कांगड़ा में 56 ऑफलाइन टेंडर करने पर बवाल:ठेकेदार बोले-चहेतों को दिए जा रहे काम; एक्सईएन ने कहा- इन्हें रद्द करना संभव नहीं

कांगड़ा में 56 ऑफलाइन टेंडर करने पर बवाल:ठेकेदार बोले-चहेतों को दिए जा रहे काम; एक्सईएन ने कहा- इन्हें रद्द करना संभव नहीं

हिमाचल प्रदेश के ज्वालाजी में लोक निर्माण विभाग (PWD) की टेंडर प्रक्रिया पर बवाल मच गया है। जय मां ज्वाला ठेकेदार यूनियन ने विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की स्पष्ट अधिसूचना के बावजूद यहां 1 से 5 लाख तक के टेंडर ऑफलाइन प्रक्रिया के माध्यम से चहेते ठेकेदारों को दिए जा रहे हैं। यूनियन ने आरोप लगाया कि ऐसा करके अधिकारी सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सरकार ने कुछ समय पहले एक अधिसूचना जारी की थी, जिसमें स्पष्ट कहा गया कि PWD के सभी टेंडर ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से जारी किए जाएंगे। बावजूद इसके ज्वालाजी में अधिकारियों ने 56 टेंडर ऑफलाइन दिए हैं। 23 दिसंबर 2024 की सरकार की नोटिफिकेशन के बाद भी टैंडर ऑफलाइन दिए जा रहे हैं। इस नोटिफिकेशन के बाद 26 दिसंबर और 28 दिसंबर को 28-28 टेंडर जारी किए गए। यूनियन का कहना है कि अन्य स्थानों पर नोटिफिकेशन के बाद सभी टेंडर प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। इससे पहले जो टेंडर जारी किए गए थे, उन्हें निरस्त कर दिया गया और ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत दिए जा रहे है। मगर ज्वालाजी में विभाग की अधिसूचना को ठेंगा दिखाया जा रहा है। मंत्री और अधिकारियों से की जा चुकी शिकायत: ठेकेदार जय मां ज्वाला ठेकेदार यूनियन के पदाधिकारी इसकी शिकायत PWD मंत्री, विभागीय सचिव, प्रमुख अभिंयता, चीफ इंजीनियर धर्मशाला और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को कर चुके है। फिर भी विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। एक्सईएन बोले- पहले पब्लिश किए गए टेंडर वहीं PWD के एक्सईएन मनीष सहगल ने बताया कि जो भी टेंडर जारी किए गए हैं, वे पहले से पब्लिश हो चुके थे। इस कारण इन्हें रद्द करना संभव नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि 22 दिसंबर के बाद कोई भी टेंडर ऑफलाइन नहीं लगाया गया है। हिमाचल प्रदेश के ज्वालाजी में लोक निर्माण विभाग (PWD) की टेंडर प्रक्रिया पर बवाल मच गया है। जय मां ज्वाला ठेकेदार यूनियन ने विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की स्पष्ट अधिसूचना के बावजूद यहां 1 से 5 लाख तक के टेंडर ऑफलाइन प्रक्रिया के माध्यम से चहेते ठेकेदारों को दिए जा रहे हैं। यूनियन ने आरोप लगाया कि ऐसा करके अधिकारी सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सरकार ने कुछ समय पहले एक अधिसूचना जारी की थी, जिसमें स्पष्ट कहा गया कि PWD के सभी टेंडर ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से जारी किए जाएंगे। बावजूद इसके ज्वालाजी में अधिकारियों ने 56 टेंडर ऑफलाइन दिए हैं। 23 दिसंबर 2024 की सरकार की नोटिफिकेशन के बाद भी टैंडर ऑफलाइन दिए जा रहे हैं। इस नोटिफिकेशन के बाद 26 दिसंबर और 28 दिसंबर को 28-28 टेंडर जारी किए गए। यूनियन का कहना है कि अन्य स्थानों पर नोटिफिकेशन के बाद सभी टेंडर प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। इससे पहले जो टेंडर जारी किए गए थे, उन्हें निरस्त कर दिया गया और ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत दिए जा रहे है। मगर ज्वालाजी में विभाग की अधिसूचना को ठेंगा दिखाया जा रहा है। मंत्री और अधिकारियों से की जा चुकी शिकायत: ठेकेदार जय मां ज्वाला ठेकेदार यूनियन के पदाधिकारी इसकी शिकायत PWD मंत्री, विभागीय सचिव, प्रमुख अभिंयता, चीफ इंजीनियर धर्मशाला और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को कर चुके है। फिर भी विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। एक्सईएन बोले- पहले पब्लिश किए गए टेंडर वहीं PWD के एक्सईएन मनीष सहगल ने बताया कि जो भी टेंडर जारी किए गए हैं, वे पहले से पब्लिश हो चुके थे। इस कारण इन्हें रद्द करना संभव नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि 22 दिसंबर के बाद कोई भी टेंडर ऑफलाइन नहीं लगाया गया है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर