अबोहर में पिछले 2 दिनों के दौरान 37 लोगों पर कुत्तों ने हमला कर लिया। इन सभी घायलों का इलाज सरकारी अस्पताल में किया गया। टीकाकरण इंचार्ज रितु बाला ने बताया कि पिछले दो दिनों मे ही 37 केस कुत्तों द्वारा काटने के आए हैं, जिनमें अधिकतर शिकार नाबालिग बच्चे हुए हैं। एक से 8 जनवरी तक कुल 66 केस अस्पताल में आए हैं। इनमें करीब 90 प्रतिशत आवारा कुत्ते और 10 प्रतिशत पालतू कुत्तों के हमले का शिकार हुए हैं। जबकि 2024 में करीब 2865 केस सामने आए थे। मैडम रितु ने बताया कि इन दिनों जो केस सामने आए हैं, उनमें कई केस तो इतने भयानक होते हैं और कुत्तों ने इतनी बुरी तरह नोचा होता है कि उन्हें देखकर आदमी की रुह तक कांप उठती है। फंड की कमी नहीं बन रहा शेल्टर होम
इधर इस बारे में नगर निगम के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह और सेनेटरी इंस्पेक्टर करतार सिंह ने बताया कि अब तक करीब 1500 कुत्तों को टीके लगाए जा चुके हैं जबकि अब यह अभियान पिछले तीन महीने से बंद पड़ा है। क्योंकि न तो उन्हें इस टीकाकरण के लिए टीम वर्क मिल रहा है और न ही फंड। मेयर विमल ठठई ने बताया कि कुत्तों के लिए शहर में शेल्टर होम बनाने के इस बारे में केंद्र और पंजाब सरकार को पत्र लिखा जा चुका है। उनके पास शेल्टर होम के लिए जगह तो मौजूद है लेकिन सरकार इसके लिए फंड जारी नहीं कर रही जैसे ही शेल्टर होम के लिए फंड जारी होगा। इस पर काम चालू कर दिया जाएगा। अबोहर में पिछले 2 दिनों के दौरान 37 लोगों पर कुत्तों ने हमला कर लिया। इन सभी घायलों का इलाज सरकारी अस्पताल में किया गया। टीकाकरण इंचार्ज रितु बाला ने बताया कि पिछले दो दिनों मे ही 37 केस कुत्तों द्वारा काटने के आए हैं, जिनमें अधिकतर शिकार नाबालिग बच्चे हुए हैं। एक से 8 जनवरी तक कुल 66 केस अस्पताल में आए हैं। इनमें करीब 90 प्रतिशत आवारा कुत्ते और 10 प्रतिशत पालतू कुत्तों के हमले का शिकार हुए हैं। जबकि 2024 में करीब 2865 केस सामने आए थे। मैडम रितु ने बताया कि इन दिनों जो केस सामने आए हैं, उनमें कई केस तो इतने भयानक होते हैं और कुत्तों ने इतनी बुरी तरह नोचा होता है कि उन्हें देखकर आदमी की रुह तक कांप उठती है। फंड की कमी नहीं बन रहा शेल्टर होम
इधर इस बारे में नगर निगम के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह और सेनेटरी इंस्पेक्टर करतार सिंह ने बताया कि अब तक करीब 1500 कुत्तों को टीके लगाए जा चुके हैं जबकि अब यह अभियान पिछले तीन महीने से बंद पड़ा है। क्योंकि न तो उन्हें इस टीकाकरण के लिए टीम वर्क मिल रहा है और न ही फंड। मेयर विमल ठठई ने बताया कि कुत्तों के लिए शहर में शेल्टर होम बनाने के इस बारे में केंद्र और पंजाब सरकार को पत्र लिखा जा चुका है। उनके पास शेल्टर होम के लिए जगह तो मौजूद है लेकिन सरकार इसके लिए फंड जारी नहीं कर रही जैसे ही शेल्टर होम के लिए फंड जारी होगा। इस पर काम चालू कर दिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर