मुरादाबाद में गाय का गला काटते रंगेहाथ पकड़े गए युवक को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला। सोमवार तड़के लाठी-डंडे और लात-घूसों से इतना मारा कि बेहोश हो गया। हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां देर रात इलाज के दौरान गोकश असालतपुरा निवासी शाहेदीन ने दम तोड़ दिया। मामला मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र में मंडी समिति का है। ईदगाह के पास कब्रिस्तान में आरोपी गोकश का शव दफनाया जाना है। मॉब लिंचिंग में मौत के बाद ईदगाह इलाके में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। सोमवार को तड़के करीब 3:30 बजे कुछ लोग मंडी समिति परिसर में गाय काट रहे थे। इसकी भनक लगने पर स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। भीड़ ने गाय काटने वालों को दौड़ा लिया। चार में से बाकी 3 लोग तो भाग गए, लेकिन एक को भीड़ ने दबोच लिया। इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। 3 तस्वीरें देखिए- खबर अपडेट की जा रही है… मुरादाबाद में गाय का गला काटते रंगेहाथ पकड़े गए युवक को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला। सोमवार तड़के लाठी-डंडे और लात-घूसों से इतना मारा कि बेहोश हो गया। हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां देर रात इलाज के दौरान गोकश असालतपुरा निवासी शाहेदीन ने दम तोड़ दिया। मामला मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र में मंडी समिति का है। ईदगाह के पास कब्रिस्तान में आरोपी गोकश का शव दफनाया जाना है। मॉब लिंचिंग में मौत के बाद ईदगाह इलाके में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। सोमवार को तड़के करीब 3:30 बजे कुछ लोग मंडी समिति परिसर में गाय काट रहे थे। इसकी भनक लगने पर स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। भीड़ ने गाय काटने वालों को दौड़ा लिया। चार में से बाकी 3 लोग तो भाग गए, लेकिन एक को भीड़ ने दबोच लिया। इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। 3 तस्वीरें देखिए- खबर अपडेट की जा रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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SAD वर्किंग कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग आज:विधानसभा उपचुनावों पर होगा फैसला, भूंदड़ करेंगे प्रधानगी पंथक संकट से घिरे शिरोमणि अकाली दल (SAD) की आज (गुरुवार) को वर्किंग कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग होने जा रही है। मीटिंग में सारे जिला प्रधान भी शामिल होंगे। मीटिंग की अध्यक्षता कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ करेंगे। बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि मौजूदा समय में पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तख्त साहिब ने तनखैया घोषित कर रखा है। वहीं,चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर इसमें फैसला लिया जएगा। दूसरी तरफ अकाल तख्त के ज्ञानी जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह का कहना है कि तनखैया तब तक तनखैया ही रहता है, जब तक उसकी तनखा पूरा नहीं हो जाती है। उसकी सजा के बारे में फैसला दिवाली के बाद लिया जाएगा। चीमा ने पोस्ट डालकर दी जानकारी काेर कमेटी की मीटिंग बारे में पार्टी के सीनियर नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा की तरफ से जानकारी दी गई थी। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर इस बारे पोस्ट डालकर जानकारी दी थी। हालांकि इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के एक प्रतिनिधिमंडल ने 22 अक्टूबर को अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मिले थे । साथ ही मांग की थी कि उनकी सजा के बारे में जल्दी फैसला लिया जाए। क्योंकि अब चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने है। नामांकन के लिए एक दिन शेष चार सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। इनमें बरनाला, डेरा बाबा नानक, गिद्दड़बाहा और चब्बेवाल शामिल हैं। लेकिन SAD प्रधान सुखबीर बादल को जब से तनखैया घोषित किया गया। तब से वह पार्टी की गतिविधियों से दूर हो गए हैं। अब चुनाव की नामांकन प्रक्रिया पूरी होने में एक दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में चुनाव मैदान में पार्टी कैसे जाएगी। इसको लेकर सारी रणनीति तैयार की जा रही है। सभी से मिलकर फैसला लिया जाएगा। हालांकि चुनाव को लेकर भी दो पार्टी में दो धाराएं बनी हुई हैं। एक पक्ष चुनाव लड़ना चाहता है और दूसरा चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं है। हालांकि मंगलवार को जब कोर कमेटी की मीटिंग के बाद सीनियर अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से मीडिया ने पूछा गया कि कि क्या अकाली दल आगामी उपचुनाव लड़ रहा है या नहीं। इस पर मजीठिया ने ‘कहा था कि आपको अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए, पार्टी का संसदीय बोर्ड जल्द ही पार्टी की स्थिति स्पष्ट कर देगा। उन्होंने आरोप लगाया था अकाली दल सुधार लहर भाजपा के साथ हुए समझौते के तहत उपचुनाव लड़ रही है।
यूपी विधानसभा से 500 मीटर की दूरी पर लखनऊ में भी एक बंद मंदिर! 30 साल से नहीं खुला, कमिश्नर तक पहुंची दरख्वास्त
यूपी विधानसभा से 500 मीटर की दूरी पर लखनऊ में भी एक बंद मंदिर! 30 साल से नहीं खुला, कमिश्नर तक पहुंची दरख्वास्त <p style=”text-align: justify;”><strong>Lucknow News:</strong> उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विधानसभा मार्ग स्थित विधानसभा से मात्र 500 मीटर की दूरी पर राणा प्रताप चौराहे के करीब एक बिल्डिंग के नीचे मंदिर होने का दावा किया गया है. दावे में कहा गया की 30 साल पहले मंदिर को ढककर यहां कंपलेक्स बनाया गया , जिसकी तमाम शिकायतों के बावजूद मौजूदा प्रशासन और सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस सिलसिले में ब्राह्मण संसद और मीता दास गजराज सिंह मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने लखनऊ कमिश्नर रोशन जैकब से मुलाकात की. IAS रोशन जैकब ने मामले को डीएम के पास भेजा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में मंदिर पक्ष के द्वारा दावा किया गया है कि यह मंदिर 1885 का है जो की स्वर्गीय गजराज सिंह ने अपनी कमाई से अपनी जमीन पर बनवाया था. और फिर 1906 में रजिस्टर्ड वसीयत कर उस जमीन पर एक ठाकुरद्वारा और शिवालय का निर्माण कराया. फिर 1918 में पूजा अर्चना के लिए एक ख्वाहिश नाम बनाया जिसमे स्वर्गीय द्वारका प्रसाद दीक्षित को पुजारी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी और कहा गया कि उनकी पुश्त दर पुश्त यहां पर पूजा पाठ करती रहेगी. द्वारका प्रसाद के बाद लालता प्रसाद फिर उमाशंकर दीक्षित फिर रामकृष्ण दीक्षित और फिर यज्ञ मनी दीक्षित के पास यहां पूजा पाठ का अधिकार मिला पर रामकृष्ण दीक्षित जब यहां मंदिर का पूजा पाठ कर रहे थे तब 1993- 94 के बीच एक दल से जुड़े हुए नेता डॉक्टर शाहिद ने मंदिर पर कब्जा किया और सरकारी संरक्षण में बिना नक्शा पास कराए भूमि पर अवैध निर्माण करवाया . यहां शॉपिंग कंपलेक्स दुकान भी बनाई गई. मंदिर पक्ष का दावा है कि इस परिसर में एक राधा रानी का मंदिर एक शिवालय , एक बरगद का पेड़ और कुछ पुरानी दुकान थी जिससे मंदिर का खर्च चलता था पर उसे धीरे-धीरे हटा दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-news-two-accused-involved-in-the-bank-robbery-in-lucknow-were-killed-in-an-encounter-2848840″><strong>लखनऊ के बैंक में हुई