<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Assembly Elections 2025:</strong> दिल्ली के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर जमकर सियासत हुई. AAP सांसद संजय सिंह और दिल्ली सरकार के सौरभ भारद्वाज को एंट्री से रोक दिया गया. जबकि बीजेपी द्वारा ‘‘शीश महल’’ के मुद्दे पर तंज किए जाने के जवाब में ‘आप’ ने मीडिया को मुख्यमंत्री आवास का दौरा कराने के लिए आमंत्रित किया था. इन राजनीतिक घटनाक्रम के बीच बीएसपी चीफ मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने प्रतिक्रिया दी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आकाश आनंद ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘हमें शीशमहल और ताजमहल नहीं रोजगार चाहिए. आम आदमी पार्टी और भाजपा दिल्ली के लोगों को “शीशमहल और ताजमहल” में फंसाए हैं और असली मुद्दों पर जवाब देने पर चुप हैं. आश्चर्यजनक है दिल्ली में 15 साल तक सरकार में रही कांग्रेस पार्टी के नेता भाजपा के सामने सरेंडर करके थाईलैंड चले गए हैं.'</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है बीजेपी का दावा</strong><br />दरअसल, पुलिस ने ‘आप’ नेताओं को परिसर में जाने से रोकने के लिए छह, फ्लैगस्टाफ रोड बंगले के सामने अवरोधक लगा दिए और जवानों को तैनात किया है. ‘आप’ नेताओं ने मीडिया को मुख्यमंत्री आवास का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था. भाजपा लगातार दावा करती आ रही है कि अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल के दौरान उनके आधिकारिक आवास को ‘‘शीश महल’’ में बदल दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने आवास पर आने की अनुमति मांगी थी तो सिंह और भारद्वाज ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें मुख्यमंत्री के आवास में प्रवेश करने की अनुमति क्यों चाहिए?’’ उन्हें आवास में प्रवेश की अनुमति के लिए अधिकारियों से बात करते देखा गया. बता दें कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद से ही शीशमहल का मुद्दा फिर से तूल पकड़ चुका है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/lucknow-dm-said-that-no-helmet-petrol-will-not-be-available-also-deducted-challan-ann-2858565″><strong>यूपी के इस शहर में पेट्रोल लेने के लिए बदल गए नियम, अब करना होगा ये काम, तभी मिलेगा तेल</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि दिल्ली में 10 जनवरी से नामांकन शुरू होने वाला है. 17 जनवरी तक राज्य की सभी 70 विधानसभा सीटों पर नामांकन होगा. राज्य में सभी सीटों पर एक ही चरण में 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Assembly Elections 2025:</strong> दिल्ली के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर जमकर सियासत हुई. AAP सांसद संजय सिंह और दिल्ली सरकार के सौरभ भारद्वाज को एंट्री से रोक दिया गया. जबकि बीजेपी द्वारा ‘‘शीश महल’’ के मुद्दे पर तंज किए जाने के जवाब में ‘आप’ ने मीडिया को मुख्यमंत्री आवास का दौरा कराने के लिए आमंत्रित किया था. इन राजनीतिक घटनाक्रम के बीच बीएसपी चीफ मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने प्रतिक्रिया दी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आकाश आनंद ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘हमें शीशमहल और ताजमहल नहीं रोजगार चाहिए. आम आदमी पार्टी और भाजपा दिल्ली के लोगों को “शीशमहल और ताजमहल” में फंसाए हैं और असली मुद्दों पर जवाब देने पर चुप हैं. आश्चर्यजनक है दिल्ली में 15 साल तक सरकार में रही कांग्रेस पार्टी के नेता भाजपा के सामने सरेंडर करके थाईलैंड चले गए हैं.'</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है बीजेपी का दावा</strong><br />दरअसल, पुलिस ने ‘आप’ नेताओं को परिसर में जाने से रोकने के लिए छह, फ्लैगस्टाफ रोड बंगले के सामने अवरोधक लगा दिए और जवानों को तैनात किया है. ‘आप’ नेताओं ने मीडिया को मुख्यमंत्री आवास का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था. भाजपा लगातार दावा करती आ रही है कि अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल के दौरान उनके आधिकारिक आवास को ‘‘शीश महल’’ में बदल दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने आवास पर आने की अनुमति मांगी थी तो सिंह और भारद्वाज ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें मुख्यमंत्री के आवास में प्रवेश करने की अनुमति क्यों चाहिए?’’ उन्हें आवास में प्रवेश की अनुमति के लिए अधिकारियों से बात करते देखा गया. बता दें कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद से ही शीशमहल का मुद्दा फिर से तूल पकड़ चुका है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/lucknow-dm-said-that-no-helmet-petrol-will-not-be-available-also-deducted-challan-ann-2858565″><strong>यूपी के इस शहर में पेट्रोल लेने के लिए बदल गए नियम, अब करना होगा ये काम, तभी मिलेगा तेल</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि दिल्ली में 10 जनवरी से नामांकन शुरू होने वाला है. 17 जनवरी तक राज्य की सभी 70 विधानसभा सीटों पर नामांकन होगा. राज्य में सभी सीटों पर एक ही चरण में 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड बोर्ड चाहे कोई भी हो अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाई जाएगी मराठी, मंत्री दादा भुसे का ऐलान