हरियाणा में करनाल के कैथल रोड स्थित पश्चिमी यमुना नहर में एक 18 वर्षीय युवक ने संदिग्ध हालातों में छलांग लगा दी। आसपास के लोगों ने युवक को डूबते देखा वे भी नहर में कूद गए और युवक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। युवक की हालत ठीक नहीं है। ऐसे में युवक को करनाल के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। चोर कारसा गांव का है युवक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवक का नाम आशीष है और चोर कारसा गांव का रहने वाला है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि वह नशे में था और किसी से वीडियो कॉल पर गालियां दे रहा था। इसी दौरान वह ज्यादा ही तैस में आ गया, पहले उसने फोन को गुस्से से फेंक दिया और नहर किनारे बाइक खड़ी की और उस पर चढ़ गया। उसके बाद फेंसिंग के ऊपर से नहर में कूद गया। समय रहते निकाला गया युवक प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो जैसे ही युवक ने नहर में छलांग लगाई तो आसपास के युवकों को मौके पर बुलाया गया। जिसके बाद कुछ युवक नहर में कूद गए और कड़ी मशक्कत के बाद युवक को बाहर निकाला। वह काफी नशे में था। उसकी हालत खराब थी। अगर समय रहते युवक को नहीं बचाया जाता तो उसकी जान जा सकती थी। हमने डायल-112 की टीम को मौके पर बुलाया गया और युवक को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस उसे अस्पताल लेकर पहुंची। मामले की जांच जारी करनाल की रामनगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने युवक की बाइक को अपने कब्जे में लिया है। रामनगर थाना के जांच अधिकारी संदीप ने बताया कि युवक द्वारा नहर में छलांग लगाने की जानकारी मिली थी। आसपास के लोगों ने उसे बचा लिया है। बाइक को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जाएगा। हरियाणा में करनाल के कैथल रोड स्थित पश्चिमी यमुना नहर में एक 18 वर्षीय युवक ने संदिग्ध हालातों में छलांग लगा दी। आसपास के लोगों ने युवक को डूबते देखा वे भी नहर में कूद गए और युवक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। युवक की हालत ठीक नहीं है। ऐसे में युवक को करनाल के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। चोर कारसा गांव का है युवक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवक का नाम आशीष है और चोर कारसा गांव का रहने वाला है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि वह नशे में था और किसी से वीडियो कॉल पर गालियां दे रहा था। इसी दौरान वह ज्यादा ही तैस में आ गया, पहले उसने फोन को गुस्से से फेंक दिया और नहर किनारे बाइक खड़ी की और उस पर चढ़ गया। उसके बाद फेंसिंग के ऊपर से नहर में कूद गया। समय रहते निकाला गया युवक प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो जैसे ही युवक ने नहर में छलांग लगाई तो आसपास के युवकों को मौके पर बुलाया गया। जिसके बाद कुछ युवक नहर में कूद गए और कड़ी मशक्कत के बाद युवक को बाहर निकाला। वह काफी नशे में था। उसकी हालत खराब थी। अगर समय रहते युवक को नहीं बचाया जाता तो उसकी जान जा सकती थी। हमने डायल-112 की टीम को मौके पर बुलाया गया और युवक को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस उसे अस्पताल लेकर पहुंची। मामले की जांच जारी करनाल की रामनगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने युवक की बाइक को अपने कब्जे में लिया है। रामनगर थाना के जांच अधिकारी संदीप ने बताया कि युवक द्वारा नहर में छलांग लगाने की जानकारी मिली थी। आसपास के लोगों ने उसे बचा लिया है। बाइक को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भिवानी में महिला को अकेली देख घर में घुसा चोर:सोने-चांदी के जेवर व कैश चुराया; आहट सुन आवाज दी तो हुआ फरार
भिवानी में महिला को अकेली देख घर में घुसा चोर:सोने-चांदी के जेवर व कैश चुराया; आहट सुन आवाज दी तो हुआ फरार हरियाणा के भिवानी में रात को घर पर महिला को अकेली सोती देख कर घर में चोर घर में घुस आया। चोर ने घर से सोने-चांदी के आभूषण व नकदी चोरी कर ली। सदर थाना पुलिस ने छानबीन कर मामला दर्ज कर लिया है। भिवानी के देवनगर निवासी रेखा ने बताया कि उसका पति ऋषि बीटीएम मिल भिवानी मे हेल्पर का काम करता है। बुधवार रात को उसका पति मिल में काम करने गया हुआ था। वह रात को घर पर अकेली सो रही थी। वह रात को करीब 2.30 बजे अचानक घर में किसी आदमी की आहट सुनी तो उसकी नींद खुल गई। आवाज दी तो एक व्यक्ति का चेहरा दिखा। वह उसे पहचान नहीं पाई। सफेद टी-शर्ट पहने हुआ था और दीवार कूदकर भाग गया। वह कमरे में गई तो सारा सामान बिखरा पड़ा था। जब संदूक देखा तो 20 हजार रुपए कैश, 2 चांदी की चेन, 2 जोड़ी चांदी की पाजेब, एक सोने का लाकेट, एक जोड़ी गजरे, एक टच फोन सामान चोरी हुआ मिला। उसने घटना की सूचना अपने पति को दी। घटना की सूचना बाद में सदर थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की छानबीन की, लेकिन चोरों तक पहुंचने के लिए पुलिस को सुराग हाथ नहीं लग पाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस द्वारा आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है।
