पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। इसी क्रम में शुक्रवार (27 दिसंबर) को हिसार के नलवा विधानसभा क्षेत्र और महेंद्रगढ़ में प्रस्तावित जनसभा को रद्द कर दिया गया है। बता दें कि मुख्यमंत्री नायब सैनी हर विधानसभा में जाकर धन्यवाद सभा कर रहे हैं। वह अब तक कई विधानसभाओं में जनसभा कर चुके हैं। इसी को लेकर आज हिसार के नलवा और महेंद्रगढ़ विधानसभा में जनसभा थी, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। बता दें कि एक दिन पहले ही भाजपा नेताओं और प्रशासन ने रैली की तैयारियों का जायजा लिया था। बारिश की संभावना को देखते हुए यहां वाटरप्रूफ टेंट भी लगाए गए थे। लेकिन रैली रद्द होने से आयोजकों में मायूसी है। बहरहाल पूर्व प्रधानमंत्री के निधन के बाद पूरा देश शोक में डूबा हुआ है। चौटाला के निधन के बाद उकलाना रैली रद्द हुई थी बता दें कि 21 दिसंबर को ओमप्रकाश चौटाला के निधन के बाद हिसार के उकलाना विधानसभा क्षेत्र में सीएम की रैली रद्द कर दी गई थी। अब यह दूसरी बार है जब सीएम का हिसार में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अचानक रद्द किया गया है। नलवा की तरह उकलाना में भी रैली का निमंत्रण हर गांव में दिया गया था। रैली स्थल पर टेंट, कुर्सियां और मंच बनाए गए थे। प्रशासन ने जनसभा के लिए तैयारियां कर ली थीं अतिरिक्त उपायुक्त राहुल मोदी, हिसार के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन, नगर निगम आयुक्त नीरज कुमार व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने जनसभा के लिए कार्यक्रम स्थल का दौरा किया था। इस दौरान नलवा विधायक रणधीर पनिहार, भाजपा प्रदेश महासचिव सुरेंद्र पूनिया भी मौजूद थे। अतिरिक्त उपायुक्त राहुल मोदी ने बताया था कि कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके मद्देनजर हिसार के प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया था। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। इसी क्रम में शुक्रवार (27 दिसंबर) को हिसार के नलवा विधानसभा क्षेत्र और महेंद्रगढ़ में प्रस्तावित जनसभा को रद्द कर दिया गया है। बता दें कि मुख्यमंत्री नायब सैनी हर विधानसभा में जाकर धन्यवाद सभा कर रहे हैं। वह अब तक कई विधानसभाओं में जनसभा कर चुके हैं। इसी को लेकर आज हिसार के नलवा और महेंद्रगढ़ विधानसभा में जनसभा थी, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। बता दें कि एक दिन पहले ही भाजपा नेताओं और प्रशासन ने रैली की तैयारियों का जायजा लिया था। बारिश की संभावना को देखते हुए यहां वाटरप्रूफ टेंट भी लगाए गए थे। लेकिन रैली रद्द होने से आयोजकों में मायूसी है। बहरहाल पूर्व प्रधानमंत्री के निधन के बाद पूरा देश शोक में डूबा हुआ है। चौटाला के निधन के बाद उकलाना रैली रद्द हुई थी बता दें कि 21 दिसंबर को ओमप्रकाश चौटाला के निधन के बाद हिसार के उकलाना विधानसभा क्षेत्र में सीएम की रैली रद्द कर दी गई थी। अब यह दूसरी बार है जब सीएम का हिसार में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अचानक रद्द किया गया है। नलवा की तरह उकलाना में भी रैली का निमंत्रण हर गांव में दिया गया था। रैली स्थल पर टेंट, कुर्सियां और मंच बनाए गए थे। प्रशासन ने जनसभा के लिए तैयारियां कर ली थीं अतिरिक्त उपायुक्त राहुल मोदी, हिसार के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन, नगर निगम आयुक्त नीरज कुमार व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने जनसभा के लिए कार्यक्रम स्थल का दौरा किया था। इस दौरान नलवा विधायक रणधीर पनिहार, भाजपा प्रदेश महासचिव सुरेंद्र पूनिया भी मौजूद थे। अतिरिक्त उपायुक्त राहुल मोदी ने बताया था कि कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके मद्देनजर हिसार के प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में