हरियाणा में करनाल के गोंदर गांव में एक घर के बाहर फायरिंग की घटना से सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार आरोपी एक बाइक पर सवार होकर आया था। जिस पर कोई नंबर प्लेट नहीं थी। छह राउंड फायर किए गए। गनीमत रही कि किसी को भी कोई गोली नहीं लगी। फायरिंग की घटना से आसपास के एरिया में दहशत फैल गई। घटना की सूचना के बाद निसिंग पुलिस मौके पर पहुंच गई और पुलिस ने मौके से गोलियों के छह खोल बरामद कर लिए है। पुलिस ने वीटी करवा दी गई थी। अब पुलिस आरोपी तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। पैसों के लेन देन से जुड़ा है मामला गोंदर गांव की रणजीत नगर कालोनी में राजबीर सिंह पुत्र साहब सिंह के घर के बाहर गोलियां बरसाई गई। मामला पैसों के लेन देन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। विश्वसनीय सूत्रों की मांने तो बदमाश स्पलेंडर बाइक पर सवार होकर आया था। उसने अपने ऊपर चद्दर ओढ़ रखी थी। उसकी बाइक पर नंबर प्लेट भी नहीं थी। उसने बाइक राजबीर के घर के बाहर रोकी और एक के बाद एक छह फायर कर दिए। गोलियों की आवाज सुनकर घर में मौजूद लोगों में अफरा तफरी मच गई। घर वाले भी बाहर निकले और ग्रामीण भी मौके पर एकत्रित हो गए। जिसके बाद निसिंग पुलिस को जानकारी दी गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मौके से गोलियों के छह खोल बरामद किए है। लेटर भी छोड़कर गया है आरोपी जानकारी के मुताबिक, आरोपी बदमाश घर के बाहर एक लेटर भी छोड़कर गया है। जिसमें क्या लिखा हुआ है, वह अभी तक नहीं खुल पाया है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है। निसिंग थाना के प्रभारी जगदीश कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि निसिंग के डेरा रणजीत नगर में हवाई फायरिंग की जानकारी मिली है। मैं अभी बाहर आया हुआ हूं। मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की जाएगी। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। हरियाणा में करनाल के गोंदर गांव में एक घर के बाहर फायरिंग की घटना से सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार आरोपी एक बाइक पर सवार होकर आया था। जिस पर कोई नंबर प्लेट नहीं थी। छह राउंड फायर किए गए। गनीमत रही कि किसी को भी कोई गोली नहीं लगी। फायरिंग की घटना से आसपास के एरिया में दहशत फैल गई। घटना की सूचना के बाद निसिंग पुलिस मौके पर पहुंच गई और पुलिस ने मौके से गोलियों के छह खोल बरामद कर लिए है। पुलिस ने वीटी करवा दी गई थी। अब पुलिस आरोपी तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। पैसों के लेन देन से जुड़ा है मामला गोंदर गांव की रणजीत नगर कालोनी में राजबीर सिंह पुत्र साहब सिंह के घर के बाहर गोलियां बरसाई गई। मामला पैसों के लेन देन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। विश्वसनीय सूत्रों की मांने तो बदमाश स्पलेंडर बाइक पर सवार होकर आया था। उसने अपने ऊपर चद्दर ओढ़ रखी थी। उसकी बाइक पर नंबर प्लेट भी नहीं थी। उसने बाइक राजबीर के घर के बाहर रोकी और एक के बाद एक छह फायर कर दिए। गोलियों की आवाज सुनकर घर में मौजूद लोगों में अफरा तफरी मच गई। घर वाले भी बाहर निकले और ग्रामीण भी मौके पर एकत्रित हो गए। जिसके बाद निसिंग पुलिस को जानकारी दी गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मौके से गोलियों के छह खोल बरामद किए है। लेटर भी छोड़कर गया है आरोपी जानकारी के मुताबिक, आरोपी बदमाश घर के बाहर एक लेटर भी छोड़कर गया है। जिसमें क्या लिखा हुआ है, वह अभी तक नहीं खुल पाया है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है। निसिंग थाना के प्रभारी जगदीश कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि निसिंग के डेरा रणजीत नगर में हवाई फायरिंग की जानकारी मिली है। मैं अभी बाहर आया हुआ हूं। मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की जाएगी। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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गुरुग्राम में स्वीमिंग पूल में डूबने से बच्चे की मौत:डेढ़ की जगह 4 फुट गहराई में उतरा, लाइफ गार्ड बाहर घूमता रहा
