पंजाब के लुधियाना में लोगों ने बहादुरी दिखाते हुए एटीएम से छेड़छाड़ करने वाले गिरोह को पकड़ लिया। ठग एटीएम में घुसे और लोहे की रॉड लगाकर पैसे निकालने की कोशिश की, लेकिन एटीएम के बाहर खड़े लोगों ने एटीएम का शटर गिराकर उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी जालंधर के नूर महल कस्बे के रहने वाले हैं। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। थाना डिवीजन नंबर 7 की पुलिस मामले की जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा पुलिस को जानकारी देते हुए विपन चंद्र ने बताया कि दियास स्कूल ताजपुर रोड पर एक व्यक्ति ने उन्हें बताया कि वह एटीएम से पैसे निकालने गया था, लेकिन एटीएम से पैसे नहीं निकले। इसके बाद उसने एटीएम के अंदर जाकर जांच की। उसने पाया कि एटीएम मशीन से पैसे निकलने वाली जगह पर लोहे की प्लेट लगी हुई थी। जब ग्राहक ने प्लेट हटाई तो उसके 1000 रुपये निकले। जब एटीएम की सीसीटीवी फुटेज चेक की गई तो पता चला कि दो व्यक्ति एटीएम मशीन पर प्लेट चिपकाते हुए पकड़े गए हैं। इस घटना के बाद इलाके के लोग भी सतर्क हो गए। लोगों ने ATM की निगरानी कर बदमाशों को काबू किया एटीएम की निगरानी इलाके के रहने वाले कुलदीप सिंह कर रहे थे। कुछ देर बाद दो युवक और एक महिला एटीएम मशीन के पास आए। एक युवक और महिला एटीएम मशीन रूम में चले गए। वहीं दूसरा युवक एटीएम के बाहर खड़ा रहा। इस दौरान सभी लोगों ने एटीएम मशीन का शटर गिरा दिया। शटर बंद होने पर चोर शोर मचाते रहे चोर काफी देर तक अंदर शोर मचाते रहे। इसी बीच पुलिस को सूचना दी गई। लोगों ने बाहर खड़े चोरों के साथी को भी पकड़ लिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों से लाल रंग की बंदूक, एटीएम कार्ड और लोहे की रॉड बरामद की है। एसएचओ भूपिंदर सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान राम चंद, संजू और ममता निवासी नूर महल जिला जालंधर के रूप में हुई है। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर उनका रिमांड हासिल किया जाएगा ताकि अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सके। पंजाब के लुधियाना में लोगों ने बहादुरी दिखाते हुए एटीएम से छेड़छाड़ करने वाले गिरोह को पकड़ लिया। ठग एटीएम में घुसे और लोहे की रॉड लगाकर पैसे निकालने की कोशिश की, लेकिन एटीएम के बाहर खड़े लोगों ने एटीएम का शटर गिराकर उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी जालंधर के नूर महल कस्बे के रहने वाले हैं। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। थाना डिवीजन नंबर 7 की पुलिस मामले की जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा पुलिस को जानकारी देते हुए विपन चंद्र ने बताया कि दियास स्कूल ताजपुर रोड पर एक व्यक्ति ने उन्हें बताया कि वह एटीएम से पैसे निकालने गया था, लेकिन एटीएम से पैसे नहीं निकले। इसके बाद उसने एटीएम के अंदर जाकर जांच की। उसने पाया कि एटीएम मशीन से पैसे निकलने वाली जगह पर लोहे की प्लेट लगी हुई थी। जब ग्राहक ने प्लेट हटाई तो उसके 1000 रुपये निकले। जब एटीएम की सीसीटीवी फुटेज चेक की गई तो पता चला कि दो व्यक्ति एटीएम मशीन पर प्लेट चिपकाते हुए पकड़े गए हैं। इस घटना के बाद इलाके के लोग भी सतर्क हो गए। लोगों ने ATM की निगरानी कर बदमाशों को काबू किया एटीएम की निगरानी इलाके के रहने वाले कुलदीप सिंह कर रहे थे। कुछ देर बाद दो युवक और एक महिला एटीएम मशीन के पास आए। एक युवक और महिला एटीएम मशीन रूम में चले गए। वहीं दूसरा युवक एटीएम के बाहर खड़ा रहा। इस दौरान सभी लोगों ने एटीएम मशीन का शटर गिरा दिया। शटर बंद होने पर चोर शोर मचाते रहे चोर काफी देर तक अंदर शोर मचाते रहे। इसी बीच पुलिस को सूचना दी गई। लोगों ने बाहर खड़े चोरों के साथी को भी पकड़ लिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों से लाल रंग की बंदूक, एटीएम कार्ड और लोहे की रॉड बरामद की है। एसएचओ भूपिंदर सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान राम चंद, संजू और ममता निवासी नूर महल जिला जालंधर के रूप में हुई है। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर उनका रिमांड हासिल किया जाएगा ताकि अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सके। पंजाब | दैनिक भास्कर
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खनौरी समेत कई जगह निकाला कैंडल मार्च:डल्लेवाल का समर्थन, संयुक्त किसान मोर्चा नहीं होगा शामिल, प्रेम भंगू बोले-जनवरी में राष्ट्रपति से करेंगे मुलाकात
खनौरी समेत कई जगह निकाला कैंडल मार्च:डल्लेवाल का समर्थन, संयुक्त किसान मोर्चा नहीं होगा शामिल, प्रेम भंगू बोले-जनवरी में राष्ट्रपति से करेंगे मुलाकात संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) शंभू और खनौरी बॉर्डर के आंदोलन में अभी शामिल नहीं होगा। किसान नेताओं की चंडीगढ़ में पौने 4 घंटे तक चली मीटिंग यह फैसला हुआ है। किसान नेताओं का कहना है कि हमारी तरफ से एकता के लिए लगातार प्रयास जारी है। हमें अभी एक फोरम से ही चिट्ठी मिली है। किसान नेता प्रेम सिंह भंगू ने कहा कि हम जनवरी के पहले हफ्ते इसी मुद्दे को लेकर देश के राष्ट्रपति या कृषि मंत्री से मुलाकात की जाएगी। आगे भी इस मुद्दे को लेकर मीटिंग की जाएगी। वहीं, उन्होंने पंजाब और केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये की निंदा की है। वहीं, डल्लेवाल को आज 4 दिनों बाद खनौरी बॉर्डर पर चल रहे मोर्चे में शीशे के केबिन में लाया गया। उन्होंने सभी राज्यों को एकजुट होने का संदेश दिया। इससे पहले किसान आंदोलन को लेकर पंजाब सीएम भगवंत मान का भी बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि, केंद्र को जिद छोड़कर किसानों से बात करनी चाहिए। केंद्र सरकार कौन सी तपस्या कर रही है सीएम मान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर लिखा है कि केंद्र सरकार को अपनी पुरानी जिद छोड़कर किसान संगठनों से बातचीत का रास्ता खोलना चाहिए। कबूतर की आंखें बंद करने बिल्ली नहीं भागती है। उन्होंने कहा कि पता नहीं केंद्र सरकार कौन सी तपस्या कर रही है। अगर मोदी जी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रुकवा सकते हैं तो क्या वे 200 किलोमीटर दूर बैठे किसानों से बात नहीं कर सकते? आप किस समय का इंतजार कर रहे हैं? इससे पहले भी एक बार लुधियाना में नगर निगम चुनाव में उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की थी कि केंद्र को किसानों से बातचीत करनी चाहिए। वहीं, बीजेपी नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल का कहना है कि मुलाकात तो सीएम भगवंत मान ने करवानी है, वह पहल करे। वहीं, खनौरी बॉर्डर, अंबाला समेत कई जगह पर आज डल्लेवाल के मरण व्रत के समर्थन में कैडल मोर्च निकाला गया। जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए। अगर सरकार नहीं उठा पाई तो जीतेंगे चार दिनों के बाद आज किसान नेता डल्लेवाल को स्टेज पर लाया गया। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि साथियों मोर्चे का सहयोग करने वालों को दिल से धन्यवाद है । मैं आप सबको बताना चाहता हूं कि मैं ठीक हूं। ऐसी कोई कोई बात नहीं है। इस लड़ाई को जीतना है। यह लड़ाई तभी जीती जाएगी, जब पूरा देश इस लड़ाई को एक होकर लड़ेगा। उन्होंने कहा कि, जब 2021 में आंदोलन खत्म किया था, तो उसमें राज्यों का कहना था कि आप आंदोलन को अधूरा छोड़कर छोड़कर जा रहे हैं। अब बड़ा भाई फिर से मैदान है। छोटे भाई दूसरे राज्यों की जिम्मेदारी बनती है कि इस लड़ाई को मजबूती से लड़े। यह सरकार हमें किसी भी कीमत पर न उठा पाए। सरकार नहीं उठा पाई तो जीतेंगे, नहीं तो मरेंगे। एक काम तो करेंगे। डल्लेवाल की हालत नाजुक दूसरी तरफ खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरण व्रत को 29 दिन हो गए हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। किसान फसलों की खरीद पर MSP की गारंटी का कानून मांग रहे हैं। ठंड-बारिश के बीच भी वह हरियाणा-पंजाब को जोड़ने वाले खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। 26 दिसंबर को बनेगी पंजाब बंद की रणनीति
