हरियाणा में करनाल के गांव नरूखेड़ी के संदीप नरवाल का अपहरण करने वाले तीनों बदमाशों की ट्रेक रिकॉर्ड भी सामने आया है। तीनों ही बदमाश क्रिमिनल बैकग्राउंड के है। हरियाणा पुलिस में हवलदार आरोपी नरेंद्र की भाभी ने उसके दहेज प्रताड़ना के आरोप लगाए हुए है और मामला भी दर्ज करवाया हुआ। वहीं आरोपी सुरेंद्र लूट और डकैती के केसों में पीओ घोषित है। अक्षय लड़ाई झगड़ों के मामलों में लिप्त है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर लिया हुआ है, लेकिन पहले दिन के रिमांड में ऐसा कुछ सामने नहीं आया है कि इन बदमाशों का संबंध किसी बड़े गैंग से हो। अब पुलिस बरामद हुए हथियारों का सोर्स जाने के लिए पूछताछ में जुटी है। आरोपियों को कल तीन दिन के रिमांड के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। कार में अपहरण और फिरौती की मांग गौरतलब है कि शनिवार को गांव नरूखेड़ी में दिनदहाड़े तीन बदमाशों ने बस चालक संदीप नरवाल को कार में खींचकर अगवा कर लिया। संदीप इस समय अवकाश पर था। बदमाशों ने अपहरण के बाद संदीप के मोबाइल से उसके पिता को वीडियो कॉल कर दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। बातचीत में बाद में रकम घटाकर 80 लाख रुपए कर दी गई। करनाल पुलिस को सूचना मिलते ही बदमाशों का पीछा शुरू किया गया। नौ घंटे के अंदर गोहाना के पास बिचपड़ी गांव में बदमाशों की कार पलट गई, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और अगले दिन कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया था। सुरेंद्र लूट का आरोपी, हवलदार पर दहेज प्रताड़ना का केस सीआईए-2 के इंचार्ज इंस्पेक्टर प्रवीण शर्मा के मुताबिक, मुख्य आरोपी सुरेंद्र सोनीपत के हलालपुर गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ लूट, डकैती और आर्म्स एक्ट के छह मुकदमे दर्ज हैं। वह लूट के मामले में भगोड़ा था। दूसरा आरोपी अक्षय पर लड़ाई-झगड़े का मामला दर्ज है। तीसरा आरोपी नरेंद्र हरियाणा पुलिस का हवलदार है, जिस पर उसकी भाभी ने दहेज प्रताड़ना का मुकदमा किया हुआ है। कार अक्षय की थी, जिसका उपयोग वारदात में किया गया। किसी बड़े गैंग से नहीं जुड़े हैं आरोपी शुरूआती जांच में बदमाशों के किसी बड़े गैंग से जुड़े होने के सबूत नहीं मिले हैं। अपहरण के पीछे फिरौती वसूलने की साजिश का ही मकसद था। फिलहाल पुलिस उनसे हथियार सप्लाई और अन्य संदिग्ध संबंधों को लेकर पूछताछ कर रही है। हरियाणा में करनाल के गांव नरूखेड़ी के संदीप नरवाल का अपहरण करने वाले तीनों बदमाशों की ट्रेक रिकॉर्ड भी सामने आया है। तीनों ही बदमाश क्रिमिनल बैकग्राउंड के है। हरियाणा पुलिस में हवलदार आरोपी नरेंद्र की भाभी ने उसके दहेज प्रताड़ना के आरोप लगाए हुए है और मामला भी दर्ज करवाया हुआ। वहीं आरोपी सुरेंद्र लूट और डकैती के केसों में पीओ घोषित है। अक्षय लड़ाई झगड़ों के मामलों में लिप्त है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर लिया हुआ है, लेकिन पहले दिन के रिमांड में ऐसा कुछ सामने नहीं आया है कि इन बदमाशों का संबंध किसी बड़े गैंग से हो। अब पुलिस बरामद हुए हथियारों का सोर्स जाने के लिए पूछताछ में जुटी है। आरोपियों को कल तीन दिन के रिमांड