डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने बुधवार को कहा, अखिलेश यादव फ्रस्ट्रेशन का शिकार हो गए हैं। 2013 में वह मुख्यमंत्री थे, उनके चच्चा आजम खान कुंभ मेले का पूरा प्रभार देख रहे थे। तब कितना बड़ा हादसा हुआ था, वे भूल गए हैं। उनका महाकुंभ मेले पर सवाल उठाना शोभा नहीं देता। हमारी सरकार में अर्ध-कुंभ हुआ, किसी को एक खरोंच तक नहीं आई। अखिलेश कुंभ के इंतजामों पर सवाल उठाकर अपनी ही सरकार की पोल खोल रहे हैं। यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की बत्ती गुल हो गई। अखिलेश 2027 का सत्ताधीश बनना चाहते थे, अब 2047 तक भी उनकी सत्ता तक पहुंचने की उम्मीद नहीं है। यही उनका फ्रस्ट्रेशन है। दरअसल, केशव मौर्य बुधवार को प्रयागराज में थे। उन्होंने अफसरों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा की। फिर पत्रकारों से मुखातिब हुए। केशव बोले- संभल में हिंदू-मुस्लिम दंगा नहीं हुआ 24 नवंबर को संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा पर डिप्टी सीएम ने कहा, अखिलेश यादव की राजनीति मुस्लिम तुष्टिकरण की है। मगर, मुस्लिम वोट बैंक उन्हें छोड़कर जा चुका है। अखिलेश इसीलिए बेचैन हैं। उप चुनाव में उन्होंने देखा कि मुस्लिम वोटर ने भाजपा को वोट दिया। केशव मौर्य ने कहा- संभल का मामला हिंदू-मुस्लिम कतई नहीं है। वहां हिंदू-मुस्लिम दंगा नहीं हुआ है। वहां सपा के सांसद और विधायक के बीच वर्चस्व की लड़ाई है। अखिलेश यादव का पुलिस चौकी बनने पर सवाल उठाना बचकाना है। महाकुंभ में ब्लास्ट की धमकी पर केशव ने कहा, आप लोग को यूपी पुलिस पर भरोसा रखना चाहिए। डबल इंजन की सरकार पर भरोसा रखना चाहिए। इस बार का कुंभ भव्य और दिव्य होगा। केशव क्यों अखिलेश पर हमलावर पढ़िए… अखिलेश ने कहा- महाकुंभ भाजपा सरकार के कुंप्रबंधन का मॉडल बना सपा मुखिया ने 24, 25 और 26 दिसंबर को अपने X अकाउंट पर तीन पोस्ट किए- तारीख 24 नवंबर: खुला खत तारीख 25 नवंबर: ये कोई गाना-अफ़साना नहीं बल्कि शत-प्रतिशत सत्य देखो भाजपा सरकार के अचंभे, बिना तार के खंभे! समाजवादियों ने तो ‘पहले ही एक गाने में कहा था ‘बिन बिजली के खड़ा है खंभा’ भाजपा राज में ये कोई गाना-अफ़साना नहीं बल्कि शत-प्रतिशत सत्य है। वैसे खंभों पर तार ‘बिछाया’ नहीं ‘लगाया’ जाता है… और वो भी समय रहते, जिससे सभी सिक्योरिटी चेक अप के लिए पर्याप्त समय मिल सके। अच्छा हुआ शासन-प्रशासन के संज्ञान में ये मुद्दा आया, यही हमारा उद्देश्य था, जो पूर्ण हुआ। आशा है अब कछुए की चाल की जगह मेले की तैयारी सही गति पकड़ पाएगी। हम सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और मेले के आयोजन की कमियों की ओर निरंतर आपका ध्यान खींचते रहेंगे। तारीख 26 नवंबर: बाक़ी बचे पुल कैसे बन पाएंगे 22 में से केवल यातायात लायक केवल 9 पांटून पुल, बाकी नौ दो ग्यारह मतलब साल भर की क़वायद के बाद 22 में से केवल 9 पांटून ब्रिज यातायात योग्य बन पाये हैं अर्थात् लगभग 40% ही काम हो पाया है। अब जब इस महाआयोजन के लिए सिर्फ़ 20 दिन और बचे हैं तो बाक़ी बचे पुल कैसे बन पाएंगे और भीड़ का नियंत्रण और आवागमन कैसे संभव होगा। भाजपा सरकार इसे बहुत गंभीरता से ले। शिवपाल यादव बोले- सरकार महाकुंभ बजट का आनंद ले रही मंगलवार को अयोध्या पहुंचे वरिष्ठ सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा- भाजपा सरकार अधिकारियों के साथ मिलकर महाकुंभ के बजट से आनंद ले रही है। इस सरकार ने भरोसा खो दिया है। अयोध्या में जो कुछ हुआ, वो सभी ने देखा। यहां पर कैसे एक गुप्ताजी के मकान का नक्शा पास था, लेकिन प्रशासन ने उसे जानबूझकर गिरा दिया। लोगों को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। ये सरकार अब जाने वाली है। दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी भाजपा को केवल हराने का काम करेगी। जो पार्टी भाजपा को हरा रही है, हमारा उस पार्टी को समर्थन है। प्रदेश में जब हमारी सरकार थी, तो हमने भी व्यवस्थाएं की थीं। हमारी सरकार ने कुंभ पर 600 करोड़ रुपए खर्च किए थे। भाजपा सरकार अधिकारियों से मिलकर कुंभ के बजट से आनंद ले रहे हैं। इनको जनता से कोई लेना-देना नहीं। ………………………………. महाकुंभ से जुड़ी ये 2 खबरें भी पढ़िए… अखिलेश ने कुंभ पर सवाल उठाए, उसकी हकीकत:SSP ऑफिस, वॉच टावर तैयार; सिपाहियों के लिए भी अफसरों जैसे इंतजाम महाकुंभ..यानी देश का सबसे बड़ा धार्मिक मेला। इन दिनों यूपी की सियासत में भी छाया है। यूपी सरकार 6 हजार करोड़ से मेला सिटी बसा रही है। यहां 45 दिन में 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। CM योगी आदित्यनाथ खुद प्रयागराज के मेला क्षेत्र में 3 बार तैयारियां देखने पहुंच चुके हैं। इस बीच अखिलेश यादव X पर SSP ऑफिस से लेकर पांटून पुल तक पर सवाल उठा रहे हैं। महाकुंभ को कुप्रबंध का कुंभ बोल रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर… महाकुंभ में ब्लास्ट की धमकी, कहा-1000 हिंदू मारेंगे; प्रयागराज में संत बोले- पन्नू दिखा, तो जमीन में दबा देंगे महाकुंभ में बम ब्लास्ट करने की धमकी मिली है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर नसर पठान नाम की ID से धमकी दी गई है। इसमें लिखा है- ऑल ऑफ यू, तुम सब अपराधी हो। महाकुंभ में बम ब्लास्ट करेंगे। 1000 हिंदुओं को मारेंगे। 31 दिसंबर को विपिन गौर नाम के युवक ने पोस्ट को डायल-112 यूपी पुलिस को टैग करते हुए री-ट्वीट किया। स्क्रीन शॉट भी शेयर किया। इसके बाद पुलिस एक्टिव हुई। पढ़ें पूरी खबर… डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने बुधवार को कहा, अखिलेश यादव फ्रस्ट्रेशन का शिकार हो गए हैं। 2013 में वह मुख्यमंत्री थे, उनके चच्चा आजम खान कुंभ मेले का पूरा प्रभार देख रहे थे। तब कितना बड़ा हादसा हुआ था, वे भूल गए हैं। उनका महाकुंभ मेले पर सवाल उठाना शोभा नहीं देता। हमारी सरकार में अर्ध-कुंभ हुआ, किसी को एक खरोंच तक नहीं आई। अखिलेश कुंभ के इंतजामों पर सवाल उठाकर अपनी ही सरकार की पोल खोल रहे हैं। यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की बत्ती गुल हो गई। अखिलेश 2027 का सत्ताधीश बनना चाहते थे, अब 2047 तक भी उनकी सत्ता तक पहुंचने की उम्मीद नहीं है। यही उनका फ्रस्ट्रेशन है। दरअसल, केशव मौर्य बुधवार को प्रयागराज में थे। उन्होंने अफसरों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा की। फिर पत्रकारों से मुखातिब हुए। केशव बोले- संभल में हिंदू-मुस्लिम दंगा नहीं हुआ 24 नवंबर को संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा पर डिप्टी सीएम ने कहा, अखिलेश यादव की राजनीति मुस्लिम तुष्टिकरण की है। मगर, मुस्लिम वोट बैंक उन्हें छोड़कर जा चुका है। अखिलेश इसीलिए बेचैन हैं। उप चुनाव में उन्होंने देखा कि मुस्लिम वोटर ने भाजपा को वोट दिया। केशव मौर्य ने कहा- संभल का मामला हिंदू-मुस्लिम कतई नहीं है। वहां हिंदू-मुस्लिम दंगा नहीं हुआ है। वहां सपा के सांसद और विधायक के बीच वर्चस्व की लड़ाई है। अखिलेश यादव का पुलिस चौकी बनने पर सवाल उठाना बचकाना है। महाकुंभ में ब्लास्ट की धमकी पर केशव ने कहा, आप लोग को यूपी पुलिस पर भरोसा रखना चाहिए। डबल इंजन की सरकार पर भरोसा रखना चाहिए। इस बार का कुंभ भव्य और दिव्य होगा। केशव क्यों अखिलेश पर हमलावर पढ़िए… अखिलेश ने कहा- महाकुंभ भाजपा सरकार के कुंप्रबंधन का मॉडल बना सपा मुखिया ने 24, 25 और 26 दिसंबर को अपने X अकाउंट पर तीन पोस्ट किए- तारीख 24 नवंबर: खुला खत तारीख 25 नवंबर: ये कोई गाना-अफ़साना नहीं बल्कि शत-प्रतिशत सत्य देखो भाजपा सरकार के अचंभे, बिना तार के खंभे! समाजवादियों ने तो ‘पहले ही एक गाने में कहा था ‘बिन बिजली के खड़ा है खंभा’ भाजपा राज में ये कोई गाना-अफ़साना नहीं बल्कि शत-प्रतिशत सत्य है। वैसे खंभों पर तार ‘बिछाया’ नहीं ‘लगाया’ जाता है… और वो भी समय रहते, जिससे सभी सिक्योरिटी चेक अप के लिए पर्याप्त समय मिल सके। अच्छा हुआ शासन-प्रशासन के संज्ञान में ये मुद्दा आया, यही हमारा उद्देश्य था, जो पूर्ण हुआ। आशा है अब कछुए की चाल की जगह मेले की तैयारी सही गति पकड़ पाएगी। हम सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और मेले के आयोजन की कमियों की ओर निरंतर आपका ध्यान खींचते रहेंगे। तारीख 26 नवंबर: बाक़ी बचे पुल कैसे बन पाएंगे 22 में से केवल यातायात लायक केवल 9 पांटून पुल, बाकी नौ दो ग्यारह मतलब साल भर की क़वायद के बाद 22 में से केवल 9 पांटून ब्रिज यातायात योग्य बन पाये हैं अर्थात् लगभग 40% ही काम हो पाया है। अब जब इस महाआयोजन के लिए सिर्फ़ 20 दिन और बचे हैं तो बाक़ी बचे पुल कैसे बन पाएंगे और भीड़ का नियंत्रण और आवागमन कैसे संभव होगा। भाजपा सरकार इसे बहुत गंभीरता से ले। शिवपाल यादव बोले- सरकार महाकुंभ बजट का आनंद ले रही मंगलवार को अयोध्या पहुंचे वरिष्ठ सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा- भाजपा सरकार अधिकारियों के साथ मिलकर महाकुंभ के बजट से आनंद ले रही है। इस सरकार ने भरोसा खो दिया है। अयोध्या में जो कुछ हुआ, वो सभी ने देखा। यहां पर कैसे एक गुप्ताजी के मकान का नक्शा पास था, लेकिन प्रशासन ने उसे जानबूझकर गिरा दिया। लोगों को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। ये सरकार अब जाने वाली है। दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी भाजपा को केवल हराने का काम करेगी। जो पार्टी भाजपा को हरा रही है, हमारा उस पार्टी को समर्थन है। प्रदेश में जब हमारी सरकार थी, तो हमने भी व्यवस्थाएं की थीं। हमारी सरकार ने कुंभ पर 600 करोड़ रुपए खर्च किए थे। भाजपा सरकार अधिकारियों से मिलकर कुंभ के बजट से आनंद ले रहे हैं। इनको जनता से कोई लेना-देना नहीं। ………………………………. महाकुंभ से जुड़ी ये 2 खबरें भी पढ़िए… अखिलेश ने कुंभ पर सवाल उठाए, उसकी हकीकत:SSP ऑफिस, वॉच टावर तैयार; सिपाहियों के लिए भी अफसरों जैसे इंतजाम महाकुंभ..यानी देश का सबसे बड़ा धार्मिक मेला। इन दिनों यूपी की सियासत में भी छाया है। यूपी सरकार 6 हजार करोड़ से मेला सिटी बसा रही है। यहां 45 दिन में 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। CM योगी आदित्यनाथ खुद प्रयागराज के मेला क्षेत्र में 3 बार तैयारियां देखने पहुंच चुके हैं। इस बीच अखिलेश यादव X पर SSP ऑफिस से लेकर पांटून पुल तक पर सवाल उठा रहे हैं। महाकुंभ को कुप्रबंध का कुंभ बोल रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर… महाकुंभ में ब्लास्ट की धमकी, कहा-1000 हिंदू मारेंगे; प्रयागराज में संत बोले- पन्नू दिखा, तो जमीन में दबा देंगे महाकुंभ में बम ब्लास्ट करने की धमकी मिली है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर नसर पठान नाम की ID से धमकी दी गई है। इसमें लिखा है- ऑल ऑफ यू, तुम सब अपराधी हो। महाकुंभ में बम ब्लास्ट करेंगे। 1000 हिंदुओं को मारेंगे। 31 दिसंबर को विपिन गौर नाम के युवक ने पोस्ट को डायल-112 यूपी पुलिस को टैग करते हुए री-ट्वीट किया। स्क्रीन शॉट भी शेयर किया। इसके बाद पुलिस एक्टिव हुई। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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प्रयागराज में डॉक्टर्स की हड़ताल से मरीज हो रहे परेशान, इलाज के बिना ही लौटना पड़ रहा वापस
प्रयागराज में डॉक्टर्स की हड़ताल से मरीज हो रहे परेशान, इलाज के बिना ही लौटना पड़ रहा वापस <p style=”text-align: justify;”><strong>Prayagraj News:</strong> इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के आह्वान पर देश भर के डॉक्टर आज हड़ताल पर हैं. कोलकाता की घटना के विरोध में प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज द्वारा संचालित स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के डॉक्टर्स आज लगातार छठे दिन हड़ताल पर हैं. डॉक्टरों की इस हड़ताल की वजह से रोजाना सैकड़ो की तादाद में मरीजों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है. इनमें कई लोग ऐसे हैं जो दूसरे जिलों से इलाज करने के लिए प्रयागराज आते हैं और हड़ताल की वजह से मायूस होकर वापस लौटते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जौनपुर से आई हुई मनीषा एक दिन पहले ही ट्रेन से चलकर देर रात प्रयागराज आ गई थी. वह अपने साथ दो महिलाओं और कई छोटे बच्चों को लाई थी. उन्हें हाथ पैर में पिछले कई महीनो से दर्द रहता है. जौनपुर में इलाज से फायदा नहीं मिला तो वहां के डॉक्टर ने उन्हें प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में इलाज कराने की सलाह दी. करीब 8 घंटे तक इंतजार करने के बाद वह मायूस होकर वापस जौनपुर चली गईं. गरीब परिवार की मनीषा बस के टिकट का खर्च वहन नहीं कर सकती थी, इसीलिए ट्रेन से प्रयागराज आई थी और एक दिन पहले ही घर से निकली थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डॉक्टर्स की हड़ताल ने बढ़ाई मरीजों की परेशानी</strong><br />सुल्तानपुर जिले के रहने वाले जीशान अंसारी अपने एक दोस्त की गंभीर रूप से बीमार मां का इलाज करने के लिए प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल आए हुए थे. उन्हें हर्ट की बीमारी है.सुल्तानपुर से यह लोग चार पहिया वाहन बुक कर आए थे. यहां आने पर पता चला कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं. कई घंटे संघर्ष करने के बाद आखिरकार इन्हें मायूस होकर वापस लौटने का फैसला लेना पड़ा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इनका कहना है कि डॉक्टरों की मांग अपनी जगह जायज है लेकिन उन्हें मरीजो का इलाज बंद नहीं करना चाहिए. इसी तरह से तमाम अन्य लोगों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है. प्रयागराज में आज प्राइवेट डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं, लिहाजा मरीजों की मुश्किल और भी बढ़ गई है. आज उन्हें ना तो सरकारी अस्पतालों में इलाज मिला और ना ही प्राइवेट अस्पताल में इलाज हो रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/agra-sn-medical-college-doctors-protest-against-kolkata-female-doctor-rape-and-murder-case-ann-2763409″><strong>आगरा में डॉक्टर्स के प्रदर्शन को मिला धर्म गुरुओं का साथ, कहा- ‘इस पाप की सजा फांसी'</strong></a></p>
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हांसी में कैंटर व बाइक की टक्कर:दो युवक गंभीर घायल, डायल 112 ने पहुंचाया अस्पताल, हिसार जा रहे थे दोनों हिसार जिले के हांसी में कैंटर और बाइक की टक्कर हो गई। हादसे में बाइक सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को नागरिक अस्पताल पहुंचाया। घटना ढाणा कलां गांव के पास हुई। घायलों की पहचान कुंगड़ भैणी निवासी बलराम और राजेश के रूप में हुई हैं। जो गांव से हिसार की ओर जा रहे थे। डायल 112 के ड्राइवर अजय ने बताया की उनको किसी अज्ञात राहगीर ने फ़ोन पर सूचना दी की ढाणा के पास बाइक सवार युवकों का कैंटर के साथ एक्सीडेंट हो गया। कुछ ही समय में डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और दोनों घायलों युवकों अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने उनका प्राथमिक इलाज कर हिसार रेफर कर दिया। घायलों की पहचान उनके पास मिले आईडी कार्ड से हुई। पुलिस ने दोनों युवकों के परिजनों को घटना की सूचना दी। जिसके बाद परिजन गांव से अस्पताल के लिए रवाना हो गए है।
