हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) ने अपने होटलों में 40 प्रतिशत तक डिस्काउंट का ऐलान किया है। निगम द्वारा रविवार शाम जारी आदेशानुसार, यह डिस्काउंट 3 जनवरी से 15 अप्रैल तक पूरे विंटर सीजन में मिलता रहेगा। देशभर के टूरिस्ट इसका फायदा उठा सकेंगे। प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में इन दिनों बर्फ गिरी हुई है और आने वाले दिनों में बर्फबारी की उम्मीद की जा रही है। इसे देखने के लिए देशभर से टूरिस्ट पहाड़ों का रुख करता है। ऐसे में पर्यटक निगम के होटलों में छूट का फायदा उठा सकते है। 5000 का कमरा, 3000 में 40 प्रतिशत तक डिस्काउंट के बाद 5000 रुपए का कमरा अब 3000 रुपए, 30 प्रतिशत डिस्काउंट के बाद 3500 रुपए में मिलेगा। इसी तरह 30 प्रतिशत डिस्काउंट के बाद 2000 रुपए का कमरा 1600 और 40 प्रतिशत डिस्काउंट के बाद 2000 रुपए का कमरा 1200 रुपए में मिलेगा। 20 से 40% डिस्काउंट 2 जनवरी तक प्रदेश के ज्यादातर लोकेशन पर निगम के होटल पूरी तरह पैक चल रहे थे। इस वजह से ज्यादातर होटलों में छूट नहीं थी। मगर अब टूरिस्ट की संख्या में कमी के बाद निगम ने डिस्काउंट का ऐलान किया है। निगम ने 20 से 40 प्रतिशत तक डिस्काउंट का फैसला लिया है। प्रदेश में निगम के 56 होटल प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में पर्यटन निगम के 56 से ज्यादा होटल है। इनमें से केवल 6 होटल में ही डिस्काउंट नहीं मिलेगा। इसी तरह रिवालसर में छैइयू फेस्टिवल के दौरान 6 मार्च से 10 मार्च तक टूरिस्ट इन रिवालसर होटल में भी डिस्काउंट नहीं मिलेगा। प्राइवेट होटेलियर भी छूट दे रहे पीक विंटर सीजन खत्म होने के बाद अब प्राइवेट होटेलियर भी डिस्काउंट दे रहे है। यह कई जगह 35 से 40 प्रतिशत तक है। यहां देखे किस होटल में किसनी छूट…. हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) ने अपने होटलों में 40 प्रतिशत तक डिस्काउंट का ऐलान किया है। निगम द्वारा रविवार शाम जारी आदेशानुसार, यह डिस्काउंट 3 जनवरी से 15 अप्रैल तक पूरे विंटर सीजन में मिलता रहेगा। देशभर के टूरिस्ट इसका फायदा उठा सकेंगे। प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में इन दिनों बर्फ गिरी हुई है और आने वाले दिनों में बर्फबारी की उम्मीद की जा रही है। इसे देखने के लिए देशभर से टूरिस्ट पहाड़ों का रुख करता है। ऐसे में पर्यटक निगम के होटलों में छूट का फायदा उठा सकते है। 5000 का कमरा, 3000 में 40 प्रतिशत तक डिस्काउंट के बाद 5000 रुपए का कमरा अब 3000 रुपए, 30 प्रतिशत डिस्काउंट के बाद 3500 रुपए में मिलेगा। इसी तरह 30 प्रतिशत डिस्काउंट के बाद 2000 रुपए का कमरा 1600 और 40 प्रतिशत डिस्काउंट के बाद 2000 रुपए का कमरा 1200 रुपए में मिलेगा। 20 से 40% डिस्काउंट 2 जनवरी तक प्रदेश के ज्यादातर लोकेशन पर निगम के होटल पूरी तरह पैक चल रहे थे। इस वजह से ज्यादातर होटलों में छूट नहीं थी। मगर अब टूरिस्ट की संख्या में कमी के बाद निगम ने डिस्काउंट का ऐलान किया है। निगम ने 20 से 40 प्रतिशत तक डिस्काउंट का फैसला लिया है। प्रदेश में निगम के 56 होटल प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में पर्यटन निगम के 56 से ज्यादा होटल है। इनमें से केवल 6 होटल में ही डिस्काउंट नहीं मिलेगा। इसी तरह रिवालसर में छैइयू फेस्टिवल के दौरान 6 मार्च से 10 मार्च तक टूरिस्ट इन रिवालसर होटल में भी डिस्काउंट नहीं मिलेगा। प्राइवेट होटेलियर भी छूट दे रहे पीक विंटर सीजन खत्म होने के बाद अब प्राइवेट होटेलियर भी डिस्काउंट दे रहे है। यह कई जगह 35 से 40 प्रतिशत तक है। यहां देखे किस होटल में किसनी छूट…. हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस राजीव शकधर होंगे:सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने की सिफारिश; न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव झारखंड के मुख्य न्यायाधीश बने दिल्ली हाईकोर्ट से वरिष्ठ जज जस्टिस राजीव शकधर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस होंगे। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने राजीव शकधर को हिमाचल का मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की है। वह, न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव की जगह लेंगे। जस्टिस रामचंद्र राव को हिमाचल से झारखंड हाईकोर्ट ट्रांसफर किया गया है। मई 2023 में हिमाचल के चीफ जस्टिस बने एमएस रामचंद्र राव अब झारखंड हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बनाए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हिमाचल सहित 7 हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए जाने की सिफारिश की है। 2008 में अतिरिक्त न्यायाधीश बने राजीव शकधर को 11 अप्रैल, 2008 को दिल्ली हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया था। 17 अक्टूबर, 2011 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में उनकी पुष्टि की गई। उन्हें 2016 में मद्रास हाईकोर्ट में ट्रांसफर किया गया, जहां उन्होंने 11 अप्रैल, 2016 से सेवा की, उसके बाद 15 जनवरी, 2018 को उन्हें वापस अपने दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित किया गया। अब जानते हैं कौन है जस्टिस शकधर… जस्टिस राजीव शकधर ने बीकॉम (ऑनर्स), सीए, एलएलबी की पढ़ाई कर रखी है। उन्होंने दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल से शिक्षा पूरी की। 1984 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बी-कॉम (ऑनर्स) में स्नातक किया। 1987 में दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। 19 नवंबर, 1987 को वकील के रूप में नामित हुए। 1987 में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से चार्टर्ड अकाउंटेंसी पूरी की। अप्रत्यक्ष करों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा और सेवा कानून के विशेषज्ञ 29 जनवरी, 1988 को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के एसोसिएट सदस्य के रूप में भर्ती हुए। 1994 में यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस लीगल स्टडीज से लॉ का एडवांस कोर्स किया। उन्होंने वकील के तौर पर सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट और देश के अन्य हाईकोर्ट में प्रेक्टिस की। वह अप्रत्यक्ष करों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा और सेवा कानून जैसे संबद्ध विषयों के विशेषज्ञ हैं। अब वह हिमाचल हाईकोर्ट में सेवाएं देंगे।
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