हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने AAP पार्टी को घेरते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी कुछ भी कर सकती है और क्या पंजाब में किसानों के विरोध और भूख हड़ताल के पीछे कोई खेल है या फिर वह किसी अनहोनी का इंतजार कर रही है, क्योंकि किसान पंजाब की धरती पर बैठे हैं। विज खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ने और शंभू बॉर्डर पर एक किसान द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। विज ने सवाल उठाते हुए कहा कि पंजाब की धरती पर किसान बैठे हैं और पंजाब में अरविंद केजरीवाल की पार्टी का मुख्यमंत्री है और उनकी सरकार है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के आप नेता जाकर क्यों नहीं देख रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना क्यों कर रहे हैं। INDIA गठबंधन पर हमला बोला दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले INDIA गठबंधन की पार्टियों में मतभेद देखने को मिल रहा है और टीएमसी और सपा ने आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया है जबकि कांग्रेस अकेली रह गई है। इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि I.N.D.I.A, इस प्रकार से इन पार्टियों में जो समझ होनी चाहिए थी वह पहले दिन से ही नहीं रही और जिसको जहां-जहां अपने क्षेत्र में लाभ मिलता है वह अपने-अपने ढंग से चल रहा है”। विज बोले- कांग्रेस जानती है कि हमारी सरकार नहीं आने वाली दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनने पर 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने की कांग्रेस की घोषणा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि “न नौ मन तेल होगा और न ही राधा नाचेगी”, इसलिए कांग्रेस जानती है कि हमारी सरकार नहीं आने वाली है, चाहे वे कितनी भी घोषणाएं कर लें। हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने AAP पार्टी को घेरते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी कुछ भी कर सकती है और क्या पंजाब में किसानों के विरोध और भूख हड़ताल के पीछे कोई खेल है या फिर वह किसी अनहोनी का इंतजार कर रही है, क्योंकि किसान पंजाब की धरती पर बैठे हैं। विज खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ने और शंभू बॉर्डर पर एक किसान द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। विज ने सवाल उठाते हुए कहा कि पंजाब की धरती पर किसान बैठे हैं और पंजाब में अरविंद केजरीवाल की पार्टी का मुख्यमंत्री है और उनकी सरकार है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के आप नेता जाकर क्यों नहीं देख रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना क्यों कर रहे हैं। INDIA गठबंधन पर हमला बोला दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले INDIA गठबंधन की पार्टियों में मतभेद देखने को मिल रहा है और टीएमसी और सपा ने आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया है जबकि कांग्रेस अकेली रह गई है। इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि I.N.D.I.A, इस प्रकार से इन पार्टियों में जो समझ होनी चाहिए थी वह पहले दिन से ही नहीं रही और जिसको जहां-जहां अपने क्षेत्र में लाभ मिलता है वह अपने-अपने ढंग से चल रहा है”। विज बोले- कांग्रेस जानती है कि हमारी सरकार नहीं आने वाली दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनने पर 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने की कांग्रेस की घोषणा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि “न नौ मन तेल होगा और न ही राधा नाचेगी”, इसलिए कांग्रेस जानती है कि हमारी सरकार नहीं आने वाली है, चाहे वे कितनी भी घोषणाएं कर लें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में पूर्व मंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेगी जूनियर कोच:कांग्रेस जॉइन करते ही महिला प्रदेश सचिव बनाईं, संदीप सिंह वाली सीट से टिकट मांगा हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री और भाजपा विधायक संदीप सिंह की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली महिला जूनियर कोच ने मंगलवार को चंडीगढ़ में कांग्रेस जॉइन कर ली। जॉइनिंग के तुरंत बाद कांग्रेस की महिला प्रदेश अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने महिला कोच को महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव नियुक्त कर दिया। अब महिला कोच ने पिहोवा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट के लिए आवेदन किया है। अगर भाजपा ने संदीप सिंह का टिकट न काटा और कांग्रेस ने महिला कोच को उम्मीदवार बनाया तो पिहोवा में दोनों आमने-सामने होंगे। 