लगभग 80% है) कि हिमाचल प्रदेश के सेब का बॉयकॉट किया जाए। तुम्हें रब का वास्ता इस नफरत भरे बाजार से कोई खरीदारी मत करो। AIMIM नेता ने हटाई अपनी पोस्ट हालांकि AIMIM नेता शोएब जमाई की वाल पर अब यह पोस्ट नहीं है। लेकिन मोहम्मद जुबैर नाम के यूजर ने उनकी इस पोस्ट अपने अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा कि यह AIMIM नेता शोएब जमाई का शर्मनाक बयान है। उनका यह बयान दक्षिणपंथी समूहों के बहिष्कार आह्वान से किस प्रकार भिन्न है। आप वास्तव में उनकी मदद कर रहे हैं। ऐसे नफरत भरे बयान देकर आप मुस्लिम समुदाय के लिए और मुसीबत खड़ी कर रहे हैं।
वहीं AIMIM नेता शोएब जमाई ने यूजर की इस पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा कि इसमें क्या गलत है। अगर कुछ दक्षिणपंथी संगठन शिमला में मुस्लिम सब्जी विक्रेताओं का बहिष्कार करने का अधिकार रखते हैं तो मैं क्यों नहीं रख सकता? यह मेरा राजनीतिक लोकतांत्रिक अधिकार है कि मैं किसी चीज का बहिष्कार करुं। ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके, जो हिमाचल में मुसलमानों के खिलाफ नफरत को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाती है। यहां तक कि गांधी जी ने भी अंग्रेजों के खिलाफ बहिष्कार का आह्वान किया था। अब हम “काले अंग्रेजों” से लड़ रहे हैं। मैंने शिमला संजौली का दौरा किया, मैं वहां मुसलमानों से मिला, आप नहीं। मैंने उनका दर्द देखा, मैं उनके डर को महसूस कर सकता हूं। मैं व्यक्तिगत रूप से इस मुद्दे में शामिल था और इस तरह की नफरत के खिलाफ जनहित याचिका दायर की। आप नहीं। मैं मौके पर था। वहां कोई नहीं था। इसलिए आरडब्ल्यू सिन्हा जैसे ट्रोल के लिए बंदर संतुलन बनाने की कोशिश न करें। मैंने जो कुछ भी कहा वह सच है और बहुत जरूरी है। मुसलमान हमेशा क्यों फंस जाते हैं। नहीं कभी नहीं। उनकी नैतिकता को कम मत करो। कुछ हिम्मत रखो। “मोहब्बत की दुकान के मालिक” राहुल गांधी से सवाल पूछो जो इस गंभीर मुद्दे पर कभी नहीं बोलते। राहूल गांधी और इमरान प्रताप गढ़ी से पूछा सवाल वहीं उन्होंने अपने हिमाचल प्रदेश दौरे का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि पार्टी के मशवरे से हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों का दौरा किया। जिन-जिन मस्जिदों को निशाना बनाया जा रहा है, वहां के स्थानीय मुसलमानों से मुलाकात की। मुसलमानों में डर का माहौल है, और कई लोग पलायन भी कर चुके हैं। हम उनको वापस लौटने की अपील कर रहे हैं। उनको आपके सपोर्ट की जरूरत है। मगर अभी तक कांग्रेस के मुस्लिम नेता उनसे मुलाकात करने नहीं गए जहां उनकी खुद की सरकार है। शोएब जमाई वीडियो मे मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगो से बातचीत करते हुए यह कहते हुए नजर आ रहे है कि राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान में मुस्लिम डरे हुए है। यह सवाल राहुल गांधी और इमरान और प्रतापगढ़ी से नहीं किया जाए तो किससे किया जाए। संघर्ष समिति ने लगाए सनातन सब्जी वाला के बोर्ड बता दें कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मस्जिद विवाद के बीच देवभूमि संघर्ष समिति मुस्लिम समुदाय के बहिष्कार की अपील कर रही है। बीते दिनों समिति द्वारा शिमला के उप नगर संजौली बाजार में फल और सब्जियों की दुकानों में “सनातन सब्जी वाला” के बोर्ड लगाए गए है। इस दौरान समिति के सदस्यों ने लोगों से अपील की कि फल और सब्जियां केवल हिंदू (सनातन) दुकानदारों से ही खरीदी जाए।