के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। कार में अपहरण और फिरौती की मांग गौरतलब है कि शनिवार को गांव नरूखेड़ी में दिनदहाड़े तीन बदमाशों ने बस चालक संदीप नरवाल को कार में खींचकर अगवा कर लिया। संदीप इस समय अवकाश पर था। बदमाशों ने अपहरण के बाद संदीप के मोबाइल से उसके पिता को वीडियो कॉल कर दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। बातचीत में बाद में रकम घटाकर 80 लाख रुपए कर दी गई। करनाल पुलिस को सूचना मिलते ही बदमाशों का पीछा शुरू किया गया। नौ घंटे के अंदर गोहाना के पास बिचपड़ी गांव में बदमाशों की कार पलट गई, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और अगले दिन कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया था। सुरेंद्र लूट का आरोपी, हवलदार पर दहेज प्रताड़ना का केस सीआईए-2 के इंचार्ज इंस्पेक्टर प्रवीण शर्मा के मुताबिक, मुख्य आरोपी सुरेंद्र सोनीपत के हलालपुर गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ लूट, डकैती और आर्म्स एक्ट के छह मुकदमे दर्ज हैं। वह लूट के मामले में भगोड़ा था। दूसरा आरोपी अक्षय पर लड़ाई-झगड़े का मामला दर्ज है। तीसरा आरोपी नरेंद्र हरियाणा पुलिस का हवलदार है, जिस पर उसकी भाभी ने दहेज प्रताड़ना का मुकदमा किया हुआ है। कार अक्षय की थी, जिसका उपयोग वारदात में किया गया। किसी बड़े गैंग से नहीं जुड़े हैं आरोपी शुरूआती जांच में बदमाशों के किसी बड़े गैंग से जुड़े होने के सबूत नहीं मिले हैं। अपहरण के पीछे फिरौती वसूलने की साजिश का ही मकसद था। फिलहाल पुलिस उनसे हथियार सप्लाई और अन्य संदिग्ध संबंधों को लेकर पूछताछ कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
महेंद्रगढ़ के रिटायर्ड फौजी की पत्नी-बेटी समेत हत्या:दिल्ली के मकान में मिले तीनों के शव, मॉर्निंग वॉक पर गया था बेटा
महेंद्रगढ़ के रिटायर्ड फौजी की पत्नी-बेटी समेत हत्या:दिल्ली के मकान में मिले तीनों के शव, मॉर्निंग वॉक पर गया था बेटा हरियाणा के महेंद्रगढ़ के गांव खेड़ी के रिटायर्ड फौजी, उसकी पत्नी व बेटी की दिल्ली में निर्मल हत्या, बेटा घर पर मौजूद नहीं था। वह उस वक्त मॉर्निंग वॉक पर गया हुआ था। जैसे ही वह लौटा अपने माता-पिता और बहन को मृत अवस्था में देख उसके होश उड़ गए। दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची शवों को कब्जे में लेकर कार्रवाई में जुटी। दिल्ली के देवली गांव में रहता था परिवार महेंद्रगढ़ के कनीना उप मंडल के गांव खेड़ी निवासी राजेश 2005 में भारतीय सेवा से रिटायर्ड हुआ था, जो अब फिलहाल दिल्ली साउथ के नेब सराय के देवली गांव में रहता था। बुधवार सुबह फौजी राजेश, पत्नी कोमल और बेटी कविता की दिल्ली में निर्मम हत्या हो गई। खेड़ी गांव सरपंच पंकज ने जानकारी देते हुए बताया कि सेवानिवृत्ति फौजी राजेश व राकेश दोनों भाई फौज से रिटायर्ड है। राकेश पटौदी में रहते हैं और राजेश वर्तमान में दिल्ली के देवली गांव में रहता था। मां के पास आते रहते थे दोनों भाई सरपंच ने बताया कि राजेश 19 नवंबर को गांव खेड़ी में आया था, उसी दिन एक लगन प्रोग्राम था। वहीं 23 नवंबर को गांव में एक लड़की की शादी शामिल था। राजेश हमारे साथ ही रहा। राजेश फौजी की मां आजाद देवी गांव में