हरियाणा के करनाल में रेलवे रोड के तलवार चौक पर एक हरियाणा रोडवेज बस ने बुजुर्ग महिला को कुचल दिया। महिला की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद रोडवेज बस मौके से फरार हो गई। हादसा होता देख आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए और सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया है। फिलहाल महिला की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, महिला कैथल की तरफ से हरियाणा रोडवेज की बस में सवार होकर कही जा रही थी और उसने तलवार चौक पर बस चालक को बस रोकने का इशारा किया, जैसे ही महिला नीचे उतरने लगी तो ड्राइवर ने बस को चला दिया और महिला का बैलेंस बिगड़ गया। जिससे वह बस के पिछले टायर के नीचे आ गई। महिला बुरी तरह से घायल हो गई और उसने सड़क पर ही तड़पकर अपनी जान दे दी। चालक बस लेकर मौके से फरार हादसे के समय मौके पर मौजूद बिट्टू ने बताया कि यह सारा वाक्य मेरे सामने हुआ था मैं दुकान के बाहर बैठा हुआ था। जैसे ही महिला बस के पिछले टायर के नीचे आई हमने ड्राइवर को आवाज लगाई। लेकिन उसने बस नहीं रोकी और महिला को कुचलते हुए बस को लेकर वहां से फरार हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया घटना की सूचना के बाद पुलिस व एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। महिला कहां की है अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। शव को मोर्चरी हाउस करनाल में भेज दिया गया है। सिटी थाना पुलिस मामले की जांच की जा रही है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जाएगा, ताकि घटना के बारे में कुछ जानकारी मिल सके। हरियाणा के करनाल में रेलवे रोड के तलवार चौक पर एक हरियाणा रोडवेज बस ने बुजुर्ग महिला को कुचल दिया। महिला की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद रोडवेज बस मौके से फरार हो गई। हादसा होता देख आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए और सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया है। फिलहाल महिला की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, महिला कैथल की तरफ से हरियाणा रोडवेज की बस में सवार होकर कही जा रही थी और उसने तलवार चौक पर बस चालक को बस रोकने का इशारा किया, जैसे ही महिला नीचे उतरने लगी तो ड्राइवर ने बस को चला दिया और महिला का बैलेंस बिगड़ गया। जिससे वह बस के पिछले टायर के नीचे आ गई। महिला बुरी तरह से घायल हो गई और उसने सड़क पर ही तड़पकर अपनी जान दे दी। चालक बस लेकर मौके से फरार हादसे के समय मौके पर मौजूद बिट्टू ने बताया कि यह सारा वाक्य मेरे सामने हुआ था मैं दुकान के बाहर बैठा हुआ था। जैसे ही महिला बस के पिछले टायर के नीचे आई हमने ड्राइवर को आवाज लगाई। लेकिन उसने बस नहीं रोकी और महिला को कुचलते हुए बस को लेकर वहां से फरार हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया घटना की सूचना के बाद पुलिस व एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। महिला कहां की है अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। शव को मोर्चरी हाउस करनाल में भेज दिया गया है। सिटी थाना पुलिस मामले की जांच की जा रही है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जाएगा, ताकि घटना के बारे में कुछ जानकारी मिल सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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तस्वीरों में ओपी चौटाला की अंतिम विदाई:पार्थिव देह को दोनों बेटों-पोतों ने कंधा लगाया; पूर्व सांसद ने सैल्यूट से श्रद्धांजलि दी