हिमाचल के 27 टीचर को मिलेगा राज्यस्तरीय पुरस्कार:9 शिक्षकों को स्पेशल कैटेगिरी अवार्ड, इंटरव्यू के आधार पर हुआ चयन
हिमाचल के 27 टीचर को मिलेगा राज्यस्तरीय पुरस्कार:9 शिक्षकों को स्पेशल कैटेगिरी अवार्ड, इंटरव्यू के आधार पर हुआ चयन हिमाचल सरकार में 5 सितंबर यानी आज अध्यापक दिवस पर प्रदेश के राज्यपाल शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को सम्मानित करेंगे । इस बार 27 शिक्षकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा। शिक्षा विभाग ने मंगलवार देर शाम सम्मानित होने वाले अध्यापकों की सूची जारी कर दी थी। बता दें कि, राज्य सरकार ने स्टेट टीचर अवॉर्ड के लिए पहली बार अध्यापकों के इंटरव्यू लिए हैं। इसके अलावा सम्मानित होने वाले शिक्षकों ने 5 मिनट की प्रेजेंटेशन भी दी। जिसमें बताया कि वह शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए क्या करना चाहते हैं। इसके आधार पर राज्य स्तरीय चयन कमेटी द्वारा पुरस्कार के लिए शिक्षकों का चयन किया गया। इनके सम्मान में शिमला के राजभवन में 5 सितंबर को सुबह 11 बजे कार्यक्रम होगा। जिसमें राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल सभी शिक्षकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। यह अवॉर्ड तीन कैटेगरी में दिए जाएंगे। पहली जनरल एरिया कैटेगरी में 13 टीचर का चयन किया गया है। हार्ड व ट्राइबल एरिया कैटेगरी में 5 तथा स्पेशल अवॉर्ड में 9 टीचर को स्टेट अवॉर्ड मिलेगा। इन शिक्षकों को मिलेगा राज्यस्तरीय पुरस्कार जनरल कैटेगरी में स्टेट टीचर अवॉर्ड गवर्नमेंट मिडिल स्कूल जोगेंद्म नगर के प्रिंसिपल डा. सुनील दत्त, गवर्नमेंट मिडिल स्कूल आनी के लेक्चर कुंदन लाल, सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन के लेक्चर कॉमर्स संजय कुमार, सुंदरनगर स्कूल के DPE संजय कुमार, ऊना के तयूरी स्कूल के टीजीटी (मेडिकल) हरदीप सिंह, सुबाथू स्कूल के भाषा अध्यापक नरेश कुमार, सुलतानपुर स्कूल के भाषा अध्यापक प्रेम सिंह ठाकुर, मंडी धनिगायरा स्कूल के भाषा अध्यापक हेमराज, चकमोह स्कूल के पीईटी सुनील कुमार, भरंगी स्कूल की पीईटी मधुबाला, गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल निहारी के पीईटी उपेंद्र ठाकुर, गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल करसोग-1 के पीईटी सुरेंद्र कुमार और सोलन के पुंज विला स्कूल के पीईटी भागीरथी शर्मा को यह शिक्षक अवॉर्ड दिया जाना है। कठिन एवं जनजातीय क्षेत्रो में सेवाएं देने वाले इन शिक्षकों को मिलेगा सम्मान हार्ड एंड ट्राइबल एरिया कैटेगरी में यह अवॉर्ड चंबा के रेई स्कूल के लेक्चरर हिंदी केदारनाथ शर्मा, लाडा स्कूल के भाषा अध्यापक सुभाष चंद, जिसकून स्कूल की भाषा अध्यापिका चंदन देवी, पांगी स्कूल के जेबीटी संत कुमार नेगी और किनौर के ब्रीलांगी स्कूल की रीता बाला को मिलेगा। हार्ड एंड ट्राइबल एरिया कैटेगरी में यह अवॉर्ड चंबा के रेई स्कूल के लेक्चरर हिंदी केदारनाथ शर्मा, लाडा स्कूल के भाषा अध्यापक सुभाष चंद, जिसकून स्कूल की भाषा अध्यापिका चंदन देवी, पांगी स्कूल के जेबीटी संत कुमार नेगी और किनौर के ब्रीलांगी स्कूल की रीता बाला को मिलेगा। 