2 साल पहले हरियाणा खेल विभाग की जूनियर महिला कोच ने संदीप सिंह पर पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे। महिला कोच की शिकायत पर चंडीगढ़ की सेक्टर-26 थाना पुलिस ने 31 दिसंबर 2022 को संदीप सिंह के खिलाफ IPC की धारा 354, 354-ए, 354-B, 342, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया था। हाल ही में चंडीगढ़ कोर्ट ने कोच के आरोपों को लेकर संदीप सिंह के खिलाफ आरोप तय किए हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 17 अगस्त को होगी। इसी दिन गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे। BJP पहले ही कर चुकी किनारा केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में खेल मंत्री रह चुके संदीप सिंह से भाजपा पहले ही किनारा कर चुकी है। जूनियर महिला कोच सेक्शुअल हैरेसमेंट केस में उनके खिलाफ आरोप तय होने के बाद भाजपा नेतृत्व ने ऐसा किया है। संदीप सिंह अभी पिहोवा विधानसभा से विधायक हैं, उन्होंने पहली बार भाजपा की टिकट से यहां से जीत दर्ज की थी। हालांकि जब उन पर कोच द्वारा आरोप लगाए गए थे। तब पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने उनका बचाव किया था( विपक्षी दलों के विरोध-प्रदर्शन के बाद भी उनसे इस्तीफा नहीं लिया था। हालांकि बाद में उन्होंने खेल विभाग अपने पास रख लिया था, लेकिन मंत्री पद पर संदीप सिंह बने रहे थे। CM सैनी ने नहीं लिया मंत्रिमंडल में पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के हटने के बाद जब नायब सैनी मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने संदीप सिंह को अपने मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी। इससे पहले हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके ओपी धनखड़ ने भी संगठन की बैठकों में संदीप सिंह के शामिल होने पर रोक लगा दी थी। अभी भी संदीप सिंह भाजपा में अलग-थलग पड़े हुए हैं। वह पार्टी के कार्यक्रमों में दिखाई नहीं दे रहे हैं, हालांकि वह अपने विधानसभा क्षेत्र पिहोवा में लोगों के बीच जाकर यह संदेश दे रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में भाजपा उन्हें ही उम्मीदवार बनाएगी। पिहोवा में पहली बार खिलाया था कमल हॉकी के खेल में अपने प्रदर्शन के बल पर संदीप सिंह काफी सुर्खियां बटोर चुके हैं। इसी के बल पर भाजपा ने उन्हें पिहोवा विधानसभा से उतारा था। संदीप सिंह ने भी पहली बार पिहोवा में कमल खिलाया। इससे पहले इस क्षेत्र से कभी भी भाजपा ने जीत दर्ज नहीं की थी। संदीप सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार मंदीप सिंह चट्ठा को 5314 वोटों से हराया था। उन्हें करीब 34 फीसदी वोट हासिल हुए थे। संदीप सिंह से भाजपा के किनारे करने की 2 वजहें… 1. विधानसभा चुनाव में विपक्ष इसे मुद्दा न बना पाए प्रदेश में दो-ढाई महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में संदीप सिंह को लेकर विपक्षी दल खासकर कांग्रेस इसे मुद्दा न बना पाए, इसलिए भाजपा संदीप सिंह से किनारा करेगी। महिला कोच के आरोपों के दौरान भी विपक्षी दलों ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की सरकार पर जमकर हमला बोला था। यहां तक कि विधानसभा सत्र के दौरान भी विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की मांग को लेकर वॉक आउट तक कर दिया था। इसके बाद अब भाजपा संदीप सिंह को लेकर कोई भी मुद्दा चुनाव में नहीं बनाएगी। 2. पार्टी महिलाओं में खराब मैसेज देने से बचना चाहेगी हरियाणा में महिलाओं की करीब 1.20 करोड़ की आबादी है। पुरुषों के मुकाबले यह आधी आबादी है। चुनाव में भी महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पुरुषों का मतदान प्रतिशत 70.25 फीसदी था, जबकि महिलाओं का 69.55 फीसदी। दोनों में सिर्फ 0.72 फीसदी का अंतर था। ऐसे में भाजपा महिलाओं में संदीप सिंह को टिकट देकर आधी आबादी को गलत मैसेज नहीं देना चाहेगी।
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हरियाणा में रिटायर्ड कर्मचारी की नशे की ओवरडोज देकर हत्या:शादी का विज्ञापन देने वालों को टारगेट करती थी महिला; बक्से में लाश छिपाई हरियाणा में कुरुक्षेत्र की CIA-2 टीम ने रेलवे से रिटायर्ड कर्मचारी की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में महिला को गिरफ्तार किया है। महिला की पहचान जालंधर की रहने वाली हिमाचली देवी के रूप में हुई है। उसने व्यक्ति की नशे की ओवरडोज देकर हत्या की थी। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि महिला अखबार में शादी का विज्ञापन देने वालों को टारगेट करती थी। नराता राम ने भी शादी का विज्ञापन निकलवाया था। विज्ञापन देखकर हिमाचली देवी उसके संपर्क में आई। जिसके बाद दोनों ने शादी कर ली। उसने नराता राम की हत्या की और शव बक्से में छिपा दिया। जाते हुए वह अपने साथ नराता राम का मोबाइल ले गई। गूगल पे के जरिए उसने 3 लाख रुपए की शॉपिंग कर ली। अब सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला… 3 जून को गुमशुदगी की शिकायत दी अंबाला के जलुबी निवासी राकेश कुमार ने 3 जून को शाहबाद पुलिस को शिकायत देकर कहा था कि उसके पिता नराता राम रेलवे से रिटायर्ड हो चुके हैं। रिटायर्ड होने के बाद उन्होंने दूसरी शादी की थी, लेकिन कुछ समय बाद उसकी दूसरी पत्नी उन्हें छोड़कर चली गई। कुछ समय बाद उसके पिता किसी अन्य महिला के साथ घर से कहीं चले गए। उन्होंने पिता की काफी जगह तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। राकेश की शिकायत पर शाहबाद थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच सब इंस्पेक्टर ओमप्रकाश कर रहे थे। 7 दिसंबर को लाश मिली राकेश कुमार ने आगे बताया कि 7 दिसंबर को वह शाहबाद की अमर विहार कॉलोनी में पहुंचे। कॉलोनी में स्थित घर में उसके पिता आते-जाते रहते थे। यह घर हिमाचली देवी का था। घर पर कोई नहीं था और बदबू भी आ रही थी। शक होने पर उन्होंने घर के ताले तोड़ दिए। अंदर संदूक में उसके पिता की डेडबॉडी मिली। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। महिला के घर से पहले भी शव मिला राकेश ने यह भी बताया कि जब इस महिला के बारे में थाने में जाकर पूछा तो पता चला कि उस महिला ने इससे पहले जालंधर में एक फौजी को भी मार दिया था। उसके उस फौजी के साथ संबंध थे। बाद में उस फौजी की लाश उस महिला के घर में उसके बेड के अंदर मिली थी। तब महिला ने पुलिस को कहा था कि फौजी को किसी ने मारकर उसके बेड में रखा है। उसका कोई हाथ नहीं है। पुलिस ने जालंधर से गिरफ्तार किया नराता राम की लाश मिलने के बाद पुलिस ने धारा 302 जोड़कर CIA-2 को जांच सौंप दी। इसके बाद कार्रवाई करते हुए CIA-2 के प्रभारी इंस्पेक्टर मोहन लाल की टीम ने महिला को जालंधर से गिरफ्तार कर 8 दिन के रिमांड पर लिया। पूछताछ के दौरान टीम ने महिला से नराता राम का मोबाइल बरामद किया। महिला ने नराता राम को नशीली गोलियां दी थीं। इसके बाद उसे मरा हुआ समझकर बक्से में बंद कर पंजाब भाग गई।
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हरियाणा के 67 जेल अफसर इंटरनल एग्जाम में फेल:हिंदी-जेल नियम समेत 5 विषयों की थी परीक्षा; सुपरिटेंडेंट समेत 26 अधिकारी लोअर स्टेंडर्ड में पास हरियाणा के जेल अफसरों को न तो हिंदी आती है और न ही वित्तीय नियमों की कोई जानकारी है। इसका खुलासा जेल विभाग के इंटरनल एग्जाम के रिजल्ट से हुआ है। 5 विषयों को लेकर हुए इस एग्जाम में असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट से लेकर डिप्टी सुपरिटेंडेंट तक 67 अधिकारी फेल हो गए। इसके अलावा 26 अधिकारी लोअर स्टेंडर्ड से इन विषयों को पास कर पाए। वहीं 40 अधिकारी ऐसे भी थे, जिन्होंने हायर स्टेंडर्ड से इन विषयों को पास किया है। इस एग्जाम में पंजाब जेल मैनुअल, जेल मैनुअल, क्रिमिनल लॉ, फाइनेंशियल रूल्स यानी वित्तीय नियम और हिंदी शामिल थी। अधिकारियों के एग्जाम का विषयवाइज रिजल्ट पढ़ें… पंजाब जेल मैनुअल: कुल 33 अधिकारियों ने यह एग्जाम दिया। इनमें से 17 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट और 2 डिप्टी सुपरिटेंडेंट फेल हो गए। इसके अलावा 12 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट और एक जेल सुपरिटेंडेंट लोअर स्टेंडर्ड से पास हुए। इनमें एक ही डिप्टी सुपरिटेंडेंट ने हायर स्टेंडर्ड से पेपर पास किया। जेल मैनुअल: इसमें कुल 31 अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जिनमें से 3 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट फेल हो गए। 5 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट लोअर स्टेंडर्ड से पास हुए। इनके अलावा 19 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट और 4 डिप्टी सुपरिटेंडेंट हायर स्टेंडर्ड से पास हुए। क्रिमिनल लॉ: इसमें कुल 18 जेल अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जिनमें से 2 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट और 2 डिप्टी सुपरिटेंडेंट फेल हो गए। इसके अलावा 2 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट लोअर स्टेंडर्ड से पास हुए जबकि 11 असिस्टेंट और एक डिप्टी सुपरिटेंडेंट हायर स्टेंडर्ड से पास हुए। फाइनेंशियल रूल्स: इसमें कुल 27 अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जिनमें 22 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट और 4 डिप्टी सुपरिटेंडेंट फेल हो गए। इसके अलावा 1 डिप्टी सुपरिटेंडेंट लोअर स्टेंडर्ड से पास हुए। हिंदी: इसमें कुल 24 अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इसमें 15 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट फेल हो गए। इसके अलावा 5 असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट लोअर स्टेंडर्ड से पास हुए। इसके अलावा 1 डिप्टी और 3 असिस्टेंट सुपरिडेंट हायर स्टेंडर्ड से पास हुए। कौन अधिकारी किस विषय में फेल और पास हुआ…