गुरदासपुर में चौथे नंबर की पार्टी बनी अकाली दल:सुजानपुर से सबसे कम- डेरा बाबा नानक में अधिक वोट, बड़े नेता नहीं दिला सके जीत

गुरदासपुर में चौथे नंबर की पार्टी बनी अकाली दल:सुजानपुर से सबसे कम- डेरा बाबा नानक में अधिक वोट, बड़े नेता नहीं दिला सके जीत

लोकसभा हलका गुरदासपुर में चुनाव के जो परिणाम आए हैं, उसमें सभी राजनीतिक पार्टियों में से अकाली दल का प्रदर्शन हर हलके से खराब रहा है। जिस कारण यह पार्टी चौथे नंबर पर पहु़ंच गई है। अकाली दल के सबसे कद्दावर नेता व कोर कमेटी के सदस्य डा. दलजीत सिंह चीमा का यह गृह जिला है और सुखबीर सिंह बादल सहित बिक्रमजीत मजीठिया जैसे नेताओं ने ढेरों रैलियां करके काफी बड़ा चुनाव प्रचार किया था। पंजाब की पंथक पार्टी कहलवाने वाली शिरोमणि अकाली दल का रुझान लोकसभा चुनावों में अन्य पार्टियों से खराब रहा और चुनावों में चौथे नंबर पर पहुंच गई, जबकि पूरे चुनाव प्रचार में अकाली दल की सभी हलकों की रैलियों में भारी भरकम भीड़ देखने को मिली और पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल और बिक्रमजीत सिंह मजीठिया जैसे बड़े नेताओं ने रोड शो से लेकर बड़ी रैलियां की, इसके बावजूद अकाली दल का प्रदर्शन सभी पार्टियों से निचले स्तर पर रहा। सबसे ज्यादा डेरा बाबा नानक तो सबसे कम सुजानपुर में वोट चुनावी रुझानों के आंकड़ों के अनुसार, लोकसभा हलका गुरदासपुर से अकाली दल के डा दलजीत सिंह चीमा को सबसे कम वोट सुजानपुर से और सबसे ज्यादा वोट डेरा बाबा नानक में वोट पड़े। बाकी हलको में भी अकाली दल केडर वोट ही अकाली दल को नहीं पड़ी, जिसके कारण पूरे राजनीतिक समीकरण ही बदल गए। कहां से कितने वोट मिले अकाली दल को सुजानपुर से 1938, भोआ से 2825, पठानकोट से 2001, गुरदासपुर से 10233, दीनानागर से 9059, कादिया से 15568, बटाला से 10758, फतेहगढ़ चुडि़यां से 15713 तथा डेरा बाबा नानक से 17099 वोट मिले। इन आंकड़ों में एक बात और देखने वाली है। जिला पठानकोट में अभी भी अकाली दल अपना केडर पूरी तरह से खड़ा नहीं कर पाया है। जिला पठानकोट के तीन हलकों से जिस प्रकार से रिजल्ट आए हैं, उसके मुताबिक अकाली इन इलाकों में नाममात्र है। लोकसभा हलका गुरदासपुर में चुनाव के जो परिणाम आए हैं, उसमें सभी राजनीतिक पार्टियों में से अकाली दल का प्रदर्शन हर हलके से खराब रहा है। जिस कारण यह पार्टी चौथे नंबर पर पहु़ंच गई है। अकाली दल के सबसे कद्दावर नेता व कोर कमेटी के सदस्य डा. दलजीत सिंह चीमा का यह गृह जिला है और सुखबीर सिंह बादल सहित बिक्रमजीत मजीठिया जैसे नेताओं ने ढेरों रैलियां करके काफी बड़ा चुनाव प्रचार किया था। पंजाब की पंथक पार्टी कहलवाने वाली शिरोमणि अकाली दल का रुझान लोकसभा चुनावों में अन्य पार्टियों से खराब रहा और चुनावों में चौथे नंबर पर पहुंच गई, जबकि पूरे चुनाव प्रचार में अकाली दल की सभी हलकों की रैलियों में भारी भरकम भीड़ देखने को मिली और पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल और बिक्रमजीत सिंह मजीठिया जैसे बड़े नेताओं ने रोड शो से लेकर बड़ी रैलियां की, इसके बावजूद अकाली दल का प्रदर्शन सभी पार्टियों से निचले स्तर पर रहा। सबसे ज्यादा डेरा बाबा नानक तो सबसे कम सुजानपुर में वोट चुनावी रुझानों के आंकड़ों के अनुसार, लोकसभा हलका गुरदासपुर से अकाली दल के डा दलजीत सिंह चीमा को सबसे कम वोट सुजानपुर से और सबसे ज्यादा वोट डेरा बाबा नानक में वोट पड़े। बाकी हलको में भी अकाली दल केडर वोट ही अकाली दल को नहीं पड़ी, जिसके कारण पूरे राजनीतिक समीकरण ही बदल गए। कहां से कितने वोट मिले अकाली दल को सुजानपुर से 1938, भोआ से 2825, पठानकोट से 2001, गुरदासपुर से 10233, दीनानागर से 9059, कादिया से 15568, बटाला से 10758, फतेहगढ़ चुडि़यां से 15713 तथा डेरा बाबा नानक से 17099 वोट मिले। इन आंकड़ों में एक बात और देखने वाली है। जिला पठानकोट में अभी भी अकाली दल अपना केडर पूरी तरह से खड़ा नहीं कर पाया है। जिला पठानकोट के तीन हलकों से जिस प्रकार से रिजल्ट आए हैं, उसके मुताबिक अकाली इन इलाकों में नाममात्र है।   पंजाब | दैनिक भास्कर