ही रहती है। उसके पिता रणजीत सिंह की काफी साल पहले मौत हो चुकी है। दोनों भाई अपनी मां के पास गांव में आते-जाते रहते हैं। राजेश की आज शादी की सालगिराह साउथ दिल्ली के नेब सराय के देवली गांव में तीनों की हत्या के बाद से सनसनी फैल गई है। घटना आज सुबह की बताई जा रही हैं। बेटा उस वक्त मॉर्निंग वॉक पर गया था। जैसे ही वह लौटा, तो अपने माता-पिता और बहन को मृत अवस्था में देख उसके होश उड़ गए। आज पति-पत्नी की शादी की सालगिराह भी थी। हत्या किन वजहों से की गई, इसका पता नहीं चल पाया है। घर में नहीं हुई कोई तोड़फोड़ मृतक राजेश आर्मी से रिटायर थे, जो कि अब प्राइवेट सिक्योरिटी ऑफिसर के पद पर कार्य कर रहे थे। राजेश के परिवार में पत्नी और बेटा-बेटी थे, सभी लोग एक घर में साथ रहते थे। घटनास्थल पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि क्राइम टीम और फोरेंसिक टीमों को बुलाया गया। घर में कोई तोड़फोड़ नहीं हुई है और कोई सामान भी इधर-उधर नहीं हुआ है। शुरुआती जांच में सामने आया कि इस वारदात को किसी लूट या चोरी के लिए अंजाम तो नहीं दिया गया है। अभी जांच की जा रही है।
रेवाड़ी चलती रोडवेज बस के ब्रेक डाउन:गियर लगने बंद हुए, 50 यात्री लेकर चंडीगढ़ जा रही थी, बड़ा हादसा टला
रेवाड़ी चलती रोडवेज बस के ब्रेक डाउन:गियर लगने बंद हुए, 50 यात्री लेकर चंडीगढ़ जा रही थी, बड़ा हादसा टला हरियाणा के रेवाड़ी में एक रोडवेज की एक बस बुधवार की सुबह हादसे का शिकार होते-होते बच गई। 80 की स्पीड पर चल रही बस के अचानक ब्रेक डाउन हो गए। साथ ही गियर लगने भी बंद हो गए। चालक-परिचालक की सूझ-बूझ की वजह से बस को तुरंत रोका गया। चेक करने पर पिछले टायर के एक्सल निकल हुए मिले। कंडेक्टर ऋषिराज के मुताबिक, किलोमीटर स्कीम की बस सुबह साढ़े 5 बजे रेवाड़ी बस स्टैंड के चंडीगढ़ के लिए निकली थी। बस को वाया रोहतक होते हुए चंडीगढ़ जाना था। बस में तकरीबन 50 यात्री सवार थे। रोडवेज की बस जैसे ही डीघल से निकलते ही कारौथा गांव के समीप पहुंची तो पहले अचानक गियर लगने बंद हो गए। इसके बाद ब्रेक डाउन हुए। टायर के एक्सल निकले मिले चालक और परिचालक ने तुरंत सूझबूझ दिखाते हुए बस को रोका और यात्रियों को नीचे उतारकर बस के टायर चेक किए तो पिछले दोनों टायर के एक्सल निकले हुए थे। ड्राइवर ने तुरंत इसकी सूचना अधिकारियों को दी। इसके बाद दूसरी बस में सवारियों को बैठाकर चंडीगढ़ के लिए रवाना किया गया। दरअसल, किलोमीटर स्कीम की बसें आए दिन हादसे का शिकार हो रही है। समय पर मेंटिनेंस नहीं होने की वजह से भी हादसे बढ़ रहे है। किलोमीटर स्कीम की 70% बसें अनफिट बता दें कि किलोमीटर स्कीम की 70% बसें अनफिट हैं, लेकिन फिर भी उन बसों को रूटों पर बेधड़क दौड़ाया जा रहा है। इससे हादसा होने का खतरा है। इन बसों के कभी रूट पर दौड़ते समय ब्रेक फेल हो जाते हैं, तो कभी गियर खुल जाते हैं और बॉक्स से हट जाते हैं। इसके अलावा कभी टायर खुलकर गिर जाते हैं तो ड्राइवरों की योग्यता पर भी सवाल उठते रहते हैं, लेकिन फिर भी रोडवेज इन बसों को अपने बेड़े में जगह दे रही है। इतना सब होने के बावजूद रोडवेज प्रशासन द्वारा इन बसों की जांच तक नहीं की जाती, जबकि सभी बसें रोडवेज के बेड़े में शामिल हैं। रोडवेज