शिमला जिले के कोटखाई तहसील की थाना पंचायत के टाऊ गांव में मंगलवार को भीषण अग्निकांड हो गया है। यहां एक तीन मंजिला मकान के करीब 18 कमरें जलकर राख हो गए। इस अग्निकांड में देवेंद्र व चेतन के परिवार बेघर हो गए हैं। गांव के भूपेंद्र मेहता ने बताया कि, कोटखाई क्षेत्र की ग्राम पंचायत थाना के टाऊ गांव में आज दोपहर करीब एक बजे आग के आस पास आग लगी है। इस भीषण अग्निकांड में एक तीन मंजिला मकान के 18 कमरे जलकर राख हो गए है। उन्होंने बताया कि इसमें दो परिवार रहते थे जो अब घर से बेघर हो गए हैं। इस अग्निकांड में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। स्थानीय प्रशासन को लोगों ने सूचना दी है। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। दमकल विभाग के जवान आग बुझाने पर जुटे हुए हैं। फिलहाल आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। विभाग के कर्मचारी आग बुझाने के जुटे हुए हैं। शिमला जिले के कोटखाई तहसील की थाना पंचायत के टाऊ गांव में मंगलवार को भीषण अग्निकांड हो गया है। यहां एक तीन मंजिला मकान के करीब 18 कमरें जलकर राख हो गए। इस अग्निकांड में देवेंद्र व चेतन के परिवार बेघर हो गए हैं। गांव के भूपेंद्र मेहता ने बताया कि, कोटखाई क्षेत्र की ग्राम पंचायत थाना के टाऊ गांव में आज दोपहर करीब एक बजे आग के आस पास आग लगी है। इस भीषण अग्निकांड में एक तीन मंजिला मकान के 18 कमरे जलकर राख हो गए है। उन्होंने बताया कि इसमें दो परिवार रहते थे जो अब घर से बेघर हो गए हैं। इस अग्निकांड में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। स्थानीय प्रशासन को लोगों ने सूचना दी है। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। दमकल विभाग के जवान आग बुझाने पर जुटे हुए हैं। फिलहाल आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। विभाग के कर्मचारी आग बुझाने के जुटे हुए हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में विवादित मस्जिद पर बवाल:शिमला में क्षत्रिय संगठन का प्रदर्शन; अवैध निर्माण को गिराने पर अड़े लोग, सदन में गूंज चुका मामला हिमाचल की राजधानी शिमला के संजौली में मस्जिद निर्माण का मामला तूल पकड़ रहा है। शिमला में आज देवभूमि क्षेत्रीय संगठन के बैनर विशाल प्रदर्शन रखा गया है। तनाव की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने इन्हें संजौली में प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गई। इसलिए चौड़ा मैदान में प्रदर्शन रखा गया है। देवभूमि क्षत्रीय संगठन ने दावा किया कि इस प्रदर्शन में उनके साथ प्रदेश सरकार में कुछ मंत्री भी शामिल होंगे। संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित ठाकुर ने कहा, एक विशेष समुदाय ने शिमला में काफी जगह कब्जा कर रखा है। एक दिन हिमाचल बांग्लादेश बन जाएगा। इसलिए हिमाचल को बचाने के लिए हमे जागना होगा। उन्होंने बताया, संजौली में अवैध मस्जिद को गिराना होगा। देवभूमि का माहौल खराब करने की किसी को भी इजाजत नहीं दी जाएगी। इसलिए आज सड़कों पर उतर रहे हैं। आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। इसी मामले में शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बीते कल सदन में कहा, नगर निगम आयुक्त कोर्ट में केस चल रहा है। अगर कोर्ट मस्जिद को अवैध बोलता है, तो नियमों के तहत सरकार कार्रवाई की