महोबा में रील बनाने की सनक ने एक नवविवाहिता की जिंदगी छीन ली। पति के मना करने पर नवविवाहिता ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के जुखा इलाके की है। जहां सात महीने पहले शादी के बाद खुशहाल जिंदगी जी रहे इस दंपति के बीच इंस्टाग्राम पर रील बनाने को लेकर विवाद हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है। क्या है पूरा मामला? कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के लाड़पुर गांव के रहने वाले शफीक का विवाह 20 वर्षीय जुलैखा से सात महीने पहले हुआ था। शादी के बाद से दोनों महोबा के जुखा इलाके में किराए के मकान में रहते थे। शफीक अंडे का ठेला लगाकर परिवार का पालन-पोषण करता था। लेकिन शादी के कुछ समय बाद जुलैखा का रील बनाने का शौक दोनों के रिश्ते में दरार पैदा करने लगा। रील बनाने पर हुआ विवाद शफीक ने बताया कि बीती रात जब वह काम से घर लौटा, तो पत्नी खाना बनाने की बजाय इंस्टाग्राम पर रील बना रही थी। इस पर उसने उसे मना किया, लेकिन दोनों के बीच बहस हो गई। रात में खाना खाने के बाद दोनों सोने चले गए, लेकिन आधी रात को जुलैखा अचानक घर से गायब हो गई। सुबह हुआ खुलासा सुबह तक जुलैखा का कुछ पता नहीं चला, तो शफीक ने पुलिस को सूचना दी। खोजबीन के दौरान जुलैखा का शव महोबा-खजुराहो रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत हालत में मिला। पति का कहना है कि रील बनाने से मना करने के बाद जुलैखा ने यह कदम उठाया। शहर कोतवाल अर्जुन सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद परिवार में शोक का माहौल है। महोबा में रील बनाने की सनक ने एक नवविवाहिता की जिंदगी छीन ली। पति के मना करने पर नवविवाहिता ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के जुखा इलाके की है। जहां सात महीने पहले शादी के बाद खुशहाल जिंदगी जी रहे इस दंपति के बीच इंस्टाग्राम पर रील बनाने को लेकर विवाद हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है। क्या है पूरा मामला? कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के लाड़पुर गांव के रहने वाले शफीक का विवाह 20 वर्षीय जुलैखा से सात महीने पहले हुआ था। शादी के बाद से दोनों महोबा के जुखा इलाके में किराए के मकान में रहते थे। शफीक अंडे का ठेला लगाकर परिवार का पालन-पोषण करता था। लेकिन शादी के कुछ समय बाद जुलैखा का रील बनाने का शौक दोनों के रिश्ते में दरार पैदा करने लगा। रील बनाने पर हुआ विवाद शफीक ने बताया कि बीती रात जब वह काम से घर लौटा, तो पत्नी खाना बनाने की बजाय इंस्टाग्राम पर रील बना रही थी। इस पर उसने उसे मना किया, लेकिन दोनों के बीच बहस हो गई। रात में खाना खाने के बाद दोनों सोने चले गए, लेकिन आधी रात को जुलैखा अचानक घर से गायब हो गई। सुबह हुआ खुलासा सुबह तक जुलैखा का कुछ पता नहीं चला, तो शफीक ने पुलिस को सूचना दी। खोजबीन के दौरान जुलैखा का शव महोबा-खजुराहो रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत हालत में मिला। पति का कहना है कि रील बनाने से मना करने के बाद जुलैखा ने यह कदम उठाया। शहर कोतवाल अर्जुन सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद परिवार में शोक का माहौल है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
शिमला मस्जिद विवाद में फंसी BJP:पूर्व शहरी विकास मंत्री की विवाद में एंट्री, विक्रमादित्य ने भारद्वाज का पुराना पत्र पोस्ट कर साधा निशाना
शिमला मस्जिद विवाद में फंसी BJP:पूर्व शहरी विकास मंत्री की विवाद में एंट्री, विक्रमादित्य ने भारद्वाज का पुराना पत्र पोस्ट कर साधा निशाना शिमला के संजौली का बहुचर्चित अवैध मस्जिद निर्माण मामले में भारतीय जनता पार्टी फंसती नजर आ रही है। अवैध निर्माण मस्जिद में पूर्व भाजपा सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे सुरेश भारद्वाज का इन दिनों एक पुराना पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें भारद्वाज पर अवैध मस्जिद के लिए पैरवी करने के आरोप लग रहे हैं। यह पुराना पत्र मौजूदा शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि संजौली मस्जिद की पैरवी पूर्व भाजपा सरकार के मंत्री करते हैं और आरोप कांग्रेस सरकार पर लगाते हैं। इस पोस्ट में विक्रमादित्य ने कहा, अगर कोर्ट अवैध घोषित करता है तो कार्रवाई 100 प्रतिशत होगी। इस पोस्ट पर लोग भाजपा को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लाठीचार्ज के बाद सरकार पर बरसी बीजेपी संजौली में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद भाजपा नेता प्रदेश सरकार और पुलिस पर हमलावर है। ऐसे में सुरेश भारद्वाज का पुराना पत्र वायरल होने के बाद वह घिरते नजर आ रहे हैं। हालांकि संजौली में प्रदर्शन भाजपा का नहीं था, बल्कि हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों द्वारा किया गया। मगर प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर लोग भाजपा समर्थित और सुरेश भारद्वाज के समर्थक नजर आए। मंत्री रहते हुए लिखा था पत्र बता दें कि, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश भारद्वाज, पूर्व जयराम सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे हैं। तब उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिमाचल प्रदेश बक्फ बोर्ड को पत्र लिखा था, जिसमें इमाम को बदलने की सिफारिश की गई थी। उन्होंने संजौली मस्जिद के इमाम का दूसरी जगह स्थानांतरण करने की पैरवी की थी। अब उनका यह पत्र वायरल हो रहा है।
करनाल में कोहरे के कारण गाड़ी ने 3 को कुचला:2 की मौत; एक की हालत गंभीर, बाइक से पानीपत पर जा रहे थे
करनाल में कोहरे के कारण गाड़ी ने 3 को कुचला:2 की मौत; एक की हालत गंभीर, बाइक से पानीपत पर जा रहे थे करनाल के मुनक-गगसीना रोड पर शनिवार सुबह गाड़ी ने बाइक सवार तीन लोगों को कुचल दिया। हादसे में दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। तीनों टाइल्स पत्थर लगाने का काम करते थे और करनाल से पानीपत अपने काम पर जा रहे थे। हादसा घने कोहरे कारण हुआ। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया है। घायल को करनाल के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। एक ही बाइक पर थे तीनों लोग
मृतकों की पहचान आनंद विहार निवासी 42 वर्षीय रणजीत सिंह और रामनगर निवासी 33 वर्षीय कुमोद के रूप में हुई है, जबकि घायल की पहचान 28 वर्षीय भोला के रूप में हुई है, भोला करनाल की शिव कालोनी में कैथल पूल के नीचे रहता था। रणजीत की बेटी मेघा और अन्य परिजनों ने बताया कि तीनों ही मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है। पिता रणजीत सिंह टाइल्स-पत्थर लगाने का काम करता था और मिस्त्री था। वह शनिवार की सुबह अपने दोनों मजदूरों कुमोद और भोला को बाइक पर बैठाकर करनाल से मुनक की तरफ निकले थे। बताया जा रहा है कि वह मुनक में काम करते थे। जैसे ही गगसीना-मुनक रोड पर बाइक पहुंची तो किसी अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी और उन्हें कुचल मौके से फरार हो गया। हादसे में दो की मौत हो गई और एक घायल हो गया। 10 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
परिजनों के मुताबिक, मृतक रणजीत के पास छह बच्चे है। जिसमें पांच लड़कियां है और एक लड़का है। इनमें से एक ने हाल ही में शादी की थी। छह बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। दूसरा मृतक कुमोद करनाल के रामनगर का रहने वाला था और मजदूर का काम करता था। उसके पास चार बच्चे है और जिसमें से एक बच्चा दो महीने पहले ही हुआ है। वहीं घायल भोला राम करनाल में शिव कालोनी का रहने वाला है और उसके पास दो बच्चे है। मुनक थाना प्रभारी दर्शन सिंह ने बताया कि मुनक-गगसीना रोड पर बाइक सवार तीन लोगों को किसी अज्ञात वाहन ने कुचला है। जिसमें दो की मौत हो गई है और एक घायल है। घायल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। दोनों मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया है। परिजनों के बयानों के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कोटा में दशहरा मेला समिति का नए सिरे से गठन, दक्षिण निगम में नेता प्रतिपक्ष को मिली जिम्मेदारी
कोटा में दशहरा मेला समिति का नए सिरे से गठन, दक्षिण निगम में नेता प्रतिपक्ष को मिली जिम्मेदारी <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News: </strong>कांग्रेस शासन में गठित दशहरा मेला आयोजन समिति राजस्थान सरकार ने भंग कर दी है. अब दक्षिण नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी नई समिति के अध्यक्ष होंगे. 18 अन्य पार्षदों को भी नई समिति में सदस्य बनाया गया है. नवगठित कार्यकारिणी ने कोटा दक्षिण विधायक कार्यालय पहुंचकर विधायक संदीप शर्मा का आभार व्यक्त किया. विधायक संदीप शर्मा ने स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा से मुलाकात कर मेला समिति भंग कर नई समिति गठित करने और कोटा दक्षिण निगम को कमान सौंपने की सिफारिश की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>संदीप शर्मा की सिफारिश के बाद निर्णय लिया गया. डीएलबी ने पिछली सरकार के समय बनी दशहरा मेला समिति भंग कर नई समिति का गठन किया है. विभाग के निदेशक एवं संयुक्त सचिव सुरेश कुमार ओला ने आदेश जारी कर दिए हैं. दशहरा मेले के आयोजन से पहले गणेश पूजन होता है. पहली बार विवादों के चलते गणेश पूजन एकादशी को हुआ. गणेश पूजन में बीजेपी पार्षदों ने शिरकत नहीं की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नई बनी दशहरा मेला आयोजन समिति</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी पार्षदों के दूरी बनाने पर विवाद और गहरा गया. इसलिए मेला समिति भंग कर नई समिति का गठन किया गया है. हालाकी कांग्रेस पार्षद फैसले का विरोध कर रहे हैं. उप महापौर सोनू कुरैशी ने कहा कि सभी धर्मों के लोग दशहरा मेला आयोजित करते आए हैं. कांग्रेस के समय भी शांति धारीवाल ने बीजेपी पार्षदों को शामिल किया था. अब पहली बार 19 सदस्यों में केवल एक कांग्रेस पार्षद को लिया गया है. महापौर और उप महापौर को भी शामिल नहीं किया गया. नई समिति बनने के साथ विरोध शुरू हो गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Watch: बीकानेर में गर्मी के बीच ऑटो चालक ने कबाड़ से बनाया कूलर, देसी जुगाड़ से यात्री भी हैरान” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/bikaner-auto-driver-made-cooler-from-junk-passengers-are-getting-relief-from-heat-ann-2742415″ target=”_self”>Watch: बीकानेर में गर्मी के बीच ऑटो चालक ने कबाड़ से बनाया कूलर, देसी जुगाड़ से यात्री भी हैरान</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>