विनेश फोगाट-बजरंग पूनिया दिल्ली में राहुल गांधी से मिले:कांग्रेस ने टिकट ऑफर की; विनेश को 3, बजरंग को 2 सीटों का ऑप्शन दिया
विनेश फोगाट-बजरंग पूनिया दिल्ली में राहुल गांधी से मिले:कांग्रेस ने टिकट ऑफर की; विनेश को 3, बजरंग को 2 सीटों का ऑप्शन दिया पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा के बीच दोनों ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की। इससे दोनों के चुनाव लड़ने के संकेत मिल रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस दोनों पहलवानों को टिकट का ऑफर दे चुकी है। विनेश को 3 और बजरंग को 2 सीटों के ऑप्शन दिए गए हैं। हालांकि, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने मंगलवार को कहा था- चुनाव लड़ने का फैसला विनेश फोगाट का होगा। इसे लेकर बुधवार को स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की कोशिश है कि दोनों को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाकर पहलवान आंदोलन को BJP के खिलाफ भुनाया जा सके। फिलहाल कांग्रेस को विनेश फोगाट की हां का इंतजार है। बजरंग पूनिया के चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस को पॉजिटिव संकेत मिले हैं, लेकिन बात विनेश पर टिकी हुई है। विनेश को इन 3 सीटों का ऑफर
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक विनेश फोगाट को जिन 3 सीटों का ऑफर दिया गया है, उनमें पहली 2 सीटें चरखी दादरी की दादरी और बाढड़ा है। वह इसी जिले के बलाली गांव की रहने वाली हैं। विनेश अगर दादरी से हामी भरेंगी तो उनका मुकाबला चचेरी बहन दंगल गर्ल बबीता फोगाट से हो सकता है। बबीता यहां से 2019 में BJP की टिकट पर चुनाव लड़ी थीं, लेकिन हार गईं। इस बार भी वह टिकट की दावेदार हैं। विनेश को तीसरा ऑप्शन जींद की जुलाना सीट की दी गई है। यहां विनेश फोगाट का ससुराल है। बजरंग को इन 2 सीटों का ऑफर
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक बजरंग पूनिया को भी दो सीटों का ऑफर दिया गया है। बजरंग सोनीपत से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं, लेकिन यहां से कांग्रेस मौजूदा विधायक सुरेंद्र पंवार को ही टिकट देना चाहती है। पंवार अभी ED केस में जेल में बंद हैं। वह चुनाव न लड़े तो उनके बेटे या बहू को टिकट मिल सकता है। कांग्रेस उनका टिकट काटकर यह संकेत नहीं देना चाहती कि मुसीबत के वक्त नेता का साथ छोड़ दिया। बजरंग ने झज्जर की बादली सीट में भी दिलचस्पी दिखाई है, लेकिन यहां से कांग्रेस मौजूदा विधायक कुलदीप वत्स का टिकट फाइनल कर चुकी है। वत्स बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं, इसलिए कांग्रेस उनका टिकट काटकर ब्राह्मण वोट बैंक को नाराज नहीं करना चाहती। बजरंग को कांग्रेस की तरफ से बहादुरगढ़ और भिवानी का ऑप्शन दिया गया है। ये दोनों जाट बाहुल्य सीट हैं। भूपेंद्र हुड्डा टिकट की पैरवी कर रहे
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में भूपेंद्र हुड्डा ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया की टिकट की पैरवी की। हुड्डा ने कहा कि पहलवानों के साथ खड़े होने से हरियाणा में लोगों का समर्थन कांग्रेस के पक्ष में आएगा। केंद्रीय चुनाव समिति ने इसके लिए चर्चा के बाद हामी भर दी। हालांकि, चुनाव लड़ने या न लड़ने और सीट चुनने का फैसला विनेश और बजरंग पर छोड़ दिया है। एयरपोर्ट पर दीपेंद्र हुड्डा ने किया था स्वागत
पेरिस ओलिंपिक में एक दिन में 3 फाइट जीतने के बाद भी मेडल से चूकी विनेश का 17 अगस्त को भारत लौटने पर दिल्ली एयरपोर्ट से उनके गांव बलाली तक ग्रेंड वेलकम हुआ था। सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा एयरपोर्ट पर ही स्वागत करने पहुंचे और फिर उनके काफिले में भी गुरुग्राम तक चले। इसके बाद प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बुलाकर खाप पंचायतें उनका सम्मान कर रही हैं। झज्जर, रोहतक, जींद, दादरी जिले में उनका कई जगह सम्मान भी हो चुका है। विनेश केंद्र सरकार के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन में भी शामिल हो चुकी हैं। विनेश-बजरंग ने बृजभूषण के खिलाफ धरने की अगुआई की