जाएगी। पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह मस्जिद और विशेष समुदाय पर सख्त कार्रवाई की पैरवी करते नजर आएं। उन्होंने कहा, एक विशेष समुदाय के नए-नए लोग रोज यहां आ रहे हैं। क्या ये रोहिंग्या है? वह कुछ ऐसे लोगों को जानते हैं, जो बांग्लादेशी है। उन्होंने सदन में एमसी की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े किए। संजौली में 5 दिन से मस्जिद पर मचा बवाल शिमला के संजौली में पॉश इलाके में बिना अनुमति व नक्शा पास किए बगैर 5 मंजिला ऊंची मस्जिद बना दी गई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां बड़ी संख्या में सैकड़ों लोग नमाज पढ़ने आते हैं। 4 दिन पूर्व प्रदर्शन कर रहे लोगों ने समुदाय विशेष के लोगों द्वारा स्थानीय व्यक्तियों के घरों में तांक-झांक करने के भी आरोप लगाए थे। हिंदू संगठन मस्जिद तोड़ने पर अड़े प्रदर्शन के दौरान लोगों ने मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया। बीते शनिवार शाम को समुदाय विशेष के लोगों द्वारा स्थानीय व्यक्ति के साथ मारपीट भी की गई। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मारपीट के बाद से यह मामले ने तूल पकड़ा है। हिंदू संगठनों और स्थानीय लोग मस्जिद को गिराने पर अड़ गए हैं। पहले 2 परिवार थे, अब सैकड़ों लोग पहुंच रहे: श्याम लाल संजौली निवासी 73 वर्षीय श्याम लाल ने बताया कि पहले यहां छोटी मस्जिद थी। एक समुदाय के 2 ही परिवार यहां रहते थे, लेकिन बीते कुछ सालों के दौरान यहां बड़ी संख्या में बाहर से आकर लोग बसने लगे। बाहरी लोगों ने ही यहां बहुमंजिला मस्जिद बनाई, जो मस्जिद पहले बनी थी, वो कच्ची और 2 मंजिल की थी। उन्होंने बताया कि नमाज के वक्त यहां लोगों की इतनी भीड़ होती है। इससे स्थानीय लोगों का चलना मुश्किल हो जाता है। इमाम बोले- 1947 में बनी पुरानी मस्जिद मस्जिद के इमाम शहजाद ने कहा, मस्जिद 1947 से पहले की है। पहले मस्जिद कच्ची थी और 2 मंजिल की थी। लोग मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ते थे, जिससे नमाज में दिक्कतें आती थी। इसे देखते हुए लोगों ने चंदा एकत्रित किया और मस्जिद निर्माण का कार्य शुरू किया। उन्होंने बताया कि जमीन वक्फ बोर्ड की थी, जिस पर 2 मंजिल पहले से बनी थी। 2 मंजिल को लेकर बवाल कोर्ट में चल रहा है। वक्फ बोर्ड इसकी लड़ाई लड़ रहा है। कानून का जो निर्णय होगा वो सभी को मंजूर होगा। राज्य सरकार के अनुसार, मस्जिद पुरानी है। मगर अवैध निर्माण 2010 में शुरू हुआ। इसके बाद 30 से 35 बार अवैध निर्माण रोकने के लिए नोटिस दिए गए। मगर निर्माण नहीं रोका गया और कमिशनर कोर्ट में 44 पेशी लग चुकी है। इस मामले में अगली सुनवाई परसो यानी 7 सितंबर को है।
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शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं
शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं शिमला के उपनगर संजोली स्थित विवादित निर्माणाधीन मस्जिद का विवाद उलझ गया है। रविवार को हुए प्रदर्शन पर आज शिमला शहरी से कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने प्रदर्शनकारियों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि बाहर के मामले में शिमला शहर की शांति भंग ना करें। शहर के बाहर दो गुटों में हुए झगड़े को धर्म से ना जोड़ा जाए। दरअसल रविवार को संजोली में बनी विवादित मस्जिद के बाहर हिंदूवादी