पूर्व मंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेगी जूनियर कोच:कांग्रेस जॉइन करते ही महिला प्रदेश सचिव बनाईं, संदीप सिंह वाली सीट से टिकट मांगा हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री और भाजपा विधायक संदीप सिंह की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली महिला जूनियर कोच ने मंगलवार को चंडीगढ़ में कांग्रेस जॉइन कर ली। जॉइनिंग के तुरंत बाद कांग्रेस की महिला प्रदेश अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने महिला कोच को महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव नियुक्त कर दिया। अब महिला कोच ने पिहोवा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट के लिए आवेदन किया है। अगर भाजपा ने संदीप सिंह का टिकट न काटा और कांग्रेस ने महिला कोच को उम्मीदवार बनाया तो पिहोवा में दोनों आमने-सामने होंगे। 2 साल पहले हरियाणा खेल विभाग की जूनियर महिला कोच ने संदीप सिंह पर पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे। महिला कोच की शिकायत पर चंडीगढ़ की सेक्टर-26 थाना पुलिस ने 31 दिसंबर 2022 को संदीप सिंह के खिलाफ IPC की धारा 354, 354-ए, 354-B, 342, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया था। हाल ही में चंडीगढ़ कोर्ट ने कोच के आरोपों को लेकर संदीप सिंह के खिलाफ आरोप तय किए हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 17 अगस्त को होगी। इसी दिन गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे। BJP पहले ही कर चुकी किनारा केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में खेल मंत्री रह चुके संदीप सिंह से भाजपा पहले ही किनारा कर चुकी है। जूनियर महिला कोच सेक्शुअल हैरेसमेंट केस में उनके खिलाफ आरोप तय होने के बाद भाजपा नेतृत्व ने ऐसा किया है। संदीप सिंह अभी पिहोवा विधानसभा से विधायक हैं, उन्होंने पहली बार भाजपा की टिकट से यहां से जीत दर्ज की थी। हालांकि जब उन पर कोच द्वारा आरोप लगाए गए थे। तब पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने उनका बचाव किया था( विपक्षी दलों के विरोध-प्रदर्शन के बाद भी उनसे इस्तीफा नहीं लिया था। हालांकि बाद में उन्होंने खेल विभाग अपने पास रख लिया था, लेकिन मंत्री पद पर संदीप सिंह बने रहे थे। CM सैनी ने नहीं लिया मंत्रिमंडल में पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के हटने के बाद जब नायब सैनी मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने संदीप सिंह को अपने मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी। इससे पहले हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके ओपी धनखड़ ने भी संगठन की बैठकों में संदीप सिंह के शामिल होने पर रोक लगा दी थी। अभी भी संदीप सिंह भाजपा में अलग-थलग पड़े हुए हैं। वह पार्टी के कार्यक्रमों में दिखाई नहीं दे रहे हैं, हालांकि वह अपने विधानसभा क्षेत्र पिहोवा में लोगों के बीच जाकर यह संदेश दे रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में भाजपा उन्हें ही उम्मीदवार बनाएगी। पिहोवा में पहली बार खिलाया था कमल हॉकी के खेल में अपने प्रदर्शन के बल पर संदीप सिंह काफी सुर्खियां बटोर चुके हैं। इसी के बल पर भाजपा ने उन्हें पिहोवा विधानसभा से उतारा था। संदीप सिंह ने भी पहली बार पिहोवा में कमल खिलाया। इससे पहले इस क्षेत्र से कभी भी भाजपा ने जीत दर्ज नहीं की थी। संदीप सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार मंदीप सिंह चट्ठा को 5314 वोटों से हराया था। उन्हें करीब 34 फीसदी वोट हासिल हुए थे। संदीप सिंह से भाजपा के किनारे करने की 2 वजहें… 1. विधानसभा चुनाव में विपक्ष इसे मुद्दा न बना पाए प्रदेश में दो-ढाई महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में संदीप सिंह को लेकर विपक्षी दल खासकर कांग्रेस इसे मुद्दा न बना पाए, इसलिए भाजपा संदीप सिंह से किनारा करेगी। महिला कोच के आरोपों के दौरान भी विपक्षी दलों ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की सरकार पर जमकर हमला बोला था। यहां तक कि विधानसभा सत्र के दौरान भी विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की मांग को लेकर वॉक आउट तक कर दिया था। इसके बाद अब भाजपा संदीप सिंह को लेकर कोई भी मुद्दा चुनाव में नहीं बनाएगी। 