हरियाणा सरकार जनसेवा को समर्पित होकर योजनाओं को लागू करते हुए विभागीय स्तर पर क्रियान्वित कर रही है। समाज के अंतिम व्यक्ति तक को घर बैठे योजनाओं का लाभ मिले, इसके लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों को राहत पहुंचाने में जिला प्रशासन फरीदाबाद अपनी जिम्मेदारी प्रभावी रूप से निभा रहा है। यह बात फरीदाबाद के डीसी विक्रम सिंह ने कही। वह बुधवार को लघु सचिवालय सभागार में सरल पोर्टल, सीएम विंडो, समाधान प्रकोष्ठ, जनसंवाद पोर्टल और सीपी ग्राम पर आई शिकायतों के समाधान की समीक्षा कर रहे थे। डीसी ने कहा कि पारदर्शिता के साथ प्रशासन सरकार की योजनाओं को क्रियान्वित कर रहा है। जिला फरीदाबाद में ई-ऑफिस पोर्टल के माध्यम से फाइल मूवमेंट भी शुरू की जा रही है। एटीआर पोर्टल को नियमित अपडेट करें : डीसी डीसी विक्रम सिंह ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभागों से संबंधित विकास परियोजनाओं को लेकर हर समय अपडेट रहें। सरकार और प्रशासन का प्रयास है कि अंतिम छोर पर बैठे पात्र व्यक्तियों को योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों के साथ सरल पोर्टल, सीएम विंडो, समाधान शिविर, जनसंवाद पोर्टल और सीपी ग्राम पोर्टल पर प्राप्त हुई शिकायतों के निपटान की समीक्षा करते हुए कहा कि सीएम विंडो और ऑनलाइन पोर्टल पर आई शिकायतों को सभी विभागों के अधिकारी डेलीबेसिज पर समीक्षा कर समाधान निकालें तथा सरल, सीएम घोषणा में जो भी कार्य अभी भी अधूरे हैं उनको जल्द से जल्द पूरा करें। सीएम घोषणा से रिलेटेड लंबित कार्यों का निपटारा करके एटीआर पोर्टल पर भी अपडेट करें। डीसी विक्रम सिंह ने बैठक में क्रमवार सभी विभाग के अधिकारियों /प्रतिनिधियों को सरल पोर्टल, सीएम विंडो, समाधान शिविर, जनसंवाद पोर्टल और सीपी ग्राम पोर्टल से संबंधित आई शिकायतों का जल्द से जल्द समाधान करने को कहा। वहीं, उन्होंने कई विषयों पर संबंधित अधिकारियों से सुझाव भी सांझा किए व सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। यह रहे मौजूद समीक्षा बैठक में एडीसी साहिल गुप्ता, सीईओ जिला परिषद सतबीर मान, एसडीएम बड़खल अमित मान, एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, सीटीएम अंकित कुमार, डीसीपी सेंट्रल उषा, एफएमडीए जॉइंट सीईओ गौरी मिड्ढा, आरटीए सचिव मुनीष सहगल सहित अन्य कई संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे। हरियाणा सरकार जनसेवा को समर्पित होकर योजनाओं को लागू करते हुए विभागीय स्तर पर क्रियान्वित कर रही है। समाज के अंतिम व्यक्ति तक को घर बैठे योजनाओं का लाभ मिले, इसके लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों को राहत पहुंचाने में जिला प्रशासन फरीदाबाद अपनी जिम्मेदारी प्रभावी रूप से निभा रहा है। यह बात फरीदाबाद के डीसी विक्रम सिंह ने कही। वह बुधवार को लघु सचिवालय सभागार में सरल पोर्टल, सीएम विंडो, समाधान प्रकोष्ठ, जनसंवाद पोर्टल और सीपी ग्राम पर आई शिकायतों के समाधान की समीक्षा कर रहे थे। डीसी ने कहा कि पारदर्शिता के साथ प्रशासन सरकार की योजनाओं को