लूट में शामिल दो आरोपी मुठभेड़ में मारे गए, गाजीपुर और लखनऊ में एनकाउंटर</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पर निर्माण कार्य नहीं रुका…</strong><br />मंदिर पक्ष से जुड़े हुए लोगों ने दावा किया है कि इस प्रकरण में उस दौरान नगर मजिस्ट्रेट लखनऊ से शिकायत की गई थी जिसका संज्ञान लेते हुए 14 जनवरी 1993 को उन्होंने सीओ कैसरबाग और चौक सीओ को पत्र लिखकर निर्माण कार्य पर रोक लगाने के साथ मंदिर परिसर में स्थित बरगद का पेड़ जो कि लगभग ढाई सौ साल पुराना था उसको काटने से रोकने के साथ मंदिर परिसर में अवैध निर्माण रोकने का आदेश दिया था पर इस आदेश के बावजूद निर्माण कार्य नहीं रुका. इसके बाद पंडित रामकृष्ण दीक्षित ने एक समिति रजिस्टर कराई जिसका नाम मीता दास गजराज सिंह मंदिर एवं भक्ति भावना जनहित एवं कार्य समिति था जिससे वह जन जागरण कर मंदिर के अस्मिता को बचाने के लिए काम कर सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंदिर पक्ष में दावा किया कि 14 अगस्त 1994 को थाना कैसरबाग में मंदिर समिति ने एक प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी जिसमें मंदिर में स्थित अष्टधातु की राधा कृष्ण की मूर्ति , सोने के आभूषण और कई सामान चोरी होने के साथ ही मंदिर प्रांगण में तोड़फोड़ किये जाने की बात कही गई थी पर इस प्रकरण में भी तत्कालीन थाने की पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. मंदिर समिति से जुड़े हुए लोगों ने तत्कालीन जिलाधिकारी को शिकायत करते हुए मुख्यमंत्री और राज्यपाल को भी पत्र भेजा था पर कोई सुनवाई नहीं हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद मंदिर की जगह एक बड़ा काम्प्लेक्स बना दिया गया जिसको रोकने के लिए रामकृष्ण दीक्षित ने संघर्ष किया हालांकि उनकी सुनवाई नहीं हुई और लंबी बीमारी के बाद 2020 में उनकी मृत्यु हो गई . इस प्रकरण में अब उनके बेटे यज्ञ मनी दीक्षित इस मामले की लड़ाई लड़ रहे हैं. इसी सिलसिले में यज्ञ मनी दीक्षित और ब्राह्मण संसद के अध्यक्ष पंडित अमरनाथ मिश्रा ने लखनऊ मंडल की कमिश्नर रोशन जैकब से मुलाकात कर पूरे प्रकरण को बताया जिस मामले में उन्होंने इसको जिलाधिकारी को भेजा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में पंडित अमरनाथ मिश्रा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए कहा कि वह इस पूरे प्रकरण में संबंधित लोगों को अवगत कराएंगे . साथ ही सभी से अपील करेंगे कि उनको बाबा भोलेनाथ की पूजा पाठ करने का अधिकार दिया जाए. उन्होंने कहा कि खरवास तक वह प्रशासन को समय दे रहे हैं ,नहीं तो उसके बाद वह लोग खुद जाकर पूजा पाठ करेंगे.</p>
बठिंडा में बेटे ने की बाप की हत्या:कुल्हाड़ी से सिर पर किए वार, शराब पीकर पत्नी से मारपीट करता था मृतक
बठिंडा में बेटे ने की बाप की हत्या:कुल्हाड़ी से सिर पर किए वार, शराब पीकर पत्नी से मारपीट करता था मृतक पंजाब के बठिंडा जिले के गांव नाथपुरा में एक बेटे ने अपने बाप की हत्या कर दी। वारदात सोमवार देर रात की है। आरोपी बेटे ने सोते समय कुल्हाड़ी से वार कर अपने पिता को मौत के मौत के घाट उतार दिया। पुलिस की तरफ से की गई जांच में सामने आया है कि मृतक शराब पीने का आदि था और शराब पीकर अकसर अपनी पत्नी और बेटे से बेरहमी से मारपीट करता था। बताया जाता है कि सोमवार की देर रात गांव नाथपुरा निवासी परमिंदर सिंह ने शराब का सेवन कर अपनी पत्नी और बेटे के साथ मारपीट की थी। इसी मारपीट से क्षुब्ध होकर परमिंदर सिंह के बेटे सुखदीप सिंह ने गहरी नींद में सो रहे परमिंदर पर कुल्हाड़ी से हमला बोल दिया। सिर में कुल्हाड़ी से प्रहार कर हत्या कर दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद मंगलवार की सुबह थाना नथाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।