हरियाणा की एंटी करप्शन ब्यूरो ने करनाल के घरौंडा में एसडीएम के रीडर को 4 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। रीडर का नाम अशोक कुमार है, जो कैथल जिला का रहने वाला है। घरौंडा एसडीएम ऑफिस में आने से पूर्व आरोपी रीडर करनाल के आरटीआई डिपार्टमेंट में काम करता था और उसे घरौंडा एसडीएम ऑफिस में एक महीना भी पूरा नहीं हुआ था। रीडर ने किसी व्यक्ति से उसका काम करने की एवज में रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने एसीबी को रीडर की शिकायत कर दी। जिसके बाद एसीबी ने उसको पाउडर वाले नोट दिए। इसके साथ ही नोटों के सीरियल नंबर भी नोट किए गए थे। एसीबी की टीम मंगलवार शाम को एसडीएम ऑफिस घरौंडा में पहुंच गई थी। टीम के सदस्य सिविल ड्रेस में अपनी अपनी पॉजिशन संभाले हुए थे। पीड़ित ने रीडर को पैसे थमा दिए और रीडर द्वारा पैसे पकड़ते ही एसीबी की टीम ने रीडर को रेड हैंडेड दबोच लिया। एसीबी ने आरोपी को करीब सवा छह बजे उठाया और अपने साथ लेकर चली गई। अब एसीबी इस मामले में आरोपी से पूछताछ कर रही है, ताकि इससे जुड़े अन्य लोगों का भी खुलासा हो सके। हरियाणा की एंटी करप्शन ब्यूरो ने करनाल के घरौंडा में एसडीएम के रीडर को 4 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। रीडर का नाम अशोक कुमार है, जो कैथल जिला का रहने वाला है। घरौंडा एसडीएम ऑफिस में आने से पूर्व आरोपी रीडर करनाल के आरटीआई डिपार्टमेंट में काम करता था और उसे घरौंडा एसडीएम ऑफिस में एक महीना भी पूरा नहीं हुआ था। रीडर ने किसी व्यक्ति से उसका काम करने की एवज में रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने एसीबी को रीडर की शिकायत कर दी। जिसके बाद एसीबी ने उसको पाउडर वाले नोट दिए। इसके साथ ही नोटों के सीरियल नंबर भी नोट किए गए थे। एसीबी की टीम मंगलवार शाम को एसडीएम ऑफिस घरौंडा में पहुंच गई थी। टीम के सदस्य सिविल ड्रेस में अपनी अपनी पॉजिशन संभाले हुए थे। पीड़ित ने रीडर को पैसे थमा दिए और रीडर द्वारा पैसे पकड़ते ही एसीबी की टीम ने रीडर को रेड हैंडेड दबोच लिया। एसीबी ने आरोपी को करीब सवा छह बजे उठाया और अपने साथ लेकर चली गई। अब एसीबी इस मामले में आरोपी से पूछताछ कर रही है, ताकि इससे जुड़े अन्य लोगों का भी खुलासा हो सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
