हिमाचल प्रदेश में पानी की सप्लाई के नाम पर करोड़ों रुपए के घोटाले के आरोप जल शक्ति विभाग पर लगे है। ठियोग के पूर्व माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा, ठियोग 1 करोड़ 13 लाख रुपए का पानी लोगों को पिलाने के दावे किए गए। वहीं एसडीएम ठियोग ने एक्सियन को इसकी जांच एक सप्ताह के भीतर करने के आदेश दिए है। दिलचस्प बात यह है कि यह पानी बाइक, ऑल्टो कार, के-10, होंडा सिटी कार और हॉर्टीकल्चर डायरेक्टर की बोलेरो इत्यादि गाड़ियों में ढोया गया है। राकेश सिंघा ने आरटीआई की सूचना का हवाला देते हुए कहा कि ठियोग में जल शक्ति विभाग ने इस साल गर्मी के दौरान लोगों को पानी पिलाया है और जब इसकी पेमेंट ठेकेदार को की गई तो उसमें बढ़ा गबन लग रहा है। उन्होंने मुख्य सचिव से इसकी जांच और उचित कार्रवाई की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने सचिवालय के घेराव की की चेतावनी दी है। ठेकेदार ने बिल के लिए बाइक, होंडा सिटी, ऑल्टो कार के नाम दिए: सिंघा सिंघा ने कहा कि जल शक्ति विभाग ने बाइक पर भी लोगों को पानी पिलाया है। बिल लेने के लिए जब ठेकेदार ने बिल प्रोड्यूस किए तो बाइक, ऑल्टो कार, K-10, होंडा सिटी कार और हॉर्टीकल्चर डायरेक्टर की बोलेरो जैसी गाड़ियों के नंबर दिए गए है। उन्होंने कहा कि एक दिन में ही एक गाड़ी को 500 से 1000 किलोमीटर रनिंग दर्शाई गई है जो कि पहाड़ों में संभव ही नहीं है। हर साल 10 से 12 लाख आता है खर्च: सिंघा सिंघा ने कहा कि हर साल ठियोग में पानी की सप्लाई के लिए 10-12 लाख रुपए खर्च होते थे, लेकिन 2024 में यह आंकड़ा अचानक एक करोड़ के पार पहुंच गया। उन्होंने कहा कि कई ऐसे वाहन नंबर भी दिखाए गए, जो अस्तित्व में ही नहीं हैं। यहां तक कि कुछ इलाकों में, जहां सड़कें तक नहीं हैं, वहां भी वाहनों से पानी की सप्लाई दिखाई गई है। 1 महीने के भीतर ठेकेदार को कर दिया पेमेंट का भुगतान राकेश सिंघा कहा कि ठेकेदार पेमेंट के लिए तरस रहे है। मगर पानी की सप्लाई के पैसे का भुगतान एक महीने के भीतर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने भी बिना जांच के बिल का भुगतान कर दिया है। उन्होंने कहा, ठियोग क्षेत्र में पानी की हर साल भारी किल्लत रहती है, लेकिन घोटाले के चलते लोगों को राहत नहीं मिल पाई। उन्होंने घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की जाएं और इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए। जनता रह गई प्यासी और विभाग ने कागजों में दिया पानी: संदीप माकपा नेता संदीप वर्मा ने बताया कि पूरा ठियोग गर्मियों में प्यासा रह गया और विभाग ने 1.13 करोड़ रुपए का पानी कागजों में दिखा दिया। इससे क्षेत्र की जनता में रोष व्याप्त है। उन्होंने इसकी जांच की मांग की है। SDM बोले- एक्सियन को जांच के निर्देश दिए इधर, इस बाबत जब ठियोग के एसडीएम मुकेश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एक्सियन को इसकी जांच के आदेश दे दिए गए है। SDM ने दावा किया कि एक्सियन ठियोग इसमें इन्वॉल्व नहीं है। जांच रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। ईएनसी बोले- मामला ध्यान में नहीं वहीं जल शक्ति विभाग की प्रमुख अभियंता (ईएनसी) अंजू शर्मा ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो इसकी जांच करवाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। हिमाचल प्रदेश में पानी की