9 शिक्षकों को स्पेशल कैटेगरी श्रेणी में में मिलेगा अवॉर्ड स्पेशल कैटेगरी श्रेणी में इस अवॉर्ड के सोलन जिला के नारग स्कूल के प्रिंसिपल रोहित वर्मा, मशोबरा स्कूल के लेक्चरर बायोलॉजी दीपक शर्मा, चौपाल स्कूल की जेबीटी कांता शर्मा, गानागुघाट सोलन के गनागूघाट स्कूल के इंग्लिश लेक्चरर पुष्पेंद्र कौशिक, सिरमौर के चोगतली स्कूल के लेक्चरर इंग्लिश सुरेंद्र पुंडीर, डाइट शिमला के लेक्चर इंग्लिश संजीव कुमार, किन्नौर को चौरा स्कूल के हेडमास्टर उपेंद्र सिंह नेगी, कांगड़ा के इंदौर स्कूल के प्रिंसिपल मोहन शर्मा और शिमला जिला के थरोच स्कूल के प्रिंसिपल भूपेंद्र सिसोदिया को यह पुरस्कार दिया जाएगा।
शिमला में RTO की निजी बस चालकों पर कार्रवाई:20 बसों के काटे चालान, एक दिन में 62 हजार वसूला जुर्माना
शिमला में RTO की निजी बस चालकों पर कार्रवाई:20 बसों के काटे चालान, एक दिन में 62 हजार वसूला जुर्माना हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में नियमों को ताक पर रखकर बस चलाने वाले ड्राइवरों और कंडक्टरों पर गुरुवार को रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) का बड़ा डंडा चला है। विभाग ने गुरुवार को शहर में विभिन्न जगह नाकेबंदी करके नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले 20 बस चालकों के चालान काटे हैं। विभाग ने एक साथ शहर के विभिन्न जगहों जैसे खलीणी, हीरानगर व टूटू में आरटीओ द्वारा नाका लगाया गया था। इस दौरान करीब 20 बसों के चालान कर 62 हज़ार रुपए का जुर्माना वसूला गया। इसमे प्राइवेट बसों में ओवरलोडिंग, टिकट ना देने, सीट बेल्ट ना पहनने, बिना वर्दी के बस में सेवाएं दे रहे चालकों और कंडक्टरों और म्यूजिक सिस्टम तेज़ आवाज़ में चलाने व फिटनेस सर्टिफिकेट ना होने जैसे नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। हीरानगर व टूटू में भी लगाया गया नाका
विभाग द्वारा 20 बसों की चेकिंग करते समय अधिकतर चालक व कंडक्टर बिना वर्दी के पाए गए थे। जबकि करीब 8 बसें बिना टिकट के ही सवारियां ढो रही थी। अकेले खलीनी में नाकेबंदी के दौरान आरटीओ ने 30 हज़ार रुपए के चालान किए है। इसके अलावा हीरानगर व टूटू में भी नाका लगाया गया था। इन सभी को मिलाकर कुल 62 हज़ार रुपए जुर्माना वसूला गया है। शिमला में सवारियों को टिकट नही देते कंडक्टर
बता दें कि शहर में निजी बस चालक बिना टिकट दिए ही सवारियों से किराए की उगाही करते हैं। कई बार यात्री कंडक्टरों द्वारा टिकट न देने पर शिकायतें भी करते हैं। बावजूद इसके कंडक्टर अपनी हरकतों से बाज नही आते। अधिकतर निजी बस चालक कंडक्टर बिना टिकट दिए ही बसों को दौड़ाते रहते हैं। समय समय पर जांच करेगा विभाग – RTO
उधर RTO शिमला अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि विभाग की अलग अलग टीमों ने जगह-जगह नाकाबंदी कर नियमों की अवहेलना करने वालों के चालान काटे हैं। उन्होंने बताया कि बसों में सवारियों को टिकट नहीं दी जा रही है। ऐसे में अब टिकटों को लेकर सख्ती बरतने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि अब वॉल्वो बसों का भी चालान किया जाएगा।