यूपी में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। 38 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है। कई शहरों में विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गई है। बर्फीली हवाएं चलने से से गलन और बढ़ गई है। ठंड से प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 4 लोगों की जान गई है। 72 घंटे में 29 लोगों की मौत हुई है। कोहरे के चलते लखनऊ में 10 फ्लाइट्स देरी से आईं। ट्रेनों पर भी असर देखने को मिला। कानपुर, वाराणसी और लखनऊ आने वाली करीब 50 ट्रेनें लेट रहीं। मौसम विभाग ने आज 16 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया है। कहा- पश्चिमी विक्षोभ की वजह से 10 जनवरी से मौसम करवट लेगा। बारिश और ओले गिर सकते हैं। 12 जनवरी तक यह सिलसिला जारी रहेगा। अगले 3 दिनों तक मौसम का अनुमान यूपी के अलग-अलग जिलों के मौसम का हाल जानने के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए… यूपी में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। 38 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है। कई शहरों में विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गई है। बर्फीली हवाएं चलने से से गलन और बढ़ गई है। ठंड से प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 4 लोगों की जान गई है। 72 घंटे में 29 लोगों की मौत हुई है। कोहरे के चलते लखनऊ में 10 फ्लाइट्स देरी से आईं। ट्रेनों पर भी असर देखने को मिला। कानपुर, वाराणसी और लखनऊ आने वाली करीब 50 ट्रेनें लेट रहीं। मौसम विभाग ने आज 16 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया है। कहा- पश्चिमी विक्षोभ की वजह से 10 जनवरी से मौसम करवट लेगा। बारिश और ओले गिर सकते हैं। 12 जनवरी तक यह सिलसिला जारी रहेगा। अगले 3 दिनों तक मौसम का अनुमान यूपी के अलग-अलग जिलों के मौसम का हाल जानने के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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UP News: शिक्षकों के भारी विरोध के बाद योगी सरकार का बदला मन, डिजिटल अटेंडेंस को किया स्थागित
UP News: शिक्षकों के भारी विरोध के बाद योगी सरकार का बदला मन, डिजिटल अटेंडेंस को किया स्थागित <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश में सरकारी शिक्षकों के डिजिटल अटेंडेंस का मामला लगातार तूल पकड़ रहा था. कई दिनों से शिक्षक सरकार के इस फैसले का लगातार विरोध कर रहे थे. कई जगहों पर शिक्षकों का प्रदर्शन जारी था. लेकिन अब मंगलवार को योगी सरकार के ओर इस फैसले को वापस ले लिया गया है. मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने आदेश को स्थगित कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों की मानें तो मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह से शिक्षक संघ ने मुलाकात की थी. इसके बाद विभाग द्वारा डिजिटल अटेंडेंस को स्थगित कर दिया है. मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के ओर से आदेश जारी कर दिया गया है. अब एक कमेटी बनाकर समस्या का निस्तारण किया जाएगा. इस फैसले से शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है जो बीते कई दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, बीते गुरुवार को उत्तर प्रदेश में डिजिटल अटेंडेंस पर सख्ती शुरू हो गई थी. तीन दिन ऑनलाइन अटेंडेंस न दर्ज कराने वालों का वेतन रोक देने का आदेश दिया गया था. डिजिटल अटेंडेंस दर्ज न करने पर विभागीय आदेश की अवहेलना माने जाने के लिए कहा गया था. ऐसे में अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी तय थी. इस वजह से जबरदस्त विरोध हो रहा था.</p>
लखनऊ के हॉस्पिटल में सिलेंडर ब्लास्ट:वार्ड से भागे मरीज-OPD में अफरातफरी; ऑक्सीजन सिलेंडर का वॉल्व फटने से धमाका
लखनऊ के हॉस्पिटल में सिलेंडर ब्लास्ट:वार्ड से भागे मरीज-OPD में अफरातफरी; ऑक्सीजन सिलेंडर का वॉल्व फटने से धमाका लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में ऑक्सीजन सिलेंडर में हुए ब्लास्ट से अफरातफरी मच गई। सोमवार सुबह 10.50 बजे ब्लास्ट हुआ। धमाका इतना तेज था कि ग्राउंड फ्लोर की OPD में मौजूद मरीजों में हड़कंप मच गया। यह धमाका दूसरी मंजिल के मेडिसिन वार्ड में हुआ। वार्ड में भर्ती मरीज और उनके तीमारदार भी सकते में आ गए और बाहर निकलने लगे। धमाके के बाद काफी देर तक गैस रिसाव होता रहा। OPD में मौजूद लोग तेजी से बाहर की तरफ भागे। घटना में एक टेक्निशियन को चोट आई है। इसके अलावा कोई कैजुअल्टी नहीं हुई। तेज धमाके के बाद हॉस्पिटल में काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा। आउटसोर्स कर्मचारी को चोट
लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ.भुवन चंद्र तिवारी ने बताया कि मेडिसिन वॉर्ड में ऑक्सीजन सिलेंडर के वाल्व लगाने के दौरान वाल्व फट गया। इस दौरान राकेश नाम के टेक्नीशियन के हाथ में मामूली चोट आई है। OPD में भगदड़ जैसी स्थिति की जानकारी नहीं है। मेडिसिन वॉर्ड में हुआ धमाका
लोहिया संस्थान में ओल्ड हॉस्पिटल विंग के दूसरे फ्लोर पर मेडिसिन वॉर्ड है। इसी वार्ड में वॉल्व लगाते समय ऑक्सीजन सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ। धमाका इतना तेज था कि, जिसने भी सुना, वह बाहर की ओर भागा। कुछ तीमारदार अपने पेशेंट को लेकर निकलते दिखाई दिए। मरीज ने बताया- मैं डर गया था
प्लेटलेट्स की कमी के कारण मेडिसिन वार्ड में भर्ती मरीज सुशील कुमार ने बताया कि अचानक तेज धमाका हुआ। कोई चिल्लाया कि ऑक्सीजन सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया है। मैं तो बेड पर लेटा हुआ था, लेकिन धमाका सुनकर डर गया। वहां जाने तक की हिम्मत नहीं हुई। व्हील चेयर लेकर पहुंचे पिता के पास
अपने पिता का इलाज कराने आए मनोज ने बताया- धमाके से एक आदमी के हाथ में चोट आ गई। कुछ लोग उसे लेकर इमरजेंसी की तरफ भागे। इससे वार्ड में भर्ती मरीजों में भी अफरातफरी मच गई। मेरे पिता भर्ती हैं, मैं हॉल में गया और एक व्हीलचेयर लेकर आया, ताकि पिताजी को बाहर निकाल सकूं। धमाके के बाद काफी देर तक गैस का रिसाव हो रहा था, इससे लोग और डर गए। हालांकि यह ऑक्सीजन था, जिसकी वजह से किसी को कोई परेशानी नहीं हुई। मरीजों ने कहा कि कोई और गैस होती तो हालात बिगड़ जाते। OPD में भीड़ थी, धमाका सुनकर लोग बाहर भागे
एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार ब्लास्ट के बाद नीचे OPD ब्लॉक में तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद खचाखच भरे OPD हॉल में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। भागते समय कुछ लोग गिर भी गए। कुछ ही देर में OPD ब्लॉक खाली हो गया। लाउड स्पीकर से दी गई सूचना
लोगों में अफरातफरी देखकर हॉस्पिटल प्रशासन ने तुरंत अनाउंसमेंट करना शुरू कर दिया। लोगों से शांत रहने की अपील की गई। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने राहत की सांस ली और करीब 15 मिनट बाद OPD का काम फिर से शुरू हो सका। यह भी पढ़ें यूपी के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल:लखनऊ में 2 हजार-UP के 4 हजार डॉक्टर स्ट्राइक पर; OPD सहित मेडिकल सेवाओं पर असर उत्तर प्रदेश के 4 हजार से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार से हड़ताल पर रहेंगे। इसके चलते प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) समेत लगभग सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मरीजों का इलाज प्रभावित होगा। पढ़ें पूरी खबर…
चंडीगढ़ में युवती का मोबाइल छीन बाइक सवार फरार:डयूटी से लौट रही थी घर, अचानक आगे आए तीन युवक
चंडीगढ़ में युवती का मोबाइल छीन बाइक सवार फरार:डयूटी से लौट रही थी घर, अचानक आगे आए तीन युवक चंडीगढ़ के सेक्टर 48 स्थित मोटर मार्केट के पास बाइक सवार तीन आरोपी एक युवती से मोबाइल छीन कर फरार हो गए। तीनों आरोपी बिना हेलमेट के थे। जगतपुरा निवासी 20 साल की मोना कुमारी ड्यूटी से वापस घर लौट रही थी। इस दौरान पीछे से बाइक सवार तीन युवक आए और मोबाइल झपट कर फरार हो गए। सेक्टर 49 थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस पर खड़े हुए सवाल पिछले कुछ दिनों में हुई स्नेचिंग की चार से 5 घटनाओं में सामने आया कि स्नेचर बिना हेलमेट ही वारदातें को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में थाना पुलिस और ट्रैफिक पुलिस पर सवाल खड़े होने लाजमी हैं। रात को इतने नाके होने के बावजूद भी आरोपी कैसे बिना हेलमेट वारदात को अंजाम दे जाते हैं। एक सवाल ट्रैफिक पुलिस पर भी खड़ा होता है कि आखिर उन्हें बिना हेलमेट घूम रहे स्नेचर क्या दिखाई नहीं देते। जबकि कई घटनाओं में तो बाइक सवार तीन आरोपी शामिल हैं, जो बिना हेलमेट ही वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। इस पर अधिकारियों को विचार करने की जरूरत हैं।