संगठनों ने समुदाय विशेष पर शिमला का का माहौल खराब करने के आरोप लगाए थे। प्रदर्शकारियों ने कहा कि समुदाय विशेष के लोग बाहर से आकर शिमला की शांति भंग कर रहे है। बीते दिनों शिमला के मल्याणा में युवक पर इन्ही लोगो ने तेजदार हथियारों से जानलेवा हमला किया। जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों में समुदाय विशेष के खिलाफ रोष बढ़ गया और रविवार को शिमला के संजोली स्थित मस्जिद केबाहर फुट गया। इस दौरान प्रदर्शकारियों ने संजौली में बनी मस्जिद अवैध होने के आरोप लगाए थे और उसको ध्वस्त करने की मांग की। विधायक बोले मामले में दिया गया धर्म का एंगल सोमवार को मामले में नया मोड़ आ गया है, शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह विवाद दो गुटों के आपसी झगड़े के कारण पैदा हुआ है। यह झगड़ा मल्याणा क्षेत्र में हुआ है। इस मुद्दे को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मल्याणा में हुए झगड़े को वहां के पार्षद सहित सिमिट्री व भट्टकुफर के पार्षद ने मिलकर संजोली में पहुंचा दिया। पुलिस को इस झगड़े में FIR दर्ज करने के पहले निर्देश दे दिए थे। इस मामले को हिन्दू व मुस्लिम समुदाय का रूप दिया गया वह बिल्कुल गलत है।शिमला एक शांतिप्रिय जगह है और इसकी शांति भंग न करें। अवैध निर्माण पर प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं विधायक ने कहा कि जो अवैध मस्जिद की बात कर रहे हैं तो यह मस्जिद 1950 से पहले की है। यहां जो अवैध निर्माण हुआ है उसका मामला कोर्ट में चल रहा है और उसकी सुनवाई शनिवार को है। वक्फ बोर्ड इस केस केस को लड़ रहा है। यह मामला 2009 से यह मामला चल रहा है।इसके बाद कितनी सरकारें आयी।इस मामले में किसी धर्म समुदाय पर बोलना उचित नही। उन्होंने कहा कि निर्माण अवैध हुआ है तो कानून इसमें अपनी कार्रवाई करेगा कोई पार्षद नहीं। प्रदर्शन में शामिल ने बाहरी लोग ,शहर वासी नहीं उन्होंने कहा कि संजौली में जो कल जो विवाद हुआ उसमे अधिकतर लोग भट्टाकुफ़्फ़र व मल्याणा क्षेत्र के थे और कुछ कांग्रेस के पार्षद भी थे। उन्होंने कहा कि बाहरी मामले शिमला शहर की शांति क्यों भंग की जा रही है बाहर के विवाद पर शिमला विधानसभा क्षेत्र में क्यों हंगामा किया जा किया जा रहा है।पार्षदों के बोलने से किसी को वैध या अवैध नही बोला जा सकता।यह मामला कोर्ट में है और इस पर निर्णय भी वही देगा। नगर निगम ने माना है मस्जिद के कुछ मंजिल अवैध वहीं बीते कल मौके पर पहुंचे नगर निगम आयुक्त ने यह माना कि मस्जिद के ऊपरी कुछ मंजिल अवैध है ।लेकिन इसका मामला कोर्ट में चला हुआ है ।कोर्ट से फैसला आने के बाद बी नगर निगम मामले कार्रवाई की जा सकती है। क्या है मामला…? बता दें कि शिमला के संजौली के शिमला में एक मस्जिद के निर्माण को लेकर काफी समय सवाल उठ रहे थे। जिसको लेकर हिंदू वादी संगठनों के कार्यकर्ताओं में अंदर ही अंदर गुस्सा पनप रहा था। पंरन्तु बीते दिनों शिमला के मल्याणा में दो गुटों में झगड़ा हो गया है। जिसमे कुछ समुदाय विशेष के लोगो ने तेजधार हथियारों से एक युवक को लहूलुहान कर दिया जिसके बाद इस विवाद ने रफ्तार पकड़ी और इसका गुस्सा रविवार को शिमला के संजौली में बनी मस्जिद के बाहर फुट गया । प्रदर्शकारियों ने मल्याणा में हुई मारपीट करने वाले लोगो के खिलाफ कार्रवाही व मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की मांग की।