गुरुग्राम में स्वीमिंग पूल में डूबने से बच्चे की मौत:डेढ़ की जगह 4 फुट गहराई में उतरा, लाइफ गार्ड बाहर घूमता रहा हरियाणा में गुरुग्राम के सेक्टर-37D की पॉश सोसाइटी बीपीटीपी पार्क शीरीन में एक 5 वर्षीय बच्चे की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। स्विमिंग पूल में तैरने आई सोसाइटी की अन्य महिला ने बच्चे को पूल में पड़ा देखा तो उसने शोर मचाकर लोगों को इकट्ठा किया। इस घटना का एक CCTV फुटेज भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि बच्चा पानी में उतरने के कुछ ही पल बाद डूब जाता है। पूल के पास ही टहल रहा लाइफ गार्ड भी उसकी ओर ध्यान नहीं देता। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना के बाद बच्चे के दादा ने लाइफ गार्ड, क्लब मैनेजर, पूल संचालक, सिक्योरिटी सुपरवाइजर और सिक्योरिटी गार्ड पर मुकदमा दर्ज करवाया है। बच्चे के स्विमिंग पूल में डूबने के 3 PHOTOS… स्विमिंग पूल में तैरने आया था बच्चा
बच्चे के दादा सीताराम सिंघला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वह अपनी पत्नी रमा सिंघला, बेटा रवि सिंघला, बहु आशु देवी, 2 पोतियां रुशदाऊ व रुशदा और पोते मिवांश के साथ यहां रहते हैं। बुधवार शाम करीब सवा छह बचे मिवांश अपनी दादी के साथ स्विमिंग पूल में तैरने के लिए गया था। सीतीराम ने बताया कि सोसाइटी में 3 पूल हैं। एक डेढ़ फुट का, एक तीन का और एक चार फुट का। इनमें से बच्चों को केवल डेढ़ फुट वाले पूल में घुसने की अनुमति है। यह नियम न टूटे, इसके लिए सोसाइटी में 5 लाइफ गार्ड नरेश, अंकित, मिंटू, सचिन और दुर्गा, क्लब मैनेजर देव राघव व तपन, पूल संचालक सुमित, सिक्योरिटी सुपरवाइजर राजेंद्र और सिक्योरिटी गार्ड कपिल, विकास व राजकुमार को तैनात किया गया है। बच्चे के दादा का कहना है कि जब मिवांश की दादी उसके लिए कुछ खाने ले लिए लेने ऊपर घर में आई, तभी बच्चा 4 फुट वाले स्विमिंग पूल में चला गया। उसने किसी भी जिम्मेदार ने नहीं देखा। जब वह पानी में उतरा तो कुछ क्षण बाद ही डूब गया। सीताराम ने सभी जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। CCTV में क्या दिखा
इधर, CCTV में देखा जा सकता है कि बच्चा धीरे-धीरे स्विमिंग पूल में उतरता है। उसके पास ही लाइफ गार्ड भी है, लेकिन उसका ध्यान बच्चे की तरफ नहीं है। उतरने के कुछ क्षण में ही बच्चा डूब गया। थोड़ी देर बाद जब सोसाइटी की एक महिला अपने बच्चे के साथ पूल पर आई। तब उसने पूल में कुछ तैरता हुआ देखा। पास आकर उसने जब देखा तो उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर मौके पर लोग पहुंचे और आसपास घूम रहा लाइफ गार्ड भी आया। उसने आनन-फानन बच्चे को पूल से निकाला। लाइफ गार्ड ने पहले बच्चे की छाती दबाकर उसे होश में लाने की कोशिश की। जब बच्चे पर इसका कोई असर नहीं हुआ तो वह बच्चे को निकालकर ले गया। उसने अस्पताल में जाकर भर्ती कराया। वहां बच्चे की मौत हो गई। वहीं, गुरुग्राम सेक्टर-10 थाना पुलिस हादसे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची, और जांच में जुट गई।
हरियाणा विधानसभा के नए अध्यक्ष हरविंदर कल्याण:MLA बन पिता का सपना पूरा किया; कांग्रेस ने टिकट काटी, बसपा से हारे, BJP से हैट्रिक लगाई