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हरियाणा की इस सीट पर दिलचस्प होगा मुकाबला? दो सियासी परिवार आमने-सामने <p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana Assembly Election 2024:</strong> हरियाणा विधानसभा चुनाव में अब बेहद कम समय रह गया है. इस चुनाव में कई ऐसी सीटें हैं जहां, मुकाबला बेहद रोचक होने के आसार हैं. इसमें से एक है उचाना कलां. उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र में बड़ा सियासी मुकाबला देखने को मिलेगा जहां एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी दो प्रमुख सियासी परिवार आमने-सामने हैं. दरअसल, यहां एक तरफ पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल के पड़पोते दुष्यंत सिंह चौटाला हैं तो दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता दुष्यंत सिंह चौटाला इस निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा विधायक हैं. चौटाला यहां से फिर से चुनाव जीतना चाहते हैं. वह हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पोते हैं. वहीं दुष्यंत चौटाला के खिलाफ नौकरशाह से नेता बने और कांग्रेस उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह हैं. वह और उनके पिता बीरेंद्र सिंह इस साल की शुरुआत में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसान नेता के पोते ने चार दशक बाद बदला पाला</strong><br />उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र राज्य के राजनीतिक गढ़ माने जाने वाले जींद जिले में आता है. किसान नेता सर छोटू राम के पोते बीरेंद्र सिंह 2014 में हरियाणा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ अपने चार दशक पुराने रिश्ते को तोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीरेंद्र सिंह के परिवार का गढ़ माना जाता रहा उचाना कलां</strong><br />उचाना कलां विधानसभा सीट पर दुष्‍यंत चौटाला की जीत से पहले यह सीट बीरेंद्र सिंह परिवार का गढ़ मानी जाती थी. पूर्व केंद्रीय मंत्री खुद इस निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे हैं. उनके बेटे बृजेंद्र सिंह पार्टी छोड़ने से पहले हिसार से बीजेपी सांसद थे. 2019 में दुष्यंत चौटाला हिसार संसदीय सीट से उनसे चुनाव हार गए थे. हालांकि, बृजेंद्र सिंह उचाना कलां से दुष्यंत चौटाला को अपने मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के रूप में नहीं देखते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्य मुकाबला बीजेपी से है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने देवेंद्र चतरभुज को दिया टिकट</strong><br />हरियाणा में सत्तारूढ़ बीजेपी ने उचाना कलां सीट से देवेंद्र चतरभुज अत्री को अपना उम्मीदवार बनाया है. दुष्यंत चौटाला ने इस सीट पर साल 2019 में विजय हासिल की थी और बृजेंद्र सिंह की माता प्रेम लता सिंह को 47 हजार से अधिक वोट से हराया था. प्रेम लता ने चौटाला को साल 2014 में हराया था.</p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”‘कांग्रेस बूढ़ी हो चुकी है, अब हरियाणा में…’, चुनाव से पहले नायब सिंह सैनी का बड़ा दावा” href=”https://www.abplive.com/states/haryana/haryana-assembly-elections-2024-cm-nayab-singh-saini-targeted-congress-in-sonipat-2786943″ target=”_blank” rel=”noopener”>’कांग्रेस बूढ़ी हो चुकी है, अब हरियाणा में…’, चुनाव से पहले नायब सिंह सैनी का बड़ा दावा</a></strong></p>