SKM गैर राजनीतिक के नेता सरवण सिंह पंधेर ने 30 दिसंबर को पंजाब बंद का ऐलान किया हुआ है। इसे लेकर 26 दिसंबर को खनौरी में सभी ट्रेड यूनियन, सामाजिक संगठनों, धार्मिक संगठनों, टैक्सी यूनियनों की मीटिंग बुलाई गई है। किसान नेताओं ने बताया है कि 30 दिसंबर को पंजाब बंद के दौरान मेडिकल और इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सभी चीजें सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रहेंगी। डल्लेवाल की सुप्रीम कोर्ट में पेश की रिपोर्ट पर विवाद
सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार की तरफ से डल्लेवाल की पेश की गई मेडिकल रिपोर्ट पर बवाल हो गया है। पंजाबी मूल के अमेरिकी डॉक्टर स्वैमान सिंह ने रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। उनसे जुड़ी डॉक्टरों की टीम ही डल्लेवाल की देखरेख कर रही है। डॉ. स्वैमान सिंह ने वीडियो जारी कर कहा, डल्लेवाल को इन्फेक्शन का भी खतरा है। जिस वजह से वह रविवार पूरा दिन आंदोलन के मंच पर भी नहीं आए। इतने दिन तक कुछ नहीं खाया है तो उनकी हालत सामान्य नहीं हो सकती। इतना कुछ होने के बाद भी सुप्रीम कोर्ट को दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि डल्लेवाल की तबीयत नॉर्मल है। डल्लेवाल की जिंदगी के साथ राजनीति की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट कह चुका- अस्थायी अस्पताल में शिफ्ट क्यों नहीं करते
डल्लेवाल को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 17, 18 और 19 दिसंबर को सुनवाई हुई। पहले दिन की सुनवाई में पंजाब सरकार ने कहा था कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य को कुछ करना चाहिए। अगले दिन 18 दिसंबर को पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की तबीयत ठीक है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सवाल किया कि 70 साल का आदमी 24 दिन से भूख हड़ताल पर है। कौन डॉक्टर है, जो बिना किसी टेस्ट के डल्लेवाल को सही बता रहा है? आप कैसे कह सकते हैं डल्लेवाल ठीक हैं? वहीं, तीसरे दिन सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की हालत रोज बिगड़ रही है। पंजाब सरकार उन्हें अस्पताल में शिफ्ट में क्यों नहीं कराती? यह उन्हीं की जिम्मेदारी है। डल्लेवाल के स्वास्थ्य की स्थिर स्थिति सुनिश्चित करना पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है। डल्लेवाल से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… किसान नेता डल्लेवाल के अंदरूनी अंग फेल होने का खतरा:23 दिन से सिर्फ पानी पी रहे; मेडिकल एक्सपर्ट्स बोले- उन्हें कैंसर, तुरंत भर्ती करें हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 23 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (70) को मल्टीपल ऑर्गन फेलियर का खतरा है। डल्लेवाल पहले से ही कैंसर के मरीज हैं। अनशन से उनका ब्लड प्रेशर भी लो हो रहा है, जिससे हार्ट अटैक भी आ सकता है। पूरी खबर पढ़ें…
कपूरथला में चोर को खंभे से बांधा:चोरी करते हुए रंगेहाथ पकड़ा, तीन दिन में की दो घरों में चोरी
कपूरथला में चोर को खंभे से बांधा:चोरी करते हुए रंगेहाथ पकड़ा, तीन दिन में की दो घरों में चोरी कपूरथला के मोहल्ला प्रीत नगर के एक घर में दीवार फांदकर घुसे चोर को स्थानीय लोगों ने काबू कर लिया है। इस दौरान चोर ने कबूल किया कि दो दिन पहले भी उसने पड़ोसी के घर से हजारों रुपए की टूटियां व अन्य सामान चोरी किया था। घटना की सूचना के बाद मोके पर पहुंची PCR टीम के ASI कुलदीप सिंह ने चोर को काबू कर के सिटी थाना पुलिस के सपुर्द कर दिया है। मुहल्ला प्रीत नगर में एक बंद पड़े घर में चोरी करने के लिए एक चोर दीवार फांद कर घुस गया। तभी एक पड़ोसी ने देखा तो उसने दूसरे लोगों को भी एकत्र कर लिया। इसके बाद सभी ने मिलकर उक्त चोर को चोरी के सामान सहित काबू कर लिया। लेकिन एक बार तो चोर लोगों के हाथ से छूट भाग गया। जिसे मोहल्ले के लोगों ने पीछा कर फिर पकड़ लिया और खंभे से बांध दिया। सूचना देने के बाद मौके पर पहुंचे ASI कुलदीप सिंह को सौंप दिया। बता दें कि, उक्त चोर ने दो दिन पहले साथ वाले घर में हज़ारों रूपये की चोरी की थी। लॉक लगाकर ड्यूटी पर गया था मकान मालिक मुहल्ला प्रीत नगर निवासी गुरदीप सिंह ने बताया कि वह रोडवेज में ड्यूटी करता है। 