2. पार्टी महिलाओं में खराब मैसेज देने से बचना चाहेगी हरियाणा में महिलाओं की करीब 1.20 करोड़ की आबादी है। पुरुषों के मुकाबले यह आधी आबादी है। चुनाव में भी महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पुरुषों का मतदान प्रतिशत 70.25 फीसदी था, जबकि महिलाओं का 69.55 फीसदी। दोनों में सिर्फ 0.72 फीसदी का अंतर था। ऐसे में भाजपा महिलाओं में संदीप सिंह को टिकट देकर आधी आबादी को गलत मैसेज नहीं देना चाहेगी।
कैथल में गुहला पंचायत समिति की चेयरपर्सन का चुनाव कल:भाजपा के पास बहुमत, ईवीएम से होगी वोटिंग, रिजल्ट अगले दिन
कैथल में गुहला पंचायत समिति की चेयरपर्सन का चुनाव कल:भाजपा के पास बहुमत, ईवीएम से होगी वोटिंग, रिजल्ट अगले दिन कैथल के गुहला पंचायत समिति की चेयरपर्सन पद के लिए चुनाव कल होगा। इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। जहां भाजपा अपने बहुमत का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस ने जोड़-तोड़ की राजनीति तेज कर दी है। यह चुनाव ईवीएम से कराया जाएगा, और नतीजे अगले दिन घोषित किए जाएंगे। गुहला पंचायत समिति गुहला में कुल 23 पार्षद है, इनमें से वार्ड नंबर 14 से पार्षद रही ज्योति रानी ने निजी कारणों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा मंजूर हो जाने के बाद बाकी बचे 22 पार्षद मतदान में हिस्सा लेंगे। इससे पहले इन सदस्यों में से 19 पार्षदों ने तत्कालीन चेयरपर्सन के डिंपल के खिलाफ वोट कर उन्हें पद से हटाया था। जिसके बाद ये कुर्सी खाली हो गई थी, अब चेयरपर्सन का पद पाने के लिए दो तिहाई सदस्यों का बहुमत होना चाहिए, यानी भाजपा को अपनी चेयरपर्सन बनाने के लिए 15 सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता रहेगी। इस समय भाजपा समर्थित 15 से अधिक सदस्य एक जुट हैं। भाजपा-कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंकी
भाजपा के स्थानीय नेताओं का कहना है कि समिति में उनके पास स्पष्ट बहुमत है। उन्होंने दावा किया कि चेयरपर्सन पद पर उनका उम्मीदवार आसानी से जीत दर्ज करेगा। भाजपा ने कहा कि उनकी रणनीति मजबूत है और सभी सदस्य पार्टी के साथ खड़े हैं। कांग्रेस ने भी चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी नेताओं ने समिति के निर्दलीय और अन्य सदस्यों से संपर्क कर समर्थन हासिल करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा का बहुमत केवल कागजों पर है और नतीजों में बड़ा उलटफेर हो सकता है। चुनाव अधिकारी ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, और निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित किया जाएगा। गुहला पंचायत समिति का यह चुनाव स्थानीय राजनीति में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भाजपा की जीत पार्टी की पकड़ को मजबूत करेगी, जबकि कांग्रेस की जीत इसे नया संबल दे सकती है। भाजपा की सुखविंदर कौर होगी चेयरपर्सन की दावेदार
भाजपा की तरफ से चेयरपर्सन पद के लिए वार्ड नंबर 6 से सदस्य सुखविंदर कौर को नॉमिनेट किया गया है, उनके द्वारा ही कल नॉमिनेशन फाइल किया जाएगा, सदस्यों का पूर्ण बहुमत होने के कारण उनका चेयर पर्सन बनना लगभग तय है, पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर 11 बजे सभी सदस्यों को लेकर बीडीपीओ कार्यालय पहुंचेंगे, इसके बाद चुनावी प्रक्रिया शुरू होगी।