तस्वीरों में ओपी चौटाला की अंतिम विदाई:पार्थिव देह को दोनों बेटों-पोतों ने कंधा लगाया; पूर्व सांसद ने सैल्यूट से श्रद्धांजलि दी हरियाणा के पूर्व CM ओम प्रकाश चौटाला को अंतिम विदाई दी जा रही है। सिरसा के गांव तेजा खेड़ा स्थित फार्म हाउस में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इससे पहले इसी फार्म हाउस में समर्थकों की भीड़ उनके अंतिम दर्शन के लिए कतार में खड़ी है। इनके अलावा कई बड़े सियासी नेता भी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंच चुके हैं। इनमें कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, निर्दलीय राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, पूर्व सांसद डीपी वत्स और पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल भी शामिल हैं। वहीं इस दौरान राजनीतिक तौर पर अलग हो चुका चौटाला परिवार भी एक साथ दिखा। दोनों बेटों के साथ पोतों ने पार्थिव देह को कंधा दिया। ओपी चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला और छोटे बेटे अभय चौटाला के साथ उनके भाई पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला एक साथ श्रद्धांजलि देने वालों का आभार जता रहे हैं। उनके पोते दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला जहां अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे बड़े नेताओं के साथ बैठे हैं। वहीं विधायक अर्जुन चौटाला आम लोगों के बीच बैठकर दुख बंटा रहे हैं। पूर्व राज्यसभा सांसद डीपी वत्स ने सैल्यूट कर ओपी चौटाला को श्रद्धांजलि दी। ओपी चौटाला की अंतिम विदाई से जुड़े PHOTOS… 1. पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए ले जाने की तैयारी 2. तिरंगे में लपेटी गई पार्थिव देह 3. हरी तुर्रा पगड़ी, चश्मा पहनाया गया 4. श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी तुर्रा पगड़ी पहने फोटो लगाई 5. श्रद्धांजलि देने वालों में पहले मंत्री अरविंद शर्मा 6. सांसद सैलजा-सुरजेवाला ने एक साथ आकर श्रद्धांजलि दी 7. राजनीतिक मतभेद दूर कर साथ दिखे भाई और चाचा 8. चौटाला परिवार की महिलाएं भी गम में साथ 9. पूर्व सांसद की सेल्यूट से श्रद्धांजलि 10. दस हजार से ज्यादा लोग पहुंचे… ———————- ओपी चौटाला से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… 5 बार CM रहे ओपी चौटाला को अंतिम विदाई हरियाणा के 5 बार मुख्यमंत्री रहे ओपी चौटाला के अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसके लिए सिरसा के तेजा खेड़ा गांव स्थित फार्म हाउस में समाधि स्थल तैयार किया जा रहा है। समाधि स्थल के लिए कोलकाता से 12 क्विंटल फूल मंगाए गए हैं। इनमें 8 क्विंटल गेंदा और 2-2 क्विंटल गुलाब-गुलदाउदी हैं। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा में समय से पहले हो सकते हैं विधानसभा चुनाव:25 अगस्त के बाद घोषणा संभव; सैनी सरकार अलर्ट, अधिकारी देर रात तक कामों में जुटे
हरियाणा में समय से पहले हो सकते हैं विधानसभा चुनाव:25 अगस्त के बाद घोषणा संभव; सैनी सरकार अलर्ट, अधिकारी देर रात तक कामों में जुटे हरियाणा में विधानसभा चुनाव तय समय से पहले हो सकते हैं। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) 25 अगस्त के बाद इसकी घोषणा करेगा। इस साल 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और झारखंड शामिल हैं। ECI के सूत्रों का कहना है कि जम्मू कश्मीर के कारण चुनाव की डेट में बदलाव किया गया है। 2019 में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 21 सितंबर को नोटिफिकेशन जारी किया था। इस सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को खत्म होगा। समय से पहले विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा सरकार भी अलर्ट हो गई है। सीएम नायब सैनी ने मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) और टॉप ब्यूरोक्रेसी को अलर्ट कर दिया है। यही वजह है कि CMO के ऑफिसर्स देर रात तक काम कर रहे हैं। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल पहले ही बता चुके हैं कि विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय चुनाव आयोग की टीम 12-13 अगस्त को हरियाणा दौरे पर आ रही है। स्थानीय स्तर पर सभी 22 जिलों मे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के इंजीनियरों द्वारा EVM चेकिंग का काम किया जा रहा है। इस बार विधानसभा चुनाव के लिए 817 पोलिंग बूथ नए बनाए गए हैं, जिसके बाद पोलिंग बूथों की संख्या बढ़कर 20,629 हो गई है। समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने की ये 3 बड़ी वजहें… 1. जम्मू-कश्मीर जम्मू-कश्मीर में 2018 से सरकार नहीं है। यहां राष्ट्रपति शासन लागू है। यहां अब विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां सितंबर 2024 में विधानसभा चुनाव संभावित हैं, जबकि हरियाणा सहित 3 अन्य राज्यों में अक्टूबर 2024 में विधानसभा प्रस्तावित है। जम्मू-कश्मीर की सीमाएं पाकिस्तान से लगती है। आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां पिछले कुछ दिनों से आतंकी घटनाएं बढ़ गई हैं, ऐसे में केंद्र सरकार विधानसभा चुनाव कराकर इतिश्री करना चाहती है। यही वजह है कि दूसरे राज्यों के विधानसभा चुनाव समय से पहले कराने पड़ रहे हैं। 2. विपक्ष को ज्यादा टाइम देने के मूड में नहीं केंद्र राजनीतिक जानकारों का कहना है लोकसभा चुनाव के बाद BJP के लिए इन चारों राज्यों के विधानसभा चुनाव बड़े महत्वपूर्ण होने वाले हैं। इन राज्यों के चुनाव का सीधा असर केंद्र की सरकार पर पड़ेगा। चूंकि अभी भाजपा ने केंद्र में नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी के सहयोग से बनी है। यदि इन राज्यों में भाजपा को अच्छे परिणाम नहीं मिले तो जाहिर है कि इसका सीधा सरकार गठबंधन के सहयोगियों पर भी पड़ेगा। जल्द चुनाव होने से विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस को अपनी तैयारियों को लेकर टाइम नहीं मिल पाएगा। 3. हरियाणा में भी BJP चाहती है जल्दी चुनाव केंद्र के साथ हरियाणा BJP भी यह चाहती है कि यहां समय से पहले ही विधानसभा चुनाव हों। इसका इनपुट हरियाणा की टॉप लीडरशिप केंद्र को दे चुकी है। यदि यहां समय से पहले चुनाव होते हैं तो हरियाणा सरकार विधानसभा में मानसून सेशन एक दिन का कर सकती है। संविधान विशेषज्ञ राम नारायण यादव ने बताया आर्टिकल 174 के कारण सरकार को 6 महीने के भीतर विधानसभा सत्र बुलाना जरूरी है। चाहे वह एक दिन ही सत्र क्यों न हो। हरियाणा में BJP-JJP गठबंधन की सरकार थी, इसी साल अलग हुए दोनों हरियाणा में 2019 में पिछले विधानसभा चुनाव हुए थे, जिसमें भाजपा को 41 और जजपा को 10 सीट मिली थीं। 6 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक के साथ भाजपा ने सरकार बनाई थी। मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि वह 5 साल कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। इसी साल 12 मार्च को जजपा और भाजपा का गठबंधन टूट गया। मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दावा किया कि उनके पास 48 विधायकों का समर्थन है। मीटिंग में भाजपा के 41 और 7 निर्दलीय विधायक शामिल हुए थे, यानी 48। विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 46 विधायकों का सपोर्ट चाहिए था। लोकसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस को 5-5 सीट मिलीं लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने 5 सीटें जीतीं। वहीं भाजपा को भी 5 सीटों पर जीत मिली। 2019 में भाजपा ने यहां 10 में से 10 सीटें जीती थीं। कांग्रेस को यहां एक भी सीट नहीं मिल पाई थी। उनके दिग्गज नेता तक चुनाव हार गए थे। हरियाणा विधानसभा में बदल चुकी स्थिति लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा के नंबरों में बदलाव हो चुका है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अब 87 विधायक ही बचे हैं। सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के अंबाला लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह स्थिति बनी है। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। अब भाजपा, कांग्रेस के पास विधायकों की क्या है संख्या मौजूदा स्थिति की बात करें तो भाजपा के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा विधायक गोपाल कांडा और एक निर्दलीय नयनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में भाजपा से एक ज्यादा यानी 44 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के 29 (किरण चौधरी अभी कांग्रेस विधायक हैं, स्पीकर ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।), जजपा के 10, निर्दलीय 4 और एक इनेलो विधायक हैं।
