<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में सियासी दलों के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने फिर बड़ा बयान दिया है उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा है कि सोमवार को 12 बजे एक और बड़ी घोषणा करूंगा. इस घोषणा के बारे में जानकार दिल्ली के लोग बहुत खुश होंगे। बता दें कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने सीएम महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना का ऐलान कर सबको चौंका दिया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> <p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में सियासी दलों के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने फिर बड़ा बयान दिया है उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा है कि सोमवार को 12 बजे एक और बड़ी घोषणा करूंगा. इस घोषणा के बारे में जानकार दिल्ली के लोग बहुत खुश होंगे। बता दें कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने सीएम महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना का ऐलान कर सबको चौंका दिया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> दिल्ली NCR ‘अखिलेश यादव कृष्ण के नहीं…’, BJP सांसद मुकेश राजपूत का सपा अध्यक्ष पर विवादित बयान
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फरीदाबाद से नोएडा का सफर होगा आसान:आगरा नहर किनारे फोरलेन रोड के लिए UP ने जमीन दी; 278 करोड़ का है प्रोजेक्ट
फरीदाबाद से नोएडा का सफर होगा आसान:आगरा नहर किनारे फोरलेन रोड के लिए UP ने जमीन दी; 278 करोड़ का है प्रोजेक्ट फरीदाबाद में आगरा नहर किनारे फोरलेन रोड बनाने के प्रोजेक्ट में फरीदाबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (FMDA) को एक और कामयाबी मिली है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा दोनों राज्य में बीजेपी की सरकार होने का फायदा शहर को मिल रहा है। फोरलेन प्रोजेक्ट के लिए सड़क को चौडी करने के लिए जमीन चाहिए थी, अगर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग अपनी जमीन देती तो वह FMDA से जमीन का कीमत भी लेता, जिससे प्रोजेक्ट की लागत बढ़ जाती। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि सड़क चौड़ा करने के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए कोई कीमत नहीं देनी होगी। बता दे की फरीदाबाद से नोएडा अगर जाना हो तो सबसे ज्यादातर लोग आगरा नहर के साथ बनी टू-लेन सड़क का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि बदरपुर बॉर्डर से दिल्ली होकर नोएडा जाना काफी कठिन होता है। नोएडा तक के सफर को आसान बनाने के लिए ही FMDA ने आगरा नहर के साथ वाली सड़क को फोरलेन बनाने का प्रोजेक्ट तैयार किया है। फिर बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास करके उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग को सौंपा गया था। वहां पर प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने के बाद डीपीआर तैयार करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। डीपीआर लगभग भी बनकर तैयार है, अब दोनों विभागों के बीच एमओयू साइन होना है। इस 278 करोड़ की प्रोजेक्ट में सबसे अहम बात जमीन को लेकर हो रही है कि जिस सड़क को चौड़ा करने के काम शुरू होगा, उसमें जमीन की आवश्यकता होगी। आगरा नहर के किनारे उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन है। अधिकारियों की माने तो जमीन का पैसा उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग FMDA से मांगता तो इसकी लागत काफी ज्यादा हो जाती। इसलिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने जमीन की कीमत ना लेने का फैसला लिया है, क्योंकि यह काम जनहित में हो रहा है। इससे दोनों प्रदेश के लोगों को फायदा होगा इसलिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने जमीन सड़क बनाने के लिए प्रयोग में लाने का फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ ब्रजकिशोर ने बताया कि दोनों विभागों के बीच में एमओयू साइन होगा डीपीआर का काम चल रहा है। सड़क चौड़ी करने के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग अपनी जमीन का इस्तेमाल करेगा इसकी कीमत FMDA से नहीं ली जाएगी।
पंचकूला में बुजुर्ग व्यक्ति से ठगी:ट्रेडिंग में पैसा लगाने के नाम पर 19.75 लाख रुपए ठगे, लिंक भेजकर ऐप डाउनलोड करवाया