सप्लाई के नाम पर करोड़ों रुपए के घोटाले के आरोप जल शक्ति विभाग पर लगे है। ठियोग के पूर्व माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा, ठियोग 1 करोड़ 13 लाख रुपए का पानी लोगों को पिलाने के दावे किए गए। वहीं एसडीएम ठियोग ने एक्सियन को इसकी जांच एक सप्ताह के भीतर करने के आदेश दिए है। दिलचस्प बात यह है कि यह पानी बाइक, ऑल्टो कार, के-10, होंडा सिटी कार और हॉर्टीकल्चर डायरेक्टर की बोलेरो इत्यादि गाड़ियों में ढोया गया है। राकेश सिंघा ने आरटीआई की सूचना का हवाला देते हुए कहा कि ठियोग में जल शक्ति विभाग ने इस साल गर्मी के दौरान लोगों को पानी पिलाया है और जब इसकी पेमेंट ठेकेदार को की गई तो उसमें बढ़ा गबन लग रहा है। उन्होंने मुख्य सचिव से इसकी जांच और उचित कार्रवाई की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने सचिवालय के घेराव की की चेतावनी दी है। ठेकेदार ने बिल के लिए बाइक, होंडा सिटी, ऑल्टो कार के नाम दिए: सिंघा सिंघा ने कहा कि जल शक्ति विभाग ने बाइक पर भी लोगों को पानी पिलाया है। बिल लेने के लिए जब ठेकेदार ने बिल प्रोड्यूस किए तो बाइक, ऑल्टो कार, K-10, होंडा सिटी कार और हॉर्टीकल्चर डायरेक्टर की बोलेरो जैसी गाड़ियों के नंबर दिए गए है। उन्होंने कहा कि एक दिन में ही एक गाड़ी को 500 से 1000 किलोमीटर रनिंग दर्शाई गई है जो कि पहाड़ों में संभव ही नहीं है। हर साल 10 से 12 लाख आता है खर्च: सिंघा सिंघा ने कहा कि हर साल ठियोग में पानी की सप्लाई के लिए 10-12 लाख रुपए खर्च होते थे, लेकिन 2024 में यह आंकड़ा अचानक एक करोड़ के पार पहुंच गया। उन्होंने कहा कि कई ऐसे वाहन नंबर भी दिखाए गए, जो अस्तित्व में ही नहीं हैं। यहां तक कि कुछ इलाकों में, जहां सड़कें तक नहीं हैं, वहां भी वाहनों से पानी की सप्लाई दिखाई गई है। 1 महीने के भीतर ठेकेदार को कर दिया पेमेंट का भुगतान राकेश सिंघा कहा कि ठेकेदार पेमेंट के लिए तरस रहे है। मगर पानी की सप्लाई के पैसे का भुगतान एक महीने के भीतर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने भी बिना जांच के बिल का भुगतान कर दिया है। उन्होंने कहा, ठियोग क्षेत्र में पानी की हर साल भारी किल्लत रहती है, लेकिन घोटाले के चलते लोगों को राहत नहीं मिल पाई। उन्होंने घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की जाएं और इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए। जनता रह गई प्यासी और विभाग ने कागजों में दिया पानी: संदीप माकपा नेता संदीप वर्मा ने बताया कि पूरा ठियोग गर्मियों में प्यासा रह गया और विभाग ने 1.13 करोड़ रुपए का पानी कागजों में दिखा दिया। इससे क्षेत्र की जनता में रोष व्याप्त है। उन्होंने इसकी जांच की मांग की है। SDM बोले- एक्सियन को जांच के निर्देश दिए इधर, इस बाबत जब ठियोग के एसडीएम मुकेश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एक्सियन को इसकी जांच के आदेश दे दिए गए है। SDM ने दावा किया कि एक्सियन ठियोग इसमें इन्वॉल्व नहीं है। जांच रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। ईएनसी बोले- मामला ध्यान में नहीं वहीं जल शक्ति विभाग की प्रमुख अभियंता (ईएनसी) अंजू शर्मा ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो इसकी जांच करवाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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