भाजपा सदस्यता कार्यक्रम में फतेहाबाद पहुंचे मोहन लाल बड़ौली:प्रदेशाध्यक्ष के सामने देवेंद्र बबली ने निकाली भड़ास, मंच पर ही थे सांसद सुभाष बराला
भाजपा सदस्यता कार्यक्रम में फतेहाबाद पहुंचे मोहन लाल बड़ौली:प्रदेशाध्यक्ष के सामने देवेंद्र बबली ने निकाली भड़ास, मंच पर ही थे सांसद सुभाष बराला फतेहाबाद भाजपा कार्यालय में सदस्यता अभियान व चुनावी समीक्षा को लेकर मीटिंग लेने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली पहुंचे। उनके समक्ष पूर्व पंचायत मंत्री व फतेहाबाद के टोहाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली ने जमकर अपना दुखड़ा रोया। उन्होंने टोहाना में उनकी खिलाफत करने वालों को भरे मंच से आड़े हाथों लिया और खूब खरी खोटी सुनाई। उनके राजनीतिक धुर विरोधी माने जाने वाले राज्यसभा सांसद सुभाष बराला भी मंच पर ही उनके साथ मौजूद रहे। कहीं न कहीं बबली का गुस्सा व इशारा उनकी ही तरफ माना जा रहा है। बोले- हमने पूर्वजों से सिखी मर्यादा
देवेंद्र बबली ने माइक संभालते ही कहना शुरू किया कि स्टेज संचालक मर्यादा की बात कह रहे हैं। मर्यादा हमारे खून में है। मर्यादा लोगों को सिखाई जाती है, लेकिन यह हमारे पूर्वजों से हमने सीखी है। कुछ लोग दोहरा जीवन चरित्र जीते हैं, लेकिन यह मुझे पसंद नहीं है। कुछ लोगों की यह जीवनशैली हो सकती है, पर मेरी नहीं। राजनीति में बहुत से लोगों को बहुत कुछ फायदा मिलता है। बबली ने प्रदेशाध्यक्ष की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आपने सही कहा है कि आपने (पार्टी ने) चिंगारी को सूरज बनाने का काम किया। लेकिन जब सूरज की तपिश ही आपको जलाना शुरू कर दे तो फिर उसका इंतजाम पार्टी को करना चाहिए। हम आस्था के साथ करना चाहते हैं काम- देवेंद्र बबली
बबली ने कहा कि आज हम भावना और आस्था के साथ पार्टी में काम करना चाहते हैं। मेरे साथ बहुत से लोग टोहाना से आज आए हैं, ये इन्हें राजनीति कम और समाजसेवा ज्यादा आती है। पार्टी के नेता जिंदाबाद हैं तो बबली जिंदाबाद है। बबली ने कहा कि पार्टी स्तर पर अपनी बात रखनी जरूरी है। क्योंकि सिर्फ इसी पार्टी में लोकतंत्र है, यह पार्टी किसी की बपौती नहीं है। जब आप इसके मेंबर बन गए तो आप भी उतने ही हकदार हैं, कुछ लोग कहते हैं कि वे पार्टी में पुराने हैं। पार्टी नेताओं पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि वे देश प्रदेश और पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं और पार्टी भी उन्हें आगे बढ़ाना चाहती है। उन्होंने चुनाव के बाद सारे सबूत मुख्यमंत्री, पार्टी प्रदेशाध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष को सूची सहित भेज दिए हैं। प्रदेश अध्यक्ष जी आप उन पर एक्शन लीजिए। ये वही लोग हैं, जो मलाई चाटू हैं, जिन्हें पार्टी से सरोकार नहीं है। वे कुछ आला नेताओं को बुके देकर आते हैं, नेताओं को भी उनको कहना चाहिए कि वे पार्टी के लिए काम करें, बबली पार्टी का कैंडीडेट था, यहां आज बबली नहीं आया बल्कि कमल का फूल आया है। देवेंद्र बबली ने रखी अपने मन की बात
बबली ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि वे स्टेज शेयर नहीं करेंगे, जिस दिन करनी पड़ी, उस दिन फांसी खाने जैसा हो जाएगा। भाई मैं कहना चाहूंगा कि ना तो बबली शरीर से और न ही दिमाग से कमजोर है। आप इज्जत दोगे तो हम नतमस्तक होकर अपनी गर्दन आपके चरणों में रख देंगे। मुझे तो सिर्फ भगवान से डर लगता है, किसी इंसान से नहीं। बबली ने फिर कहा कि अध्यक्ष जी आपसे अनुरोध है कि आप उन लोगों पर एक्शन लो। मेरे मन में जो बात थी, वो मैंने रख दी, यह मेरा अधिकार था, लेकिन आपको कहीं भी लगे कि मेरी गलती है तो जो आदेश दोगे, पालन करूंगा।