क्रियान्वित कर रहा है। जिला फरीदाबाद में ई-ऑफिस पोर्टल के माध्यम से फाइल मूवमेंट भी शुरू की जा रही है। एटीआर पोर्टल को नियमित अपडेट करें : डीसी डीसी विक्रम सिंह ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभागों से संबंधित विकास परियोजनाओं को लेकर हर समय अपडेट रहें। सरकार और प्रशासन का प्रयास है कि अंतिम छोर पर बैठे पात्र व्यक्तियों को योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों के साथ सरल पोर्टल, सीएम विंडो, समाधान शिविर, जनसंवाद पोर्टल और सीपी ग्राम पोर्टल पर प्राप्त हुई शिकायतों के निपटान की समीक्षा करते हुए कहा कि सीएम विंडो और ऑनलाइन पोर्टल पर आई शिकायतों को सभी विभागों के अधिकारी डेलीबेसिज पर समीक्षा कर समाधान निकालें तथा सरल, सीएम घोषणा में जो भी कार्य अभी भी अधूरे हैं उनको जल्द से जल्द पूरा करें। सीएम घोषणा से रिलेटेड लंबित कार्यों का निपटारा करके एटीआर पोर्टल पर भी अपडेट करें। डीसी विक्रम सिंह ने बैठक में क्रमवार सभी विभाग के अधिकारियों /प्रतिनिधियों को सरल पोर्टल, सीएम विंडो, समाधान शिविर, जनसंवाद पोर्टल और सीपी ग्राम पोर्टल से संबंधित आई शिकायतों का जल्द से जल्द समाधान करने को कहा। वहीं, उन्होंने कई विषयों पर संबंधित अधिकारियों से सुझाव भी सांझा किए व सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। यह रहे मौजूद समीक्षा बैठक में एडीसी साहिल गुप्ता, सीईओ जिला परिषद सतबीर मान, एसडीएम बड़खल अमित मान, एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, सीटीएम अंकित कुमार, डीसीपी सेंट्रल उषा, एफएमडीए जॉइंट सीईओ गौरी मिड्ढा, आरटीए सचिव मुनीष सहगल सहित अन्य कई संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अंबानी-अडाणी के बाद सावित्री जिंदल देश में सबसे अमीर:एक महीने में 1 करोड़ संपत्ति बढ़ी, 3 दिन पहले हिसार से विधायक बनीं जिंदल परिवार की मुखिया एवं जिंदल समूह की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल देश में तीसरे नंबर पर सबसे अमीर हैं। उनसे आगे अंबानी और अडानी हैं। सावित्री जिंदल देश की सबसे अमीर महिला भी हैं। सावित्री जिंदल हरियाणा के हिसार की रहने वाली हैं और स्टील किंग स्वर्गीय ओपी जिंदल की पत्नी हैं। इनके बेटे नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद हैं। वह खुद 3 दिन पहले ही हिसार से विधायक बनी हैं। फोर्ब्स की रिपोर्ट इंडियाज 100 रिचेस्ट 2024 के मुताबिक, टॉप-100 में 80 प्रतिशत से ज्यादा अमीर भारतीय पहले से ज्यादा अमीर हो गए। 10.03 लाख करोड़ रुपए के साथ मुकेश अंबानी पहले और 9.74 लाख करोड़ रुपए के साथ गौतम अडाणी दूसरे स्थान पर हैं। इसके बाद तीसरे नंबर पर सावित्री जिंदल हैं। 2020 की तुलना में दोगुनी हुई संपत्ति
देश के टॉप 100 अमीरों की संपत्ति इस साल पहली बार 90 लाख करोड़ रुपए से ऊपर निकल गई है। एक साल में इनकी संपत्ति 40 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 93.64 लाख करोड़ रुपए हो गई। 2020 की तुलना में इन अमीरों की संपत्ति दोगुनी से ज्यादा हो गई है। 2023 के मुकाबले इनकी संपत्ति में 26.50 लाख करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है। खास बात है कि इनकी संपत्ति बढ़ने में भारतीय शेयर बाजार का अहम योगदान है। सावित्री की एक महीने में 0.9 लाख करोड़ संपत्ति बढ़ी