साल 2023 में महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की अगुआई में पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया। यह धरना करीब 140 दिन तक चला। विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खुला खत लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह मेडल लौटा देंगी। इन पुरस्कारों का मेरी जिंदगी में अब कोई मतलब नहीं रह गया है। इससे पहले पहलवान साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने की घोषणा की थी। पहलवान बजरंग पूनिया भी अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास के बाहर रख दिया था।
हरियाणा में निर्विरोध राज्यसभा सांसद बनीं किरण चौधरी:कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारा; 20 साल पहले ओपी चौटाला के कारण चूकी थीं
हरियाणा में निर्विरोध राज्यसभा सांसद बनीं किरण चौधरी:कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारा; 20 साल पहले ओपी चौटाला के कारण चूकी थीं हरियाणा में भाजपा की राज्यसभा उम्मीदवार किरण चौधरी निर्विरोध सांसद चुन ली गई हैं। मंगलवार को उन्हें रिटर्निंग ऑफिसर साकेत कुमार ने राज्यसभा सीट से निर्विरोध सांसद का प्रमाण पत्र दिया। बता दें कि 20 अगस्त को भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार घोषित किया था। 21 अगस्त को उन्होंने CM नायब सैनी की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया। चूंकि, कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों की ओर से कोई भी उम्मीदवार खड़ा नहीं किया गया, इस कारण से किरण चौधरी का निर्विरोध राज्यसभा जाने का रास्ता बन गया। यह रिजल्ट पहले से तय था। आज रिटर्निंग ऑफिसर ने उन्हें राज्यसभा का निर्वाचन सर्टिफिकेट देकर इसकी आधिकारिक पुष्टि कर दी। कांग्रेस छोड़ BJP में आने के 2 महीने बाद टिकट
किरण को मंगलवार को BJP ने उम्मीदवार घोषित किया। इससे पहले किरण ने भिवानी के तोशाम से कांग्रेस विधायक के पद से इस्तीफा दिया। जिसे हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने स्वीकार कर लिया। किरण चौधरी ने बेटी श्रुति चौधरी की भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट कटने के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी। BJP में शामिल होने के 2 महीने बाद उन्हें राज्यसभा भेजा जा रहा है। हरियाणा की यह राज्यसभा सीट रोहतक से लोकसभा चुनाव जीते कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। उनका अप्रैल 2026 तक का था। 14 अगस्त को शुरू हुई थी चुनावी प्रक्रिया
राज्यसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू हुई थी। इसकी अंतिम तारीख 21 अगस्त थी। जिसमें सिर्फ किरण चौधरी ने नामांकन भरा। 27 अगस्त यानी आज नाम वापसी का दिन था। अगर एक से ज्यादा कैंडिडेट होते तो 3 सितंबर को वोटिंग होनी थी। सीएम ने कहा था- हमें JJP के बागियों का भी सपोर्ट
नामांकन के बाद सीएम नायब सैनी ने कहा था कि किरण को जीत के लिए जरूरत से ज्यादा विधायकों ने समर्थन दिया है। जिसमें JJP के बागी जोगीराम सिहाग, अनूप धानक, रामनिवास सुरजाखेड़ा और रामकुमार गौतम भी शामिल हैं। इसके अलावा निर्दलीय नयनपाल रावत और हलोपा के गोपाल कांडा भी किरण के समर्थन में हैं। किरण चौधरी ने कहा था कि, ”मैं बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद करती हूं। भाजपा प्रदेश हित के लिए काम करती है। हरियाणा के सारे मुद्दे राज्यसभा में उठाउंगी।” जानिए.. 20 साल पहले ओपी चौटाला की गुगली में फंस गई थी किरण
राज्यसभा जाने की किरण चौधरी की 20 साल पुरानी इच्छा पूरी हो रही है। इससे पहले वह ओपी चौटाला की वजह से चूक गई थी। दरअसल, जून 2004 में ओमप्रकाश चैटाला के नेतृत्व में INLD की सरकार थी। तब प्रदेश में राज्यसभा सीटों के लिए हुए द्विवार्षिक चुनाव में किरण चौधरी को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया था। किरण उस समय ओमप्रकाश चौटाला की गुगली में फंस गई थी। हुआ यूं था, कि मतदान से 3 दिन पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सतबीर सिंह कादियान ने किरण चौधरी का समर्थन कर रहे 6 विधायकों जगजीत सांगवान, करण सिंह दलाल, भीम सेन मेहता, जयप्रकाश गुप्ता, राजिंदर बिसला और देव राज दीवान को दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया था। किरण ने स्पीकर निर्णय को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन अयोग्य घोषित 6 विधायकों को राज्यसभा चुनाव में वोटिंग का अधिकार नहीं मिला। जिससे किरण चौधरी हार गई।