24 अक्टूबर की सुबह वह घर को लॉक लगाकर ड्यूटी पर गया था। लेकिन जब शाम को जब घर आकर देखा तो घर के बाथरूम, रसोई तथा अन्य जगहों पर लगी टोंटी और अन्य कीमती सामान किसी अज्ञात ने चोरी कर लिया था। इसके बाद सभी मोहल्ला वासियों ने चोर पर निगाह रखने की बात कही। आज सुबह पड़ोस के घर में घुसे चोर को रेंज हाथों काबू कर लिया। घटना की सूचना देने के बाद मौके पर पहुंचे ASI कुलदीप सिंह ने चोर को कब्जे में लेकर सिटी थाना पुलिस के हवाले कर दिया है और शिकायतकर्ता गुरजीत सिंह के बयान पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पंजाब के 5 जिलों में AQI 400 पार:कई शहर ग्रेप-1 श्रेणी में, पराली के बाद पटाखों से हुआ हवा जहरीला, आज हालात और बिगड़ने के आसार
पंजाब के 5 जिलों में AQI 400 पार:कई शहर ग्रेप-1 श्रेणी में, पराली के बाद पटाखों से हुआ हवा जहरीला, आज हालात और बिगड़ने के आसार दिवाली की रात पंजाब में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। ज्यादातर शहरों में प्रदूषण ऑरेंज अलर्ट पर पहुंच गया है, यानी यहां ग्रेप-1 की स्थिति लागू हो गई है। रात को जब पटाखे जलने शुरू हुए तो AQI 500 के पार पहुंच गया। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के चिंताजनक स्तर पर पहुंचने पर लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। पंजाब सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के उद्देश्य से दिवाली के दौरान पटाखे जलाने का समय सीमित कर दिया है। सरकारी निर्देशों के अनुसार दिवाली पर पटाखे जलाने का समय रात 8:00 बजे से 10:00 बजे तक ही है। इस नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है। लेकिन, इसके बावजूद शाम से शुरू हुआ पटाखे देर रात तक चलते रहे। जिसके बाद अमृतसर, जालंधर, खन्ना, लुधियाना और मंडी गोबिंदगढ़ में AQI 400 से 500 के बीच दर्ज किया गया। इतना ही नहीं, इन शहरों का औसत AQI भी 200 से 300 के बीच दर्ज किया गया है। जानें अपने शहर की स्थिति प्रमुख शहरों में AQI खतरनाक स्तर पर लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, और पटियाला जैसे शहरों में AQI खतरनाक श्रेणी में दर्ज किया गया। पटाखों के कारण उत्सर्जित हानिकारक गैसों और धूल के कणों ने वायु की गुणवत्ता को काफी खराब कर दिया। विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय PM2.5 और PM10 जैसे प्रदूषकों का स्तर सामान्य से कई गुना अधिक हो गया, जिससे सांस, अस्थमा और हृदय रोग जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ गया है। प्रतिबंधों के बावजूद प्रदूषण में बढ़ोतरी पंजाब सरकार और पर्यावरण विभाग द्वारा पटाखों पर लगाए गए आंशिक प्रतिबंधों के बावजूद लोगों ने भारी मात्रा में पटाखे जलाए। नियमों की अनदेखी और देर रात तक पटाखों के फूटने से प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया। प्रशासन ने जनता से अपील की थी कि वह पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी दिखाते हुए कम प्रदूषण वाले पटाखों का उपयोग करें, लेकिन इसके बावजूद पटाखों की आवाज और धुआं शहरों में व्यापक रूप से फैला रहा। स्वास्थ्य पर प्रभाव प्रदूषण के कारण बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के स्वास्थ्य पर खासा असर पड़ा है। अस्पतालों में सांस की तकलीफ, एलर्जी और आंखों में जलन की शिकायतों के मामलों में वृद्धि देखी गई है। डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनने, घर के अंदर रहने, और खासकर सुबह और रात में बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है, जब प्रदूषण का स्तर अधिक होता है। विशेषज्ञों की चेतावनी और उपाय पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि यदि पटाखों के उपयोग को सख्ती से नियंत्रित नहीं किया गया, तो आने वाले वर्षों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। सरकार और प्रशासन को प्रदूषण के प्रति सख्त रवैया अपनाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है, ताकि लोगों को स्वच्छ हवा और स्वस्थ जीवन मिल सके।