हरियाणा विधानसभा के नए अध्यक्ष हरविंदर कल्याण:MLA बन पिता का सपना पूरा किया; कांग्रेस ने टिकट काटी, बसपा से हारे, BJP से हैट्रिक लगाई करनाल के घरौंडा से BJP विधायक हरविंदर कल्याण हरियाणा विधानसभा के नए अध्यक्ष बन गए हैं। शुक्रवार को CM नायब सैनी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। कल्याण विधानसभा के 18वें अध्यक्ष होंगे। कल्याण लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। उनकी जीत के बाद से ही उनके सरकार में शामिल होने की चर्चा थी, लेकिन मंत्रिमंडल गठन में उनका नाम नहीं आया। जिसके बाद उन्हें अध्यक्ष बनाने की चर्चा तेज हो गई और आखिरकार पार्टी हाईकमान ने उन्हें अध्यक्ष बनाने का फैसला ले लिया। कल्याण के पिता ने भी लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं पाए। उनकी विधानसभा पहुंचने की इच्छा कल्याण ने ही पूरी की। कांग्रेस में रहते उनकी टिकट काट दी गई थी। बसपा से वह चुनाव हार गए लेकिन भाजपा में आते ही जीत की हैट्रिक लगा दी। पूर्व CM मनोहर लाल के करीबी हरविंदर कल्याण केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल के करीबी माने जाते हैं। पूर्व सीएम के कार्यकाल में उन्होंने अपने क्षेत्र में अच्छे विकास कार्य कराए हैं। पूर्व सीएम मनोहर लाल जब भी करनाल आते हैं तो कल्याण से जरूर मिलते हैं। कई बार मनोहर लाल उनके आवास पर आते हैं। खट्टर के सीएम रहते कल्याण ने अपने विधानसभा क्षेत्र में पंडित दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय बनवाया है। कल्याण को पार्टी ने कभी मंत्री नहीं बनाया, लेकिन उन्होंने कभी इसका विरोध भी नहीं किया। अपनी ईमानदार छवि और अपने क्षेत्र में करोड़ों रुपए के विकास कार्य करवाने के कारण कल्याण पूर्व सीएम की गुड लिस्ट में रहे हैं। कल्याण के बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने के पीछे भी मनोहर लाल का ही हाथ है। हरियाणा गठन के एक साल बाद जन्म हुआ
हरविंदर कल्याण का जन्म हरियाणा गठन के एक साल बाद करनाल के मधुबन के कुटैल गांव के किसान परिवार में हुआ। किसान परिवार से आने वाले हरविंदर सिंह ने अपने राजनीतिक करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। 18 साल की उम्र में कल्याण ने महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पुसाद में स्थित बाबासाहेब नाइक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की पढ़ाई शुरू की। उनकी पत्नी, रेशमा कल्याण, गृहिणी और लेखिका हैं। रेशमा के पिता मनोहर नाइक महाराष्ट्र विधानसभा में पुसद विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। 2004 में की थी गांव-गांव की पद यात्रा
वर्ष-2004 में हरविंदर कल्याण कांग्रेस में प्रदेश महासचिव के पद पर थे। 2005 में होने वाले विधानसभा चुनावों में कल्याण का नाम टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल था। इसी बीच लोगों से जुड़ने के लिए और गांवों के हालातों का जायजा लेने के लिए इन्होंने पदयात्रा शुरू की थी। हरविंदर कल्याण की यह पदयात्रा 18 दिन तक चली थी। 18 दिन तक वे घर से बाहर ही रहे थे। रात को ग्रामीणों के बीच ही रहा करते थे। उन्हीं के बीच खाते थे और उन्हीं के बीच सो जाते थे। इन्होंने अपनी यात्रा के दौरान गांव की प्रत्येक समस्या को जाना था और ग्रामीणों को भी आश्वस्त किया था कि अगर उन्हें विधानसभा का टिकट और जनता का आशीर्वाद मिलता है तो वे गांव की समस्याओं को जड़ से खत्म करने का काम करेंगे। मगर, 2005 के चुनाव में कांग्रेस ने उनकी जगह विरेंद्र सिंह राठौर को टिकट दे दिया था। पिता के सपने को साकार करने वाले बेटे हरिवंदर कल्याण