एक महीने पहले सावित्री जिंदल देश में चौथे नंबर पर सबसे अमीर थी। फॉर्च्यून इंडिया ने सबसे अमीर लोगों की सूची जारी की थी। जिसके मुताबिक 74 वर्षीय सावित्री देवी जिंदल लगभग 2.77 लाख करोड़ रुपए की मालकिन थी। टॉप 10 में इकलौती महिला होने के साथ वह चौथे स्थान पर थीं। अब एक महीने में वह चौथे से तीसरे पायदान पर आ गई हैं। उनकी संपत्ति 0.9 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 3.67 लाख करोड़ हो गई है। पति ओपी जिंदल ने कोलकाता में लगाई पहली फैक्ट्री
हिसार के गांव नलवा में जन्मे ओपी जिंदल किसान परिवार से आते थे। छठी कक्षा तक पढ़े ओपी जिंदल अपने भाइयों की तरह ही बाहर जाकर कमाना चाहते थे। दूसरे विश्व युद्ध के अंतिम समय में असम अमेरिकी फौजियों का बड़ा गढ़ था। इसलिए युद्ध के बाद लोहे और इस्पात से बना बहुत सा माल वे यहीं छोड़ गए थे। ओपी जिंदल को यहीं से व्यापार करने का आइडिया आया। साल 1952 में जिंदल ने कोलकाता के पास लिलुआ में पाइप बेंड और सॉकेट बनाने की फैक्ट्री लगाई। उन्होंने इस फैक्ट्री का नाम जिंदल इंडिया लिमिटेड रखा। यहीं से उनके सफर की शुरुआत हुई। ओपी जिंदल असम के बाजारों से नीलामी में पुराने पाइप खरीदते थे और उन्हें कोलकाता में बेचते थे। टाटा और कलिंग के बाद भारत में यह तीसरी इस किस्म की फैक्ट्री थी। इसके बाद 1960 में ओपी जिंदल अपने पैतृक जिले हिसार में वापस आ गए। हिसार में बाल्टी बनाने का काम शुरू किया
ओपी जिंदल ने हिसार आकर सबसे पहले बाल्टी बनाने की फैक्ट्री लगाई। इससे आमदनी शुरू हुई तो 1962 में जिंदल इंडिया लिमिटेड की हिसार में भी फैक्ट्री खोल दी। इसके बाद 1969 में जिंदल स्ट्रिप्स लिमिटेड के नाम से फैक्ट्री खोली। आज इसका नाम स्टेनलेस है। अब जिंदल ग्रुप का देश विदेश में इस्पात, बिजली, सीमेंट और बुनियादी ढांचे में निवेश है। साल 2005 में हेलिकॉप्टर क्रैश में ओपी जिंदल की मौत के बाद जिंदल समूह की कंपनियों का 4 बेटों में बंटवारा हो गया। उनमें से एक बिजनेस टाइकून सज्जन जिंदल हैं, जो JSW स्टील चलाते हैं। 15 साल की उम्र में 6 बच्चों के पिता से शादी की
सावित्री जिंदल का जन्म असम के तिनसुकिया में 20 मार्च 1950 को हुआ था। उनकी 15 साल की उम्र में ओपी जिंदल से शादी हो गई। ओपी जिंदल की यह दूसरी शादी थी। जिंदल को पहले पत्नी विद्या देवी से 6 बच्चे हैं। नवीन जिंदल सावित्री जिंदल का बेटे हैं और नवीन की 3 और बहने भी हैं। सावित्री ने 2005 में पति की मौत के बाद बिजनेस संभाला और राजनीति में भी हाथ आजमाए। सावित्री जिंदल ने पति की मौत के बाद 2005 में हिसार से उपचुनाव लड़ा और जीतकर राजनीति में एंट्री की। लगातार 2 चुनाव जीतकर हरियाणा कैबिनेट में मंत्री बनी। 2024 में हिसार से फिर चुनाव लड़ा और निर्दलीय जीतकर विधायक बनी हैं।
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कैथल में सभी सीटों पर रिजल्ट घोषित:कांग्रेस के खाते में आई तीन सीटें, केवल पुंडरी सीट पर भाजपा ने दर्ज की जीत
कैथल में सभी सीटों पर रिजल्ट घोषित:कांग्रेस के खाते में आई तीन सीटें, केवल पुंडरी सीट पर भाजपा ने दर्ज की जीत कैथल जिले में आरकेएसडी कॉलेज और आईजी कॉलेज को मतगणना केंद्र बनाया गया। जिले की 4 विधानसभा सीटों की मतगणना पूरी हो चुकी है, जिसमें कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं भाजपा के खाते में केवल एक सीट पुंडरी ही आई है। पढ़ें जिले का सीटवाइज रिजल्ट: कैथल विधानसभा सीट-
कैथल में कांग्रेस प्रत्याशी आदित्य सुरजेवाला ने 8124 वोटों से जीत दर्ज की है, वहीं दूसरे नंबर पर रहे भाजपा प्रत्याशी लीलाराम को 75620 वोट मिले। तीसरे नंबर पर रहे बीएसपी के अनिल तंवर को 3428 वोट मिले। जेजेपी उम्मीदवार संदीप गढ़ी को 1910 वोट, आप उम्मीदवार सतबीर सिंह गोयत को 1749 वोट मिले, निर्दलीय प्रत्याशी फौजी सुरेश कुमार को 467, निर्दलीय पाताशो देवी को 300 वोट, सतीश कुमार को 269 वोट, अश्वनि शर्मा को 213 वोट, बलराज सिंह को 199, डॉ. महेश चंद को 166, चंद कल्याण को 135 वोट मिले, वहीं 514 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। गुहला विधानसभा सीट-
गुहला से कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र हंस ने 21 हजार वोटों से जीत दर्ज की है, वहीं दूसरे नंबर पर भाजपा प्रत्याशी कुलवंत बाजीगर रहे और निर्दलीय उम्मीदवार नरेश कुमार तीसरे नंबर पर रहे। कलायत विधानसभा सीट-
कलायत में कांग्रेस प्रत्याशी विकास सहारन ने 12365 वोटों के मार्जिन से जीत दर्ज कर ली है। दूसरे नंबर भाजपा की उम्मीदवार कमल ढांडा हैं और तीसरे नंबर निर्दलीय उम्मीदवार अनीता ढुल हैं। पुंडरी विधानसभा सीट-
पुंडरी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी सतपाल जांबा ने 2197 वोटों से जीत दर्ज कर ली है, उन्हें कुल 42805 वोट मिले। दूसरे नंबर पर रहे निर्दलीय प्रत्याशी सतबीर भाणा को 40608 वोट मिले। तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार को 26341 वोट मिले। निर्दलीय प्रत्याशी गुरिंदर सिंह को 8097 वोट मिले, निर्दलीय प्रत्याशी सज्जन ढुल को 4937 वोट मिले। हिसाम सिंह भुक्कल को 4891 वोट मिले, निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश कौशिक को 3105 वोट मिले, आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार नरेंद्र शर्मा को 2571 वोट मिले। निर्दलीय प्रत्याशी हरिपाल पहलवान को 503 वोट मिले। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश कुमार को 396, एडवोकेट राकेश शर्मा को 349 वोट मिले, निर्दलीय उम्मीदवार प्रमोद को 311 वोट, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) से बाबू राम को 232 वोट, निर्दलीय प्रत्याशी अमीत कुमार को 153 वोट, दिलबाग भाणा को 131, सुनीता बट्टन को 125 वोट, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) से इंजीनियर सुरेश कुमार को 100 वोट, निर्दलीय उम्मीदवार रणधीर सिंह गोलेन को 90 वोट मिले। वहीं 229 लोगों ने नोटा का बटन दबाया है।