पंचकूला में बुजुर्ग व्यक्ति से ठगी:ट्रेडिंग में पैसा लगाने के नाम पर 19.75 लाख रुपए ठगे, लिंक भेजकर ऐप डाउनलोड करवाया ट्रेडिंग में पैसा लगाने के बहाने पंचकूला के सेक्टर-12ए निवासी 77 वर्षीय रमेश कुमार के साथ 19.75 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। सेक्टर-12 साइबर थाना पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार रमेश कुमार 4 अप्रैल 2024 को एक ऐप के जरिए मास्टर ट्रस्ट ट्रेडिंग कंपनी के संपर्क में आए थे। कंपनी ने उन्हें स्टॉक ट्रेडिंग के लिए एक लिंक भेजा और मास्टर ट्रस्ट ऐप डाउनलोड करने को कहा। ऐप डाउनलोड करने के बाद उनका अकाउंट खुल गया और उनसे पैसे जमा करवाने को कहा गया। साइबर क्राइम पोर्टल पर केस रमेश कुमार ने मास्टर ट्रस्ट के विभिन्न खातों में अलग-अलग समय पर कुल 19 लाख 75 हजार रुपए ऑनलाइन जमा करवाए। वह अपने अकाउंट में ट्रेडिंग का लाभ और हानि दोनों देखते थे। लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की तो वह असफल रहे। इसके बाद रमेश कुमार ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई।
HC से खट्टर के प्रचार सलाहाकार को अग्रिम जमानत:भंडारी और उत्तराखंड बीजेपी नेता को पुलिस ने किया तलब; बागी विधायकों को ठहराने का मामला
HC से खट्टर के प्रचार सलाहाकार को अग्रिम जमानत:भंडारी और उत्तराखंड बीजेपी नेता को पुलिस ने किया तलब; बागी विधायकों को ठहराने का मामला हिमाचल सरकार को गिराने के षड़यंत्र से जुड़े केस में आज हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रचार सलाहकार रहे तरुण भंडारी और उत्तराखंड भाजपा के एक बड़े नेता को शिमला पुलिस ने तलब किया है। इन दोनों को बालूगंज पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है। इस बीच खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी ने पिछले कल ही हिमाचल हाईकोर्ट (HC) ने अग्रिम जमानत ले ली है। भंडारी पर आरोप है कि उन्होंने हिमाचल के बागी विधायकों के खाने-पीने व ठहरने की पंचकूला में व्यवस्था की और बिल का भुगतान उनके कहने पर एक फॉर्मा कंपनी ने किया। इसका खुलासा फॉर्मा कंपनी ने पुलिस पूछताछ में किया है। हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के रिटायर IAS पिता राकेश शर्मा, इन दोनों के दो सहयोगियों को भी शिमला पुलिस ने आज ही थाने बुलाया है। इन चारों को बीते 13 जून को भी पुलिस बुला चुकी है। मगर तब चारों हाजिर नहीं हुए। इसलिए आज दोबारा से बुलाया गया है। इन्हें कल थाने में पेश होने के फरमान आशीष शर्मा और गगरेट के पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा सहित एक अन्य को अगले कल बुलाया गया है। यानी आज और कल सरकार गिराने के षड़यंत्र से जुड़े केस में कुल सात लोगों से पूछताछ होगी। इस केस में पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा पहली बार पुलिस के सामने पेश होंगे, जबकि इसी केस में उनके रिटायर IAS पिता के राकेश शर्मा खिलाफ पहले से मामला दर्ज है। वह कई बार बालूगंज थाना में पेश हो चुके हैं। इन्होंने दर्ज करा रखी FIR दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR कराई। इस केस में पुलिस जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि राज्यसभा सांसद चुनाव के बाद कांग्रेस के छह बागी समेत तीन निर्दलीय विधायकों के चंडीगढ़ में होटल में ठहरने, खाने-पीने के बिलों का भुगतान एक फॉर्मा कंपनी ने किया है। इन बिलों के भुगतान में मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी की भूमिका बताई जा रही है। उत्तराखंड में BJP नेता ने किया बिल का भुगतान चंडीगढ़ के बाद राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट करने वाले विधायक कुछ दिन उत्तराखंड के ऋषिकेष में भी रुके। यहां पर होटल में ठहरने, खाने-पीने के बिलों के भुगतान में एक भाजपा नेता की भूमिका पुलिस जांच में सामने आ रही है। संबंधित भाजपा नेता के नाम के खुलासे को लेकर पुलिस बच रही है और कोई भी अधिकारी इस पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। CM बार-बार बोले- सरकार गिराने को रचा षड़यंत्र मुख्यमंत्री सुक्खू 27 फरवरी से लेकर बार-बार कह रहे हैं कि हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा गया है। धन बल का इस्तेमाल किया गया। विधायकों को करोड़ों रुपए दिए गए। पिछले कल भी मुख्यमंत्री सुक्खू ने सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात को दोहराया। फाइव- सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। अब चैतन्य को भी इस केस में जांच के लिए तलब किया गया है। चैतन्य के रिटायर IAS पिता पर ये आरोप पुलिस को दी शिकायत आरोप लगाया गया कि गगरेट के विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा उत्तराखंड में चीफ सेक्रेटरी के पद पर रहे हैं। उन्होंने सरकार गिराने के लिए षड़यंत्र रचा है। इसी मामले में आशीष और राकेश शर्मा केस को खत्म करने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं। बता दें कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद क्रॉस वोट देने वाले विधायक करीब एक महीने तक प्रदेश से बाहर चंडीगढ़, उत्तराखंड और गुड़गांव में रहे। एक जगह से दूसरे स्थान पर ये विधायक हेलिकॉप्टर से लाए व ले जाए गए।