हरविंदर कल्याण के नजदीकियों की मानें तो हरविंदर के पिता देवी सिंह कल्याण राजनीति में गहरी रुचि रखते थे। उन्होंने राजनीति में किस्मत अजमाई। सांसद और विधायक के चुनाव भी लड़े, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई। हालांकि उन्हें हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड में अध्यक्ष तो बनाया गया, लेकिन कहीं न कहीं विधानसभा या फिर संसद में पहुंचने का उनका सपना अधूरा रह गया। हरविंदर कल्याण अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए राजनीति के मैदान में कूद गए और अपनी कड़ी मेहनत के बल पर अपनी पहचान बनाई। 2005 में विधानसभा के टिकट के दावेदारों में शामिल हुए, लेकिन टिकट नहीं मिला। 2009 में कांग्रेस को छोड़ा और बहुजन समाज पार्टी में शामिल होकर बीएसपी की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन तीसरे स्थान पर रहे। 2014 में टर्निंग प्वाइंट आया और इन्होंने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत दर्ज की। इसके बाद इन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार सफलता हासिल करते गए और आज स्पीकर के पद तक पहुंचे है। इन्होंने अपने पिता के सपने को साकार किया। हरविंदर कल्याण की एक बेटी, फाउंडेशन चलाती हैं
हरविंदर कल्याण और रेशमा कल्याण की एक बेटी है। जिसका नाम ऐषणा कल्याण है। ऐषणा की शादी मुंबई में हो चुकी है और उनके पति चंडीगढ़ में जॉब करते है। ऐषणा ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में डटकर मोर्चा संभाला और महिलाओं की एक बड़ी टीम खड़ी की। ऐषणा कल्याण अपना एक फाउंडेशन भी चलाती हैं, जिसका नाम वरित्रा फाउंडेशन है। जिसके माध्यम से वह समाज सेवा का कार्य करती हैं। यह खबर भी पढ़ें… कल्याण हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष, मिड्ढा उपाध्यक्ष बने:सर्वसम्मति से चुने गए; हुड्डा बोले- विज-ढांडा को कसके रखना, सदन अच्छा चलेगा हरियाणा विधानसभा का नया अध्यक्ष हरविंदर कल्याण को चुना गया है। शुक्रवार को विधानसभा सत्र में CM नायब सैनी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। इसके बाद CM ने हरविंदर कल्याण को गले मिलकर बधाई दी। CM ने कल्याण को कुर्सी पर बैठाया। वहीं विधानसभा उपाध्यक्ष (डिप्टी स्पीकर) डॉ. कृष्ण मिड्ढा को चुना गया। कैबिनेट मंत्री कृष्णलाल पंवार ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। (पूरे खबर पढ़ें)
सांसद बन नए रोल में दिखेंगे हरियाणा के 3 चेहरे:खट्टर दिल्ली सेट होंगे; 2 सांसद राज्य में दिखाएंगे सियासी दांव-पेंच, CM सैनी होंगे पावरफुल
सांसद बन नए रोल में दिखेंगे हरियाणा के 3 चेहरे:खट्टर दिल्ली सेट होंगे; 2 सांसद राज्य में दिखाएंगे सियासी दांव-पेंच, CM सैनी होंगे पावरफुल हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बाद कई बड़े चेहरे नई भूमिका में दिखाई देने वाले हैं। प्रदेश के 3 ऐसे फेस हैं, जो सांसद बनने के बाद और ताकतवर बनकर सामने आएंगे। इनमें पहला नाम करनाल लोकसभा से सांसद बनने वाले मनोहर लाल खट्टर का है। इसके बाद रोहतक लोकसभा सीट से सबसे अधिक वोटों से जीते पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम आता है। वहीं तीसरे नंबर पर अंबाला लोकसभा सीट से भाजपा की बंतो कटारिया को हराकर सांसद बने वरुण चौधरी का नाम है। मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं, इसलिए उन्हें अब भाजपा दिल्ली में सेट करेगी। इसका इशारा अमित शाह भी दे चुके हैं। वहीं दीपेंद्र हुड्डा और वरुण चौधरी हरियाणा में एक्टिव होंगे। इसकी वजह साफ है कि यहां इसी साल सितंबर या अक्टूबर में विधानसभा चुनाव हैं। इन चुनावों में ये दोनों चेहरे पहले से ज्यादा एक्टिव दिखाई देंगे। अब पढ़िए क्या रहने वाली है 3 नेताओं की नई भूमिका… मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली में सेट करने की तैयारी
हरियाणा में दो टर्म के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर करनाल लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अब उन्हें दिल्ली में सेट करने की तैयारी कर रहा है। लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से पहले वह दिल्ली में नड्डा और अमित शाह से मीटिंग भी कर चुके हैं। चर्चा यह है कि पार्टी उन्हें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष या संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी दे सकती है। इसकी वजह यह भी है कि 2014 में सीएम बनने से पहले वह संगठन में काफी सक्रिय रह चुके हैं। हालांकि कुछ सूत्रों का कहना है कि चूंकि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीब हैं, इसलिए उन्हें केंद्रीय कैबिनेट में भी स्थान दिया जा सकता है। कुछ दिन पहले करनाल में रैली के दौरान अमित शाह ने भी कहा था कि अब मनोहर लाल खट्टर दिल्ली में सेवाएं देंगे। दीपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा की राजनीति और एक्टिव होंगे
रोहतक से नए सांसद बने दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी अब नई भूमिका में दिखाई देंगे। चर्चा है कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा उन्हें हरियाणा में बतौर मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं। पहले भी चुनाव कार्यक्रम या पब्लिक मीटिंग में दीपेंद्र हुड्डा के सीएम बनने के नारे लगते रहे हैं। इस साल लास्ट में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में पूर्व सीएम हुड्डा अपने बेटे को हरियाणा की राजनीति में पहले के मुकाबले ज्यादा एक्टिव करेंगे। सियासी जानकारों का कहना है कि इस चुनाव में 50 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को भाजपा के मुकाबले ज्यादा वोट पड़े हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए विधानसभा की राह ज्यादा आसान दिख रही है। वरुण चौधरी को नई जिम्मेदारी देने की तैयारी
अंबाला लोकसभा के नए सांसद बनकर मुलाना से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी ने सबको चौका दिया है। वरुण चौधरी की इस जीत ने यह तय कर दिया है कि वह अब कांग्रेस में और मजबूत स्थिति में दिखेंगे। इसकी कुछ वजह भी हैं। वरुण चौधरी हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष फूलचंद मुलाना के बेटे हैं। इस कारण से राजनीति उन्हें विरासत में ही मिली है। दिल्ली हाईकमान में उनकी अच्छी पैठ है। दूसरी वजह यह भी है कि इनके बहनोई कर्नाटक सरकार में आईएएस हैं। वह खड़गे के भी ओएसडी रह चुके हैं। अंबाला से कुमारी सैलजा ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व मुलाना के पक्ष में था। यही वजह थी कि सैलजा को सिरसा से चुनाव लड़ना पड़ा। अब वरुण को पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व हरियाणा की राजनीति में एक्टिव कर नई जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रहा है। CM नायब सैनी होंगे पावरफुल
मनोहर लाल खट्टर के दिल्ली में सेट होने के बाद भाजपा के सबसे बड़े चेहरे मुख्यमंत्री नायब सैनी होंगे। लोकसभा चुनाव में भी पार्टी के दूसरे बड़े चेहरों पूर्व गृह मंत्री अनिल विज, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के बजाय नायब सैनी ही ज्यादा एक्टिव दिखाई दिए। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी उन्हें हरियाणा में एक्टिव रहने के संकेत दे चुका है। जिसके बाद बतौर सीएम वह कई बड़े फैसलों पर अपनी मुहर लगाएंगे। सबसे अहम बात यह है कि सरकार के साथ ही संगठन की भी उनके पास अहम जिम्मेदारी है। अभी वह हरियाणा में भाजपा अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी देख रहे हैं। हालांकि जल्द ही पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा करेगी। इसकी वजह है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी संगठन को बूथ लेवल तक मजबूत करना चाहती है।