जब अपनी बसों को रूट पर उतारती है तो एक-एक कड़ी की अच्छी तरह जांच करती है। जिसके बाद ही रूट पर बस को चलाया जाता है, लेकिन किलोमीटर स्कीम की सभी जांच प्राइवेट ठेकेदार को सौंप रखी हैं। जब किलोमीटर स्कीम की बस रूट पर जाती है तो रोडवेज के अधिकारी सिर्फ सफाई चेक करते हैं। बस में ब्रेक हैं या नहीं, गियर बॉक्स ठीक है या नहीं, बस चालू हालत में है या नहीं, इससे किसी को कोई मतलब नहीं है। यह सब ठेकेदार के भरोसे छोड़ रखा है। अधिकारियों का कहना है कि किलोमीटर स्कीम बसों के फिटनेस की जांच आरटीए द्वारा की जाती है, रोडवेज द्वारा नहीं। कब-कब हुए हादसे कुछ दिनों पहले रेवाड़ी में दिल्ली जयपुर हाइवे एनएच-48 पर हरियाणा रोडवेज की किलोमीटर स्कीम की एक बस रोड किनारे खड़े कंटेनर से टकरा गई। ड्राइवर ने बस को रोकने का भरसक प्रयास किया, लेकिन ब्रेक नहीं लग सके। कंटेनर से टकराने के बाद बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। बस में बैठी कई सवारियों को भी चोट आई है। बस का ड्राइवर और कंडक्टर हादसे में बाल बाल बच गए। बस का अगला हिस्सा दोनों तरफ से क्षतिग्रस्त हो गया। 18 अक्टूबर को रेवाड़ी से चंडीगढ़ रूट पर गई रोडवेज की किलोमीटर स्कीम की बस दादरी मोड पर अचानक खराब हो गई, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई। बस की जब ड्राइवर ने जांच की तो पता चला बस की लंबे समय से मेंटेनेंस नहीं हुई थी। जिसके कारण ही बस खराब हो गई। इससे पहले भी खाटूश्याम समेत कई रूट पर बस के गियर खराब होने की भी सूचनाएं मिलती रही हैं। लेकिन फिर भी रोडवेज के ठेकेदार इन बसों की समय पर मेंटेनेंस नहीं कराते, जो यात्रियों की जान को जोखिम में डाल रही हैं।
सोनीपत में बनेंगे मॉडर्न ऑडिटोरियम-लाइब्रेरी:हैबिटेट क्लब के पास 25 करोड़ रुपए खर्चेगा नगर निगम; 4 करोड़ से बनेगा मिनी बाइपास
सोनीपत में बनेंगे मॉडर्न ऑडिटोरियम-लाइब्रेरी:हैबिटेट क्लब के पास 25 करोड़ रुपए खर्चेगा नगर निगम; 4 करोड़ से बनेगा मिनी बाइपास हरियाणा के सोनीपत में गुरुवार को नगर निगम में वित्त एवं अनुबंध कमेटी की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता मेयर निखिल मदान ने की। बैठक में 35 करोड़ रुपए की लागत से होने वाले विकास कार्यों को मंजूरी दी गई। विकास कार्यों को कराने के प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए। जानकारी के अनुसार सोनीपत में नगर निगम की ओर से हैबिटेट क्लब के पास 25 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक ऑडिटोरियम एवं लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा। इससे शहर वासियों को बेहतर सुविधा मिलेगी। विद्यार्थियों को भी बड़ी राहत मिलेगी।
बैठक में वित्त एवं अनुबंध कमेटी ने यह निर्णय भी लिया कि निहाल स्कूल रोहतक रोड से ककरोई रोड़ तक मिनी बाई पास का निर्माण किया जाएगा। इस पर 4 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे सूरी पेट्रोल पम्प वाली गली में ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। इसके अतिरिक्त पूर्वी निगम क्षेत्र में बने विभिन्न वाटर बूस्टिंग स्टेशन की मरम्मत की जाएगी। विभिन्न वार्डों में इंटरलॉकिंग टाइल्स और सीसी से गलियों का निर्माण किया जाएगा।